एपिसोड 11 ( अबीर का कैहेर ... )
गुस्से में अबीर ... कनिका को अपनी गोद में लेकर अपने घर जा रहा था | आगे बैठा वीर ... भी अब डर रहा था | तभी वीर को रिया का फ़ोन आया | रिया बोली | “वीर सर .. कनिका ...” | वीर बोला | “मिस कनिका ठीक है ...तुम चिंता मत करो | ओर सो जाओ | अभी वो घर नहीं आ पाएंगी ...” रिया आगे कुछ बोल पाती ... वीर ने फ़ोन काट दिया | पर रिया ने दुबारा फ़ोन नहीं किया .. ये सोच कर की अब कनिका सेफ है | ओर वीर भी है | तो उसे परेशान होने की जरूरत नहीं है | फिर वीर ने अबीर की तरफ देखा .... अबीर बोला .... “सब हो गया ...” | “हाँ .... वो लोग मेरे कब्ज़े में हैं ... अभी तुम्हारे ज़हर की वजह से बेहोश हैं ... बाकि तुम कल ....” | वीर बोला |
अबीर बस यही सोच रहा था ... की अगर वो थोडा भी लेट हो जाता .... तो कनिका के साथ क्या होता | ये सोचते ही ... अबीर की आँखें गुस्से में ओर लाल हो गईं | कनिका अभी तक बेहोश थी | जैसे ही वो घर पहुंचे ... अबीर ने बड़े प्यार से कनिका को अपनी गोद में उठाया ... ओर घर के अंदर ले जाने लगा | सभी नौकर ... अबीर की बाँहों में एक लड़की को देख हैरान परेशान हो गये | उन्होंने कभी भी अपने मालिक को किसी लड़की के साथ नहीं देखा था | पहली बार ... आज इन घर में किसी लड़की ने कदम रखा था |
अबीर कनिका को लेकर अपने कमरे की ओर बढ़ गया | ओर बड़े प्यार से उसे अपने बिस्तर पर लेटाया | कनिका का मासूम चेहरा देख ... अबीर कुछ पलों के लिए खो सा गया | फिर अबीर की नजर ... कनिका के शरीर पर पड़े निशानों पर गई | अबीर ने अपनी शक्तियों से उन निशानों को गयाद कर दिया | कनिका ने अभी भी अबीर की जैकेट पहनी थी | पर अबीर ये देख सकता था ... की कनिका कितनी असहज है | फिर अबीर के मन में ख्याल आया ... “कनिका के कपड़े चंगे करने पड़ेंगे ...पर घर पर तो कोई फीमेल नहीं है ... अब मैं क्या करूँ ..” |
अबीर ने कनिका की तरफ देखा .... ओर अपनी आँखें बंद कर लीं | फिर कनिका के कपड़े बदल दिया |
वहीँ थोड़ी देर बाद .... अबीर एक जंगल में खड़ा था | उसके सामने वो लड़के थे ... जो नशे में धुत थे | ओर जिन्होंने कनिका के साथ बत्तमीजी की थी | अबीर के सर पर अब खून सवार था | अबीर अपनी डरावनी आवाज़ में बोला ... “किसके कहने पर तुमने ये सब किया ...” | जब उन लडको ने अबीर की भयानक आवाज़ सुनी ... तो थर थर कांपने लगे | फिर उन्होंने अबीर को ... सब बताया | की कैसे कनिका की सौतेली बहन ने ... उन्हें पैसे दिए थे | ओर ये भी की ... आज से करीब दो साल पहले भी ... कनिका के साथ गलत करने के लिए ... पलक ने उन्हें पैसे दिए थे |
जब अबीर को पलक की चलो का पता चला ... तो उसके गुस्से का ठिकाना न रहा | वो वीर से बोला | “पलक के बारे में पता लगाओ ...” अबीर ये सोचने की हिम्मत भी नहीं कर पा रहा था | की अगर दो साल पहले ... कनिका गलती से उसके रूम में ना आती | तो ये लडके उसके साथ क्या क्या करते | ये सोच सोच कर ... वो पागल हो रहा था | अबीर उन लडकों से बोला | “तुमने कनिका के साथ जो भी किया ... उसकी सज़ा तो तुमको मिल कर ही रहेगी ...” | अबीर के एक इशारे पर ... वहां बहुत सारे सांप इक्कठा हो गये | इतने सारे सांपों को देख .... उन लडको के माथे से पसीना पानी की तरह बहने लगा |
ओर कुछ ही पलों में उन सांपों ने ... सभी लडको को ... वो भयानक मौत दी ... जो किसी ने अपने सपने में भी नहीं सोची होगी | एक ऐसी मौत .... जिसने पुरे नागवंश में .... अबीर के गुस्से का मंजर देखा ... |
अबीर नागों का नाग ... माह शक्ति शाली ... सर्व श्रेष्ठ ... नागराज था | उसके आगे .... नागवंश तो क्या .... इंसान भी अपना सर झुकाते थे |
जब अबीर वापिस घर ... अपने कमरे में पहुंचा ,,,,, तो उसने पाया की कनिका अभी तक सो रही है | वो कनिका के पास गया | ओर उसे अपनी बाहों में लेकर सो गया | ओर उस रात को याद करने लगा था ... जब उसने कनिका को पहली बार .. देखा था | अबीर को कनिका में कुछ ख़ास ... अलग फील हुआ था | वो कनिका की यादों में यूँ ही कब गहरी नींद में चला गया ... उसे पता ही नहीं चला |