लावण्या - भाग 9 Jagruti Joshi द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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लावण्या - भाग 9

अंजना जी वहां से जा चुकी थीं,,, उनकी दी हुई कसम जैसे पूरे कमरे में गूंज रही थी,,!! लक्ष अपने हाथों में बीयर की बोतल लिए बैठा था,,, उसने उसे चूमा और बोला,,,, सॉरी दोस्त अब तो तुम्हें होठों पर भी नहीं लगा पाऊंगा क्या करूं मेरी जान की कसम जो देदी है,,,!!
और वो बीयर की बोतल को वहां रख कर अपने रूम में चला गया,, अभी अभी ही वो कमरे में आया था तभी किसी की आवाज आई नॉक नॉक,,,,!!
लक्ष ____
नॉक नॉक मुंह से बोलने की क्या जरूरत है अंदर आ जाओ आप लोगों को अंदर आने के लिए परमिशन की जरूरत कब से पड ने लगी,,,!

सिया ने अंदर आते हुए बोली,,,,, लेनी पड़ती है ,,तुम कहा पहले जैसे रहे हो ,,,!!
सिया ने बैड के सामने बैठते हुए कहा,,,,, सिया के साथ अर्थ और सचिन भी आए हुए थे,,!! और पीछे पीछे अंजना जी भी ,,,,!
वह लोग भी सिया के साथ नीचे बैठ गये ,,,
लक्ष ने अपनी आइब्रो को रेज करते हुए कहा,,, तुम लोग नीचे क्यों बैठे हुए हो,,???
सचिन ____
चेले हमेशा गुरु के सामने बैठते हैं ना,,,, नीचे,,,!!

लक्ष ____
मां आप और आप तीनों क्यु मुझे टॉर्चर कर रहे हो ,,,, जो भी बात करनी है सीधे तरीके से नहीं कर सकते क्या,,,!!

सचिन ____
सीधी बात समझ मै कहा आती है तुमको चलो फिर भी करते है,,
कल शादी है उसकी ,,,एक बार तुमसे मिलना चाहती हैं बस यही कहने और समझा ने आए है तुमको,,,???

क्यु मिलना चाहती है वो लक्ष ने कहाँ

अर्थ __ __
तुम क्यों हर जगह उससे मिलने के लिए पहुंच जाते हो,,,??
लक्ष ____
यार सुकून है वह मेरा ,,,जिंदगी है मेरी,,!! उसे देखने का में एक भी मौका नहीं छोड़ सकता,, !!

सिया ____
बस उसके पास भी यही रिजन है तुम्हें देखने का और मिलने का,,,!

अंजना जी ने अपने बेटे की ओर देखकर कहा एक बार मिल लो ना,,,, अपनी मां के लिए,,,!! जिद मत करो,,,!!

