नागिन - के कुछ अनोखे रंग Datta Jaunjat द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • My Passionate Hubby - 5

    ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा॥अब आगे –लेकिन...

  • इंटरनेट वाला लव - 91

    हा हा अब जाओ और थोड़ा अच्छे से वक्त बिता लो क्यू की फिर तो त...

  • अपराध ही अपराध - भाग 6

    अध्याय 6   “ ब्रदर फिर भी 3 लाख रुपए ‘टू मच...

  • आखेट महल - 7

    छ:शंभूसिंह के साथ गौरांबर उस दिन उसके गाँव में क्या आया, उसक...

  • Nafrat e Ishq - Part 7

    तीन दिन बीत चुके थे, लेकिन मनोज और आदित्य की चोटों की कसक अब...

श्रेणी
शेयर करे

नागिन - के कुछ अनोखे रंग

ये काहाणी एक प्यार से भरी हे और इंतकाम की हे तो काहाणी शुरु करते हे ...🖋️ अब होने वाला है बडा फैसला जब नागिन लेगी अपणे दो रुप तो चलो देखते हे राधा ने मंदिर मे बच्चे को जन्म दिया था और वो मरगइ थी लेकिन उसकि बेटी शिवकन्या के पास होती हे और उसका नाम गौरी था तब वो बडी हो जाती है. तब उसकी शादी तय हो जाती है लेकिन शादी के दिन सब मर जाते हे और वो कातिल गौरी को छेडता हे और उसे पहाडी मे फेक देती है तब शिव जी उसे बचाते हे और उसे नागिन बनने का वरदान देते हे ओर उसका चेहरा बदल जाता है तब शिव बोलते है गौरी मे तुम्हे दो रुप दे रहा हो लेकिन वो वरदान सही वक्त आणे पे मिलेगा तब शिव चले जाते हे तब गौरी बोलती हे मे सब को मारडालुगी और अपना इंतकाम लुंगी और आजसे मेरा नाम होगा शिवकन्या .दो साल बाद शिवकन्या कि शादी कुणाल से हो रही थी दो महिने पेहेले शिवकन्या एक बडे कंपनी कि boss होती हे और एक लडका आता हे वो शिवकन्या को देखता हे और उसे प्यार हो जाता है तब शिवकन्या उसे बोलती हे मुझे तुम पसंत आगए हो तब वो दोनो मंदिर मे जाते हे तब कुणाल को कोछ तो होता हे तब वो एक चिल होता हे तब शिवकन्या बोलती हे तो ये एक चील हे तब शिवकन्या बोलती हे मुझे तुम्हारे घरवालोसे मिलना हे तब कुणाल बोलता हे कि मे एक चील हो तब शिवकन्या बोलती हे मुझे पत्ता हे तब वो घर जाते हे तब शिवकन्या बोलती हे मेरे सब कातील मुझे मिलगए हे अब नही छुडोगी तो सब शादी कि तयारी करते हे और दो महिने बाद दोन कि शादी हो जाती है तब आती है नाचणे वाली वो fitoori गाणे पे डान्स करती है तब वो बोलती हे तो ये हे शिवकन्या तब कुणाल बोलता हे पलवी बेठो ना तब पलवी शिवकन्या को जोरसे ओडके नाचणे को ले जाती हे तब शिवकन्या को पत्ता चलता हे कि ये मोरणी हे तब शिवकन्या उसे जोरसे ओडके किचड मे गिराति हे तब सब हस्ते हे तब शिवकन्या उसे उठाने जाती हे तब शिवकन्या बोलती हे welcome इच्छाधारी मोरणी तब शिवकन्या बोलती हे मेरे से पंगा लुंगी तो एसा होगा तब सब चले जाते हे दोसरे दिन पलवी सिडियो पे तेल डालती हे तब शिवकन्या देखती हे तब शिवकन्या आती है और कुद जाती हे तब पलवी बोलती हे नागिन तो आज बचगइ लेकिन कभी ना कभी मरोगी ना तब शिवकन्या बोलती हे तब देखेगे अब वोस सिडियोसे आती है मोरनी की मा और वो गिर जाती है