रात के आठ बज रहे है। दिल्ली में बहुत बहुत ऊँची ऊँची बिल्डिंग है इन्ही बिल्डिंगो में से एक बिल्डिंग में के सोल्वे मंज़िला पर एक परिवार जिसमे एक लगभग 40 साल का व्यक्ति और 36 साल की महिला साथ में एक उनका बेटा जो शायद 17 साल का है। बाप बेटा दोनों डाइनिंग टेबल पर खाने के इंतज़ार में बैठे है और वो महिला किचन में खाना लगा रही है।
राहुल-'' मम्मी जल्दी से खाना लाओ ना भूख लगी है बहुत ''
सोनल-'' हा बस अभी लाई दो मिनट रुको ''
तभी राहुल के पापा भी बोल पड़े '' जल्दी बनाया करो खाना , रोज़ रोज़ लेट करती हो ''
सोनल-'' ला रही हु बाबा, दो मिनट रुक नहीं सकते हो ''
रवि( राहुल के पापा )-'' एक तो वैसे ही ऑफिस में टाइम से नहीं मिलता खाने को और यहाँ तुम लेट कर देती हो''
थोड़ी देर सोनल खाना ले कर डाइनिंग टेबल पर आ गई। तीनो खाना खा रहे थे तभी हवा की रफ़्तार से बाते करती हुई एक गोली सीधे राहुल के कंधे पर लगी। किसी ने दूसरी तरफ से स्नाइपर से गोली राहुल को मारी। राहुल के कंधे से खून निकलना शुरू हो गया। दोनों पति पत्नी शॉक में रह गए की पल भल में ये क्या हो गया।
सोनल जोर से चिल्लाई -'' राहुल बेटा ये क्या हो गया , आप जल्दी से पुलिस और एम्बुलेंस को कॉल करो ''
रवि ने पहले एम्बुलेंस को कॉल किया -'' हेलो इट्स इमरजेंसी ..... जल्दी से एम्बुलेंस भजो ''
हॉस्पिटल से -'' सर अपना एड्रेस बताये जल्दी ''
रवि-'' C - 128 , अशोक टावर '' रवि ने फ़ोन कट किया और पुलिस को भी इन्फॉर्म कर दिया।
राव -'' सुनो में नीचे जाता हु और और एम्बुलेंस आने वाली होगी , तुम यही रहना ''
सोनल-'' में मेघा को बुला के लाती हु '' मेघा बगल वाले फ्लैट में रहती है। दोनों एक साथ अपने फ्लैट से बाहर निकले और राहुल को सोफे पर लेटा छोड़ गए। सोनल पड़ोस में रहने वाली मेघा के घर उसे सारी जानकारी देने चली गई और रवि नीचे पुलिस और एम्बुलेंस के इंतज़ार में खड़ा था। थोड़ी देर में पुलिस की जीप साइरन के साथ बिल्डिंग के पास रुकी।
रवि-'' हा सर , में ही हु जिसने आपको फ़ोन करके बुलाया है''
इंस्पेक्टर (शेखर )-'' कहा है तुम्हरा बेटा ''
सब ऊपर जाने लगे और एक कांस्टेबल को नीचे ही रुकने के लिए कहा ताकि वो एम्बुलेंस को देख सके। जब सब ऊपर फ्लैट पर पहुंचे तो देखा सोनल जोर जोर से रो रही है।
रवि-'' क्या हुआ सोनल , राहुल कहा है ''
सोनल -''(रोते हुए ) , वो जब में मेघा को ले कर अंदर आई तो राहुल नहीं था सोफे पर , मेने पुरे घर में देख लिए कहीं नहीं मिला ''
रवि-'' क्या बकवास कर रही हो , ऐसे कैसे हो सकता है ''
इंस्पेक्टर -'' आप लोग राहुल को कहा छोड़ के गए थे ''
रवि -'' यही सोफे पर , मेने सोनल से कहा की में नीचें जा कर पुलिस और एम्बुलेंस को देखता हु पर ये कहने लगी की वो मेघा को बुलाने जा रही है क्युकी अकेले उसे डर लग रहा था और बाकि की कहानी तो आपको पता ही है ''
सोनल का रोना अभी भी जारी था इंस्पेक्टर भी सोच में डूबा हुआ था की क्या करे ऐसी स्थिति में।
तभी मेघा के पति(शिव )ने और हॉस्पिटल से आये चार लोग जो स्ट्रेचर भी लाये थे साथ में वह सब एक साथ कमरे में घुसे।
शिव-'' ये सब क्या हो रहा है , मुझे नीचे खड़े कांस्टेबल ने बताया की यहाँ मर्डर हुआ है ''
इंस्पेक्टर-'' आपकी तारीफ ?
शिव-( मेघा की तरफ इशारा करते हुए ) जी में मेघा का पति हूँ। मुझे इन लोगो ने बताया की राहुल को गोली लगी है। कहा है राहुल ?
इंस्पेक्टर-'' आप इस समय कहा से आ रहे हो
शिव-'' ऑफिस से सर ''
इंस्पेक्टर ने सबको लाइन में खड़ा होने के लिए कहा और कहा -'' देखो रवि जी आपने कहा है की आप और आपकी पत्नी और बेटा तीनो उस डाइनिंग टेबल पर बैठे थे जब ये घटना हुई तब रात के आठ बज रहे थे उस खिड़की से एक गोली आई और राहुल के कंधे पर लगी और वो बेहोश हो गया ऐसा आपने कहा और खून भी निकल रहा था। आपकी पत्नी पड़ोस में रहने वाली मेघा के घर गई और आप नीचे पुलिस और एम्बुलेंस को देखने के लिए गए। सोनल जी मुझे ये बताये की जब आप मेघा के घर गई थी तो फ्लैट लॉक करके गई थी या फिर ऐसे ही ''
सोनल -'' दरवाज़ा खुला छोड़ के गई थी में ''
इंस्पेक्टर-'' देखो मुझे लगता है जिसने भी गोली मारी है उसने ही राहुल को किडनैप कर लिया है और जहा तक मुझे अनुमान है अभी राहुल जिन्दा है ''
रवि-'' पर गोली राहुल के कंधे पर लगी थी ''
इंस्पेक्टर-'' पर वो गोली बेहोश करने वाली थी , उसे बस बेहोश करना था और किडनैपर को ऐसा पता होगा की आप दोनों राहुल को अकेला छोड़ के जाओगे और उसने किसी दूसरे साथी ने यहाँ से राहुल को गायब कर दिया '' इंस्पेक्टर थोड़ी देर रुका और फिर बोला -'' हो सकता है आप दोनों में से ही किसी का हाथ हो इस किडनैपिंग में ''
रवि-'' इंस्पेक्टर ये क्या बकवास है , हम अपने ही बच्चे के साथ ऐसा क्यों करेंगे ''
इंस्पेक्टर-'' ये 21 वी सदी है इस कलयुग कोई भी कुछ भी कर सकता है ''
इंस्पेक्टर ने किसी को फ़ोन किया और बोला -'' जितने भी रास्ते है सभी पर नाका बंदी कर दो , कोई भी गाडी चेकिंग के बिना नहीं जानी चाहिए।
इंस्पेक्टर फिर बोला -'' मिस्टर रवि आप काम क्या करते हो ?
रवि-'' जी में सिटी बैंक में मैनेजर हु ''
इंस्पेक्टर-'' यानी काफी अच्छी पोस्ट है आपकी , खैर ये बताये की आपकी किसी से कोई दुश्मनी तो नहीं ''
रवि-'' नहीं ऐसा कुछ नहीं है ''
इंस्पेक्टर-'' राहुल ने आप दोनों को बीते दिनों में कुछ बताया जैसे की वो परेशान हो किसी बात को ले कर या फिर डर हो उसे किसी बात का ''
रवि-नहीं मुझे तो कुछ नहीं बताया उसने और उसका बिहेवियर भी अच्छा था ''
सोनल-'' रुको , दो दिन पहले राहुल ने मुझे बताया था की उसकी उसके क्लासमेट से लड़ाई हुई थी , उसका नाम विक्की है और उसने धमकी दी थी की वो उसे छोड़ेगा नहीं ''
इंस्पेक्टर-'' क्लास कोन सी बताई आपने राहुल की ''
सोनल -'' जी 10 th ''
इंस्पेक्टर-'' ठीक है अभी तो हम लोग जा रहे है ,किसी भी तरह का अगर फ़ोन आता है तो तुरंत मुझे कॉल करना ''
इंस्पेक्टर ने रवि के हाथ से उसका फ़ोन लेते हुए अपना नंबर डाला फ़ोन में ''
इंस्पेक्टर अपनी टीम के साथ चला गया साथ साथ शिव भी चला गया क्युकी वो थोड़ा मतलबी जैसा इंसान है और उसे मेघा का सोनल से मिलना भी जायदा पसंद नहीं। मेघा अभी भी सोनल के पास बैठी हुई थी।
मेघा-'' देख कुछ नहीं होगा और वैसे भी पुलिस ने कहा है की राहुल का किडनैप किया है मिल जायेगा वो तू टेंशन मत ले , सुन में जाती हु वरना शिव गुस्सा करेंगे। दोनों पति पत्नी ऐसे ही सोफे पर बैठे रहे और राहुल के बारे में ही सोचते रहे। सोनल तो बस एक ही पोजीशन में बैठी हुयी थी। दोनों इसी तरह सोफे से टिक कर बैठे थे , खाना भी जैसे का तैसा ही डाइनिंग टेबल पर रखा था। रवि और सोनल सोफे पर बैठे बैठे ना जाने कब दोनों की आंखे बंद हो गई। रात भर दोनों को होश नहीं रहा सुबह छ बजे रवि के फ़ोन की घंटी बजी। घंटी लगातार बजती रही पर उसकी आंख नहीं खुली फिर से फ़ोन की घंटी रिंग रिंग होने लगी। इस बार रवि की आंख खुली और फ़ोन में देखा तो एक अननोन नंबर आ रहा था रवि ने कॉल उठया और बोला
रवि -'' हेलो कौन ''
तो एक भारी सी आवाज़ दूसरी तरफ से आई शायद आवाज़ को मशीन से मिक्स किया गया हो -'' अगर अपने बच्चे की जान बचाना चाहते हो तो जैसा में कहता हु वैसा ही करना पड़ेगा ''
रवि-'' कौन हो तुम और क्या चाहते हो , मेरे बच्चे को छोड़ दो प्लीज् ''
'' जैसे में कहता हु तुम्हे वैसा ही करना पड़ेगा
रवि-'' तुम जैसा कहोगे में वैसा ही करूँगा , बताओ क्या करना है ''
'' तुम अपने बैंक में मैनेजर हो , तुम्हे बैंक से बीस करोड़ रुपए निकाल कर मुझे देने होंगे , कब और कैसे वो तुम्हे में खुद बताऊंगा , और हा पुलिस को बताने की जरूरत नहीं है।
फ़ोन के तुरंत बाद सोनल को जगाया।
रवि-'' सोनल उठो , जल्दी उठो ,देखो मेरे पास फ़ोन आया है किसी का , उठो यार ''
सोनल की आंख खुली और उठते ही राहुल राहुल चिल्लाने लगी। रवि ने सोनल को संभाला और बोला सुनो सुनो देखो मेरे पास अभी किसी का कॉल आया था , अपना राहुल उसी की पास है ''
सोनल-'' क्या सच में ,
रवि-'' लेकिन बदले में उसने बीस करोड़ की डिमांड रखी है उसे बीस करोड़ रूपये चाहिए और में पैसे कहा से लाऊ , वो कह रहा है की बैंक से चोरी करके उसे दू ''
सोनल -'' तो इसमें हर्ज़ क्या है वो हमारा बेटा है और हमें उसके लिए कुछ भी करना पड़ेगा ''
रवि-'' में क्या कहता हु हमे इस बारे में पुलिस को बताना चाहिए ''
सोनल-'' पुलिस को , लेकिन इससे राहुल की जान को खतरा हो सकता है ''
रवि-'' नहीं नहीं हमें पुलिस को बताना पड़ेगा ''
अभी सुबह के साथ बज रहे है सोनल किचन में गई और कॉफी बनाने लगी। रवि ने फ़ोन उठाया और इंस्पेक्टर को फ़ोन किया और इंस्पेक्टर को किडनैपर की फ़ोन की बात बता दी। इंस्पेक्टर ने पूरी बात सुन कर थाने आने को कहा। इंस्पेक्टर ने नौ बजे रवि को आने को कहा। सोनल कॉफी ले करआई और दोनों कॉफी पीने लगे। अभी कॉफी ख़त्म ही हुई थी की डोर बेल बजी। टिंग टोंग ! टिंग टोंग , सोनल दरवाजे पर गई और देखा तो जानकी थी , जानकी यहाँ पर सफाई और बर्तन का काम करती है।
जानकी-'' बीबी जी मेने नीचे वाली मेम साहिब से सुना की राहुल बाबा को किडनैप कर लिया है ''
सोनल-'' हा , तूने सही सुना है चल अब पहले बर्तन कर ले ''
जानकी-'' नहीं पहले में सफाई कर लेती हु उसके बाद बर्तन ''
सोनल( थोड़ा गुस्से में)-'' में कह रही हु ना की तू बर्तन कर पहले सफाई की क्या जरूरत है , ये बर्तन रात के रखे है इन्हे पहले निपटा दे ''
जानकी -'' ठीक है तो फिर ''
जानकी बर्तन धोने लगी , बर्तन धोने के बाद एक चक्कर दोनों कमरे जिसमे रवि और सोनल सोते और दूसरा जिसमे राहुल सोता है देखने चली गई की दोनों कमरे में सफाई है या नहीं। दोनों कमरे देखने के बाद वो चुपचाप फ्लैट से जाने लगी तो सोनल बोली-'' जा रही है तू ''