लक्ष _____
ने गुस्से में कहा मुझे पता है,, आप क्या चाहती हो,,!
मैं उससे मिलुं और वो मेरी आंखों में देखे और उसे मेरी सच्चाई के बारे में पता चले और वह मेरे पास आ जाए ,,,,!! मां आप इतनी स्वार्थी कैसे हो सकती हो,,!
मेरी लाइफ का कोई भरोसा नहीं है ,,मुझे कब
क्या हो जाए,,,,!
इन तीन सालों में मुझे कोई डॉनर मिला नहीं ना,,,,
क्या पता अब आगे भी ना मिले और अगर मुझे कुछ हो गया तो ,,,,,,,,
मैं कतइ नहीं चाहूंगा की मेरे बीवी बच्चे पूरी जिंदगी मेरे बिना तड़पते रहे,,,!!
इसलिए मैं उसे नहीं मिलूंगा,,,, आइ नो उसे अभी तकलीफ होगी,,,
पर बाद में तो उसे अपनी नई लाइफ अच्छी लगेगी और अपने पार्टनर के साथ वो शांति से जी पाएगी,,, और शायद मुझे भी भुल जाये,,,,!!!
और आज के बाद कोई भी इस बात की चर्चा नहीं करेगा और वह बाहर निकल गया,,,!
अब कुछ नहीं हो सकता था वो तीनो अंजना जी को बाय बोलकर वहा से चले गए।
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आज लावण्या लाल जोड़े में सजी हुई थी बहुत कम लोग थे उसकी शादी में ,,,
उसकी शादी मंदिर में शादी रखी गई थी,,,, लावण्या के फैमिली और दोस्त मंदिर पहुंच गए थे वहां से विक्रांत और उसकी फैमिली भी आ गए थे ,,,।
सिंपल तरीके से फुल हार और सात फेरे हुए बाद में कोर्ट जाकर कोर्ट मैरिज,,,,!!!
लावण्या ने सिया की ओर देखा,,,, सियाने ना में सर हिला कर उसे ईशारे से कहा कि वह नहीं आएगा,,,,!!
लावण्या और उसकी की फैमिली उदास थी और विक्रांत की फॅमिली खुश ,,, विक्रांत को मनचाही लड़की मिली थी और शीला जी को मनचाही बहू ,,,!
दोनों फैमिली एक दूसरे से गले मिले सबने लावण्या और विक्रांत को बधाई दी ,,,,!
वह लोग घर पहुंचे क्योंकि वहां से विदाई होने वाली थी सीधा ही एयरपोर्ट,,,,
क्योंकि आज 4:00 बजे की फ्लाइट थी कैनेडा के लिए,,,!! लावण्या ने अपना सारा लगेज पैक कर लिया था कपड़े चेंज किए,,,
वो लोग लावण्या के घर से करीब 2 बजे निकल गए थे,,,, सब उसे एयरपोर्ट छोड़ने आये थे,,,, लक्ष भी,,,!!! पर लावण्या ने एक बार भी इधर-उधर नही देखा क्यु की अब उसे कोई भी आशा नही थी और अब वो मिलना भी नही चाहती थी उस्से।
यहाँ लावण्या की फ्लाइट ने टेकऑफ किया और सब लोग बाहर आए,,,,!!!
लक्ष दुर से अपनी लावण्या को जाते हुए देखता रहा,,,,,,अब उसे लावण्या के लौट ने की कोई उम्मीद नही थी पहेले तो उसके मैसेज से सुबह होती थी ।
अब वो भी नहीं आएंगे,,,,,
जब नानु ने देखा तो वो लक्ष के करीब गए जैसे उसके कंधे पर हाथ रखा ,,,
लक्ष बच्चे की तरह फूट-फूट कर रोने लगा वह इतना रोया के आसपास के लोग इकट्ठे हो गए थे,,,!!
मामा जी ने सब को जाने को कहा और लक्ष को गाड़ी में बिठाया ,,,!
नाना जी ने अपे बैटे को कहा की वो खुद गाड़ी चलाये क्यु की ड्राइवर उन्हें और लक्ष को लक्ष के घर छोड़ने आएगा। मामा जी भी इस बात पर हामी भरी,,,!!
नानू लक्ष को लेकर उसके घर के लिए चले गए पूरे रास्ते में लक्ष चुपचाप सा बैठा रहा उसकी आँख से आंसू लगातार बह ते रहे,,,!!
जैसे घर आया लक्ष गाड़ी में से उतरा और अपने कमरे में चला गया,,,,!!
लक्ष के पापा चंद्रशेखर वही लिविंग रूम में चेयर पर बैठे हुए थे। और जब उन्होंने अपने बेटे को इस हालत में देखा तो उनका गुस्सा भड़क उठा ,,,,
वह कुछ बोले जा ही रहे थे कि नाना जी ने रोकते हुए,,,,
क्या कर रहे हो,,???
अंकल जी इतने साल में इस लड़के ने आज तक मेरी बात नहीं सुनी,,,,
मैंने सिर्फ उसे यही कहा था कि प्लीज लावण्या को अपनी लाइफ में आने दे,,,!! उसकी एक जिद ने सब की लाइफ को बिखेर कर रख दिया,,,,!!!
ना वहां लावण्या खुश है ना वो यहां खुश है,,,,!
क्यु इतनी जिद,,,, यह फैसला वह कैसे कर सकता है कि लावण्या को उसके साथ रहना है या नहीं वह फैसला तो वह खुद कर सकती है ना,,,!!

