The Author Datta Jaunjat फॉलो Current Read नागिन - की नई काहाणी By Datta Jaunjat हिंदी लघुकथा Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books My Passionate Hubby - 5 ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा॥अब आगे –लेकिन... इंटरनेट वाला लव - 91 हा हा अब जाओ और थोड़ा अच्छे से वक्त बिता लो क्यू की फिर तो त... अपराध ही अपराध - भाग 6 अध्याय 6 “ ब्रदर फिर भी 3 लाख रुपए ‘टू मच... आखेट महल - 7 छ:शंभूसिंह के साथ गौरांबर उस दिन उसके गाँव में क्या आया, उसक... Nafrat e Ishq - Part 7 तीन दिन बीत चुके थे, लेकिन मनोज और आदित्य की चोटों की कसक अब... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी शेयर करे नागिन - की नई काहाणी (1) 1.3k 4.6k 2 काहाणी शुरु करते हे लेकिन पेहले नागिन कि आखरी जंग पडलो तो ही समज आएगा तो काहाणी शुरु करते हे हमणे पिछले अध्याय मैं देखा कि नेहा कि बेटी कोइ और नही वो चंद्रकला हे वो अपनी काहाणी फिरसे लिखेगी तो चलो काहाणी शुरु करते हे नेहा ने उसके बच्ची का नाम अंजली रखा था तब अंजली बडी हो जाती है और वो एक office कि boss थी तब वो काम पे जाती हे और वाहा एक कुणाल नाम का लडका आता हे और बोलता हे अंजली मे तुम्हारे साथ डिल करणे आया हुं तब अंजली उसे देखती हे और उसे कोछ तो होता हे उसे सब याद आता है वो पिछले जन्म में कोन थी तब वो बोलती हे कुणाल तब कुणाल को भी सब याद आता है तब कुणाल बोलता हे तोम चंद्रकला होणा तब अंजली बोलती हे हा तब कुणाल बोलता हे मेने कितने सालो से तुम्हारा इंतजार किया आखीर तुम मुझे मिल गई तब दोनो कुणाल के घर जाते हे तब कुणाल बोलता हे मा इस लडकी के साथ शादी करना चाहता हुं तब उसकी मा बोलती हे ठिक हे तब वो बोलती हे मुझे तुम्हारी मा से मिलना हे तब सब अंजली के घर जाते हे तब कुणाल की मा बोलती हे घर तो मस्त हे तब आती है नेहा और बोलती हे अंजली ये सब कोण हे तब कुणाल कि मा बोलती हे हम रिशता लेके आए हे तब नेहा बोलती हे नो जुन को इन दोनो कि शादी होगी एक महिने बाद अंजली और कुणाल कि शादी हो जाती है लेकीन नेहा और शिवम कि मौत हो जाती है तब अंजली उसकी मा के आँखो मे देखती हे वो कातील होते हे कुणाल कि मा सुमित्रा, राजा, रागिणी, और उसका पती कुणाल होते हे एक महिने बाद अजंली शिवमंदिर जाती हे वाहा वो बोलती हे शिवजी मुझे इंतकाम लेना हे और उन सारे कातीलो को मारडालना हे तब अंजली तांडव करती है तब वो एक इच्छाधारी नागिन बन जाती है तब वो एक फोटो देखती हे और वो फोटो कुणाल की होती हे तब अंजली बोलती हे कुणाल एक नाग हे लेकिन कैसे मुझे ढुडना होगा तब वो घर जाती हे तब वो पेहेले रागिणी को मार देती है तब वो कुणाल के पास जाती हे और उससे बोलती हे तुम पिछले जन्म में कोन थे तब कुणाल बोलता हे मे पिछले जन्म में एक नाग था लेकिन मे तुम्हे क्यो बताओ तब अंजली बोलती हे कुणाल पिछे देखो तब अंजली ने नागिन का रुप लिया था तब कुणाल बोलता हे तुम एक नागिन हो तब कुणाल अपना असली रुप लेता हे तब अंजली कुणाल को वश मे करलेती हे तब अंजली बोलती हे तुमणे मेरे मा बाबा को मार था तब वो बोलता हे वो मे नही था वो कोई और था तब वो बोलता हे वो कोई और नही वो मेरे पापा हे तब अंजली बोलती हे तुम कोण हो तब वो बोलता हे मे एक इच्छाधारी नाग हो और मे इंतकाम लेना आया हुं तब वो बोलता हे इन सबने मेरे मा बाबा को मार दिया था तब अंजली उसे होश मे लाती हे तब अंजली बोलती हे मुझे माफ करदो तब कुणाल और अंजली मिलकर इंतकाम लेते हे तब कुणाल राजा को मारडालता हे तब अंजली बोलती हे अब राजेश बचा तब अंजली शिवमंदिर जाती हे और बोलती हे कोछ तो हे वो कोणसा रहस्य हे तब पंडित आते है और बोलते है तुमे उस रहस्य मय मंदिर जाना है वाहा शिव का बोहत बडा मंदिर हे वो मंदिर नागिनो को ही दिखाइ देता हे तब पंडित बोलते है मे तुमे सब नागिनो कि पेहचाण करवाता हो सबसे पहले नागिन शुभांगी , शिवकन्या, चंद्रकला, गौरी, राणी, मानसी, जान्हवी, संजना,रुही, ये सब नागिन मर गए हैं परंतु चंद्रकला मतलब तुमने पुनर्जन्म लिया हे अब तुम्हे सारी बोराइ को मिटाने हे और उन सबी नागिनो के आत्मा वो को मुक्ती देणी हे तब अंजली घर जाती हे और राजेश को मारडालती हे और तब आती है सुमित्रा और बोलती हे अंजली बोहत होवा अब तुम सब मरो गे तब सब शिवमंदिर मे होते हे तब सुमित्रा कुणाल को मार देती है तब अंजली सुमित्रा को मार देती है तब बोहत लढाई होती हे तब कुणाल सुमित्रा को मार देता हे तब कुणाल बोलता हे हा तुम्हे कोइ नही मार सकता लेकिन मे मार सकता हो तब सब नागिनो कि आत्मा आती है तब नेहा बोलती हे तुम दोनो खुश रहो ये काहाणी शुभांगी से शुरु होइ और तुमसे खतम होइ तब सब चले जाते हे तब अंजली नागमणी शिवजी को अरपण करती है तब वो दोनो भी चले जाते हे उन्हे एक बच्चा हो जाता है और अंजली अपणी सारी शक्ती या त्याग देती है. The End 🐍🐍🐍 Download Our App