Noukrani ki Beti - 15 books and stories free download online pdf in Hindi

नौकरानी की बेटी - 15

और फिर आनंदी के स्कूल की छुट्टी हो गई। और अब आगे।।


अब एक महीने की छुट्टी हो गई थी और आनंदी भी अब कुछ दिन आराम करने वाली थी।
रीतू ने कहा अब कुछ दिन आराम कर लो। और फिर शैलेश भी आने वाले हैं।उनसे बोला है कि आनंदी को लंदन घुमाना है।
आनंदी ने खुश होकर कहा सच दी शैलेश जी हमें घुमा देंगे।
रीतू ने कहा हां हम तीनों जायेंगे।दो चार जगह घुम लेंगे और क्या। फिर तो तेरा बारहवीं कक्षा हो जाएगा तो उस समय तू सिर्फ पढ़ाई करेंगी।

आनंदी ने कहा हां दीदी ठीक सोचा आपने।।
रीतू ने कहा अच्छा ठीक है चल कुछ खा लेते हैं।
फिर दोनों खाना खा कर बात करने लगी।

फिर दूसरे दिन सुबह दोनों सैर करने निकल गई। और फिर घर आकर आनंदी ने नाश्ता बना दिया और फिर रीतू को नाश्ता करने को कहा।
रीतू ने कहा अरे दही बड़े,चटनी बनाया तूने वाह! वहीं खुशबू, तेरे मां के हाथों का स्वाद है। चलो फिर शाम को आकर खाऊंगी।

आनंदी ने गुड डे किया और खुद भी नाशता किया और लैपटॉप ले कर बैठ गई।

समय निकल गया और आनंदी की आंख लग गई थी।

शाम को रीतू आ गई और फिर बोली शैलेश कल आ रहे हैं।

आनंदी ने कहा अरे वाह!

रीतू ने कहा हां वो अपने घर ही रूकेंगे। मिलने आएंगे तो हम लोग मिलकर प्लान करेंगे।
फिर दोनों ने ग्रील ब्रेड बना कर खा लिया और फिर सो गई।

फिर दोनों सुबह उठते ही सैर करने गई और आते समय वेजिटेबल मार्केट से कुछ वेजिटेबल ले कर आएं।
घर में लंच की तैयारी करने लगी। और कुछ देर बाद ही शैलेश आ गए। और आते ही दोनों को बहुत सारा गिफ्ट्स दिया।
आनंदी ने कहा सर थैंक यू।

शैलेश ने कहा अरे आनंदी तुम मुझे जीजू भी बोल सकती हो।

फिर सबने मिलकर लंच किया और रीतू ने कहा कि अब आनंदी की छुट्टी शुरू हो गई है तो लंदन घुमने चलें।

ये भी पुछने की बात है चलो कल।
मैं अभी होटल बुक करवाता हूं‌ ये बात शैलेश ने कहा।

आनंदी खुशी से झूम उठी।

रीतू ने कहा चलो हम पैकिंग कर लेते हैं।
शैलेश ने कहा हां मेरा थोड़ा काम बाकी है कर लेता हूं।

फिर आनंदी और रीतू ने थोड़ी सी पैकिंग कर लिया और फिर बहार चले गए।

दूसरे दिन सुबह उठते ही तैयार हो कर निकल गए।
शैलेश ने उबर कैब बुक किया था।

अपना लगेज लेकर रीतू, आनंदी गाड़ी में पीछे वाली सीट पर बैठ गए। शैलेश आगे बैठ गए।

सबसे पहले वी एंड ए- विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय में पहुंच गए और वहां आनंदी को इतना अच्छा लगा ये जगह। एक गाइड आकर सारी चीज़ों के बारे में जानकारी देने लगा।

लंदन में विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय (अक्सर वी एंड ए के रूप में संक्षेप में) सजावटी कला और डिजाइन का दुनिया का सबसे बड़ा संग्रहालय है। इनमें प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय, विज्ञान संग्रहालय और रॉयल अल्बर्ट हॉल शामिल हैं। संग्रहालय संस्कृति, मीडिया और खेल विभाग द्वारा प्रायोजित एक गैर-विभागीय सार्वजनिक।

फिर यहां देखिए बहुत कुछ है।

मिट्टी के बरतन, कांच, कपड़ा, परिधान, चांदी, लोहे का काम, आभूषण, फर्नीचर, मध्ययुगीन वस्तुओं, मूर्तिकला, प्रिंट और प्रिंटमेकिंग, चित्र और तस्वीरों की होल्डिंग्स दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे व्यापक हैं।
इस संग्रहालय में विश्व के सबसे बड़े संग्रह के मूर्तिकला का संग्रह है, इटली के पुनर्जागरण वस्तुओं की होल्डिंग इटली के बाहर सबसे बड़ी है। एशिया के विभागों में दक्षिण एशिया, चीन, जापान, कोरिया और इस्लामी दुनिया से कला शामिल है।

