ऐसा किसीके साथ ना हो Narendra Rajput द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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ऐसा किसीके साथ ना हो

" ऐसा किसीके साथ ना हो "

एक लड़का जो बहोत ही गरीब परिवार में रहता था। बहोत ही कम उम्र में उसे नौकरी करनी पड़ रही थी, जिससे वह अपनी पढ़ाई का खर्च निकाल सके। जब उसने १०वी कक्षा पास की तब उसके माँ की मृत्यु हो गई और उसके कुछ ही महीनो बाद उसके पिताजी की भी मृत्यु हो गई। लड़का बहोत होशियार था इसलिए, उसके एक रिश्तेदार ने उसके आगे पढाई में मदद की। सरकार के तरफ से मिलनेवाली सभी सुविधा का उसे लाभ मिले उसका ध्यान रखते थे।

अपनी पढाई पूरी करने के बाद उसे अच्छी जगह नौकरी भी मिल गयी। सब कुछ सही चल रहा था तो फिर आखिर शादी भी हो गई। शादी के बाद उसे दुबई जाने का मौका मिला। उसने सोचा जिंदगी में १-२ साल विदेश में भी नौकरी करनी चाहिए जिससे कुछ नया अनुभव और कुछ नया सिखने मिले। पत्नी इस बात से बिलकुल भी सहमत नहीं थी। उसका कहना था यहाँ सबकुछ सही तो चल रहा है फिर विदेश क्यों जाना। लड़के ने कहा में अकेला थोड़ी जा रहा हूँ तुम्हे भी तो साथ ले जा रहा हूँ। एक साल काम करेंगे अगर ठीक नहीं लगा तो फिर से भारत आ जाएंगे।

आखिर दोनों दुबई चले गए। कुछ दिनों तक सब कुछ सही चल रहा था। दुबई में रहने का घूमने का आनंद रहे थे। वहां उनकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई, जो उनको कई बार आते जाते मिलता था। एक दिन उस व्यक्ति ने उनको अपने घर बुलाया पर इन्होने मना कर दिया बोले नहीं आज हमारा कुछ और काम है। कुछ दिनों बाद फिर उस व्यक्ति ने उन्हें घर पर बुलाया।इन्होने सोचा बार बार मना करना ठीक नहीं होगा, चलो एक बार जाकर आते है।

शाम होते ही दोनों उस व्यक्ति के घर पहोच गए। वहां करीब १५-२० लोग और भी थे। वो व्यक्ति बोला घबराओ मत यह सब अपने ही है इनको भी मेने खाने पर बुलाया है। कुछ देर बैठने के बाद कुछ महिला बहार आयी और लड़के की पत्नी को अपने साथ अंदर ले गई। रात हुई तो सभी के लिए खाने का इंतजाम किया गया। लड़का बोला मेरी पत्नी, वो व्यक्ति बोला अरे महिलाओ के लिए अलग से इंतजाम किया गया है। तुम खाओ चिंता मत करो। खाने के बाद सभी लोग बाते कर रहे थे, तब लड़का बोला देखिए अब हमें देर हो रही है हमें निकलना चाहिए। वह व्यक्ति बोला हां हां आप अब घर जाइए।

कमरे से बाहर आकर वह लड़का अपनी पत्नी को आवाज लगा रहा था। सभी लोग बहार आये पर उसमे उसे अपनी पत्नी कहीं दिखाई नहीं दे रही थी। उसने सभी से पूछा मेरी पत्नी कहाँ है ? वो व्यक्ति बोला भाई साहब तबियत तो ठीक है ना ? आप यहाँ अकेले ही आये थे। आपकी पत्नी आपके घर होगी। लड़का बोला देखीए अब मजाक बंध कीजिये हमें बहोत देर हो रही है। वह व्यक्ति बोला ठीक है तो जाओ ढूंढ लो अपनी पत्नी को अगर मिले तो ले जाना। लड़के ने पूरा घर छान लिया पर उसकी पत्नी कहीं नहीं मिली। वह व्यक्ति बोला देखा नहीं है ना। जाओ अपने घर जाकर देखो घर पर ही होगी।

लड़का समझ गया था उसके साथ धोका किया गया है। लड़के ने गुस्से में उस व्यक्ति को मारने की कोशिश की पर बाकी लोगो ने उससे धक्के मारकर बहार निकाल दिया। लड़का तुरंत पुलिस स्टेशन गया। पुलिस जब उस जगह पहुंची तब वहाँ कोई भी नहीं था। पुलिस ने उसे बताया यह कोई घर नहीं है। यह जगह तो भाड़े पर मिलती है। लड़का बोला फिर आप पता लगाए यह जगह आज रात किसने भाड़े पर ली थी। पुलिस ने उस व्यक्ति और वहां मौजूद सभी को पुलिस स्टेशन बुलाया। सभी लोग सिर्फ एक ही बात कर रहे थे। यह लड़का अपने साथ अपनी पत्नी को लाया ही नहीं था।

पुलिस ने फिर लड़के को समझाया तुम अब घर जाओ कहीं से कोई भी खबर मिलेगी हम तुम्हे बताएँगे। दूसरे दिन लड़के ने अपने साथ काम करने वाले कर्मचारी से सारी बात की। वहां कुछ लोग थे जो दुबई में ही रहते थे वो लोग बोले कुछ लोगो के वजह से पुरे देश का नाम बदनाम होता है। ऐसे लोग लड़कियों को रातो रात कहीं दूर ले जाते है। वैसे अनजान जगह पर जाने से पहले तुमने किसीसे पूछताछ करके फिर जाना चाहिए था। कई कोशिश के बाद भी उसे उसकी पत्नी नहीं मिली। उसने सोचा भारत जाकर किसी वकील से बात करता हूँ।

वह भारत में वकील से मिला भी और वकील ने कहाँ हम पूरी कोशिश करेंगे। पर दिन भर दिन लड़के की तबियत बिगड़ने लगी। सिर्फ शारीरिक नहीं उसका मानसिक संतुलन भी बिगड़ रहा था। देखते ही देखते वह पागल ही हो गया। उसे कुछ दिनों बाद पागलखाने में रखा गया था, जहाँ उसकी मौत हो गयी।

भगवान करे ऐसा किसी के साथ ना हो। कई कितनी मेहनत करके लड़का अपने जीवन में सफल हुआ और इतना बुरा जीवन का अंत? विदेश जाना अच्छी बात है पर वहां हमेशा सतर्क रहना जरुरी है। जाने से पहले अपने जान पहचान वालो की सलाह लेकर जाए।

जय हिन्द

नरेंद्र राजपूत
मुंबई