एपिसोड 4 ( कायरा ओर अबीर की मुलाकात )
कायरा रेस्टोरेंट के बहार किसी को देख ... जल्दी से वाशरूम का बहाना बना वहां से चली गई | वहीँ .... रिया कनिका से कह रही थी ... की उसे कनिका से बात करनी है | कायरा के वहां से जाने के बॉस ... कनिका रिया से बोली |
कनिका : ( थोड़े गुस्से में ) बोलो .. अब | क्या बोलना है |
रिया : हा हा हा हा .... क्या हुआ यार | इतना गुस्सा मत करो | इतने टाइम आड़ मिली हो | ओर तुम .. ये कर रही हो |
तो रिया की बात सुन ... कनिका ओर परेशान होते हुए ... रिया को जो कल हुआ था ... वो सब बताने लगी | कनिका की बात सुन ... रिया बड़े ध्यान से बोली |
रिया : क्या ... कायरा को कल किसी ने किडनैप करने की कोशिश की ?
कनिका : हाँ | वाही तो दिक्कत है | मुझे अब ऐसे लग रहा है | की शायद मैंने फ्रांस से वापिस आकर ... गलती तो नहीं कर दी न ?
तो रिया ... थोड़ी सहानुभूति करती हुई बोली |
कनिका : नहीं कनिका | तुम इंडिया वापिस आ गई | ये बहुत अच्छा किया तुम्हे | वहां तुम अकेली थी | पता है .. मुझे कितनी टेंशन हो जाती थी | अब यहाँ म हूँ ....
रिया आगे बोल ही रही थी ... की कनिका उसकी बात कटते हुए बोल पड़ी |
कनिका : पर कायरा यहाँ सेफ नहीं है | ओर तुम्हे पता है न ... यहाँ मेरे कितने दुश्मन हैं | मेरा सो कोल्ड परिवार ही ... मेरी जान के पीछे पड़ा है |
ये कहते हुए ... कनिका की आँखें लाल हो गई थी |
वहीँ दूसरी तरफ .... कायरा रेस्टोरेंट के बहार आकर ... उस इंसान के पास आई ... जो कनिका को बड़े ध्यान से देख रहा था | वो ओर कोई नहीं .. बल्कि .. अबीर ही था | कायरा अपनी माँ के लिए बहुत प्रोटेक्टिव थी | उसने देखा था .. की उसकी माँ कितनी परेशान होती है .. पर फिर भी कायरा के लिए ... खुश रहने की कोशिश करती है | ओर अब कायरा नहीं चाहती थी ... की उसकी मोम को कोई भी परेशान करें | तो वो जल्दी से अबीर के पास गई ... ओर उसकी तरफ अपनी बड़ी बड़ी ऑंखें ओर बड़ी करते हुए ... अपनी क्यूट सी आवाज़ में .. गुस्सा भरते हुए बोली |
कायरा : आप .. मेरी ममा को घूरना बंद करो |
कायरा की आवाज़ सुन ... अबेर थोडा परेशान हो गया | उसने निचे देखा तो वहां एक छोटी बच्ची थी | अबीर को कुछ समझ नही आ रहा था | तो वो निच्चे बैठा .... ओर कायर से प्यार से बोला |
अबीर : ( भरी आवाज़ में ) आपकी मोम ?
अबीर को किसी से इतने प्यार से बात करता देख ... उसका ड्राईवर तो बैठा बैठा ही कांप गया | उसने पिछले 20 सैलून में पहली बार ... अबीर को किसी से इतने प्यार से बात करते हुए दखा था | वो भी किसी बच्चे से | अबीर उस बच्ची की तरफ बड़े ध्यान से दख रहा था | उसकी आँखें .... अबीर को नाजाने क्यूँ ... कुछ अपनी सी लग रही थीं | जब अबीर कायरा के करीब निचे बैठा ... तो उसे कायरा से एक जनि पहचानी महक आई | अबीर को समझ नही आ रहा था .. की उसे क्या हो रहा है | वो बीएस उस बच्ची को ध्यान से देख रहा था | तभी अबीर बोला |
अबीर : क्या ... क्या तुम कनिका की बेटी हो ?
अबीर का सवाल सुन ... कायरा अपनी क्यूट सी शक्ल में .. ओर गुस्सा लाते हुए बोली |
कायरा : ओर नही तो क्या .... हालाँकि ... म उनकी बेटी हूँ .... पर वो मेरी ममा हैं | मेरी ममा को देखने का राईट सिर्फ मेरे पास है |
कायरा की इन क्यूट सी बातों को सुन .. अबीर के चेहरे पर एक प्यारी सी स्माइल आ गई | तभी कायरा .... तली बजाते हुए बोली |
कायरा : अंकल .... आपकी आँखें ... ये तो वो तस्वीर वाली ही ऑंखें हैं |
कायरा की बात सुन अबीर को कुछ समझ नही आया | तो उसे पुछा |
अबीर : कौन सी तस्वीर ?
तो कायरा खुश होते हुए बोली ...
कायरा : अरे ... मेरी ममा पेंटर आर्टिस्ट हैं न | तो उन्होंने एक पेंटिंग बनाई है | ओर समे यहीं आँखें हैं .... ये ... मैं आपको ढून्ढ लिया |
अब जाकर अबीर को समझ आ रहा था ... की कायर क्या बात कर रही है | तभी वहां कनिका आ गई | ओर कायरा से गुस्से में बोली |
कनिका : तो ये तुम्हारा वोशरूम है ?
कायरा : अरे ममा ... म तो अंकल से बात कर रहा था |
कनिका : ( अबीर से ) सॉरी .. वो ये बहुत शैतान है |
ओर ये कहती हुई वो कायरा को अपनी गोद में उठाने लगी | अबीर को कनिका से भी वही खुशबू आई | अबीर बस एक बार कनिका को ओर फिर कायरा को ... देखे ही जा रहा था | फिर कनिका जल्दी से कायरा को डांटते हुए ... वहां से ले गई | कायरा को वहां से जाता देख ... अबीर को कुछ खली सा फील हो रहा था | फिर वो भी वहां से चला गया |