नानाजी _____
नाना जी ने आह भरते हुए कहा ,,,,,,माना वो गलत है,,, !!!
पर आज सबसे ज्यादा उसे तुम्हारी जरूरत ,,,एक बाप की तरह नही दोस्त की तरह तुम उसे बात करोगे ,,,,वह वैसे भी टूटा हुआ है,,!!
और तुम कुछ कहोगे वो बिखर जाएगा,,,,!!
हमें लगता है कि वह गलत है ,,,पर अपनी जगह पर वो सही है ,,,,!
हमारी शादी को कितने साल हो गए ,,,पर मैं आज भी भगवान से यही प्रार्थना करता हूं की,,,,
मेरी पत्नी के बिना मुझे एक पल भी जीना ना पड़े ,,,!!
भगवान हम दोनों को साथ में ही ले ले ।।।।
ना वह मेरे बिना जी पाएगी ना मैं,,,!!
प्यार में कुछ सही गलत नहीं होता प्यार में बस एक दूसरे की परवाह होती है और अब तुम्हारी जिम्मेदारी है कि तुम उसे संभालो,,,,
और नानु इतना कहकर वहां से चले गए,,!!
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फ्लाइट ने कैनेडा जाने के लिए उड़ान भर ली थी,,! पंद्रह घंटे की फ्लाइट थी,,,, लावण्या और विक्रांत जिंदगी के नये सफर के लिए चल पड़े थे,,,,,,,,!!!
जब वो लोग कैनेडा पहुंचे तो दोपहर के दो बज गए थे क्यु की आगे जागे फ्लाइट ने दो घण्टे का स्टोप लिया था कीसी कारणवश ,,,,,ईस लिए घर पहुंचते पहुंचते शाम के छे बज चुके थे,,,,!!
वो जैसे ही घर पहुंच है विक्रांत की आंखें खुली की खुली रह गई,और साथ मे लावण्या की भी,,,!!
क्यु की विक्रांत के घर का गार्डन सजाया गया था और घर को भी खूबसूरत स्ट्रिंग लाइट से सजाया गया था,,,
वो जैसे ही घर के अंदर एंटर हुए ,, विक्रांत के दोनो दोस्तो ने उन दोनो का स्वागत किया,,,,, (श्रुति और जॉन )

विक्रांत कुछ कहता उससे पहले ही उसकी बेस्ट फ्रेंड श्रुति ने कहा
देखो____ जो भी कहना हो वह कल कहना आज नहीं,,,, जल्दी से तुम दोनों जाकर तैयार हो जाओ वह भी अपनी शादी वाले कपड़ों में,,,!!!
हमारे ऑफिस के कलीग और कुछ हमारे फ्रेंड्स लोग यहां आने वाले हैं,,, छोटी सी हमारी तरफ से पार्टी रखी गई है,,,, तो जल्दी से प्लीज तैयार होकर आओ,,,,!
और हा उपर नहीं ,,,,नीचे ही उपर आपके लिए छोटा सा सरप्राइज रखा गया है,,,ऑके,,,!
यह थी विक्रांत की बेस्ट फ्रेंड श्रुति और उसका बॉयफ्रेंड इन दोनों ने मिलकर इन दोनों के लिए सरप्राइस पार्टी रखी थी,,,,!!
अलग-अलग कमरे में विक्रांत और लावण्या तैयार होने चले गए ।।।।
थोड़ी देर में लावण्या फिर से दुल्हन के कपड़ो मैं सज गई थी,,,!!
सारे गेस्ट्स आने शुरु हो गए थे,,,, विक्रांत ने सबसे लावण्या को मिलवाया,,,, किसी ने बुके दिया कोई गिफ्ट लेकर आया था कीसी ने दिल से बधाई दी,,,, सबको लावण्या अच्छी लगी,,,,,!!!
लावण्या ने भी अब तय कर लिया था ना वो लक्ष को याद करेगी ना उसकी लाइफ में उसकी कोई जगह होगी ।।।
श्रुति और दूसरे दोस्तों को कहने पर विक्रांत और लावण्या ने डांस किया,,,
और लास्ट मैं डिनर ,,,!!
श्रुति ने विक्रम के कान में कुछ कहा और विक्रांत ने हा का इशारा करा,,,
श्रुति लावण्या ने के पास आई और सबकी और देखकर कहा___
बाय गाईज हमारी प्यारी ब्राइड थक चुकी है,,,हम फिर कभी उसे मिलेंगे तो अभी के लिए गुड़ बाय उसकी और से ,,,, लावण्या ने सब को बाय बोला और वो लोग घर के अंदर चले गए,,,!!

