लापता सिंगर-एक औरत की कहानी... निशा शर्मा द्वारा महिला विशेष में हिंदी पीडीएफ

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लापता सिंगर-एक औरत की कहानी...

हाँ, हाँ दीदी बिल्कुल टाइम पर आ जाऊंगी और वैसे भी मेरी दीदी की शादी की सालगिरह का केक मेरे बिना कैसे कट सकता है भला !

हाँ मेरी प्यारी नटखट बहन, अच्छा चल अब मैं फोन रखती हूँ। मेरा बहुत सारा काम बचा है अभी!

अरे दीदी कभी कभी थोड़ा बहुत काम जीजू से भी करवा लिया करो और वैसे भी शादी की सालगिरह आपकी अकेले की तो है नहीं न !

गीतू तू बहुत बातें बनाने लगी है आजकल,मम्मी उस दिन सही कह रहीं थीं और रही बात काम की तो बेटा जब तेरी शादी हो जाये न तब तू ही जीभर के काम कराना अपने मियां जी से और वैसे भी तुझे तो कुछ आता है नहीं तो जाहिर है कि पिसेगा कोई बेचारा, इतना कहना था कि दोनों बहनें खिलखिला पड़ीं।

ओफ्फो! पाँच बजने वाले हैं और ये ऑफिस से अभी तक नहीं आये। सात बजे तक तो सारे मेहमान भी आ जायेंगे और ये न जाने कहाँ रह गए, बड़बड़ाती हुई मीना ने जैसे ही जतिन को कॉल करने के लिए अपना मोबाइल उठाया वैसे ही डोर बैल बज गयी।

जतिन, यार आज तो टाइम से आना था न आपको!

सॉरी जानेमन थोड़ा सा लेट हो गया !

वाहहहहह भाई वाहहहहह भाभीजी का तो जवाब नहीं! ब्रो तू सचमुच बहुत लक्की है यार जो तुझे इतनी अच्छी वाइफ मिली है। भाभीजी के हाथों में तो जादू है और भाभीजी ये जो आपनें आज बटरस्कॉच केक बनाया है न उसनें तो आपके पिछले साल वाले स्ट्रौबेरी केक को भी मात कर दिया !

थैंक्यू सो मच फॉर दिस लवली ईवनिंग एंड अमेज़िंग पार्टी जतिन, जतिन के दोस्त कमल के ये कहते ही जतिन ने मीना का हाथ अपने हाथों में लेकर जोर से आई लव यू कहा! अचानक से जतिन के इस तरह के व्यवहार पर जहाँ मीना शर्म से सिमटी जा रही थी वहीं पार्टी में मौजूद सारे लोग बड़ी खुशी और जोश के साथ तालियां बजाने लग गए।

इतनी खुशी के माहौल में यकायक से मीना के चेहरे पर चिंता की कुछ रेखाएं उभर आयीं, जिन्हें पढ़ने में जतिन को शायद दो मिनट भी नहीं लगे।

क्या हुआ डियर!

मैंने आपसे कहा था न कि वूफर बनने के लिए यहीं पास की दुकान पर ही दे देते हैं मगर आप जबर्दस्ती उसे अपने ऑफिस के पास डाल आये। दुकान पास होती तो मैं खुद ही जाकर ले आती और आप तो हमेशा ही सबकुछ भूल जाते हैं। मेरा सारा इंतजाम बेकार हो गया,इतना कहते कहते मीना की आंखों में नमी तैर गयी। अब बताइए आपकी फेवरिट गज़ल जो आप हर साल पार्टी के एंड में चलाते हैं, वो कैसे चलेगी ?

अरे बस इतनी सी बात! आओ, कहते हुए जतिन ने मीना का हाथ पकड़कर उसे कमरे के बीच में ले जाकर खड़ा कर दिया।

अटेन्शन प्लीज़! आप सबनें आज तक मेरी लवली वाइफ का अरेंजमेंट देखा है, मैनेजमेंट देखा है, इनके हाथ का बेहद स्वादिष्ट खाना खाया है और हां बढ़ियां बढ़ियां केक्स भी खाए हैं मगर दोस्तों इन सबके अलावा हमारी बेगमजान कुछ और भी लाजवाब हुनर रखती हैं!

जहाँ जतिन एक ही सांस में बोले जा रहा था वहीं मीना घबराई जा रही थी ।

तो पेश है मेरी मोस्ट फेवरिट गज़ल मेरी बेहद खूबसूरत बीवी जी की बेहद खूबसूरत आवाज़ में, तालियां!!

नहीं, नहीं, जतिन, प्लीज़ जतिन प्लीज़! आपको पता है न कि मैंनें कबसे कुछ भी नहीं गाया !

हाँ डियर मगर मुझे ये भी पता है कि जब मैं तुम्हें शादी के लिए देखने आया था तो तुमनें ही मुझे अपनी हॉबी सिंगिंग बतायी थी और मैंने तुम्हारे स्कूल व कॉलेज की कई प्रतियोगिताओं में मिले हुए तुम्हारे तमाम सर्टिफिकेट्स और मैडल्स भी देखे हैं। गाओ डियर,मैं तुम्हारे साथ हूँ।जतिन मीना का हाथ पकड़कर बस मीना की आंखों में ही देखे जा रहा था और जतिन के चेहरे पर आयी मुस्कान व स्नेह का भाव मीना के भीतर के आत्मविश्वास को जगाने के लिए काफी था।

तुमको देखा तो ये ख्याल आया, ज़िंदगी धूप तुम घना साया!

गज़ल खत्म होते ही,वाहहहहह वाहहहहह और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा माहौल गूंज उठा !

अरे अब इधर भी आ जाओ क्या आज सारी रात काम करने का इरादा है ? सब जा चुके हैं और सबकुछ बहुत अच्छा था। अब अपनी थोड़ी नज़र हमपर भी इनायत करें, जतिन ने शरारत भरे अंदाज़ में कहा ।

आती हूँ बस दो मिनट! अरे ये आपके बैग में ! वूफर !!

जतिन, जैसे ही मीना पीछे मुड़ी जतिन मुस्कुराता हुआ उसके सामने खड़ा था ।

आप तो वूफर ले आये थे फिर आपनें मुझे बताया क्यों नहीं ?

अगर मैं बता देता तो मेरी एक लापता चीज मैं भला कैसे ढ़ूंढ़ता!

लापता! मतलब !!

मतलब कि मेरा एक लापता सिंगर जिसे आज मैंने बड़ी मेहनत से ढ़ूंढ़ा है जो मेरे लिए ही खुशियाँ तलाशते हुए मेरी ही खुशियों के बीच कहीं लापता हो गया था और आज मैंने उसे उसका सही पता बता दिया। जान शादी की वजह से तुम्हारा प्रभाकर अधूरा रह गया था न और अब मैं चाहता हूँ कि तुम अपनी संगीत की शिक्षा पूरी करो ।

मगर!

अगर मगर मुझे कुछ नहीं सुनना बस तुम समझो कि तुम्हारी तरफ से यही मेरा सालगिरह का तोहफ़ा है!

मीना की आंखों की नमी अब जतिन की आंखों में भी तैर रही थी। देखते ही देखते एक दूसरे के पूरक एक दूसरे के आगोश में कब समा गए उन्हें खुद भी पता न चला मगर आज एक लापता सिंगर को उसकी साधना,उसके संगीत का पता ज़रूर मिल गया था !!

निशा शर्मा...