जानकी-'' हा बीबी जी , अभी ऊपर भी जाना है बहुत काम होता है उनके यहाँ ''
सोनल -''ठीक है फिर ''
रवि भी बोला -'' सुनो में थाने जा रहा हु '' फ्लैट से बाहर निकलते ही उसे शिव दिखाई दिया। रवि और शिव एक दूसरे को पंसद नहीं करते थे इसलिए दोनों ने एक दूसरे को नज़रअंदाज़ करते हुए रास्ता नापा।
रवि थोड़ी देर में थाने पंहुचा वहा इंस्पेक्टर शेखर मिला।
इंस्पेक्टर-'' हा जी रवि , तो आप कह रहे हो की आपको किडनैपर का फ़ोन आया और उसने बीस करोड़ की डिमांड करी है ''
रवि-'' उसने कहा है की में बैंक में मैनेजर हु तो में कैसे भी करके उसे बीस करोड़ रूपये दू। मेने रिकॉर्डिंग
कर ली है कॉल की में आपको सुनवाता हु ''
रवि ने रिकॉर्डिंग सुनवाई। इंस्पेक्टर ने रिकॉर्डिंग सुनी और लम्बी ग़हरी साँस ली और बोला -'' ठीक है हम कोशिश करते है और आपके बेटे को जरूर बचा लेंगे। तुम मुझे राहुल की फोटो दे दो तक हम सब थानों और चौकी में भिजवा दे। और जैसे ही किडनैपर का फ़ोन फिर से आये मुझे तुरंत इन्फॉर्म करना और जिस नंबर से कॉल आया था वो दो मुझे में उसे सर्विलांस पर लगवा दू ''
रवि-'' ठीक ह इंस्पेक्टर , और हा वो ये भी कह रहा था की में राहुल की चिंता ना करू , बस पैसो का इंतेज़ाम करू ''
राहुल थाने से निकला और सिटी बैंक की तरफ चला गया। थोड़ी देर बाद इंस्पेक्टर भी राहुल के स्कूल के लिए निकला। प्रिंसिपल ऑफिस पहुंच के बोला -'' में इंस्पेक्टर शेखर हु , दरअसल बात ये है की आपके यहाँ 10 th में पढ़ने वाले राहुल कुमार का कल रात किडनैप कर लिया गया है तो मुझे उसी सिलसिले में आपसे बात करनी है ''
प्रिंसिपल-'' ये क्या बात कर रहे हो , किसने किया किडनैप ''
इंस्पेक्टर-'' देखिये आप थोड़ा शांत हो जाये , आप मुझे राहुल के क्लास टीचर से मिलवा दीजिये ''
प्रिंसिपल ने एक फ़ोन किया और बोला ''नीरज राय को भेजो और तीन कप चाय भी ''
इंस्पेक्टर और प्रिंसिपल दोनों एक दूसरे की तरफ बस देखे जा रहे थे , इंस्पेक्टर थोड़ा इरिटेट भी हो रहा था क्युकी वो जिस काम के लिए यहाँ आया था वो नहीं हो पा रहा था। तभी एक लड़का उम्र होगी 20 , हाथ में ट्रे ले कर प्रिंसिपल ऑफिस में घुसा। ट्रे से चाय उठा कर उसने टेबल पर रखी। प्रिंसिपल बोला -'' बंटी ''
बंटी-'' जी सर ''
प्रिंसिपल-'' ये नीरज अभी तक आया क्यों नहीं '' गेट पर नॉक हुई -'' मय आई कमीं इंग सर ''
प्रिंसिपल-'' आओ आओ नीरज ''
नीरज राय को अगर देखा जाये ध्यान से तो बहुत ही अजीब सा दिखने वाला इंसान सा। लम्बा कद , घुंगरारे बाल , आँखों पर गोल चश्मा , सामने से दिखने में मासूम पर अंदर से जरूर दिमाग चालक किस्म का था । इतना कुछ इंस्पेक्टर ने थोड़ी देर में ही नीरज के बारे में अपनी थिंकिंग बना ली।
नीरज-'' जी सर बताये क्यों बुलाया मुझे ''
प्रिंसिपल-'' क्या राहुल कुमार आपकी ही क्लास में है , ये है इंस्पेक्टर शेखर। ये कह रहे है की कल रात राहुल का किडनैप हो गया है ''
नीरज-'' ओह माय गॉड , किसने किया किडनैप''
इंस्पेक्टर-'' नीरज जी में आपसे अकेले में बात करना चाहूंगा , जरा ग्राउंड में आइये दोनों उठ कर ग्राउंड की तरफ चले गए और प्रिंसिपल उनकी तरफ बस देखता रहा।
इंस्पेक्टर-'' तो आप मुझे ये बताये की राहुल कैसा लड़का है , वो किसी से लड़ाई तो नहीं करता था ''
नीरज-'' नहीं ऐसा कुछ नहीं है , वो जायदा किसी से बोलता नहीं था , चुप चाप ही रहता है वो ''
इंस्पेक्टर'' अच्छा सुनो मुझे आपकी क्लास के विक्की से मिलना है , सुना है दो दिन पहले उन दोनों की लड़ाई हुई थी ''
नीरज थोड़ा सकपका गया , जैसे कोई चोरी पकड़ी गई हो -'' हाँ हुई तो थी लड़ाई दोनों की पर वो ऐसे ही थी ''
इंपेक्टर थोड़े गुस्से में -'' तो फिर मुझे बताया क्यों नहीं , विक्की को बुलाओ अभी ''
विक्की को बुलाया गया , थोड़ी देर में विक्की आया।
नीरज -'' विक्की ये इंस्पेक्टर है तुमसे कुछ बात करना चाहते है ''
विक्की-'' जी बोलिये सर ''
इंस्पेक्टर-'' तुम ज़रा विक्की इधर आ मेरे साथ अकेले में '' इंपेक्टर और विक्की थोड़ा और ग्राउंड के उस तरफ जाने लगे और एक पेड़ के नीचे पड़ी बेंच पर बैठ गए।
इंस्पेक्टर -'' देख विक्की मुझे पता चला की तेरी राहुल से दो दिन पहले लड़ाई हुई थी और तूने उसे धमकी भी दी थी की तू उसे छोड़ेगा नहीं ''
विक्की-'' हाँ हुई थी लड़ाई और मेने ऐसे ही कह दिया था मेने थोड़ा गुस्से में तो इसमें क्या हुआ ''
इंस्पेक्टर-'' हुआ तो बहुत कुछ है , कल रात राहुल का किडनैप हो गया और मझे शक है की इसमें तेरा हाथ जरूर ''
विक्की-'' मेरा हाथ क्यों ''
इंस्पेक्टर-'' क्युकी तेरा बैकग्राउंड में पहले ही पता कर चूका ''
विक्की-'' सर मेरा हाथ इसमें बिलकुल नहीं , मम्मी कसम !
इंस्पेक्टर-'' देख अगर इसमें तेरा ज़रा सा भी हाथ निकला तो एक सेकंड नहीं लगाऊंगा तुझे अंदर करने में फिर चाहे तू किसी की भी औलाद हो ''
उसके बाद इंस्पेक्टर स्कूल से निकल गया और उसने गाडी रवि के घर की तरफ घुमाई।
सिटी बैंक के ऑफिस में रवि अपने केबिन में परेशान सा बैठा हाथ में कॉफी का कप लिए बैठा है।
रवि ने अपने केबिन से बाहर देखा तो बैंक में आज रोज के मुकाबले जायदा भीड़ है। रवि ने बैंक के लॉकर की चाबी अपने हाथ में ली और बैंक के उस सेक्टर को खोला जहाँ बैंक अपनी जमा पूंजी जमा करके रखती है। ये लॉकर की चाबी हमेशा रवि के पास रहती थी तो उसे लाकर खोलने में कोई दिक्कत नहीं हुई। दिक्कत बस एक ही थी की वो कैमरे की निगरानी में आ जाता और वो भी अकेले। इसी डर से उसने लॉकर का दरवाजा बैंक कर दिया और वापिस पसीना पोछते हु अपने केबिन में आया तो देखा की बैंक का केशियर कुछ पेपर ले कर खड़ा और बोला सर ये पिछले छ महीने की कैश डिटेल है आप इसे देख लीजिये और मेल भी आई है मेन ब्रांच से आप चेक कर लीजिये।
रवि - '' ठीक है में चेक कर लूंगा , तुम जाओ'' केशियर के जाने के बाद रवि उन पेपर्स को देखने लगा
एक अजीब सी जगह जैसे कोई पुराना कारखाना हो , चोरो तरफ अँधेरा और जगह जगह पानी पड़ा हुआ है।
थोड़ा सा कंप्यूटर का सेटअप रखा हु है एक टेबल पर। एक कुर्सी पर राहुल बंधा हुआ है , आँखों पर पट्टी। थोड़ी दूर पर एक शख्स जिसने लम्बा काला कोट और काऊबॉय वाली कैप लगा रखी है। एक घुट पानी का पी कर सिस्टम पर थोड़ी ऊँगली चलाई और एक छोटा बटन वाला फ़ोन निकला और एक कॉल मिलाया। इधर कॉल गई और उधर रवि का फ़ोन बजा
, नंबर देखा तो अननोन था , फ़ोन उठाया और रवि ने हेलो बोला
'' पैसो का इंतेज़ाम हो गया ''
रवि -'' नहीं अभी नहीं हुआ ''
'' तो फिर लॉकर में झक मारने गए थे '' रवि थोड़ा अटका और सोचने लगा की इसे कैसे पता चला
''जल्दी से पैसो का इंतेज़ाम कर वरना हो सकता है तेरा राहुल तुझे देखने को ना मिला ''और उसने राहुल को फ़ोन दिया।
राहुल- '' सेव में डैड प्लीज '' वो बस इतना ही बोल पाया और कान से हटा दिया गया।
'' सुन ली आवाज़ ''
रवि-'' ठीक है मुझे कुछ दिन का टाइम दो , में करता हु '' फ़ोन कटा और रवि अपना सर पकड़ के बैठ गया की इसको कैसे चला ये सब।
दिन के तीन बज रहे थे
उधर इंस्पेक्टर रवि के घर पंहुचा और घंटी बजे टिंग टोंग। दरवाजा खुला तो सोनल ने दरवाज़ा खोला , इंस्पेक्टर बोला -'' अम्म , रवि नहीं है क्या घर पर ''
सोनल -'' नहीं , वो तो नहीं ''
इंस्पेक्टर-'' क्या में अंदर आ सकता हु ''
सोनल -'' हाँ हाँ आइये ''
इंस्पेक्टर-'' दरअसल मुझे आपसे ही बात करनी थी ''
सोनल -'' आप बैठिये में कॉफी बना कर लाती हु '' सोनल कॉफी बनाने चली गई। थोड़ी देर में कॉफी ले कर आई और दोनों कॉफी पीने लगे।
सोनल-'' बताइये सर क्या बात करनी है आपको ''
इंस्पेक्टर-'' चलिए थोड़ा अपने बारे में बताइये मुझे , जैसे आप रवि को कैसे मिली और कुछ अपना बैकग्राउंड बताओ ''
सोनल-'' हर लड़की की तरफ मेने अपनी पढ़ाई ख़त्म करी , अपनी अल अल बी की पढ़ाई ख़त्म करके मेने दो साल प्रैक्टिस भी करी।
इंस्पेक्टर -'' आपकी लव मर्रिज है या अरेंज मैरिज है ''
सोनल -'' जी हमारी अर्रेंज मर्रिज है ''
इंस्पेक्टर-'' वैसे आपको क्या है की राहुल का किडनैप किसने किया है ''
सोनल -'' अब में क्या कह सकती हु , अगर मुझे पता होता तो में हम खुद ही नहीं पकड़ लेते उसे ''
इंस्पेक्टर-'' लेकिन मुझे शक है की इस सब में आपके पति का हाथ है ''
सोनल-'' ये क्या कह रहे हो , होश में हो इंस्पेक्टर ''
इंस्पेक्टर-'' देखिये मेने जो तहकीकात करी उससे मुझे पता चला है की रवि के पिता जी ने रवि के नाम ना करते हुए प्रॉपर्टी राहुल के नाम कर दी इसी वजह से हो सकता है रवि ने ऐसा किया हो ''
सोनल -'' वैरी गुड इंस्पेक्टर किडनैप करने बस से प्रॉपर्टी उसे मिल जाएगी , कितने इंटेलीजेंट हो आप और फिर किडनैपर रवि को ही फ़ोन रहा और बीस करोड़ माँगा रहा है , वाट नॉनसेंस ! और कोई अपने बेटे के साथ ऐसा नहीं कर सकता ''
इंस्पेक्टर-'' सोनल मैडम , पैसो को लिए लोग कुछ भी कर जाते है , हो सकता है वो कुछ दिनों बाद राहुल को मार दे और उस प्रॉपर्टी पर क्लेम ले लेगा आराम से ''
सोनल-'' देखिये मुझे मत बताइये ये सब बाते आप जाओ यहाँ से मुझे नहीं सुन ना ये सब ''
इंपेक्टर-'' ठीक है में चलता हु , फिर दुबारा आऊंगा में जरूरत पड़ी तो ''
इंस्पेक्टर शेखर अपार्टमेंट से बाहर निकलता है और कुछ देर गाडी में बैठे बैठे सोचता है और गाडी सिटी बैंक की तरफ घुमा दी ।शेखर ने अपने\कांस्टेबल को फ़ोन करके सिटी के पास मिलने को कहा। रवि अपने केबिन में बैठा हुआ था की लैंडलाइन बजा उठाते ही आवाज़ आई -'' सर पुलिस आपसे मिलना चाहती है ''
रवि-'' ठीक है अंदर भेज दो और साथ में कॉफी भी ''
थोड़ी देर में इंस्पेक्टर शेखर और उसके साथ कांस्टेबल केबिन में आये।
रवि-'' आइये शेखर जी , कैसे आना हुआ ''
शेखर -'' बस कुछ सवाल जवाब अकेले में करने थे तो आ गए आपकी सेवा में ''
रवि-'' जी पूछिए , क्या पूछना है ?