लावण्या _____
ने श्रुति की ओर देखकर कहा ,,,,,आपने विक्रांत के कान में क्या कहा,,??

श्रुति ____
ने आंख मारते हुए कहा,,,, मैंने उससे कहा की तुम्हारी आज फर्स्ट नाइट है,,अगर तुम दोनों पार्टी में ही लगे रहे तो थक जाओगे,,,,!
मैं लावण्या को लेकर अंदर जाती हुं ,,,फिर बाद मे आकर सबको भगा दुंगी ,,,ऐसे बोला😜

लावण्या ने शर्म से अपनी नजरे झुका ली,,,!

वो सीढ़ियों से होते हुए ऊपर कमरे में गये,,,,
जैसे ही कमरा खुला लावण्या को गुलाब की खुश्बू ने मदहोश कर दिया,,,,
पूरा का पूरा कमरा रोज़ ओर रोज़ पेटल सजा हुआ था,,, चारो ओर गुलाब की पंखुड़ियाँ बिखरी हई थी,,
उसे लक्ष की याद आ गई,,,,

लावण्या ने लक्ष को कहा था जब हमारी फस्ट नाईट होगी ना तुम को कमरे मे घुसने नहीं दुंगी ,,,
(ये तब कहा था जब वो उस्से रुठी हुई थी,,,,,,,)

तब लक्ष ने उसे कहा था ,,,,,तुम को मनाने का आसान तरीका है ,,, मेरे पास,,,,,
जब हमारी शादी होगी ना तब मैं पूरे कमरे को गुलाब के फूलों से सजा दूंगा ,,,,,
तुम ना चाहो ना फिर भी मेरे पास दौड़कर मेरी बाहों में आ जाओगी,,,,
क्योंकि गुलाब की खुशबू तुम्हें इतना मदहोश कर देगी कि तुम चाह कर भी मुझसे रूठी नहीं रह पाओगी,,,,!!!
वो अपने ही खयालो मे खोई हुई थी,,,
श्रुति ने चुटकी बजाकर कहा कहा खोई हुई हो,,,???

लावण्या ___
कहीं भी नहीं,,,!