रीतू ने कहा आनंदी देख कितने सारे दुपट्टा है।
पसंद कर लें। आनंदी ने एक पीला कढ़ाई किया हुआ दुपट्टा पसंद किया और फिर शिल्प कला से निर्मित बहुत सारा समान ख़रीदा और कांच के बर्तन भी खरीदे।
कैसे समय बीत गया पता नहीं चला। फिर वहां से वो लोग होटल पहुंचे। शैलेश ने दो रूम बुक करवा दिया था एक में आनंदी और रीतू चले गए और फिर फे्श हो कर बैठ कर फोटो व विडियो देखने लगी ।

आनंदी ने कहा दीदी फिर से आपने मुझे बहुत सारी खुशियां दे दिया मैंने सिर्फ सपना देखा था उसको साकार आपने किया।

रीतू ने कहा हां पर लंदन बहुत ही खूबसूरत शहर है एक दिन में पुरा नही घुम पाओगी।
कल हमलोग एक नई जगह जायेंगे। दूसरे दिन सुबह फिर सब तैयार हो कर नाश्ता करके निकल गए।

शैलेश ने कहा आज पहले बकिंघम पैलेस चलते हैं।तीन घंटे के बाद ये लोग वहां उतर गए।
एक गाइड आकर बातें बताने लगा।

बकिंघम पैलेस लंदन की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। यह एक बेहद भव्य पैलेस है और यहां की खूबसूरती देखते ही बनती है। वेस्टमिंस्टर शहर में स्थित यह राजमहल राजकीय आयोजनों और शाही आतिथ्य का केन्द्र है।
फिर सब मिलकर कर घुम कर देखने लगे और आगे देखा कि इतने सारे कमरे थे।

बकिंघम पैलेस में कुल 775 कमरे हैं, जिसमें से 52 शाही कमरे हैं, अर्थात इन कमरों में केवल राजघराने के लोगों को ही रहने की अनुमति है। इस पैलेस को देखने और घूमने का अपना एक अलग ही अनुभव है।
इसके बाद हम लोग एक मार्केट जायेंगे।
ये शैलेश ने कहा।
रीतू बोली अरे पहले लंच करते हैं बहुत भूख लगी है। शैलेश ने कहा हां चलिए मैडम।।

एक फाईब स्टार होटल पर लंच करने के बाद फिर वहां से फ्लावर मार्केट गए।

शैलेश ने कहा पता है आनंदी यह मार्केट सप्ताह में केवल एक दिन ही खुलती है। इस दिन यहां पर भीड़ देखते ही बनती है। यहां पर आपको लाल गुलाब से लेकर टॉपिकल केले के प्लांट्स आदि सबकुछ मिलेगा।
आज हमलोग लकी है कि खुला हुआ है। सेलिब्रेशन है आज।। ये शैलेश ने कहा।।
शैलेश ने दोनों को शापिंग करवाया।
फिर एक होटल में कमरा बुक करवाया और खाना खा कर शैलेश ने कहा कि कल हम बिग बेन और टावर ब्रिज जायेंगे।

आनंदी ने कहा सर थैंक यू।।
फिर सब थके हुए थे तो सो गए।

दूसरे दिन आनंदी तैयार हो गई और फिर बोली कैसे बीत गया पता ही नहीं चला।
रीतू ने कहा हां आनंदी फिर कभी हम और ज्यादा घूमेंगे।
फिर सभी नाश्ता करके निकल गए।
शैलेश ने कहा पहले हम बिग बेन चलते हैं। फिर गाड़ी जो बुक करवाया था उसी में तीनों बैठ कर चलें गए।

बिग बेन पहुंच कर ही शैलेश ने कहा अगर बिग बेन नहीं देखा तो समझ लेना कि तुम्हारा लंदन का दौरा अधूरा ही रह गया।
यह लंदन के वेस्टमिंस्टर पैलेस के उत्तरी छोर पर स्थित एक बड़ी घंटी है। यह दुनिया की सबसे बड़ी चार मुखमंडल वाली घंटानाद घड़ी और तीसरी सबसे बड़ी स्वतन्त्र रूप से स्थित क्लॉक टावर है।

यह लंदन के सबसे फेवरिट टूरिस्ट स्पॉट में से एक है।

आनंदी ने कहा हां दीदी कितना सुकून है यहां पर।। मुझे तो यही रहने का दिल कर रहा है।
शैलेश ने कहा हां हां क्यों नहीं।।
फिर वहां से ये लोग सीधे निकल गए टावर ब्रिज।

आनंदी ने कहा दीदी विडियो रिकॉर्डिंग सारा मेरे लैपटॉप पर दे देना।।

शैलेश ने कहा जहां पर जा रहे हैं वो बहुत ही विश्व प्रतिक है।

फिर देखते हुए हम लोग जा पहुंचे टावर ब्रिज।।

शैलेश ने फिर सब जानकारी दी कि टॉवर ब्रिज लंदन में एक संयुक्त बेसक्यूल और सस्पेंशन ब्रिज है, जिसे 1886 और 1894 के बीच बनाया गया था। ब्रिज लंदन के टॉवर के करीब टेम्स नदी को पार करता है और लंदन का विश्व प्रसिद्ध प्रतिक है


फिर उसी रात तीन वापस आ गए और सभी थके हुए थे तो जाकर सो गए।


क्रमशः

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