नौकरानी की बेटी - 34 RACHNA ROY द्वारा मानवीय विज्ञान में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • अनोखा विवाह - 10

    सुहानी - हम अभी आते हैं,,,,,,,, सुहानी को वाशरुम में आधा घंट...

  • मंजिले - भाग 13

     -------------- एक कहानी " मंज़िले " पुस्तक की सब से श्रेष्ठ...

  • I Hate Love - 6

    फ्लैशबैक अंतअपनी सोच से बाहर आती हुई जानवी,,, अपने चेहरे पर...

  • मोमल : डायरी की गहराई - 47

    पिछले भाग में हम ने देखा कि फीलिक्स को एक औरत बार बार दिखती...

  • इश्क दा मारा - 38

    रानी का सवाल सुन कर राधा गुस्से से रानी की तरफ देखने लगती है...

श्रेणी
शेयर करे

नौकरानी की बेटी - 34

आनंदी ने कहा कि आज हम लोग बाकी जगहों पर जायेंगे।

अनिकेत बोला मैम कुछ और है देखने लायक
जो आपलोगो को बहुत पसंद आयेगा।
फिर ये सब बात करते हुए जा रहे थे एक घंटे बाद फिर ये लोग उतर गए।

अनिकेत बोला ये बिजासेन टेकरी मंदिर पूरे शहर और शानदार पहाड़ी के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। यहाँ माता की शक्ति इतनी प्रबल है, कि माना जाता है कि यहां आकर अंधों की भी दृष्टि वापस आ जाती है। यह अंधों की दृष्टि में वापस लाने के लिए माना जाता है! यहां आयोजित नवरात्रि मेले में हर साल हजारों भक्त और पर्यटक दर्शन के लिए आते हैं।

सभी दर्शन करने के बाद फिर गाड़ी में बैठ कर चाय नाश्ता करने लगे।
अनिकेत बोला मैम अब हमलोग मोहाडी जलप्रपात जायेंगे।

फिर गाड़ी वहां से निकल गई।




एक घंटे बाद हम लोग फिर उतर गए।
राजू ने सबका फोटो लिया। बहुत ही मनमोहक दृश्य था।

ऊंचाई से गिरता पानी का लुभावना नजारा हमेशा रोमांचकारी होता है और मोहाड़ी जलप्रपात सही जगह हैं जहां आप अपने परिवार को पिकनिक मनाने के लिए ले जाते हैं। झरना इंदौर से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, यह एक रमणीय पिकनिक स्थल है।
वहां पर सभी बैठ गए। कुछ देर आराम करने लगे।
अनिकेत बोला मैम इसके बाद बच्चों को बहुत पसंद आयेगा एक जगह।
हम वहां चले।

आनंदी ने कहा हां चलिए।



फिर सभी मेघदूत गार्डन पहुंच गए।

इंदौर के सबसे पुराने उद्यानों में से एक है, लेकिन इसकी महिमा समय के साथ बढ़ी है। विभिन्न रंगों के साथ शानदार घने परिदृश्य बगीचे के परिसर को सजाते हैं और आराम करने के लिए सही वातावरण बनाते हैं।

राजू ने बच्चों को इस पार्क में झूले पर बैठाया और खाने के कई स्टॉल्स भी हैं सभी ने कुछ ना कुछ खाया।

अनिकेत बोला मैम अब यहां से चले।
शैलेश ने कहा दोस्त अब आगे।

अनिकेत बोला अरे भाई और भी है।अमर बोले हां एक दो और देख कर होटल चले।
रीतू बोली हां पापा ठीक है।
फिर वहां से निकल गए।

अनिकेत बोला ये भी एक जलप्रपात है।
आप लोगों को आकर्षित करेगा।

इंदौर से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, तिंचा जलप्रपात क्षेत्र के सबसे लोकप्रिय झरनों में से एक है। दूधिया सफेद झरना तिंचा गाँव में स्थित है, जहाँ से इनके नाम की उत्पत्ति होती है। 300 फीट की ऊंचाई से पानी गिरता है, जिसका सबसे ज्यादा मजा मानसून के समय लिया जा सकता है। तिंचा एक आदर्श पिकनिक स्थल है।

फिर सभी थक कर चूर हो चुके थे और होटल वापस आ गए।

फिर सभी रात के खाने में एक जगह बैठ कर बातें करने लगे।

आनंदी बोली आपलोगो को अच्छा लग रहा है।
अमर बोले हां आनंदी बहुत ही अच्छा।
कल का क्या प्लानहै।