श्रुति ने उसकी ओर देखकर कहा,,,, मुझे एक बात तुम्हें कहनी थी,,!
इसलिए मैं तुम्हें जल्दी लेकर आई हूं,,,, और उसने बोलना शुरु किया,,,,,,
देखो विक्रांत मेरा बेस्ट फ्रेंड है,,, और मैं सबसे ज्यादा करीब से उसे जानती हुं,,!!
पहले तो आज तक उसकी कोई गर्लफ्रेंड नहीं रहीं,,, हां लड़कियों से उसकी बातें होती है ,,,फ्रेंड भी है कई सारी पर आज तक कोई गर्लफ्रेंड नहीं रही।
और मैं यह भी नहीं बोलती कि वह वर्जिन है या होगा ,,,,
पर मैंने उसकी आंखों में तुम्हारे लिए प्यार देखा है,,,पहली आर और मुझे लगा उसके लिए तुम ही शायद अब सब कुछ हो ,,,
इसलिए मैं तुम्हें यह कहना चाहती हूं ,,,,,की पास्ट में जो भी हुआ हो ,,,,तुम कभी भी उसको अपने पास्ट के बारे में मत बताना अगर है तो,,,
उसे गुस्सा बहुत जल्दी आ जाता है ,,,और उसे झूठ बर्दाश्त नहीं होता ,,,,
मै डरा नहीं रही बस एक एडवाइस दे रही हुं,,!!
चलो तुम आराम करो मे उसे थोड़ी देर मैं भेजती हुं,,,! और वो कमरे से बाहर निकल गई।
लावण्या बैड पर बैठे बैठे ही सो गई उसकी नींद तब खुली जब विक्रांत अंदर आया,,,,!!!
विक्रांत ने सिर्फ बाथरोब पहेना था वो धीरे धीरे उसके करीब आ रहा था ,,,! उसकी आँखो मैं गजब का नशा था,,,!
वो लावण्या के एक दम करीब आया उसके हाथ को अपने हाथ मे लिया,,,,
लावण्या की धड़कन सामान्य से तेज चल रही थी ,,,,

विक्रांत ___
ने उसकी ओर देखकर कहा ,,,,आज से तुम मेरी लाइफ हो ,,, आजसे पहेले इस कमरे मैं तुम्हारे अलावा कोई लड़की नहीं आई,,, इसलिए मैं इस दिन को खाश बनाना चाहता हुं,,,,
लावण्या ने उसकी आँखो मे देखा तो उसके लिए एक अपनापन और इज्जत दिखी,,,!
विक्रांत धीरे धीरे उसने पहेने सारे गहने निकाल ने लगा ,,,, लावण्या का चहेरा अपनी और किया जैसै ही किस करने गया लावण्या ने उसके होठो पर अपना हाथ रखकर कहा,,,, मुझे कुछ बताना है,,!
विक्रांत ___
कल आराम से अभी नही,,!
लावण्या___
लाइफ की नई शुरुआत में झूठ से नहीं कर सकती,,,!!
जैसे ही लावण्या ने ये शब्द बोले विक्रांत उससे थोड़ा दूर हो गया और अजीब तरीके से देख कर बोला
क्या मतलब,,???

लावण्या ने अपनी बात की शुरुआत करते हुए कहा कि शादी से पहले मैं एक सीरियस रिलेशनशिप में थी,,,!!

विक्रांत ___
( खड़ा हो गया) यह बात तूने मुझे पहले क्यों नहीं बताई,,???

लावण्या ____
( ने कहा) मैंने आपको बताने की कोशिश की थी पर आपने वह बात हंसी में निकाल दी थी,,,!!!

विक्रांत ____
(ने गुस्से में कहा ) तो तुम फिर से वह बात दोहरा सकती थी अब यह बात बताने की क्या जरूरत थी,,, और वह नीचे चला गया,,,!!!

लावण्या को कुछ समझ नहीं आया,,,, उसने यह बात इसलिए छेड़ी थी कि वह नहीं चाहती थी कि शादी के कुछ साल बाद उसे यह बात पता चले,,, वह अपनी लाइफ की नई शुरुआत झूठ बोल कर नहीं करना चाहती थी।

वो विक्रांत के पीछे पीछे नीचे चली गई,,,!!! लिविंग रूम में विक्रांत लैप के पास बैठा था और उसे ऑन ऑफ ऑन ऑफ कर रहा था ,,,,!! वह उसके पैरों के पास बैठकर बोली ,,,,
सॉरी पर सच कहुं तो हमारे बीच ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था जैसा आप सोच रहे हो,,,,हम सिर्फ एक दूसरे से प्यार करते थे और वह 3 साल पहले ही खत्म हो गया था,,!!

विक्रांत ने उसकी बांह पकड़ते हुए कहा तुम्हें कैसे पता चला कि मैं क्या सोच रहा हूं,,??

