बेजुबा इश्क shama parveen द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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बेजुबा इश्क

इश्क एक ऐसा शब्द हैं जो या तो किसी कि जिंदगी सवार देता हैं या फिर उसे बर्बाद कर देता हैं। अगर किसी का इश्क सच्चा हो तो उसके लिए पूरी दुनिया ही जन्नत बन जाती हैं, और अगर किसी का इश्क सच्चा ना हो तो उसकी पूरी दुनिया ही नर्क बन जाती है। लोगो ने बहुत सारे प्रेमियों के नाम सुने हैं जैसे हीर रांझा, सोनी महिवाल, रोमियो जूलियट, सलीम अनारकली। इन सभी की मोहोब्बत सच्ची थी। मगर इनमे से किसी को भी अपना प्यार नही मिला। अब प्यार ना मिलने का मतलब ये नही हैं कि इनका प्यार सच्चा नही था। प्यार तो इनका सच्चा था मगर किस्मत में इनका मिलना ना था। जैसे एक कहावत हैं ना उनसे मोहोब्बत कमाल की होती हैं जिनका मिलना हमारी किस्मत में ना हो। इसी के साथ आज में आपको आज का बेजुबा इश्क की दासता सुनाती हूं। एक शहर था वो शहर बहुत बड़ा था वहा की आबादी भी बहुत बहुत थी। उसी आबादी के बीच एक लड़की रहती थी वो लड़की बहुत ही प्यारी थी। वो बाकी लोगो कि तरह अमीर तो नही थी मगर फिर भी अपनी छोटी सी दुनिया मे बहुत ही खुश थी। उसकी ख्वाहिश ज्यादा बड़ी बड़ी नही थी। वो छोटी छोटी चीजों मे खुशियां ढूंढ लेती थी। वो स्कूल जाती थी तो उसका स्कूल घर से दूर था तो वो अपने दोस्तो के साथ स्कूल जाती थी। उसकी सारी सहेलियां प्यार में पागल थी, मगर वो इन सब से अनजान अलग ही दुनिया मे रहती थी।सब उसे बोलते थे कि तू भी किसी से प्यार कर ले। कब तक अकेली रहेगी । मगर वो किसी बात नही सुनती थी क्योंकि उसे खुद से ही प्यार था। फिर धीरे धीरे दिन बीतते गए उसका स्कूल खत्म हो गया और वो कॉलेज चली गई। मगर वो अभी भी वैसी ही थी बिल्कुल भी नही बदली थी। वो लड़की पूरी तरह हंड्रेड परसेंट सिंगल थी मगर लोगो को लगता था कि नही ये सिंगल नही हो सकती क्योंकि स्कूल कॉलेज कि लड़कियां तो बाहर जाती है तो कैसे सिंगल रह सकती है। मगर वो लड़की किसी की बात का बुरा नही मानती थी । एक दिन कि बात हैं वो लड़की किसी काम से बाहर जा रही थी तो उसकी मुलाकात एक लड़के से हुई वो लड़का भी अच्छा और शरीफ खानदान का था। वो उसी लड़की के साथ किसी काम के सिलसिले मे उससे मिला था। तो फिर काम के सिलसिले से उसकी मुलाकात उस लड़की से होती रही। पता नही ऐसा क्या हुआ कि जिस लड़की को सिर्फ खुद से प्यार था वो किसी से प्यार करना ही नही चाहती थी वो सिर्फ अपनी ही दुनिया मे रहना चाहती थी , अचानक पता नही ऐसा क्या हुआ कि वो लड़का उसे अच्छा लगने लगा। वो उसके दिल दिमाग मे पूरी तरह से छा गया। अब वो लड़की सिर्फ उसी के बारे मे सोचने लगी । मगर उसने अपने प्यार का इज़हार नही किया , क्योंकि उसके प्यार के बीच पैसों कि दीवार आ गई । क्यूकी वो लड़की गरीब थी और वो लड़का अमीर था उस लड़की के प्यार के बीच मे पैसे कि दीवार आ गई । वो उस लड़के से मिलती तो थी मगर वो अपने प्यार का इज़हार नही कर पाती । पैसों कि वजह से उसका प्यार बेजुबा इश्क बन के रह गया।