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कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं

जीवन में रिश्तों की अहमियत बहुत होती है। जन्म के बाद सभी रिश्ते जबरदस्ती हम पर थोप दी जाते है। बस एक ही रिश्ता होता है जिसे हम खुद अपनी मर्जी से बनाते है। वो रिश्ता है दोस्ती का। ये एसा रिश्ता होता है जो हर रिश्ते की कमी को पूरा करने का दम रखता है। लेकिन एक दोस्त से बिछड़ जाने के बाद जब उसकी यादें लौट कर आती है तो कोई भी रिश्ता उसकी कमी पूरी नहीं कर सकता । उन्ही दोस्तों की याद को समर्पित है हरिवंशराय बच्चनजी के द्वारा लिखित कविता "कुछ दोस्त बहुत याद आते है"। आशा करता हूँ आपको पसंद आएगी। इस कविता को Rate करके आप मेरा मनोबल बढ़ा सकते है ।

कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.....

मैं यादों का किस्सा खोलूँ तो,

कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं..

मैं गुजरे पल को सोचूँ तो,

कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं...

अब जाने कौन-सी नगरी में, आबाद हैं जाकर मुद्दत से...

मैं देर रात तक जागूँ तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं...

कुछ बातें थीं फूलों जैसी, कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,

मैं शहर-ए-चमन में टहलूँ तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं...

सबकी जिंदगी बदल गई, एक नए सिरे में ढल गई,

किसी को नौकरी से फुरसत नहीं, किसी को दोस्तों की जरूरत नही...

सारे यार गुम हो गए हैं, "तू" से "तुम" और "आप" हो गए हैं...

मैं गुजरे पल को सोचूँ तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं...

धीरे धीरे उम्र कट जाती है,

जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है,

कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है

और कभी यादों के सहारे ज़िन्दगी कट जाती है...

किनारों पे सागर के खजाने नहीं आते,
फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते....

जीलो इन पलों को हंस के दोस्त,

फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते,

फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते..

- HARIVANSHRAI BACHCHAN.

दोस्तों, ऑस्ट्रेलिया मे एक नर्स ने एक बुक पब्लिश की थी जिसका नाम है, " THE TOP 5 REGRETS OF DYING PEOPLE". इस किताब में इन्होंने मरने से पहले लोगों से उनके दिलों मे रह गई सबसे बड़ी regrets, सबसे बड़ी निराशाओ के बारे में पूछा और ये बुक पब्लिश की, उन 5 regrets में से एक है, I WISH I HAD STAYED IN TOUCH WITH MY FRIENDS, काश में अपने दोस्तों के साथ intouch रहता।

तो चलिए हम ये गलती ना करे, lets not make this mistake. so reach out an old friend today. क्योंकि, फिर लौट कर दोस्ती के गुजरे जमाने नहीं आते, फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते।

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I'M PRAVIN RATHOD. मिलूँगा आपसे जल्द ही एक नई समरी के साथ. तब तक खुश रहिए, मुस्कुराते रहिए और Learnings को अपनी लाइफ में इंप्लीमेंट करते रहिए।

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