The Author Alok Mishra फॉलो Current Read बातों बातों में By Alok Mishra हिंदी हास्य कथाएं Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books गोमती, तुम बहती रहना - 6 ज़िंदगी क्या है ? पानी का बुलबुला ?लेखक द्वा... खुशी का सिर्फ अहसास 1. लालची कुत्ताएक गाँव में एक कुत्ता था । वह बहुत लालची था ।... सनातन - 1 (1)हम लोग एक व्हाट्सएप समूह के मार्फत आभासी मित्र थे। वह लगभ... सही या गलत... कहते हैं इंसान वही जिसमें इंसानियत जिंदा हो.... लेकिन कभी कभ... ख़्वाबों की दुनिया में खो जाऊं "मेरी उदाशी तुमे केसे नजर आयेगी ,तुम्हे देखकर तो हम मुस्कुरा... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी शेयर करे बातों बातों में (5) 1.4k 5.1k 1 बातों बातों में ----000---- - आप कौन है ? - नहीं पहचाना ? - नहीं तो ! - अपना नाम तो बताइए ? - दिमाग पर जोर डालिए। - आप कौन ......................... कौन ......................? - आप भूल गये। - हम कहाॅं मिले थे ? - यहीं , आपके घर में । - मुझे याद क्यों नहीं आ रहा ? - और सोचो शायद याद आ जाये। - आपकी वेशभूषा पहचानी सी है। - चलिए ......................... कुछ तो याद आया। - कुर्ता ...................... पैजा़मा .........टोपी .............. नमस्कार की मुद्रा..............! - वाह आपको तो याद आ रहा है। - तो क्या चुनाव फिर आ गये ? - देखा............. आपको याद आ गया । - पाॅंच साल बीत गये .................... पप्पू भी पाॅंच साल का हो गया। - पप्पू कौन ...................? - मेरा बेटा .....................। - कहाॅं है ? - गाॅंव में। - उसका चुनाव से क्या वास्ता ? - पिछले चुनाव में रैली के कारण सड़क पर हुआ था। - ओह नो ...........। - ओह यस .........। - इस बार वोट दो ऐसा नहीं होगा। - आपने पिछली बार भी कुछ ऐसा ही कहा था। - इस बार पूरा करेंगें। - पिछली बार क्यों नहीं किया ? - विरोधियों ने करने कहाॅं दिया। - लेकिन इतने दिन से आप थे कहाॅं ? - यहीं थे आपकी सेवा में। - आप तो दिखे भी नहीं। - तो क्या हुआ ? हमने सेवा तो की न। - कौन सी सेवा ? - कौन सी नहीं की आप ही पूछ लें । - बिजली .........? - हमारे हाथ में क्या है ? - सड़के ..............? - विरोधियों ने कमीशन खा लिया। - पानी ...........? - ऊपरवाला भरपूर देता है। - महॅंगाई .........? - पुरे विश्व में है। - भ्रष्टाचार ................? - खत्म ................ भ्रष्टाचारियों की सजा है हमारा कमीशन। - गरीबों के लिए क्या किया ? - मेरी कामवाली के नाम दस एकड़ का खेत है। - और .......? - मेरे नौकरों के नाम दो - दो ट्रक हैं। - और .............? - मेरे ड्राइवर के नाम पाॅंच गाडीयाॅं है। - और .................? - और क्या बतलायें हमारे आस पास कोई गरीब नहीं है। - दूसरे गरीबों का क्या ? - जो बना हमने कर दिया। - और क्या करना चाहते है ? - अभी तो चुनाव जीतना हैं। - फिर ....................? - सरकार बनानी है। - आपकी पार्टी न आई तो ? - तो भी सरकार बनानी है। - वो कैसे ? - यदि हम कुछ कम हुए तो कुछ को खरीद लेंगें। - नहीं तो ................? - नहीं तो क्या कोई हमें खरीद लेगा। - तो फिर ................? - दोनो सूरत में सरकार हमारी होगी। - फिर .........................? - मंत्री बनना है। - फिर ...............? - फिर क्या देश का भ्रष्टाचार खत्म करना है। - वो कैसे ? - भ्रष्ट अधिकारिंयों को सजा देकर। - सजा तो ज़ज देते है। - अधिकारी भी बाल -बच्चेदार है , जज की सजा से तो मर ही जायेगें। - आपकी सजा.................... ? - हम उनकी जमा पूंजी को कम करेंगें। - और कोई योजना ? - हाॅं मै भी बाल-बच्चेदार गरीब हूॅं। - गरीब .....................! - हाॅं गरीब। मुझे अभी अपनी पत्नी और बच्चों को भी मंत्री बनवाना है। - खैर आप आज कैसे पधारे ? - पाॅंच साल बाद आयें है। आप नहीं समझे ? - समझते तो हम सब है लेकिन आप कहे। - आप अपना कीमती वोट हमें ही दें। - क्या करें ................ ? वोट तो देना ही है। - फिर हमें ही दें। - क्यों ..............? - हम गुंडे रामलाल से अच्छे है। - गुड.....................। - हम जमाखोर हरगोविंद से अच्छे है। - गुड ...................। - हम जेबकतरे राधेलाल से अच्छे है। - गुड ........। लेकिन आप पर हत्याओं के केस है। - आपको लगता है हम हत्यारें है ? - नहीं .....................नहीं ..............नहीं। - तो वोट हमें ही देे। - क्या करें किसी को तो देना ही है चलो आपको ही दे देगें। - नमस्कार। - नमस्कार। आलोक मिश्रा - Download Our App