बात एक रात की
Aashu Patel
अनुवाद: डॉ. पारुल आर. खांट
प्रकरण - 32
पुलिस कंट्रोल रुम में अज्ञात की तरह कॉल करने वाली व्यक्ति कोई महिला थी। उसने कहा था कि, ‘दिलनवाझ खान की वजह से उसकी पत्नी हीना का मिसकेरेज हो गया था और डॉक्टरो ने कह दिया था कि वह अब फिर कभी मा नहीं बन सकेगी। इसकी वजह से हीना व्यथित हो गई थी और उसने दिलनवाझ पर हॉस्पिटल में ही फ्लावरवाझ से हमला किया था। उस वक्त उसने कहा था कि तुमने मेरे बच्चे को मार डाला है, मैं तुम्हें मार डालूंगी!’
डेप्युटी कमिशनर नरेश सिन्हा ने जब यह जानकारी दी तो पुलिस कमिशनर पटनायक और अमोल कुमार के मन में एक ही साथ विचार कौंधा। दिलनवाझ यॉट की गैलरी में से गायब हुआ है यह बात उसकी पत्नी हीना ने ही सभी को बताई थी!
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‘दिलनवाझ ने तुम्हारी फिल्म लटका दी थी इसलिए दिलनवाझ के साथ तुम्हारे रिस्ते में कड़वाहट आ गई थी?’
सिनियर इंस्पेक्टर इनामदार प्रोडयुसर आकाश महेरा से पूछ रहे थे।
‘मेरी और से ऐसा कुछ नहीं था। मैंने दिलनवाझ से अनुरोध किया था कि मेरे भाई की करियर का सवाल है। मुझे डेट्स दीजिए।‘
‘उसने शर्त रखी थी कि आधी बन चुकी फिल्म से रोशनी रौतेला को बाहर कर दो और मयूरी माथुर को हिरोइन के रुप में साइन करो तो ही डेट्स दूंगा?’
‘हा, उसने ऐसी शर्त रखी थी।‘
‘दिलनवाझ ने आपको डेट्स देने से कई बार इंकार किया था और अंतत: हिरोइन बदलने की शर्त रखी इससे हताश होकर आपके भाई आनंद ने सुसाइड की कोशिश की थी?’
‘हा’
इसके बाद आपने आपकी फिल्म पूरी करने के लिए दिलनवाझ को सैयद मलिक से धमकी दिलवाई थी?’
‘ नहीं, मैंने दिलनवाझ को कोई धमकी नहीं दिलवाई थी।‘
‘रोशनी का हमने स्टेटमेंट लिया है। उसने कबूल किया है कि महेरा ने मुझसे कहा था कि तुम फिल्म पूरी करवाने के लिए अहेसान से मदद दिलवाओ। रोशनी ने अहेसान को इसके लिए कहा भी था। इसके बाद तुम रोशनी के साथ अहेसान से मिले भी थे।‘
‘रोशनी के साथ मेरी बात हुई थी, लेकिन....आई मीन....’ महेरा की जुबान लड़खड़ा रही थी।
‘मतलब की तुमने दिलनवाझ को धमकी दिलवाई थी।‘
महेरा अस्वस्थ हो गया।
‘दिलनवाझ के गायब होने की बात उसकी पत्नी हीना ने कही, उससे कुछ मिनट पहले तुम हॉल में गए थे।‘ इनामदार ने अचानक टु ध पॉइंट कहा।
‘मैं हॉल के रेस्ट रुम में गया था, लेकिन गैलरी में नहीं गया था।‘
इनामदार तीक्ष्ण नजर से महेरा को देख रहे थे। महेरा ज्यादा अस्वस्थ हो गया।
‘बिलीव मी सर। मेरी फिल्म पूरी हो गई थी और रिलीझ भी हो चुकी थी और दिलनवाझ के साथ मेरी नई फिल्म के लिए बातचीत चल रही थी। मैं उसे मारने की बात क्यों सोचूँगा?’ महेरा देर तक खुलासा देता रहा।
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‘आपका मीसकेरेज होने के बाद हॉस्पिटल में आपने दिलनवाझ पर हमला किया था और मार डालने की धमकी दी थी? झूठ नहीं बोलना। हमने डॉक्टर्स और नर्सिस के स्टेटमेंट लिए हैं और उन्होंने इस वास्तविकता का समर्थन किया है !
सिनियर इंस्पेक्टर इनामदार दिलनवाझ की पत्नी हीना को कह रहे थे।
‘हा, ये बात सच है। दिलनवाझ ने मुझे धक्का मारा था और मैं गिर गई थी। इसकी वजह से मेरा मिसकेरेज हो गया था। डॉक्टरो ने कह दिया था कि मैं फिर कभी प्रेगनंट नहीं हो सकूंगी। इस वजह से मैंने आपा खो दिया था और मैंने उस पर फ्लावरवाझ फेंक दिया था।‘
‘सिर्फ हमला ही नहीं किया, लेकिन उसे जान से मार डालने की धमकी भी दी थी !’
‘हा, मैंने उसे कहा था कि मैं तुम्हें मार डालूंगी।‘
‘और यॉट पर मौका मिलते ही आपने इस धमकी को अमल में रख दिया।‘
‘नो, नो, इट्स नोट टु ! मैंने उसे नहीं मारा।‘
‘लेकिन सान्योगिक सबूत तो ऐसा ही कह रहे हैं। आप दिलनवाझ क्यों आया नहीं ये देखने के बहाने गए और वापस आकर सभी को कहा कि दिलनवाझ गैलरी में से गायब हो गया है!’
‘मैं उसे देखने के लिए गैलरी में गई थी तब वह वहाँ था ही नहीं। मेरे मन में ऐसा कुछ होता तो मैं खुद सबसे कहती ही नहीं न कि दिलनवाझ गैलरी से गायब हो गया है। मैंने यदि सच में उसे मारा होता तो मैं झूठ बोल सकती थी न कि दिलनवाझ थोड़ी देर में आ रहा है !’
‘आप हॉल में गए तब हॉल में और कोई था?’
‘नहीं।‘ हीना ने कहा। फिर सहसा कुछ याद आया हो ऐसे कहा, ‘मैं हॉल के दरवाजे से दाखिल हुई...’
उसने वाक्य पूरा किया इसके साथ ही इनामदार ने पूछा, ‘यह बात आपने स्टेटमेंट देते वक्त क्यों नहीं बताई?’
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