लावण्या दर्द में बोली प्लीज़ आप ऐसे मत पकड़ो दर्द हो रहा है,,,!

विक्रांत ने गुस्से में कहा______ वह पकड़ता था तब क्या होता था,,,!!
उसने तुम्हें कहां कहां छुआ था और उसके शरीर में हाथ घुमाने लगा ,,,यहां यहां यहां होठों पर लाकर कहा किस किया था ,,,,
लावण्या की नजरे झुक गई,,,,

विक्रांत ______
ओह उसने तुम्हें किस किया था,,,,,,!! यार तुम तो यहां की लड़कियों से भी ज्यादा गिरी हुई निकली,,,,! कितने बॉयफ्रेंड थे,,,,, वह फोटो में थे वह तीनों थे ना,,,, तुम्हारे तीनों बॉयफ्रेंड ने तो बहुत मजे की होगे ना,,,!!

लावण्या ने गुस्से में विक्रांत को देखा _____आपकी हिम्मत कैसे हुई मुझे ऐसा बोलने की,!!

विक्रांत ने गुस्से में उसे एक चांटा मारते हुए कहा,,,, किसी की जूठन कहीं की,,, तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे गले पड ने की मेरी लाइफ पर बर्बाद करने की
तुम्हारी जैसी लड़कियां रेड लाइट में बहुत मिल जाती है,,,,, मेरे गले ही क्यों पड़ी तुम ,,,,,!!!

जब लावण्या ये शब्द सुना वो बुत बनी वहा खड़ी रही। उसके जिस्म में जैसे जान ही ना बची हो विक्रांत के ऐसे शब्द सुनकर ।
वो उसे बाजारू औरत से कंपैर कर रहा था,,,!
उसकी आँखो से आंसु टपक ने लगे,,,

विक्रांत ने गुस्साई हुई आवाज में कहा तुम्हारा चेहरा मुझे हर रोज देखना पड़ेगा,,
लावण्या____
अगर इतनी ही बुरी हूं मैं तो मत देखना,,,!!

विक्रांत ____ गुस्से मे लाल हो गया
इतना सब कर के भी इतनी ज्यादा अकड़ है तुम मैं ,,, चलो अब सारी अकड़ निकालता हुं और इतना कहकर
विक्रांत ने उसकी बांह पकड़ी ओर घसीटते हुए सीढियो से होकर उपर बैडरूम मैं ले गया।
फिर जोर से बैडरूम का दरवाजा बंध कीया और लावण्या को जोर से धक्का दिया ,,,,,!!
लावण्या की आँखे आंसुओ से भर गई थी वो निढाल सी बैड पर जा गिरी।
उसे होश ही नही था ,,, वह विक्रांत का सामना करना चाहती थी चिल्लाना चाहती थी लेकिन उसकी आवाज उसके गले में जमकर रह गई।

विक्रांत ने अपने कपड़े उतारे और अपना हाथ लावण्या के जिस्म पर फेर ने लगा ,,,,,
लावण्या को उस स्पर्श मैं कुछ वक्त पहेले जो अपनापन नजर आ रहा था ,,, वहीं स्पर्श अब जैसे उसके शरीर पर सांप रेंग रहे हो ऐसा लगा,,,,,!!
वो बेबस बेजान बिस्तर पर पड़ी रही ,,,,वो एक बार भी विरोध नहीं कर पाई,,,,!!!
कतरी भी कैसे शादी हो चुकी थी और उसका यहाँ अपना था हीं कौन,,,,! विक्रांत सारी रात उसके शरीर से खेलता रहा।
कहते है शादी की पहली रात सबसे यादगार रात होती है हर लड़की के लिए,,, क्यु के तब सिर्फ शरीर नहीं आत्मा भी एक हो जाती है दो लोगो की,,,,,,पर उसके लिए ये रात,,,, कभी भी ना भूलने वाली रात बन गई थी । उसे लगे जैसे वो आज टुट कर बिखर गई हो,,,,और वो टुकड़े उसे चुभ रहे थे !!!!

जारी है________ क्रमश..........