लावण्या - भाग ३ Jagruti Joshi द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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लावण्या - भाग ३

लक्ष लावण्या के पीछे पीछे भागा ,,,, लावण्या ने जैसे ही लक्ष को देखा उसने सिया को कहा जल्दी सिया स्कूटी स्टार्ट करो मुझे जाना है,,,
लक्ष लावण्या के सामने घुटनों पर बैठ गया और उसने उसका हाथ पकड़ते हुए कहा___ मुझे माफ कर दो यार मैं तुझे खोना अफोर्ड नहीं कर सकता ।
एक झूठ छुपाने के चक्कर में दो और झूठ बोल देता हूं यार, और तुम हर बार इतनी सीरियस क्यों हो जाती हो तुम्हें पता है ना मैं तुम्हें प्यार करता हूं ,, खुद से भी ज्यादा और प्यार में थोड़ा बहुत झूठ चलता है,,,,,!!
लावण्या_____ने
गुस्साई हुई आवाज में कहा,,,, तुमने हमारे प्यार को मजाक बना रखा है,, तुम क्यों हर बार हमारी लाइफ को गेम की तरह खेलते हो,,!!
यह जिंदगी है कोई खेल नहीं प्यार में सब चलता है झूठ नहीं। तुम्हें पता है की धीरे-धीरे तुम पर से मे विश्वास खोती जा रही हुं। उसकी आंखों में से आंसू निकल गए।
मैं तुम्हारे साथ अपनी लाइफ बिताना चाहती हूं पूरी लाइफ और तुम तुम्हारी हरकतों से बाज नहीं आते और हर बार मेरे प्यार का मजाक बना देते हो। यार तुम मेरी इबादत हो तुम मुझ से दुर हो गई तो मे जी नही पाऊंगा, मे तुम को खोना नहीन चाहता।

लक्ष_____ ने बौखला ते हुए कहा
यार मैंने तुमसे झूठ इसलिए बोला कि कल जो मैंने झूठ बोला था इस के लिए मैं माफी मांगना चाहता था,, और अभी मैं तुम्हारे बर्थडे का सरप्राइज प्लान कर रहा था ।
यार तुम ओवर रिएक्ट कर रही हो।

लावण्या____ वो रुखी आवाज मे बोली लक्ष तुम मुझे खो रहे हो,,!!

लक्ष को लगा कि इस बार सच में कुछ ज्यादा हो गया है______
उसकी आवाज गंभीर हो गई ,,,,यार आई लव यू दुनिया में मां के बाद तुम हो मेरी जिंदगी और तुम्हें अपने पास रखने के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं,,।
मेरी लाइफ में सबसे ऊपर तुम आती हो और कुछ नहीं और उसके लिए मुझे हजार झूठ बोलने पड़े तो मैं बोलूंगा मुझे डर लगता है तुम्हें खोने से तुमसे दूर जाने से।

लावण्या___ ने अपने आंसुओ को पोछा,,,,,, !!

लावी कुछ बोलो,,,, ऐसे चुप मत रहो,,!! हर बार सोचता हूं अगर तुम मुझसे नाराज हो गई दूर हो गई तो मैं क्या करूंगा और मुझसे गलती हो जाती है,, आई कांट लुज यु यार,।

लावण्या______
उसकी शुरुआत हो चुकी है शायद और वो वहां से जाने लगी ।
आज लक्ष को पहली बार लगा की लावी की आवाज सख्ती है , उसने उसका हाथ पकडकर कहा आई एम सॉरी माफ कर दो यार आगे से ये नही होगा ।
लावण्या दर्द भरा मुस्कुराते हुए ,,,,,हम कौन है माफ करने वाले और कभी ऐसा वादा मत करो जो तुम पूरा ही ना कर सको। तुम जिस बात पर कायम ना रहे सको वह बात मत करो।
आज मैं आजाद करती हूं तुम को ,,तुम अपनी जिंदगी अपनी मर्जी से जियो ना मैं कभी तुम्हें रोकूंगी ना टोकुंगी। और लावण्या बिना मूडे उसे एक बार भी देखे,,, वो और सिया वहा से निकल गये।
लक्ष लावण्या की स्कूटी को तब तक देखता रहा जब तक उसकी आंखों को दिखना बंध नहीं हुई।
सिया ने लावण्या को घर तक छोड़ा,,,सिया उसे बोलना चाहती थी समझाना चाहती थी पर उसे पता था कि अभी वो बहुत गुस्से में है तो उसकी कोई बात नहीं सुनेंगी उसने सोचा कि वह कॉलेज आएगी तब शांति से उससे बात करेंगी। और वो उसे बाय बोल कर निकल गई।

शाम डिनर टाइम _____
सब लोग खाना खाने बैठे थे लावण्या ने कहा मामु मैं बेंगलुरु जाना चाहती हूं पढ़ाई और जॉब दोनों के लिए,,,!!