शेखर-'' वैसे आपको क्या लगता ह की किडनैप किसने किया होगा , आपका कोई जानकार या फिर कोई दुश्मन हो आपका ''
रवि-'' अब में कैसे किसी का भी नाम ले सकता हु ''
शेखर-'' लेकिन में बता सकता हु की किसने किया होगा किडनैप ''
रवि -'' किसने ?
शेखर-'' सोनल ने ''
रवि-'' ये क्या बकवास है इंस्पेक्टर ''
इंस्पेक्टर-'' देखिये मुझे पता चला ह की सोनल आपकी दूसरी बीवी है और राहुल आपकी पहली बीवी का बेटा है , और फिर आपके पिता जी ने काफी सारी प्रॉपर्टी राहुल के नाम कर दी थी , तो हो सकता हो इसी लालच में उसने ऐसा किया हो ताकि सोनल का जो आने वाला बेटा हो उसे ये प्रॉपर्टी मिले ''
रवि-'' अगर ऐसी बात है तो उसने बीस करोड़ की डिमांड क्यों करी ''
शेखर-'' और हो सकता ह इस सब में उसके साथ कोई मिला हो ''
रवि-'' में नहीं मानता ये सब , वो राहुल से सगे बेटे जैसा प्यार ही करती है ''
शेखर-'' देखिये मेरा काम तो बताना था , बाकि हम लोग तो अपनी इन्वेस्टीगेशन कर ही रहे है ''
शेखर और कांस्टेबल दोनों उठते है और सिटी बैंक से बाहर जाते है , कांस्टेबल के बहुत देर से कुछ सोच रहा था जैसे किसी कन्फूजन में हो और ये बात शेखर ने नोट कर ली थी।
शेखर-'' अगर कुछ कहना चाहते हो तो बोलो , ऐसे टेड़े मेढे मुँह मत बनाओ ''
कांस्टेबल-'' सर आपने बताया की पहले आपने सोनल को भड़काया रवि के लिए और अब रवि को भड़का रहे हो सोनल के लिए , ऐसा क्यों ''
शेखर-'' ऐसा इसलिए , क्या पता इन दोनों में से कोई एक किडनैपर हो और वैसे भी सोनल रवि की दूसरी बीवी है इसलिए मुझे शक है ''
कांस्टेबल-'' पर आपको ये कैसे पता की सोनल रवि की दूसरी बीवी है ''
शेखर-'' बेटा , हर जगह मेरे खबरी है , किसी की भी जानकारी दो मिनट में निकल दू , तू कहे तो तेरी सारी हिस्ट्री खोल दू '' इसके बाद दोनों हसने लगे।
शाम को रवि अपने फ्लैट पर पंहुचा , सोनल सोफे पर बैठी हुई थी और बस एक तक देखे जा रही थी।
रवि ने एक चुटकी बजे और होश में किया सोनल को , कहा गुम हो।
सोनल -'' आप कब आये ''
रवि -'' बस अभी अभी आया हु, आज किडनैपर का फ़ोन आया था और उसने मेरी राहुल से बात भी कराई थी
सोनल -'' सच में , क्या कहा राहुल ने '' सोनल के चेहरे से मुस्कान जा नहीं रही थी
'' .पर दोनों अपने अपने मन में बस यही सोच रहे थे की इंस्पेक्टर वाली बात बताये या नहीं। पर दोनों चुप रहे , शायद शक पैदा हो गया हो दोनों के बीच।
सोनल -'' कुछ खाओगे , तो खाना बना दू
रवि '' नहीं भूख नहीं है बस एक गिलास दूध दे दो ''
दूध पिने के बाद सोनल कमरे में चली गई और रवि वही सोफे पर ही बैठा रहा।
अगली सुबह , सोनल कॉफी ले कर रवि के पास आई और रवि को जगाया। रवि उठा कॉफी हाथ में ली और टाइम देखा तो आठ बज रहे थे।
रवि-'' अरे आज जानकी नहीं आई ?
सोनल-'' हाँ , पता नहीं क्यों नहीं आई ''
रवि -'' फ़ोन करो उसके घर , रुको में ही करता हु और चंद्रपाल से भी थोड़ा काम है मुझे '' चंद्रपाल सिटी बैंक में माली का काम करता है।
घंटी गई और उधर से फ़ोन उठा एक काँपती हुई आवाज़ में -'' हेलो जी सर ''
रवि -'' कैसे हो चंद्रपाल ,
'' मालिक बहुत बुरा हो गया ,बच्चो ने बताया की कल दोपहर जानकी घर आई थी तो बहुत घबराई हुई थी , फिर वो लेट गई और शाम को उसकी आंख खुली। वो फिर शाम को बाजार गई लेकिन तब से वापिस नहीं आई। बहुत ढूंढा उसे फिर पुलिस को खबर दी गई। पुलिस ने खोजबीन करी तो पास कूड़ेदान में उसकी लाश मिली ''
रवि-'' ये क्या कह रहे हो , कल ही तो यहाँ आई थी और किसने करी उसकी हत्या ''
'' पता नहीं सरकार , पुलिस कुछ भी बताने से माना कर रही है ''
रवि-'' ठीक है में पुलिस से बात करता हु '' रवि ने फ़ोन रख दिया और इंस्पेक्टर शेखर को फ़ोन किया।
इंस्पेक्टर '' हाँ रवि बोलो कैसे याद किया सुबह सुबह ''
रवि-'' सर , हमारे यहाँ जो काम करने आती थी उसका कल शाम खून हो गया ''
इंस्पेक्टर-'' क्या ! , रुको रुको क्या उसका नाम क्या जानकी है ''
रवि-' हाँ सर ,
इंस्पेक्टर -''कल शाम उसकी लाश हमारे डिपार्टमेंट को ही मिली थी। बॉडी अभी पोस्टमार्टम के लिए भेजी है। आप चाहो तो आ सकते हो ''
रवि-'' ठीक है में थोड़ी देर आता हु थाने '' रवि थाने के लिए निकल पड़ा। रवि ने थाने पहुंचते ही शेखर से पूछा -'' ये सब कैसे हुआ और किसने किया।
'' देखिये मुझे अब शक हो रहा है की इस सब के पीछे या तो आप है या आपकी बीवी ''
रवि-'' होश में आप , क्या कह रहे हो , और किस सब के पीछे , मेरे बेटे का किडनैप हुआ है तो में क्यों मरूंगा किसी को , मेरी रातो की नींद उडी हुई है और आप बकवास कर रहे हो ''
शेखर-'' शांत हो जाइये थोड़ा , मेने ऐसा तो नहीं कहा की अपने किया है ये सब , अच्छा सुना , आस पास पूछताछ से पता चला है की जानकी तो आखिरी बार आपके यहाँ देखा था ''
एक कांस्टेबल हाथ में कुछ पेपर लिए इंस्पेक्टर के पास आया और दे कर चला गया
शेखर-'' अरे वाह , रिपोर्ट आ गई पोस्टमार्टम की , क्या कहती है रिपोर्ट ''और इंस्पेक्टर मन में रिपोर्ट पढ़ता गया
देखो रिपोर्ट के हिसाब जानकी की मौत शाम सात बजे हुई है और गाला दबा कर हत्या हुई है , जानकी आपके यहाँ से कितने बजे जाती है ''
रवि-'' जी में तो 9 बजे चला जाता हु उसके बाद मुझे नहीं पता की वो कब जाती है ''
शेखर-'' सोनल को बुलाइये फिर '' 15 मिनट बाद सोनल थाने आई।
इंस्पेक्टर -'' आओ सोनल , मुझे तो लगा की आओगी ही नहीं तुम ''
सोनल-'' क्यों , ऐसा क्यों , पूछिए क्या पूछना है और फिर रवि की देखने लगी।
इंस्पेक्टर-'' सोनल मैडम , परसो आपके घर से जानकी कितने बजे गई थी ''
सोनल-'' दस बजे ''
इंस्पेक्टर-'' जब वो आपके यहाँ आई थी तब उसका बेहेवियर कैसा था ''
सोनल-'' ठीक था , बिलकुल नार्मल थी वो ''
इंस्पेक्टर-'' अच्छा पर हमे तो पता चला है की जब वो अपने घर पहुंची तो बहुत घबराई हुई थी ''
सोनल -'' हमारे घर करने के बाद भी वो ऊपर वाले फ्लैट में जाती है आप वहा से भी पूछ सकते हो ''
इंस्पेक्टर-'' वहा हम लोगो ने पूछ लिया वो वहा गई ही नहीं और में चाहू तो शक तो बिना पर तुम्हे अंदर कर सकता हु ,लेकिन एक बात कान खोल कर सुन लो थाने में बिना बताये शहर से बाहर नहीं जाओगे। अब तुम दोनों जा सकते हो।
रवि और सोनल थाने से बाहर आ जाते है और आपस में कुछ बाते करते है।
कांस्टेबल -'' सर अपने इन दोनों को जाने क्यों दिया , में यकीन से कह सकता हु इस औरत ने ही राहुल का किडनैप किया है ''
रवि और सोनल एक साथ गाडी में बैठते है और दोनों एक दूसरे की तरफ देखते ह जैसे कोई चोर पकड़ा गया हो दोनों का।
सोनल-'' ये पुलिस वाले पागल है क्या , मेरे ऊपर ही नाम लगा रहे है ''
रवि-'' पर ऐसा हो भी तो सकता है , तुम राहुल की सगी माँ नहीं क्या पता तुमने ये सब किया हो ''
सोनल-'' रवि , तुम पागल तो नहीं हो , माना की में उसकी सगी माँ नहीं हु पर इसका मतलब ये नहीं की में उसका किडनैप कर लूंगा , और हाँ अगर मुझे ऐसा करना होता तो में किडनैप नहीं करती सीधा उसे मरती फिर में ''
रवि-'' देखो तुम बकवास मत करो ''
सोनल-'' करने को तो ये काम तुम भी कर सकते हो , तुम्हे अपने पिता से प्रॉपर्टी तो मिली नहीं तो इसी लालच में
तुम भी तो ऐसा कर सकते हो ''
दोनों एक दूसरे की तरफ गुस्से में देखते है। थोड़ी देर में वो दोनों अपने फ्लैट में पहुंच जाते है। रवि का फ़ोन बजा एक अननोन नंबर , रवि हैरान था की ये किडनैपर हर बार अलग नंबर से कॉल क्यों करता है। फ़ोन उठाते ही फिर से वही भरी सी आवाज़ आई ,
'' लगता है तुझे अपने बेटे की जान प्यारी नहीं है , इसीलिए तू बार बार पुलिस थाने के चक्कर लगा रहा है ''
रवि -'' वो हमारी मेड का कल खून हो गया इसी वजह से में पुलिस थाने गया था ''
'' पैसो का इंतेज़ाम हुआ नहीं ''
रवि-'' बस मुझे दो दिन की मोहलत दो , मेने समझो पैसो का इंतेज़ाम कर ही लिया है ''
'' में तुम्हे फिर फ़ोन करूँगा , और अब फिर से पुलिस के आस पास भी मत भटकना ''
रवि-'' लेकिन तुम्हे कैसे पता चल जाता है की में कहा कहा जाता हु , देखो तुम मुझसे एक बार मिल लो , और मुझे राहुल से मिलवा दो , में किसी को नही बताऊंगा ''
''पागल समझा है क्या बिलकुल '' और फ़ोन कट गया रह गई तो बस बीप बीप की आवाज़। ये सारी बाते सामने खड़ी सोनल ने भी सुनी और उसकी आंख से आंसू छलक आये।
रवि-'' सोनल तुम चिंता मत करो , में राहुल को कुछ नहीं होने दूंगा ''
रवि ने सोचा थोड़ा बैंक का काम निपटा ले क्युकी ,आज का दिन उसका ख़राब ही गया है और अभी चार बजे दो घंटे अभी काम कर लेगा और बाकि थोड़ा बहुत संडे को कर लेगा। रवि ने अपना लैपटॉप निकला और कीबोर्ड पर थोड़ी उंगली चलने लगा। रवि ने अपना फ़ोन भी निकला और एक मैसेज टाइप करने लगा , काफी देर तक मैसेज टाइप करने के बाद उसने सेंड किया किया। सेंड होते ही उसके चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कान थी।
वही गेराज और वो किडनैपर अभी भी काले लम्बे कोट में था और मुँह पर मास्क जिससे उसे पहचानना मुश्किल था। राहुल कारखाने के एक कोने में कुर्सी से बंधा हुआ बस उसे ही देखे जा रहा था। किडनैपर का फ़ोन बजा और बोला -'' हम्म पैसे मिलते ही इस का क्या करना है , क्युकी ये बाद में पुलिस को सब कुछ बता देगा ''
उधर से कुछ सुनने के बाद -'' ठीक है में भी ऐसा ही सोचा रहा था ''और फ़ोन रख दिया
किडनैपर राहुल के पास गया और बोला - बस कुछ दिन और , फिर तू भी अपने दादा जी की पास पहुंच जाएगा फिर एक भयानक से हसी हसने लगा।