आनंदी ने कहा हां एक दो जगह है और अच्छा।

फिर सभी सोने चले गए।

सुबह होते ही सब एक साथ मिलकर चाय नाश्ता करने लगे।
कृष्णा बोली आज कहा जाना है।
अनिकेत बोला आंटी एक दो जगह है और।

फिर सभी गाड़ी में बैठ गए।

शना और अन्वेशा भी बहुत खुश थे क्योंकि उनको इतना घुमने को मिल रहा है।


कुछ देर बाद ही सब उतर गए।


राजू ने कहा दीदी ये देखो क्या नजारा है। अनिकेत ने बताया कि यहां क्या क्या होता है।

गिदिया खोह झरना इंदौर के पास स्थित है। झरने की यात्रा करने का सबसे आदर्श समय बरसात के मौसम के दौरान होता है। इस समय तेज धार के साथ ऊंचाई से गिरते पानी का नजारा देखने वाला होता है। कई लोग तो यहां पिकनिक मनाने भी आते है

फिर यहां से सभी गाड़ी में बैठ गए।
अनिकेत बोला मैम अब कमला नहेरू पार्क चलते हैं बहुत ही अच्छे चिड़िया घर है।
सबने हामी भर दी। और वहां से निकल गए।
शना और अन्वेशा को चिड़िया घर बहुत ही अच्छा लगा।
अनिकेत बोला कि चिडिया घर के नाम से मशहूर कमला नेहरू पार्क, इंदौर के बाहरी इलाके में एक प्राणी उद्यान है, जो विदेशी मांसाहारी और रंगीन एविफ़ुना का घर है। आप यहाँ बग्गी सवारी, टट्टू की सवारी, हाथी और ऊंट की सवारी का भी लुत्फ ले सकते हैं।

सुबह 9:00 बजे – शाम 7:00 बजे
प्रवेश शुल्क :
भारतीय नागरिक: 10 रूपए
विदेशी नागरिक: 200 रूपए
कैमरा शुल्क: 30 रूपए
वीडियो कैमरा शुल्क: 50 रू
आनंदी ने जाकर सारा पैसा जमा कर दिया।

राजू ने बहुत सारा विडियो रिकॉर्डिंग किया।
वहां काफी देर तक रहने के बाद सभी वहां से निकल गए।
वहां से पैदल ही वो लोग एक संग्रहालय पहुंच गए।
अनिकेत बोला ये देखिए ये है कान्हा संग्रहालय इंदौर में एक छोटा संग्रहालय है जो विशेष रूप से वन्य जीवन, सरीसृप अध्ययन आदि के लिए समर्पित है। इसके अलावा, इसमें इंदौर के अतीत और इतिहास से संबंधित कलाकृतियाँ भी है।


फिर सभी लोग एक रेस्तरां में गए।

एक वेटर ने बताया कि।।
इंदौर का भोजन दक्षिण-भारतीय प्रभाव के साथ शाकाहारी विकल्प प्रदान करता है। स्ट्रीट फूड कल्चर से लेकर बढ़िया डाइनिंग एक्सपीरियंस तक, यहां सभी विकल्प समान रूप से स्वादिष्ट हैं। यहां आपको जो व्यंजन मिलेंगे, वे हैं मराठा, राजस्थानी, महाद्वीपीय, मुस्लिम, दक्षिण-भारतीय, बंगाली और मुगलई। इंदौर इंदौरी पोहा और इमरती के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर जगह-जगह आपको पानी-पुरी, इडली, दोसा, साबुदाना खिचड़ी, भेल पुरी, पोहा, चाट, कचौरी, समोसा, दाल बाफला, छोले भटूरे और नमकीन नामक पारंपरिक नमकीन स्नैक्स खाने को मिलेंगे। जलेबी, मालपुआ, गुलाब जामुन, राबड़ी, फालूदा कुल्फी और अधिक जैसे स्वाद के लिए कई मिठाइयाँ भी हैं। लोकप्रिय पारंपरिक पेय पदार्थों में जल-जीरा और लस्सी

सभी ने पेट भर कर खाना खाने लगे। इसके बाद
सभी गाड़ी में बैठ गए और होटल लेमन टी में वापस आ गए।

सभी ने आनंदी को बहुत सारी आशीर्वाद दिया।
बहुत ही खूबसूरत जगह हम लोग मिलकर घुमाने आएं थे।



आनंदी ने कहा हां हमें भी अच्छा लगा कैसे एक हफ्ते बीत गए।



शैलेश ने कहा हां लेमन टी होटल याद रहेगा हमेशा।

रीतू बोली हां अब हमें कल निकलना होगा।

आनंदी ने कहा हां आप सभी आज ही पैकिंग कर लिजिए।


क्रमशः।