(सुधीर )मामा जी ने चौंक ते हुए कहा क्यों क्या हुआ,,??

आज मैंने ही लक्ष से ब्रेकअप कर दिया है,,,!!

मामी जी खाना खा रही थी जब उन्हो ने यह बात सुनी तो उनके हलक निवाला अटक गया उन्हें खासी आने लगी वह पानी पीने के बाद बोली,,,
तुम दोनों पिछले 2 साल से साथ में हो सारा कॉलेज में हमारी सोसाइटी में भी सबको पता है तुम इस तरह से ब्रेकअप कैसे कर सकती हो तुम दोनों तो शादी करने वाले थे ना,,??
लावण्या ने पिछले कुछ दिनों और आज जो कुछ हुआ वह सब मामा मामी को बता दिया,,
मामा जी ने कहा बेटा वो सुधर जाएगा पर वह तुमसे प्यार भी करता है ना तुम उसे कैसे छोड़ सकती हो तुम भी तो प्यार करती हो ना,,??
प्यार करती हूं मामा खुद से भी ज्यादा ,,,पर जिसके साथ पूरी लाइफ जीनी है वह हर बात में झूठ बोले जिस रिश्ते मैं भरोसा ही ना हो उसे आगे ले जाना मेरे बस की बात नहीं है,,!

नानी जी ने समझाते हुए कहा _____बेटा कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं लिये जाते, एक छोटी सी गलती की इतनी बड़ी सजा नहीं देते,, ऐसा ना हो की तुम्हे बाद मे पस्तावा हो। अगर इतना गहरा रिश्ता तोड़ते हो तो एक बार उसे जाकर मिल कर बातें क्लियर करके तोड़ो।
ऐसा ना हो कि बाद मे जिंदगी भर के लिए अफसोस रह जाए।
षलावण्या ने खाने की प्लेट साइड में की , अन्न की थाली को छु के माफी मांगी और उठते हुए कहा मैं 2 दिन के बाद चली जाऊंगी यह मेरा फाइनल डिसीजन है,,,।
और वो अपने कमरे मे चली गई,,,,वह अपने कमरे में आई बेड पर लेट लेटे वो सोचने लगी मेने हर बार मौका दिया है,,, ईस बार नहीं।
सारे घरवालों ने बहुत मनाने की कोशिश की थी पर कोई फायदा नहीं हुआ वह अपनी बात पर अड़ी हुई थी
उसने सारी तैयारी कर ली थी दो दिन बाद उसे जाना था। मामाजी की पहचान की वजह से उसे बेंगलुरु की कोलेज मे एडमिशन मिल गया था। वह अपने कमरे में सो रही थी अपना फोन स्विच ऑफ कर के।
वहा लक्ष बार-बार फोन लगा रहा था , पर फोन स्विच ऑफ के कारण लग नहीं रहा था। उसने हिम्मत करके मामा जी को फोन लगा दिया,,, वो टीवी देख रहे थे,जब रिंग बजी तो सुधीर ने फोन की ओर देखा तो वह लक्ष का था । उन्हों ने फोन रिसीव करके कहा
बोलो लक्ष_____

मामू क्या मैं बात कर सकता है लावण्या से प्लीज.......

मामा जी______ वह तुमसे बात करना नहीं चाहती।

प्लीज एक बार ,,,,,,

मना किया है उस ने तुमसे बात करने से ,,तुम दोनों के बीच जो भी हुआ वो पता है हमा , इस पर सच में तुमने बहुत दिल दुखाया है,, घर मे सब ने बहुत मनाने की कोशिश की है पर वह नहीं मान रही ,,, अगर आखरी बार मिलना चाहते हो तो उसकी परसो 2:00 बजे की फ्लाइट है,!!
एअरपोर्ट पर मिल लेना। वो दिल्ली छोड़ कर जा रही है,!और कहा वो मत पुछना।

लक्ष पुरी तरह से शोक्ड था,,,,, उसने भारी आवाज में कहा मुझे एक बार भी नहीं बताया वह कहां जा रही है,,,