रवि अपना काम कर रहा था की सोनल ने आवाज़ लगाई , चलो खाना खा लो
रवि-'' नहीं मेरा मन नहीं है बस एक गिलास दूध दे दो ''
अगले दिन संडे को रवि उठा तो देखा सोनल बिस्तर पर नहीं थी , बाहर जा कर देखा तो सोनल किचन में काम कर रही थी। रवि ने टी वि चालू किया और न्यूज़ लगाई , और जो न्यूज़ आ रही थी उसे देख कर रवि ने अपना सर पकड़ लिया। ऐ सी में भी उसे पसीने आ रहे थे। बाहर सोनल आई तो उसके हाथ में जो प्लेट थी उसके हाथ से छूट गई और प्लेट की टूटने की आवाज़ से चारो तरफ खन खन की आवाज़ होने लगी।
टी वि पर न्यूज़ एंकर कह रही थी - सिटी बैंक में हुई बीस करोड़ की चोरी , बैंक के मैनेजर रवि पर है पुलिस को शक क्युकी उनके बेटे का चार दिन पहले किडनैप हुआ था और उसने बीस करोड़ की मांग करी थी ''
रवि -'' सुनो जल्दी से कुछ सामान बांध लो और भागो यहाँ से क्युकी पुलिस अब हम दोनों को ही पकड़ेगी। थोड़ी देर में सोनल ने समान पैक कर लिया और दोनों गाडी में बैठ कर भागे। रवि ने गाडी फुल स्पीड में भगानी शुरू करी। रवि फ़ोन बजा , फ़ोन देखा तो इंस्पेक्टर शेखर का था। रवि ने फ़ोन नहीं उठाया , फ़ोन फिर से बजा इस बार रवि ने पिक किया।
रवि-'' हेलो इंस्पेक्टर ''
इंस्पेक्टर-'' दस मिनट में थाने पहुँचो अपनी बीवी के साथ , और ये शोर कैसा आ रहा था ,देखो अगर तुम भागने की कोशिश कर रहे हो तो बेकार है , हर जगह नाका बंदी है ''
रवि-'' सर मेने चोरी नहीं करी ''
इंस्पेक्टर-'' तो फिर भाग क्यों रहे हो ''
रवि -'' क्युकी तुम मुझे ही ज़िम्मेदार मानोगे चोरी का ''
इंस्पेक्टर -'' तुम्हे कुछ नहीं कहा जायेगा अगर तुम बेगुनाह हो ''
रवि -'' नहीं सर , मुझे पुलिस पर भरोसा नहीं '' रवि ने जोर से ब्रेक मारे क्युकी सामने पुलिस की अच्छी खासी बेरिकेटिंग थी। गाडी रुकी पुलिस ने गन पॉइंट पहले ही कर दिया था और गन पॉइंट के ऊपर ही दोनों को गाडी से बाहर निकाला और अरेस्ट किया। दोनों को थाने लाया और अलग अलग जगह रखा गया।
इंस्पेक्टर '' रवि देखो सारा शक तुम पर ही जा रहा है चोरी और किडनेपिंग का ,अब बताओ राहुल कहा है ''
रवि-'' सर मेने नहीं करी चोरी मेरा यकीन करो ''
इंस्पेक्टर -'' या तुम अपनी बेगुनाही का सबूत दो या फिर सच बता दो। तुम्हरा फ्लैट हमने पूरा छान मारा पर कुछ नहीं मिला , इतना सारा पैसा कहा छुपाया है ''
रवि-''जब मेने चोरी करी ही नहीं है तो पैसा छुपाने की बात कहा से आई '' कांस्टेबल अंदर आया और बोला सर मिस्टर रवि का फ़ोन आ रहा है ''
इंस्पेक्टर -'' हाँ ले कर आओ। उठाओ और इसे स्पीकर पर डालो ''
रवि-'' हेलो ''
'' मेरी इंस्पेक्टर से बात कराओ '' साथ ही इसंपेक्टर इशारे में कॉल ट्रेस करने के लिए भी बोलता है।
इंस्पेक्टर -'' हेलो ''
'' इंस्पेक्टर ये तूने अच्छा नहीं किया इन दोनों को थाने में बैठा कर , तुझे क्या लेना देना ये हम तीनो की आपस की बात है ''
इंस्पेक्टर -'' तू बोल कहा से रहा है ,हिम्मत है तो सामने आ एक बार ''
'' देख मेरे पास राहुल भी है और बीस करोड़ भी में चाहु तो राहुल को यही ख़त्म करके भाग जाऊ और तुम लोग मेरा कुछ भी नहीं कर पाओगे ''
इंस्पेक्टर -'' तो तू ये सब हमे क्यों बता रहा है अब तक भगा क्यों नहीं फिर ''
'' में अपनी सोनल के बिना कैसे चला जाऊ , उसी के लिए ही तो किया है ये सब मेने ''रवि ने गुस्से में फ़ोन लिया और बोला-'' देख तू जो भी है मुझे इस बात से कोई मतलब नहीं बस तू मुझे राहुल लौटा दे ''
''राहुल तो मिल जायेगा पर मुझे सोनल चाहिये। मेरे बताई हुई जगह पर सोनल को छोड़ो और राहुल को ले जाओ ''
एक कांस्टेबल दौड़ा दौड़ा आया बोला -'' सर बिग मिस्टेक ''
इंस्पेक्टर -'' कैसी मिस्टेक ''
कांस्टेबल-'' सर वो सोनल बार बार कह रही की उसे बाथरूम जाना है और वो बाथरूम की खिड़की तोड़ कर भाग गई ''
इंस्पेक्टर '' शिट ! उसे पकड़ो जल्दी जायदा दूर नहीं गई होगी वो ''
'' चलो सही है मेरा काम आसान हो गया। सोनल खुद ही मेरे पास आ रही है और जोर से हसने लगा , लेकिन अब राहुल को मरना पड़ेगा ''
इंस्पेक्टर -'' क्या हुआ कॉल ट्रेस क्यों नहीं हुयी ''
''सर ये कॉल पुराने ज़माने के फ़ोन से करि गई है इसलिए ट्रेस करना इम्पॉसिबल सा है लेकिन ये कॉल दिल्ली के कीर्ति नगर के आस पास से है ''
रवि-'' इंस्पेक्टर आप तो आपको यकीन हो गया की मेरा हाथ नहीं है इस सब में ''
इंस्पेक्टर'' हाँ लेकिन अभी भी तुम बेगुनाह साबित नहीं हुए हो। कमऑन टीम कीर्ति नगर को पूरी तरह से घेरा बंदी में ले लो और हर एक जगह अच्छे से छान मारो , लेटस गो फ़ास्ट ''
पुलिस की टीम पुरे कृति नगर में फ़ैल गई और हर जगह छान बिन करने लगी।
सोनल भागती बचती बचाती पुलिस से एक खली पड़े प्लाट में गई और वहा बेसमेंट में गई और उन काले कोट वाले शख्स को देखा और ख़ुशी से पागल हो गई। वो उससे लिपट गई जोर से
सोनल -'' पुलिस हमारे पीछे पड़ी है इसको(राहुल) यही ख़त्म करो और भागो यहाँ से ''
सोनल से राहुल के मुँह से पट्टी खोली। पट्टी खुलते ही राहुल के मुँह से एक ही आवाज़ निकली '' मम्मी मुझे छोड़ दो प्लीज ''
सोनल '' में तेरी मम्मी नहीं हु ये तो मेरा प्लान था तेरे बाप से पैसे हड़पने का ''
उस काले कोट वाले शख्स ने पहले तो सारा सिस्टम को लोहे की रॉड से तोडना शुरू किया फिर उसी रॉड को ले कर कर राहुल की तरफ बढ़ने लगा तभी माइक पर पुलिस की आवाज़ सुनाई देने लगी।
सोनल '' शिट , ये पुलिस कैसे आ गई यहाँ ''
'' जल्दी अपने फ़ोन बंद करो , तुम्हारे फ़ोन को ट्रैक कर रहे है वो लोग ''
कारखाने के बहार इंस्पेक्टर अपनी पूरी टीम के साथ खड़ा हुआ था साथ में रवि भी था। इंस्पेक्टर के वायरलेस पर खबर आई -'' सर सोनल ने अपना फ़ोन बंद कर दिया है पर वो लोग यही है ''
इंस्पेक्टर अपनी टीम से '' लेटस गो , सबसे पहले राहुल को बचाना है और उन दोनों को ज़िंदा पकड़ना है शूट नहीं करना है ''
''यस सर ''
पुलिस अंदर एंटर करने ही वाली थी की सामने देखा की सोनल राहुल और वो शख्स तीनो बहार आ रहे है। राहुल के सर पर गन लगा रखी है उस शख्स ने और वो बोला -'' राहुल चाहिए ले लो पर हम दोनों को जाने दो ''
रात के आठ बज रहे है। दिल्ली में बहुत बहुत ऊँची ऊँची बिल्डिंग है इन्ही बिल्डिंगो में से एक बिल्डिंग में के सोल्वे मंज़िला पर एक परिवार जिसमे एक लगभग 40 साल का व्यक्ति और 36 साल की महिला साथ में एक उनका बेटा जो शयद 17 साल का है। बाप बेटा दोनों डाइनिंग टेबल पर खाने के इंतज़ार में बैठे है और वो महिला किचन में खाना लगा रही है।
राहुल-'' मम्मी जल्दी से खाना लाओ ना भूख लगी है बहुत ''
सोनल-'' हा बस अभी लाई दो मिनट रुको ''
तभी राहुल के पापा भी बोल पड़े '' जल्दी बनाया करो खाना , रोज़ रोज़ लेट करती हो ''
सोनल-'' ला रही हु बाबा, दो मिनट रुक नहीं सकते हो ''
रवि( राहुल के पापा )-'' एक तो वैसे ही ऑफिस में टाइम से नहीं मिलता खाने को और यहाँ तुम लेट कर देती हो''
थोड़ी देर सोनल खाना ले कर डाइनिंग टेबल पर आ गई। तीनो खाना खा रहे थे तभी हवा की रफ़्तार से बाते करती हुई एक गोली सीधे राहुल के कंधे पर लगी। किसी ने दूसरी तरफ से स्नाइपर से गोली राहुल को मारी। राहुल के कंधे से खून निकलना शुरू हो गया। दोनों पति पत्नी शॉक में रह गए की पल भल में ये क्या हो गया।
सोनल जोर से चिल्लाई -'' राहुल बेटा ये क्या हो गया , आप जल्दी से पुलिस और एम्बुलेंस को कॉल करो ''
रवि ने पहले एम्बुलेंस को कॉल किया -'' हेलो इट्स इमरजेंसी ..... जल्दी से एम्बुलेंस भजो ''
हॉस्पिटल से -'' सर अपना एड्रेस बताये जल्दी ''
रवि-'' C - 128 , अशोक टावर '' रवि ने फ़ोन कट किया और पुलिस को भी इन्फॉर्म कर दिया।
राव -'' सुनो में नीचे जाता हु और और एम्बुलेंस आने वाली होगी , तुम यही रहना ''
सोनल-'' में मेघा को बुला के लाती हु '' मेघा बगल वाले फ्लैट में रहती थी। दोनों एक साथ अपने फ्लैट से बाहर निकले और राहुल को सोफे पर लेटा छोड़ गए। सोनल पड़ोस में रहने वाली मेघा के घर उसे सारी जानकारी देने चली गई और रवि नीचे पुलिस और एम्बुलेंस के इंतज़ार में खड़ा था। थोड़ी देर में पुलिस की जीप साइरन के साथ बिल्डिंग के पास रुकी।
रवि-'' हा सर , में ही हु जिसने आपको फ़ोन करके बुलाया है''
इंस्पेक्टर (शेखर )-'' कहा है तुम्हरा बेटा ''
सब ऊपर जाने लगे और एक कांस्टेबल को नीचे ही रुकने के लिए कहा ताकि वो एम्बुलेंस को देख सके। जब ऊपर फ्लैट पर पहुंचे तो देखा सोनल जोर जोर से रो रही है।
रवि-'' क्या हुआ सोनल , राहुल कहा है ''
सोनल -''(रोते हुए ) , वो जब में मेघा को ले कर अंदर आई तो राहुल नहीं था सोफे पर , मेने पुरे घर में देख लिए कहीं नहीं मिला ''
रवि-'' क्या बकवास कर रही हो , ऐसे कैसे हो सकता है ''
इंस्पेक्टर -'' आप लोग राहुल को कहा छोड़ के गए थे ''
रवि -'' यही सोफे पर , मेने सोनल से कहा की में नीचें जा कर पुलिस और एम्बुलेंस को देखता हु पर ये कहने लगी की वो मेघा को बुलाने जा रही है क्युकी अकेले उसे डर लग रहा था और बाकि की कहानी तो आपको पता ही है ''
सोनल का रोना अभी भी जारी था इंस्पेक्टर भी सोच में डूबा हुआ था की क्या करे ऐसी स्थिति में।
तभी मेघा के पति(शिव )ने और हॉस्पिटल से आये चार लोग जो स्ट्रेचर भी लाये थे साथ में वह सब एक साथ कमरे में घुसे।
शिव-'' ये सब क्या हो रहा है , मुझे नीचे खड़े कांस्टेबल ने बताया की यहाँ मर्डर हुआ है ''
इंस्पेक्टर-'' आपकी तारीफ ?
