जिंदगी ईश्वर का अनमोल तोहफा है. जिसे हर किसी को अच्छे से जीना चाहिए. किसी भी इंसान की जिंदगी बहुमूल्य होती है. हर इंसान को अपनी जिंदगी का मूल्य समझना चाहिए. किसी के कहने से अपनी जिंदगी को नष्ट नहीं करना चाहिए. जिंदगी मे चाहे कितने ही बड़े तूफान आ जाए मगर इंसान को डरना नहीं चाहिए उसे डट कर उस तूफान का सामना करना चाहिए. क्यूँकि हर किसी की जिंदगी मे उतार चढाव आते रहते हैं. हमे ये नहीं सोचना चाहिए कि उस की जिंदगी कितनी अच्छी है और मेरी जिंदगी कितनी बेकार है. इंसान की यही सोच इंसान को ले डूबती है. हमे किसी और की जिंदगी से अपनी जिंदगी की तुलना नहीं करनी चाहिए. हमे यही सोचना चाहिए कि हम जेसे भी है बहुत अच्छे है. क्यूँकि जब तक हम अपने आप से प्यार नहीं करेंगे तो कोई और भी हम से प्यार क्यु करेगा. हर इंसान को इतना मजबूत होना चाहिए कि कोई भी सामने वाला उसे भला बुरा ना कह सके. और यदि हम सही मायनों मे जीवन जीना चाहते है तो हमे अपने आस-पास के लोगों को नजर अंदाज करना पड़ेगा. क्यूँकि ये लोग किसी को शांति से जीने नहीं देते. क्यूँकि ये लोग हर दिन ना जाने कितने ही लोगों का मनोबल तोड़ते है. कभी किसी को बोलते है कि तुम्हारा रंग कितना काला है, तुम्हारी लंबाई कितनी छोटी है, तुम्हारे बाल कितने छोटे है, तुम केसे कपड़े पहने हुए हो, तुम इतनी रात को काम पर से आ रही हो लोग तुम्हारे बारे मे क्या सोचेंगे. तुम्हारे नंबर कितने कम आए है अब क्या करोगी, कोई बात नहीं घर का काम करना सीख लो वेसे भी तुम्हें दूसरे के घर जाना है. और ना जाने कितनी बातें बोलते है. ये समाज जिसका हमे ताना दिया जाता है कि ये हमारे बारे मे क्या सोचेगा. हमे समाज के नियमों को मानना चाहिए. क्यूँकि हमे इसी समाज मे रहना है. और हमे यह सिखाया जाता है कि समाज हमारा घर है जहा हमे रहना है. हम इससे दुश्मनी नहीं कर सकते चाहे ये समाज के लोग हमे ताने देदे के मार ही क्यु ना दे.
आज जहा देखो किसी ना किसी के ख़ुदकुशी की खबर आती रहती है. पता नहीं लोगों को क्या हो है . जो ये अपनी जिंदगी इतनी सस्ती समझते की किसी भी तरह के लोगों बोलने से आत्महत्याएँ क़र लेते है.
आज इंसान को थोड़ी सी परेशानी क्या हो जाती है वो
तो अपने आप को ही खत्म कर लेता है. मगर एसा नहीं करना चाहिए हर किसी को जीवन सिर्फ एक बार ही मिलता है. जिसे उसे नष्ट करने का निर्णय नही करना चाहिए क्यूँकि जिंदगी इश्वर का तोहफा है. जिसेे कीसी को भी नष्ट करने का फैसला नहीं है.
" जीवन के दुखों से
मुक्ति का प्रयोग हर
इंसान कर सकता है"
इसलिए चाहे कितनी ही बड़ी परेशानी ही क्यू ना हो इंसान को कभी भी अपनी जिंदगी खत्म नहीं करनी चाहिए.
हमें परेशानी किसी ऐेसे इंसान को बताना चाहिए
जो हमे सही राह दिखा सके. और हर इंसान को अपनी जिंदगी में खुश ही रहना चाहिए. जेसी भी हैं आपकी जिंदगी बहुमूल्य है.