मामा जी ने लक्ष को कहा...... हमने कोशिश कर ली है, आखिरी मौका है तुम समझा सकते हो तो अपने प्यार को जाने से रोक लो और उन्होंने फोन कट कर दिया,,,,,!!
लक्ष के पैरों से जैसे जमीन ही ना रही हो वह स्टेच्यू की माफिक खड़ा रहा, उसके शरीर में चेतना ही ना हो ,,, वो ढेर हो गया।
2 दिन कैसे निकल गए लावण्या को पता ही नहीं चला उसने सारे डाक्यूमेंट्स जरूरी कागज़ात अपने साथ रख लिए थे। वह एयरपोर्ट के लिए निकल रही थी, उसने मामा मामी नाना नानी को सबको बाय बोला,,,, वो सब उसे छोड़ ने आने वाले थे पर उसने सबको सख्ती से मना किया था ,,,कि वह अकेली जाएगी .उसे छोड़ने कोई नहीं आएगा.।
टैक्सी आ गई सारा लगेज टैक्सी में रखा और वो उस में बैठ कर चली गई वह सब को आखिरी बार देख रही थी जैसे ,,,,, उसकी आंख नम हो गई थी
उसने सोच लिया था कि जब तक उसके बस मे होगा वह कभी दिल्ली वापस नहीं आएगी।
लक्ष के साथ बिताए हुए हर लम्हा आज उसकी नज़र के सामने आ गया , रिश्ता तोड़ने का उसे दर्द था,, जिस रिश्ते को ताउम्र निभाने की इच्छा थी वह पल में टूट गया वह सोचने लगी क्या मैं आपना नया सफर उसके बिना तय कर पाऊंगी उसे पता था लक्ष के लिए भी ये आसान रहेगा।

वो एयरपोर्ट पहुंच गई थी ड्राइवर ने लावण्या की बैग नीचे उतरी लावण्या ने उसे पैसे दिए जैसे ही वो आगे बढ़ी उसने देआ सामने लक्ष खड़ा था। उसने अपनी आंखों की नमी साफ की और उसके पास आके बोली_____क्यों आए हो ,,,,??
लावण्या वापस आ जाओ ,,,,तुम बिन मैं अधूरा हूं ,,,,!

पॉसिबल नहीं है ,,,हमारे बीच जो था वह टूट गया है ,,,,!

लक्ष _____यार प्लीज ऐसा मत बोलो मैं मर जाऊंगा उसकी आवाज में दर्द था,

लावण्या____ यार प्लीज इस बार नहीं,,,,

यार मैं सच में कहता हूं मैं तुम्हारे बिना नहीं जी सकता मैं प्रॉमिस करता हूं हर खुशी दूंगा हर वह चीज तुम्हें दूंगा और तुम चाहती हो वही बन जाऊंगा आज के बाद तुम चाहोगी वैसे ही मैं रहूंगा पर प्लीज मुझे छोड़कर मत जाओ,,,!!!

लावण्या ने नीरस आवाज में कहा जिस बात पर तुम कायम कायम न रह सको वह बात मत करो,,,, जो वादा हर बार टूट जाए वह वादा नहीं होता,,,,

लक्ष बच्चों की तरह रिक्वेस्ट करने लगा आज उसकी आंखों में भी आंसू थे,,,
लावण्या ने अपनी आंखों से आंसू को पूछते हुए कहा मैं जा रही हूं पता नहीं आऊंगी या नहीं अगर किस्मत में रहा तो फिर मिलेंगे ,, तुमसे दूर जाने के लिए खुद को बहुत मजबूत किया है बस अब नही , अभी के लिए दर्द होगा पर हमारी आने वाली लाइफ का लिए ये अच्छा है और वह चली गई ।
आज लक्ष पूरी तरह से बिखर गया था उसे खोने के बाद उसे मालूम हुआ कि वह उसे कितना प्यार करता था वह उसके लिए कितने मायने रखती थी,,,!
कुछ ही पलों में लावण्या उसकी आंखों से ओझल हो गई वह अपने पैरों को पीछे करते हुए रोड के बीचो बीच चलने लगा लक्ष ने पूरी तरह से अपने आप को खो दिया था , वह तड़प रहा था वह जोर-जोर से चिल्लाना चाहता था पर कुछ नहीं हुआ उसने अपनी पलके नही जबकाइ उसे लगा शायद लावण्या आ जाये वो उसी दिशा मे देख रहा था तभी फुल स्पीड एक गाड़ी आई और उसे टक्कर मार कर चली गई
टक्कर इतनी जोर की थी की लक्ष रोड से कहीं दूर जाकर गिरा ,,,,पूरी तरह से खून से लथपथ था ,उसे बहुत ज्यादा चोट आई थी।
थोड़ी देर में भीड़ इकट्ठा हो गई और किसी ने तुरंत एंबुलेंस को फोन किया और थोड़ी देर मे उसे हॉस्पिटल ले जाया गया।
उसकी आंखें बंद थी पर उसका दिल लावण्या के लिए धड़क रहा था। जो हर लम्हा बिंदास रह ने वाला अपनी मौज मस्ती में जीने वाला लड़का आज जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था।
उसकी जान तो लावण्या के जाने से ही चली गई थी पर शायद वह वापस आयेगी वो उम्मीद ही उसे अभी तक जिंदा रखे हुए थी।

क्रमश,,,,,,,,,,,आरी है🙏🙏🙏