शिव-( मेघा की तरफ इशारा करते हुए ) जी में मेघा का पति हूँ। मुझे इन लोगो ने बताया की राहुल को गोली लगी है। कहा है राहुल ?
इंस्पेक्टर-'' आप इस समय कहा से आ रहे हो
शिव-'' ऑफिस से सर ''
इंस्पेक्टर ने सबको लाइन में खड़ा होने के लिए कहा और कहा -'' देखो रवि जी आपने कहा है की आप और आपकी पत्नी और बेटा तीनो उस डाइनिंग टेबल पर बैठे थे जब ये घटना हुई तब रात के आठ बज रहे थे उस खिड़की से एक गोली आई और राहुल के कंधे पर लगी और वो बेहोश हो गया ऐसा आपने कहा और खून भी निकल रहा था। आपकी पत्नी पड़ोस में रहने वाली मेघा के घर गई और आप नीचे पुलिस और एम्बुलेंस को देखने के लिए गए। सोनल जी मुझे ये बताये की जब आप मेघा के घर गई थी तो फ्लैट लॉक करके गई थी या फिर ऐसे ही ''
सोनल -'' दरवाज़ा खुला छोड़ के गई थी में ''
इंस्पेक्टर-'' देखो मुझे लगता है जिसने भी गोली मारी है उसने ही राहुल को किडनैप कर लिया है और जहा तक मुझे अनुमान है अभी राहुल जिन्दा है ''
रवि-'' पर गोली राहुल के कंधे पर लगी थी ''
इंस्पेक्टर-'' पर वो गोली बेहोश करने वाली थी , उसे बस बेहोश करना था और किडनैपर को ऐसा पता होगा की आप दोनों राहुल को अकेला छोड़ के जाओगे और उसने किसी दूसरे साथी ने यहाँ से राहुल को गायब कर दिया '' इंस्पेक्टर थोड़ी देर रुका और फिर बोला -'' हो सकता है आप दोनों में से ही किसी का हाथ हो इस किडनैपिंग में ''
रवि-'' इंस्पेक्टर ये क्या बकवास है , हम अपने ही बच्चे के साथ ऐसा क्यों करेंगे ''
इंस्पेक्टर-'' ये 21 वी सदी है कलयुग कोई भी कुछ भी कर सकता है ''
इंस्पेक्टर ने किसी को फ़ोन किया और बोला -'' जितने भी रास्ते है सभी पर नाका बंदी कर दो , कोई भी गाडी चेकिंग के बिना नहीं जानी चाहिए।
इंस्पेक्टर फिर बोला -'' मिस्टर रवि आप काम क्या करते हो ?
रवि-'' जी में सिटी बैंक में मैनेजर हु ''
इंस्पेक्टर-'' यानी काफी अच्छी पोस्ट है आपकी , खैर ये बताये की आपकी किसी से कोई दुश्मनी तो नहीं ''
रवि-'' नहीं ऐसा कुछ नहीं है ''
इंस्पेक्टर-'' राहुल ने आप दोनों को बीते दिनों में कुछ बताया जैसे की वो परेशान हो किसी बात को ले कर या फिर डर हो उसे किसी बात का ''
रवि-नहीं मुझे तो कुछ नहीं बताया उसने और उसका बिहेवियर भी अच्छा था ''
सोनल-'' रुको , दो दिन पहले राहुल ने मुझे बताया था की उसकी उसके क्लासमेट से लड़ाई हुई थी , उसका नाम विक्की है और उसने धमकी दी थी की वो उसे छोड़ेगा नहीं ''
इंस्पेक्टर-'' क्लास कोन सी बताई आपने राहुल की ''
सोनल -'' जी 10 th ''
इंस्पेक्टर-'' ठीक है अभी तो हम लोग जा रहे है ,किसी भी तरह का अगर फ़ोन आता है तो तुरंत मुझे कॉल करना ''
इंस्पेक्टर ने रवि के हाथ से उसका फ़ोन लेते हुए अपना नंबर डाला फ़ोन में ''
इंस्पेक्टर अपनी टीम के साथ चला गया साथ साथ शिव भी चला गया क्युकी वो थोड़ा मतलबी जैसा इंसान है और उसे मेघा का सोनल से मिलना भी जायदा पसंद नहीं। मेघा अभी भी सोनल के पास बैठी हुई थी।
मेघा-'' देख कुछ नहीं होगा और वैसे भी पुलिस ने कहा है की राहुल का किडनैप किया है मिल जायेगा वो तू टेंशन मत ले , सुन में जाती हु वरना शिव गुस्सा करेंगे। दोनों पति पत्नी ऐसे ही सोफे पर बैठे रहे और राहुल के बारे में ही सोचते रहे। सोनल तो बस एक ही पोजीशन में बैठी हुयी थी। दोनों इसी तरह सोफे से टिक कर बैठे थे , खाना भी जैसे का तैसा ही डाइनिंग टेबल पर रखा था। रवि और सोनल सोफे पर बैठे बैठे ना जाने कब दोनों की आंखे बंद हो गई। रात भर दोनों को होश नहीं रहा सुबह छ बजे रवि के फ़ोन की घंटी बजी। घंटी लगातार बजती रही पर उसकी आंख नहीं खुली फिर से फ़ोन की घंटी रिंग रिंग होने लगी। इस बार रवि की आंख खुली और फ़ोन में देखा तो एक अननोन नंबर आ रहा था रवि ने कॉल उठया और बोला
रवि -'' हेलो कौन ''
तो एक भारी सी आवाज़ दूसरी तरफ से आई शायद आवाज़ को मशीन -'' अगर अपने बच्चे की जान बचाना चाहते हो तो जैसा में कहता हु वैसा ही करना पड़ेगा ''
रवि-'' कौन हो तुम और क्या चाहते हो , मेरे बच्चे को छोड़ दो प्लीज् ''
'' जैसे में कहता हु तुम्हे वैसा ही करना पड़ेगा
रवि-'' तुम जैसा कहोगे में वैसा ही करूँगा , बताओ क्या करना है ''
'' तुम अपने बैंक में मैनेजर हो , तुम्हे बैंक से बीस करोड़ रुपए निकाल कर मुझे देने होंगे , कब और कैसे वो तुम्हे में खुद बताऊंगा , और हा पुलिस को बताने की जरूरत नहीं है।
फ़ोन के तुरंत बाद सोनल को जगाया।
रवि-'' सोनल उठो , जल्दी उठो ,देखो मेरे पास फ़ोन आया है किसी का , उठो यार ''
सोनल की आंख खुली और उठते ही राहुल राहुल चिल्लाने लगी। रवि ने सोनल को संभाला और बोला सुनो सुनो देखो मेरे पास अभी किसी का कॉल आया था , अपना राहुल उसी की पास है ''
सोनल-'' क्या सच में ,
रवि-'' लेकिन बदले में उसने बीस करोड़ की डिमांड रखी है उसे बीस करोड़ रूपये चाहिए और में पैसे कहा से लाऊ , वो कह रहा है की बैंक से चोरी करके उसे दू ''
सोनल -'' तो इसमें हर्ज़ क्या है वो हमारा बेटा है और हमें उसके लिए कुछ भी करना पड़ेगा ''
रवि-'' में क्या कहता हु में क्या कहता हु हमें इस बारे में पुलिस को बताना चाहिए ''\
सोनल-'' पुलिस को , लेकिन इससे राहुल की जान को खतरा हो सकता है ''
रवि-'' नहीं नहीं हमें पुलिस को बताना पड़ेगा ''
अभी सुबह के साथ बज रहे है सोनल किचन में गई और कॉफी बनाने लगी। रवि ने फ़ोन उठाया और इंस्पेक्टर को फ़ोन किया और इंस्पेक्टर को किडनैपर की फ़ोन की बात बता दी। इंस्पेक्टर ने पूरी बात सुन कर थाने आने को कहा। इंस्पेक्टर ने नौ बजे रवि को आने को कहा। सोनल कॉफी ले कर आ और दोनों कॉफी पीने लगे। अभी कॉफी ख़त्म ही हुई थी की डोर बेल बजी। टिंग टोंग ! टिंग टोंग , सोनल दरवाजे पर गई और देखा तो जानकी थी , जानकी यहाँ पर सफाई और बर्तन का काम करती है।
जानकी-'' बीबी जी मेने नीचे वाली मेम साहिब से सुना की राहुल बाबा को किडनैप कर लिया है ''
सोनल-'' हा , तूने सही सुना है चल अब पहले बर्तन कर ले ''
जानकी-'' नहीं पहले में सफाई कर लेती हु उसके बाद बर्तन ''
सोनल( थोड़ा गुस्से में)-'' में कह रही हु ना की तू बर्तन कर पहले सफाई की क्या जरूरत है , ये बर्तन रात के रखे है इन्हे पहले निपटा दे ''
जानकी -'' ठीक है तो फिर ''
जानकी बर्तन धोने लगी , बर्तन धोने के बाद एक चक्कर दोनों कमरे जिसमे रवि और सोनल सोते और दूसरा जिसमे राहुल सोता है देखने चली गई की दोनों कमरे में सफाई है या नहीं। दोनों कमरे देखने के बाद वो चुपचाप फ्लैट से जाने लगी तो सोनल बोली-'' जा रही है तू ''
जानकी-'' हा बीबी जी , अभी ऊपर भी जाना है बहुत काम होता है उनके यहाँ ''
सोनल -''ठीक है फिर ''
रवि भी बोला -'' सुनो में थाने जा रहा हु '' फ्लैट से बाहर निकलते ही उसे शिव दिखाई दिया। रवि और शिव एक दूसरे को पंसद नहीं करते थे इसलिए दोनों ने एक दूसरे को नज़रअंदाज़ करते हुए रास्ता नापा।
रवि थोड़ी देर में थाने पंहुचा वहा इंस्पेक्टर शेखर मिला।
इंस्पेक्टर-'' हा जी रवि , तो आप कह रहे हो की आपको किडनैपर का फ़ोन आया और उसने बीस लाख की डिमांड करी है ''
रवि-'' उसने कहा है की में बैंक में मैनेजर हु तो में कैसे भी करके उसे बीस लाख रूपये दू। मेने रिकॉर्डिंग कर थी फ़ोन में आपको सुनवाता हु ''
रवि ने रिकॉर्डिंग सुनवाई। इंस्पेक्टर ने रिकॉर्डिंग सुनी और लम्बी ग़हरी साँस ली और बोला -'' ठीक है हम कोशिश करते है और आपके बेटे को जरूर बचा लेंगे। तुम मुझे राहुल की फोटो दे दो तक हम सब थानों और चौकी में भिजवा दे। और जैसे ही किडनैपर का फ़ोन मुझे तुरंत इन्फॉर्म करना और जिस नंबर से कॉल आया था वो दो मुझे में उसे सर्विलांस पर लगवा दू ''
रवि-'' ठीक ह इंस्पेक्टर , और हा वो ये भी कह रहा था की में राहुल की चिंता ना करू , बस पैसो का इंतेज़ाम करू ''
राहुल थाने से निकला और सिटी बैंक की तरफ चला गया। थोड़ी देर बाद इंस्पेक्टर भी राहुल के स्कूल के लिए निकला। प्रिंसिपल ऑफिस पहुंच के बोला -'' में इंस्पेक्टर शेखर हु , दरअसल बात ये है की आपके यहाँ 10 th में पढ़ने वाले राहुल कुमार का कल रात किडनैप कर लिया है तो मुझे उसी सिलसिले में आपसे बात करनी है ''
प्रिंसिपल-'' ये क्या बात कर रहे हो , किसने किया किडनैप ''