तब शिवकन्या बोलती हे पलवी अपने मा को उठावो तब पलवी उसकी मा को उठाती हे तब शिवकन्या मंदिर जाती है और शिव से बोलती हे कि आज मे कुणाल के राहुल भाई को मारुगी और उसके बाद प्रेम को तब शिवकन्या घर जाती हे और राहुल कमरे मे अकेला होता हे तब शिवकन्या उसे बोलती हे राहुल मुझे पेहेचना मे गौरी तब वो घबरा जाता है तब शिवकन्या बोलती हे तुम कितना भी चिलाओ लेकिन तुम्हरी आवाज बाहर नही जाएगी तब शिवकन्या उसे मारडालती हे सब को पत्ता चलता हे कि रोहन मर गया है तब उसे अंतिम संस्कार देते हे तब शिवकन्या अपने कमरे मे जाती हे तब वो अपने कपडे बदलती है तब आता हे कुणाल तब शिवकन्या बोलती हे आऔ तब वो बोलती हे मुझे तुम्हे अपना सच बताना हे तब कुछ आवाज आती है तब प्रेम मरगया होता हे तब शिवकन्या बोलती हे इसे किसणे मारा तब पलवी बोलती हे शिवकन्या मेने इसे मारा हे तब शिवकन्या बोलती हे क्यो पलवी बोलती हे कि वो मुझे छेडरहा था .तब शिवकन्या बोलती हे तुम मोरणी नही हो तुम नागिन हो तब पलवी बोलती हे मे दो रुप मिले हैं एक मोरणी और दोसरा नागिन का तब वो बोलती हे कि मोजे पत्ता नही था कि तुम गौरी हो तब वो बोलती हे कि मे तुम्हा री मा कि दोस्त हो और तुमे इनसे अपना इंतकाम लेना हे और तुम्हे और एक बात बता दो कि अब आणे वाला है या आणे वाली हे बुराइ नही तो अच्छा इ तब शिवकन्या बोलती हे वो कोण हे तब पलवी बोलती हे वो मे तुम्हे नही बता सकती तब पलवी चली जाती हे.तब कल सबुह कुणाल बोलता हे शिवकन्या कल हमारे घरमे party हे तब अचछे से तयार होना party के दिन आता हे एक handsome लडका वो नाचता हे और शिवकन्या के पास जाता है और बोलता हे की नागिन अब होने वाला है अंतिम फैसला तब शिवकन्या बोलती हे मुझे पत्ता हे और वो घडी बोहत करीब आगइ हे तब वो अचानक से गायब हो जाता है तब कुणाल आता हे और बोलता हे कि तुमे मेरे साथ चलना होगा तब वो दोनो एक मंदिर मे आते है कुणाल बोलता हे कि तुम एक नागिन हो और तुम्हारे परिवार को मेरे परिवार ने मारा हे लेकिन आज मे बताने जारहा हु कि मे इस परिवार का नही हु तब कुणाल बोलता हे इन सबने मेरे भी परिवार को मारा है और मे भी एक नाग हो तब शिवकन्या बोलती हे तुम भी तब कुणाल बोलता हे अब बचे चंद्रीका , और सचिन तब आते हे वो दो कातील और बोलते है अब होने वाला है अंतिम जंग तब बोहत लढाई होती हे तब चंद्रीका शिवकन्या को त्रिशुल से मारती हे तब कुणाल को भी मार देते है तब बोहत हवा आती है तब शिव जी उसे वो वरदान देते हे तब आती है राधा और बोलती हे चंद्रिका खेल खतम तब राधा चंद्रिका को मारडालती हे तब शिवकन्या सचिन को मार देती है और अंतिम जंग खतम हो जाती है तब शिवकन्या बोलती हे मा कुणाल को क्या होवा तब राधा उसे ठिक करदेती हे तब आते हे शिव और बोलते है शिवकन्या अब ये काहाणी का अंत होवा तब तुम्हे नागमणी कि रक्षा करणी हे और तुम दोनो मिलकर इस नागमणी कि रक्षा करणी हो गी तब शिव चले जाते हे और राधा भी शिवकन्या और कुणाल को बच्ची हो जाती है अब काहाणी का अंत होवा . THE AND🐍🐍