इंस्पेक्टर-'' देखिये आप थोड़ा शांत हो जाये , आप मुझे राहुल के क्लास टीचर से मिलवा दीजिये ''
प्रिंसिपल ने एक फ़ोन किया और बोला ''नीरज राय को भेजो और तीन कप चाय भी ''
इंस्पेक्टर और प्रिंसिपल दोनों एक दूसरे की तरफ बस देखे जा रहे थे , इंस्पेक्टर थोड़ा इरिटेट भी हो रहा था क्युकी वो जिस काम के लिए यहाँ आया था वो नहीं हो पा रहा था। तभी एक लड़का उम्र होगी 20 , हाथ में ट्रे ले कर प्रिंसिपल ऑफिस में घुसा। ट्रे से चाय उठा कर उसने टेबल पर रखी। प्रिंसिपल बोला -'' बंटी ''
बंटी-'' जी सर ''
प्रिंसिपल-'' ये नीरज अभी तक आया क्यों नहीं '' गेट पर नॉक हुई -'' मय आई कमीं इंग सर ''
प्रिंसिपल-'' आओ आओ नीरज ''
नीरज राय को अगर देखा जाये ध्यान से तो बहुत ही अजीब सा दिखने वाला इंसान सा। लम्बा कद , घुंगरारे बाल , आँखों पर गोल चश्मा , सामने से दिखने में मासूम पर अंदर से जरूर दिमाग चालक किस्म का है। इतना कुछ इंस्पेक्टर ने थोड़ी देर में ही नीरज के बारे में अपनी थिंकिंग बना ली।
नीरज-'' जी सर बताये क्यों बुलाया मुझे ''
प्रिंसिपल-'' क्या राहुल कुमार आपकी ही क्लास में है , ये है इंस्पेक्टर शेखर। ये कह रहे है की कल रात राहुल का किडनैप हो गया है ''
नीरज-'' ओह माय गॉड , किसने किया किडनैप''
इंस्पेक्टर-'' नीरज जी में आपसे अकेले में बात करना चाहूंगा , जरा ग्राउंड में आइये दोनों उठ कर ग्राउंड की तरफ चले गए और प्रिंसिपल उनकी तरफ बस देखता रहा।
इंस्पेक्टर-'' तो आप मुझे ये बताये की राहुल कैसा लड़का है , वो किसी से लड़ाई तो नहीं करता ह ''
नीरज-'' नहीं ऐसा कुछ नहीं है , वो जायदा किसी से बोलता नहीं था , चुप चाप ही रहता है वो ''
इंस्पेक्टर'' अच्छा सुनो मुझे आपकी क्लास के विक्की से मिलना है , सुना है दो दिन पहले उन दोनों की लड़ाई हुई थी ''
नीरज थोड़ा सकपका गया , जैसे कोई चोरी पकड़ी गई हो -'' हाँ हुई तो थी लड़ाई दोनों की पर वो ऐसे ही थी ''
इंपेक्टर थोड़े गुस्से में -'' तो फिर मुझे बताया क्यों नहीं , विक्की को बुलाओ अभी ''
विक्की को बुलाया गया , थोड़ी देर में विक्की आया।
नीरज -'' विक्की ये इंस्पेक्टर है तुमसे कुछ बात करना चाहते है ''
विक्की-'' जी बोलिये सर ''
इंस्पेक्टर-'' तुम ज़रा विक्की इधर आ मेरे साथ अकेले में '' इंपेक्टर और विक्की थोड़ा और ग्राउंड के उस तरफ जाने लगे और एक पेड़ के नीचे पड़ी बेंच पर बैठ गए।
इंस्पेक्टर -'' देख विक्की मुझे पता चला की तेरी राहुल से दो दिन पहले लड़ाई हुई थी और तूने उसे धमकी भी दी थी की तू उसे छोड़ेगा नहीं ''
विक्की-'' हाँ हुई थी लड़ाई और कह दिया था मेने थोड़ा गुस्से में तो इसमें क्या हुआ ''
इंस्पेक्टर-'' हुआ तो बहुत कुछ है , कल रात राहुल का किडनैप हो गया और मझे शक है की इसमें तेरा हाथ जरूर ''
विक्की-'' मेरा हाथ क्यों ''
इंस्पेक्टर-'' क्युकी तेरा बैकग्राउंड में पहले ही पता कर चूका ''
विक्की-'' सर मेरा हाथ इसमें बिलकुल नहीं , मम्मी कसम !
इंस्पेक्टर-'' देख अगर इसमें तेरा ज़रा सा भी हाथ निकला तो एक सेकंड नहीं लगाऊंगा तुझे अंदर करने में फिर चाहे तू किसी की भी औलाद हो ''
उसके बाद इंस्पेक्टर स्कूल से निकल गया और उसने गाडी रवि के घर की तरफ घुमाई।
सिटी बैंक के ऑफिस में रवि अपने केबिन में परेशान सा बैठा हाथ में कॉफी का कप लिए बैठा है।
रवि ने अपने केबिन से बाहर देखा तो बैंक में आज रोज के मुकाबले जायदा भीड़ है। रवि ने बैंक के लॉकर की चाबी और बैंक के उस सेक्टर में जाने लगा जहाँ बैंक जमा पूंजी जमा करके रखती है। ये लॉकर रवि के फिंगर प्रिंट और आई रेटिना से खुलती है तो उसे लाकर खोलने में कोई दिक्कत नहीं हुई। दिक्कत बस एक ही थी की वो कमरे की निगरानी में आ जाता और वो भी अकेले। इसी डर से उसने लॉकर का दरवाजा बैंक कर दिया और वापिस पसीना पोछते हु अपने केबिन में आया तो देखा की बैंक का केशियर कुछ पेपर ले कर खड़ा और बोला सर ये पिछले छ महीने की कैश डिटेल है आप इसे देख लीजिये और मेल भी आई है मेन ब्रांच से आप चेक कर लीजिये।
रवि - '' ठीक है में चेक कर लूंगा , तुम जाओ'' केशियर के जाने के बाद रवि उन पेपर्स को देखने लगा
एक अजीब सी जगह जैसे कोई पुराना कारखाना हो , चोरो तरफ अँधेरा और जगह जगह पानी पड़ा हुआ है।
थोड़ा सा कंप्यूटर का सेटअप रखा हु है एक टेबल पर। एक कुर्सी पर राहुल बंधा हुआ है , आँखों पर पट्टी। थोड़ी दूर पर एक शख्स जिसने लम्बा काला कोट और काऊबॉय वाली कैप लगा रखी है। एक घुट पानी का पी कर सिस्टम पर थोड़ी ऊँगली चलाई और एक छोटा बटन वाला फ़ोन निकला और एक कॉल मिलाया। इधर कॉल गई और उधर रवि का फ़ोन बजा
, नंबर देखा तो अननोन था , फ़ोन उठाया और रवि ने हेलो बोला
'' पैसो का इंतेज़ाम हो गया ''
रवि -'' नहीं अभी नहीं हुआ ''
'' तो फिर लॉकर में झक मारने गए थे '' रवि थोड़ा अटका और सोचने लगा की इसे कैसे पता चला
''जल्दी से पैसो का इंतेज़ाम कर वरना हो सकता है तेरा राहुल तुझे देखने को ना मिला ''और उसने राहुल को फ़ोन दिया।
राहुल
रवि-'' ठीक है मुझे कुछ दिन का टाइम दो , में करता हु '' फ़ोन कटा और रवि अपना सर पकड़ के बैठ गया की इसको कैसे चला ये सब।
दिन के तीन बज रहे थे
उधर इंस्पेक्टर रवि के घर पंहुचा और घंटी बजे टिंग टोंग। दरवाजा खुला तो सोनल ने दरवाज़ा खोला , इंस्पेक्टर बोला -'' अम्म , रवि नहीं है क्या घर पर ''
सोनल -'' नहीं , वो तो नहीं ''
इंस्पेक्टर-'' क्या में अंदर आ सकता हु ''
सोनल -'' हाँ हाँ आइये ''
इंस्पेक्टर-'' दरअसल मुझे आपसे ही बात करनी थी ''
सोनल -'' आप बैठिये में कॉफी बना कर लाती हु '' सोनल कॉफी बनाने चली गई। थोड़ी देर में कॉफी ले कर आई और दोनों कॉफी पीने लगे।
सोनल-'' बताइये सर क्या बात करनी है आपको ''
इंस्पेक्टर-'' चलिए थोड़ा अपने बारे में बताइये मुझे , जैसे आप रवि को कैसे मिली और कुछ अपना बैकग्राउंड बताओ ''
सोनल-'' हर लड़की की तरफ मेने अपनी पढ़ाई ख़त्म करी , अपनी अल अल बी की पढ़ाई ख़त्म करके मेने दो साल प्रैक्टिस भी करी।
इंस्पेक्टर -'' आपकी लव मर्रिज है या अरेंज मैरिज है ''
सोनल -'' जी हमारी लव मर्रिज है ''
इंस्पेक्टर-'' वैसे आपको क्या है की राहुल का किडनैप किसने किया है ''
सोनल -'' अब में क्या कह सकती हु , अगर मुझे पता होता तो में हम खुद ही नहीं पकड़ लेते उसे ''
इंस्पेक्टर-'' लेकिन मुझे शक है की इस सब में आपके पति का हाथ है ''
सोनल-'' ये क्या कह रहे हो , होश में हो इंस्पेक्टर ''
इंस्पेक्टर-'' देखिये मेने जो तहकीकात करी उससे मुझे पता चला है की रवि के पिता जी ने रवि के नाम ना करते हुए प्रॉपर्टी राहुल के नाम कर दी इसी वजह से हो सकता है रवि ने ऐसा किया हो ''
सोनल -'' वैरी गुड इंस्पेक्टर किडनैप करने बस से तो पैसे मिल नहीं जायेंगे , कितने इंटेलीजेंट हो आप और फिर किडनैपर रवि को ही फ़ोन रहा और बीस करोड़ माँगा रहा है , वाट नॉनसेंस ! और कोई अपने बेटे के साथ ऐसा नहीं कर सकता ''
इंस्पेक्टर-'' सोनल मैडम , पैसो को लिए लोग कुछ भी कर जाते है , हो सकता है वो कुछ दिनों बाद राहुल को मार दे और उस प्रॉपर्टी पर क्लेम ले लेगा आराम से ''
सोनल-'' देखिये मुझे मत बताइये ये सब बाते आप जाओ यहाँ से मुझे नहीं सुन ना ये सब ''
इंपेक्टर-'' ठीक है में चलता हु , फिर दुबारा आऊंगा में जरूरत पड़ी तो ''
इंस्पेक्टर शेखर अपार्टमेंट से बाहर निकलता है और कुछ देर गाडी में बैठे बैठे सोचता है और गाडी सिटी बैंक की तरफ घुमा देता है। रवि अपने केबिन में बैठा हुआ था की लैंडलाइन बजा उठाते ही आवाज़ आई -'' सर पुलिस आपसे मिलना चाहती है ''
रवि-'' ठीक है अंदर भेज दो और साथ में कॉफी भी ''
थोड़ी देर में इंस्पेक्टर शेखर और उसके साथ कांस्टेबल केबिन में आये।
रवि-'' आइये शेखर जी , कैसे आना हुआ ''
शेखर -'' बस कुछ सवाल जवाब अकेले में करने थे तो आ गए आपकी सेवा में ''
रवि-'' जी पूछिए , क्या पूछना है ?
शेखर-'' वैसे आपको क्या लगता ह की किडनैप किसने किया होगा , आपका कोई जानकार या फिर कोई दुश्मन हो आपका ''
रवि-'' अब में कैसे किसी का भी नाम ले सकता हु ''
शेखर-'' लेकिन में बता सकता हु की किसने किया होगा किडनैप ''
रवि -'' किसने ?
शेखर-'' सोनल ने ''
रवि-'' ये क्या बकवास है इंस्पेक्टर ''
इंस्पेक्टर-'' देखिये मुझे पता चला ह की सोनल आपकी दूसरी बीवी है और राहुल आपकी पहली बीवी का बेटा है , और फिर आपके पिता जी ने काफी सारी प्रॉपर्टी राहुल के नाम कर दी थी , तो हो सकता हो इसी लालच में उसने ऐसा किया हो ''
रवि-'' अगर ऐसी बात है तो उसने बीस करोड़ की डिमांड क्यों करी ''
शेखर-'' और हो सकता ह इस सब में उसके साथ कोई मिला हो ''
रवि-'' में नहीं मानता ये सब , वो राहुल से सगे बेटे जैसा प्यार ही करती है ''
शेखर-'' देखिये मेरा काम तो बताना था , बाकि हम लोग तो अपनी इन्वेस्टीगेशन कर ही रहे है ''
शेखर और कांस्टेबल दोनों उठते है और सिटी बैंक से बाहर जाते है , कांस्टेबल के बहुत देर से कुछ सोच रहा था जैसे किसी कन्फूजन में हो और ये बात शेखर ने नोट कर ली थी।
शेखर-'' अगर कुछ कहना चाहते हो तो बोलो , ऐसे टेड़े मेढे मुँह मत बनाओ ''
कांस्टेबल-'' सर पहले आप सोनल से मिले और उसे उसके पति के लिए भड़काया और फिर रवि से मिले तो उसे उसकी बीवी के लिए भड़काया , ऐसा क्यों ''
शेखर-'' ऐसा इसलिए , क्या पता इन दोनों में से कोई एक किडनैपर हो और वैसे भी सोनल रवि की दूसरी बीवी है इसलिए मुझे शक है ''
कांस्टेबल-'' पर आपको ये कैसे पता की सोनल रवि की दूसरी बीवी है ''
शेखर-'' बेटा , हर जगह मेरे खबरी है , किसी की भी जानकारी दो मिनट में निकल दू , तू कहे तो तेरी सारी हिस्ट्री खोल दू '' इसके बाद दोनों हसने लगे।
शाम को रवि अपने फ्लैट पर पंहुचा , सोनल सोफे पर बैठी हुई थी और बस एक तक देखे जा रही थी।
रवि ने एक चुटकी बजे और होश में किया सोनल को , कहा गुम हो।
सोनल -'' आप कब आये ''
रवि -'' बस अभी अभी आया हु, आज किडनैपर का फ़ोन आया था और उसने मेरी राहुल से बात भी कराई थी
सोनल -'' सच में , क्या कहा राहुल ने '' सोनल के चेहरे से मुस्कान जा नहीं रही थी
'' .पर दोनों अपने अपने मन में बस यही सोच रहे थे की इंस्पेक्टर वाली बात बताये या नहीं। पर दोनों चुप रहे , शायद शक पैदा हो गया हो दोनों के बीच।
सोनल -'' कुछ खाओगे , तो खाना बना दू
रवि '' नहीं भूख नहीं है बस एक गिलास दूध दे दो ''
दूध पिने के बाद सोनल कमरे में चली गई और रवि वही सोफे पर ही बैठा रहा।
अगली सुबह , सोनल कॉफी ले कर रवि के पास आई और रवि को जगाया। रवि उठा कॉफी हाथ में ली और टाइम देखा तो आठ बज रहे थे।
रवि-'' अरे आज जानकी नहीं आई ?
सोनल-'' हाँ , पता नहीं क्यों नहीं आई ''
रवि -'' फ़ोन करो उसके घर , रुको में ही करता हु और चंद्रपाल से भी थोड़ा काम है मुझे '' चंद्रपाल सिटी बैंक में माली का काम करता है।
घंटी गई और उधर से फ़ोन उठा एक काँपती हुई आवाज़ में -'' हेलो जी सर ''
रवि -'' कैसे हो चंद्रपाल ,
'' मालिक बहुत बुरा हो गया ,बच्चो ने बताया की कल दोपहर जानकी घर आई थी तो बहुत घबराई हुई थी , फिर वो लेट गई और शाम को उसकी आंख खुली। वो फिर शाम को बाजार गई लेकिन तब से वापिस नहीं आई। बहुत ढूंढा उसे फिर पुलिस को खबर दी गई। पुलिस ने खोजबीन करी तो पास कूड़ेदान में उसकी लाश मिली ''
रवि-'' ये क्या कह रहे हो , कल ही तो यहाँ आई थी और किसने करी उसकी हत्या ''
'' पता नहीं सरकार , पुलिस कुछ भी बताने से माना कर रही है ''
रवि-'' ठीक है में पुलिस से बात करता हु '' रवि ने फ़ोन रख दिया और इंस्पेक्टर शेखर को फ़ोन किया।
इंस्पेक्टर '' हाँ रवि बोलो कैसे याद किया सुबह सुबह ''
रवि-'' सर , हमारे यहाँ जो काम करने आती उसका कल शाम खून हो गया ''
इंस्पेक्टर-'' क्या ! , रुको रुको क्या उसका नाम क्या जानकी है ''
रवि-' हाँ सर ,
इंस्पेक्टर -''कल शाम उसकी लाश हमारे डिपार्टमेंट को ही मिली थी। बॉडी अभी पोस्टमार्टम के लिए भेजी है। आप चाहो तो आ सकते हो ''
रवि-'' ठीक है में थोड़ी देर आता हु थाने '' रवि थाने के लिए निकल पड़ा। रवि ने थाने पहुंचते ही शेखर से पूछा -'' ये सब कैसे हुआ और किसने किया।
'' देखिये मुझे अब शक हो रहा है की इस सब के पीछे या तो आप है या आपकी बीवी ''
रवि-'' होश में आप , क्या कह रहे हो , और किस सब के पीछे , मेरे बेटे का किडनैप हुआ है में क्यों मरूंगा किसी को , मेरी रातो की नींद उडी हुई है और आप बकवास कर रहे हो ''
शेखर-'' शांत हो जाइये थोड़ा , मेने ऐसा तो नहीं कहा की अपने किया है ये सब , अच्छा सुना , आस पास पूछताछ से पता चला है की जानकी तो आखिरी बार आपके यहाँ देखा था ''
एक कांस्टेबल हाथ में कुछ पेपर लिए इंस्पेक्टर के पास आया और दे कर चला गया
शेखर-'' अरे वाह , रिपोर्ट आ गई पोस्टमार्टम की , क्या कहती है रिपोर्ट ''और इंस्पेक्टर मन में रिपोर्ट पढ़ता गया
देखो रिपोर्ट के हिसाब जानकी की मौत सुबह दस बजे हुई है और गाला दबा कर हत्या हुई है , जानकी आपके यहाँ से कितने बजे जाती है ''
रवि-'' जी में तो 9 बजे चला जाता हु उसके बाद मुझे नहीं पता की वो कब जाती है ''
शेखर-'' सोनल को बुलाइये फिर '' 15 मिनट बाद सोनल थाने आई।
इंस्पेक्टर -'' आओ सोनल , मुझे तो लगा की आओगी ही नहीं तुम ''
सोनल-'' क्यों , ऐसा क्यों , पूछिए क्या पूछना है और फिर रवि की देखने लगी।
इंस्पेक्टर-'' सोनल मैडम , परसो आपके घर से जानकी कितने बजे गई थी ''
सोनल-'' दस बजे ''
इंस्पेक्टर-'' जब वो आपके यहाँ आई थी तब उसका बेहेवियर कैसा था ''
सोनल-'' ठीक था , बिलकुल नार्मल थी वो ''
इंस्पेक्टर-'' अच्छा पर हमे तो पता चला है की जब वो घर पहुंची तो बहुत घबराई हुई थी ''
सोनल -'' हमारे घर करने के बाद भी वो ऊपर वाले फ्लैट में जाती है आप वहा से भी पूछ सकते हो ''
इंस्पेक्टर-'' वहा हम लोगो ने पूछ लिया वो वहा गई ही नहीं और में चाहू तो शक तो बिना पर तुम्हे अंदर कर सकता हु ,लेकिन एक बात थाने में बिना बताये शहर से बाहर नहीं जाओगे। अब तुम दोनों जा सकते हो।
रवि और सोनल थाने से बाहर आ जाते है और आपस में कुछ बाते करते है।
कांस्टेबल -'' सर अपने इन दोनों को जाने क्यों दिया , में यकीन से कह सकता हु इस औरत ने ही अपने बच्चे का किडनैप किया है ''
रवि और सोनल एक साथ गाडी में बैठते है और दोनों एक दूसरे की तरफ देखते ह जैसे कोई चोर पकड़ा गया हो दोनों का।
सोनल-'' ये पुलिस वाले पागल है क्या , मेरे ऊपर ही नाम लगा रहे है ''
रवि-'' पर ऐसा हो भी तो सकता है , तुम राहुल की सगी माँ नहीं क्या पता तुमने ये सब किया हो ''
सोनल-'' रवि , तुम पागल तो नहीं हो , माना की में उसकी सगी माँ नहीं हु पर इसका मतलब ये नहीं की में उसका किडनैप कर लूंगा , और हाँ अगर मुझे ऐसा करना होता तो में किडनैप नहीं करती सीधा उसे मरती फिर में ''
रवि-'' देखो तुम बकवास मत करो ''
सोनल-'' करने को तो ये काम तुम भी कर सकते हो , तुम्हे अपने पिता से प्रॉपर्टी तो मिली नहीं तो इसी लालच में
तुम भी तो ऐसा कर सकते हो ''
दोनों एक दूसरे की तरफ गुस्से में देखते है। थोड़ी देर में वो दोनों अपने फ्लैट में पहुंच जाते है। रवि का फ़ोन बजा एक अननोन नंबर , रवि हैरान था की ये किडनैपर हर बार अलग नंबर से कॉल क्यों करता है। फ़ोन उठाते ही फिर से वही भरी सी आवाज़ आई ,
'' लगता है तुझे अपने बेटे की जान प्यारी नहीं है , इसीलिए तू बार बार पुलिस थाने के चक्कर लगा रहा है ''
रवि -'' वो हमारी मेड का कल खून हो गया इसी वजह से में पुलिस थाने गया था ''
'' पैसो का इंतेज़ाम हुआ नहीं ''
रवि-'' बस मुझे दो दिन की मोहलत दो , में समझो कर ही लिया है इंतेज़ाम ''
'' में तुम्हे फिर फ़ोन करूँगा , और अब फिर से पुलिस के आस पास भी मत भटकना ''
रवि-'' लेकिन तुम्हे कैसे पता चल जाता है की में कहा कहा जाता हु , देखो तुम मुझसे एक बार मिल लो , और मुझे राहुल से मिलवा दो , में किसी को नही बताऊंगा ''
''पागल समझा है क्या बिलकुल '' और फ़ोन कट गया रह गई तो बस बीप बीप की आवाज़। ये सारी बाते सामने खड़ी सोनल ने भी सुनी और उसकी आंख से आंसू छलक आये।
रवि-'' सोनल तुम चिंता मत करो , में राहुल को कुछ नहीं होने दूंगा ''
रवि ने सोचा थोड़ा बैंक का काम निपटा ले क्युकी ,आज का दिन उसका ख़राब ही गया है और अभी चार बजे दो घंटे ये काम निपटा लेगा और बाकि थोड़ा बहुत संडे को कर लेगा। रवि ने अपना लैपटॉप निकला और कीबोर्ड पर थोड़ी उंगली चलने लगा। रवि ने अपना फ़ोन भी निकला और एक मैसेज टाइप करने लगा , काफी देर तक मैसेज टाइप करने के बाद उसने सेंड किया किया। सेंड होते ही उसके चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कान थी।
वही गेराज और वो किडनैपर अभी भी काले लम्बे कोट में था और मुँह पर मास्क जिससे उसे पहचानना मुश्किल था। राहुल कारखाने के एक कोने में कुर्सी से बंधा हुआ बस उसे ही देखे जा रहा था। किडनैपर का फ़ोन बजा और बोला -'' हम्म पैसे मिलते ही इस का क्या करना है , क्युकी ये बाद में पुलिस को सब कुछ बता देगा ''
उधर से कुछ सुनने के बाद -'' ठीक है में भी ऐसा ही सोचा रहा था ''और फ़ोन रख दिया
किडनैपर राहुल के पास गया और बोला - बस कुछ दिन और , फिर तू भी अपने दादा जी की पास पहुंच जाएगा फिर एक भयानक से हसी हसने लगा।
रवि अपना काम कर रहा था की सोनल ने आवाज़ लगाई , चलो खाना खा लो
रवि-'' नहीं मेरा मन नहीं है बस एक गिलास दूध दे दो ''
अगले दिन संडे को रवि उठा तो देखा सोनल बिस्तर पर नहीं थी , बाहर जा कर देखा तो सोनल किचन में काम कर रही थी। रवि ने टी वि चालू किया और न्यूज़ लगाई , और जो न्यूज़ आ रही थी उसे देख कर रवि ने अपना सर पकड़ लिया। ऐ सी में भी उसे पसीने आ रहे थे। बाहर सोनल आई तो उसके हाथ में जो प्लेट थी उसके हाथ से छूट गई और प्लेट की टूटने की आवाज़ से चारो तरफ खन खन की आवाज़ होने लगी।
टी वि पर न्यूज़ एंकर कह रही थी - सिटी बैंक में हुई बीस करोड़ की चोरी , बैंक के मैनेजर रवि पर है पुलिस को शक क्युकी उनके बेटे का चार दिन पहले किडनैप हुआ था और उसने बीस करोड़ की मांग करी थी ''
रवि -'' सुनो जल्दी से कुछ सामान बांध लो और भागो यहाँ से क्युकी पुलिस अब हम दोनों को ही पकड़ेगी। थोड़ी देर में सोनल ने समान पैक कर लिया और दोनों गाडी में बैठ कर भागे। रवि ने गाडी फुल स्पीड में भगानी शुरू करी। रवि फ़ोन बजा , फ़ोन देखा तो इंस्पेक्टर शेखर का था। रवि ने फ़ोन नहीं उठाया , फ़ोन फिर से बजा इस बार रवि ने पिक किया।
रवि-'' हेलो इंस्पेक्टर ''
इंस्पेक्टर-'' दस मिनट में थाने पहुँचो अपनी बीवी के साथ , और ये शोर कैसा आ रहा था ,देखो अगर तुम भागने की कोशिश कर रहे हो तो बेकार है , हर जगह नाका बंदी है ''
रवि-'' सर मेने चोरी नहीं करी ''
इंस्पेक्टर-'' तो फिर भाग क्यों रहे हो ''
रवि -'' क्युकी तुम मुझे ही ज़िम्मेदार मानोगे चोरी का ''
इंस्पेक्टर -'' तुम्हे कुछ नहीं कहा जायेगा अगर तुम बेगुनाह हो ''
रवि -'' नहीं सर , मुझे पुलिस पर भरोसा नहीं '' रवि ने जोर से ब्रेक मारे क्युकी सामने पुलिस की अच्छी खासी बेरिकेटिंग थी। गाडी रुकी पुलिस ने गन पॉइंट पहले ही कर दिया था और गन पॉइंट के ऊपर ही दोनों को गाडी से बाहर निकाला और अरेस्ट किया। दोनों को थाने लाया और अलग अलग जगह रखा गया।
इंस्पेक्टर '' रवि देखो सारा शक तुम पर ही जा रहा है चोरी और किडनेपिंग का ,अब बताओ राहुल कहा है ''
रवि-'' सर मेने नहीं करी चोरी मेरा यकीन करो ''
इंस्पेक्टर -'' या तुम अपनी बेगुनाही का सबूत दो या फिर सच बता दो। तुम्हरा फ्लैट हमने पूरा छान मारा पर कुछ नहीं मिला , इतना सारा पैसा कहा छुपाया है ''
रवि-'' में नहीं बताऊंगा कुछ क्युकी आप लोगो को मुझसे पर यकीन नहीं हो रहा '' के कांस्टेबल आया और बोला सर मिस्टर रवि का फ़ोन आ रहा है ''
इंस्पेक्टर -'' हाँ ले कर आओ। उठाओ और इसे स्पीकर पर डालो ''
रवि-'' हेलो ''
'' मेरी इंस्पेक्टर से बात कराओ '' साथ ही इसंपेक्टर इशारे में कॉल ट्रेस करने के लिए भी बोलता है।
इंस्पेक्टर -'' हेलो ''
'' इंस्पेक्टर ये तूने अच्छा नहीं किया इन दोनों को थाने में बैठा कर , तुझे क्या लेना देना ये हम तीनो की आपस की बात है ''
इंस्पेक्टर -'' तू बोल कहा से रहा है ,हिम्मत है तो सामने आ एक बार ''
'' देख मेरे पास राहुल भी है और बीस करोड़ भी में चाहु तो राहुल को यही ख़त्म करके भाग जाऊ और तुम लोग मेरा कुछ भी नहीं कर पाओगे ''
इंस्पेक्टर -'' तो तू ये सब हमे क्यों बता रहा है अब तक भगा क्यों नहीं फिर ''
'' में अपनी सोनल के बिना कैसे चला जाऊ , उसी के लिए ही तो किया है ये सब मेने ''रवि ने गुस्से में फ़ोन लिया और बोला-'' देख तू जो भी है मुझे इस बात से कोई मतलब नहीं बस तू मुझे राहुल लौटा दे ''
''राहुल तो मिल जायेगा पर मुझे सोनल चाहिये। मेरे बताई हुई जगह पर सोनल को छोड़ो और राहुल को ले जाओ ''
एक कांस्टेबल दौड़ा दौड़ा आया बोला -'' सर बिग मिस्टेक ''
इंस्पेक्टर -'' कैसी मिस्टेक ''
कांस्टेबल-'' सर वो सोनल बार बार कह रही की उसे बाथरूम जाना है और वो बाथरूम की खिड़की थोड़ कर भाग गई ''
इंस्पेक्टर '' शिट ! उसे पकड़ो जल्दी जायदा दूर नहीं गई होगी वो ''
'' चलो सही है मेरा काम आसान हो गया। सोनल खुद ही मेरे पास आ रही है और जोर से हसने लगा , लेकिन अब राहुल को मरना पड़ेगा ''
इंस्पेक्टर -'' क्या हुआ कॉल ट्रेस क्यों नहीं हुयी ''
''सर ये कॉल पुराने ज़माने के फ़ोन से करि गई है इसलिए ट्रेस करना इम्पॉसिबल सा है लेकिन ये कॉल दिल्ली के कीर्ति नगर के आस पास से है ''
रवि-'' इंस्पेक्टर आप तो आपको यकीन हो गया की मेरा हाथ नहीं है इस सब में ''
इंस्पेक्टर'' हाँ लेकिन अभी भी तुम बेगुनाह साबित नहीं हुए हो। कमऑन टीम कीर्ति नगर को पूरी तरह से घेरा बंदी में ले लो और हर एक जगह अच्छे से छान मारो , लेटस जो फ़ास्ट ''
पुलिस की टीम पुरे कृति नगर में फ़ैल गई और हर जगह छान बिन करने लगी।
सोनल भागती बचती बचाती पुलिस से एक खली पड़े प्लाट में गई और वहा बेसमेंट में गई और उन काले कोट वाले शख्स को देख के ख़ुशी से पागल हो गई। वो उससे लिपट गई जोर से
सोनल -'' पुलिस हमारे पीछे पड़ी है इसको(राहुल) यही ख़त्म करो और भागो यहाँ से ''
सोनल से राहुल के मुँह से पट्टी खोली। पट्टी खुलते ही राहुल के मुँह से एक ही आवाज़ निकली '' मम्मी मुझे छोड़ दो प्लीज ''
सोनल '' में तेरी मम्मी नहीं हु ये तो मेरा प्लान था तेरे बाप से पैसे हड़पने का ''
उस काले कोट वाले शख्स पुरे सिस्टम को रॉड से तोडना शुरू कर दिया और फिर उसी रॉड को ले कर राहुल की तरफ बढ़ने लगा तभी माइक पर पुलिस की आवाज़ सुनाई देने लगी।
सोनल '' शिट , ये पुलिस कैसे आ गई यहाँ ''
'' जल्दी अपने फ़ोन बंद करो , तुम्हारे फ़ोन को ट्रेस कर रहे है वो लोग ''
कारखाने के बहार इंस्पेक्टर अपनी पूरी टीम के साथ खड़ा हुआ था साथ में रवि भी था। इंस्पेक्टर के वायरलेस पर खबर आई -'' सर सोनल ने अपना फ़ोन बंद कर दिया है पर वो लोग यही है ''
इंस्पेक्टर अपनी टीम से '' लेटस जो , सबसे पहले राहुल को बचाना है और उन दोनों को ज़िंदा पकड़ना है शूट नहीं करना है ''
''यस सर ''
तभी देखा तीनो सोनल राहुल और वो शख्स बाहर आ रहे थे और राहुल के सर पर गन लगा रखी थी उस शख्स ने और वो बोला -'' देखो तुम लोगो को राहुल चाहिए ले लो पर हम दोनों को जाने दो ''
उस शख्स ने अपना चेहरा ढक रखा था मास्क से।
इंस्पेक्टर-'' पहले अपना चेहरा दिखाओ ''
उस शख्स ने ने अपना चेहरा दिखाई तो रवि हैरान रह गया।
रवि-'' ये तो राहुल का क्लास टीचर नीरज है , में तुझे ज़िंदा नहीं छोडूंगा '' इंस्पेक्टर की गन छीनते हुए
इंस्पेक्टर-'' रवि को पीछे ले जाओ '' दो लोग रवि को पीछे खींच कर ले गए।
सामने पुलिस की फ़ौज और इस तरफ ये तीनो , नीरज को कुछ समझ नहीं आ रहा था क्युकी पुलिस उसकी बात नहीं मान रही थी।
इंस्पेक्टर-'' अपने आप को सरेंडर कर दो में तुम दोनों को बचा लूंगा ये में वादा करता हु ''
तभी एक शख्स इनोवा गाडी बहुत तेज़ लाया और पुलिस ने गाडी पर फायरिंग शुरू कर दी। गाडी के टायर पंचर हो गए। एक दौरान एक कांस्टेबल ने राहुल को अपनी तरफ खींच लिया। अब सामने तीन लोग थे सोनल , नीरज और शिव । राहुल रवि के गले लग गया और रोने लगा।
इंस्पेक्टर-'' ओह ये तुम तीनो का प्लान है लेकिन अब तुम्हरे पास अब कोई चारा नहीं है अपने आप को सरेंडर कर दो ''
इंस्पेक्टर ने एक गोली शिव के पैर पर मारी जिससे तीनो होपलेस हो गया और तीनो को गिरफ्तार कर लिया गया। इंस्पेक्टर-'' पैसे कहाँ है ?
शिव-'' गाडी में ''
गाडी को भी सीज़ कर दिया और सब थाने आ गए। तीनो के हाथ में हथकड़ी लगी हुई थी।
इंस्पेक्टर-'' हाँ तो शिव , नीरज और सोनल , मुझे शुरू से सारी कहानी बताओ।
सोनल-'' में बताती हु , में और शिव एक दूसरे से प्यार करते है पर हम दोनों की फॅमिली को ये मंज़ूर नहीं था। ना चाहते हुए भी मेरी शादी रवि से करा दी गई। मेरे घरवालों को ये बात पता थी की रवि ये दूसरी शादी है फिर भी उन लोगो ने अच्छा पैसा और घर के लालच में मेरी शादी करा दी। शादी के बाद टाइम ऐसे ही निकलते गया और एक दिन मेने देखा की शिव मेरे ही अपर्टमेंट में रहने के लिए आ गया पर कोई फायदा नहीं था क्युकी शिव की भी शादी हो चुकी थी।
इंस्पेक्टर-'' और ये नीरज ये कैसे तुम्हरी टीम में आया ''
शिव-'' ये मेरा दोस्त है। ये कंप्यूटर हैकिंग में एक्सपर्ट है और इसी वजह से पुलिस हमें ट्रेस नहीं कर पाती थी क्युकी सारी कॉल इंटरनेट के जरिये ही आती थी। अगर हम इस प्लान में सक्सेस हो जाते तो नीरज को पांच करोड़ मिलते ''
इंस्पेक्टर गुस्से वाला मुँह बनाते हुए -'' कोन था जो ये कह रहा था की ये कॉल पुराने बटन वाले फ़ोन से आ रही है''
इंस्पेक्टर फिर बोला -''और जानकी को किसने मारा और राहुल को गोली किसने मारी थी ?
शिव -'' मेने ही मारी थी जब राहुल को मेने गोली मारी थी तब नीरज वही फ्लैट में था राहुल को बेहोश होने के बाद नीरज ने राहुल को उसी के कमरे में छुपा दिया था क्युकी उस टाइम राहुल को नीचे ले जाना मुश्किल था और सोनल ने राहुल के गायब होने का नाटक किया ''
सोनल '' अगले दिन जब जानकी आई थी तो मेने उसे राहुल के कमरे में जाने से माना किया था पर वो नहीं मानी उसने कमरे में राहुल को देख लिया था इसलिए उसे ठिकाने लगाना पड़ा ''
इंस्पेक्टर-'' और शिव तुम्हारी वाईफ कहा है ?
शिव-'' उसे भी मार दिया क्युकी उसे हमारे प्लान के बारे में पता चल गया था ''
सोनल-'' में बस यही चाहती थी की में और शिव एक हो जाए और ढेर सारा पैसे हो हमारे पास इसके लिए ये सब किया ''
इंस्पेक्टर-''और बैंक में चोरी किसने की ?
नीरज-'' मेने और शिव ने बैंक की सभी चाबी की डुप्लीकेट पहले ही बनवा ली थी ''
इंस्पेक्टर-'' कुल मिला कर ये प्लान था की रवि को तुम लोग फसा कर बीस करोड़ साफ़ कर जाओ और उसके बेटे को भी मार दो। लेकिन अफ़सोस अब ऐसा तो मुमकिन है नहीं और शिव के ज़िन्दगी उसे तो भूल जाओ ''
कोर्ट ने तीनो को को उम्र कैद की सजा सुनाई। बीस करोड़ फिर से वापिस बैंक में चले गए। इंस्पेक्टर शेखर के थाने को पांच लाख रूपये सरकार की तरफ से मिले।
रवि ने अपने ट्रांसफर की अर्जी डाली और उसका ट्रांसफर देहरादून हो गया। दोनों बाप बेटे अब चैन की ज़िन्दगी बिता रहे है।
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