प्रिय प्लूटो मुझे ये जान कर बेहद दुख हुआ, की अब आप हमारे सौरमंडल के मुख्य ग्रह परिवार के सदस्य नही रहे, आपको पृथ्वी वासियों ने सौतेला बता कर इस परिवार की गिनती से निष्काषित कर दिया, हम सब जानते है किसी के लिए भी ये जानना बड़ा ही दुःखद अनुभव होगा कि अब तक जिस परिवार का वो खुद को सदस्य मानता आया था वो एक झूठ था,
और ऐसा ही कुछ आपके साथ भी हुआ, आप पर टूटी इस घोर स्थिति का समय बड़ा ही कठोर होगा, मगर इसके साथ हम पृथ्वी वासियों ने आपकी भावनाओं को मध्य नज़र रखते हुए, विशेष रूप से आपके लिए, आपको हमारे सौर मंडल के एक अन्य परिवार में स्थान दिलवाया, जो कि बौने ग्रहों का परिवार है। ताकि आपका दुख थोड़ा कम हो सके, मुझे आशा है। जल्द ही आप इस नए परिवार के सुखद अनुभव को प्राप्त कर इनके आदि हो जाओगे और अपने कठोर अतीत को भूलने में भी सक्षम रहोगें।
आपकी स्थिति का अनुमान लगाना पृथ्वी के किसी भी वासी की क्षमता से बहार है। तभी तो हमने आपकी इस कठोर परिस्थितयों को अनदेखा कर एक ऐसा ऐतिहासिक निर्णय लिया जिसने आपको आपके परिवार का सदस्य ही नही छोड़ा, और आपको सौर मंडल के मुख्य ग्रहों के परिवार का सौतेला सदस्य घोषित कर दिया गया।
आपकी पदवी छीनने के बाद अब हमारे सौर मंडल में मुख्य ग्रहों की संख्या 9 से घट कर केवल 8 रह गई हैं।
ऐसा ऐतिहासिक फैसला लेने के लिए हमने हमारी पृथ्वी के बहोत से विशेषज्ञों और विज्ञान शास्त्रियों का एक समूह बनाया,
उसके बाद हमने आपकी आज्ञा के बिना आपकी परीक्षा लेने का दुःसाहस किया,
जिसमें उन विशेषज्ञों और विज्ञान जगत के महान शास्त्रियों द्वारा तीन मत्वपूर्ण शर्ते रखी गई।
जिसके अनुसार=
1 सूर्य के चारों ओर आपकी कक्षा हो।
2 आपके भीतर पर्याप्त गुरुत्वाकर्षण हो, जिसके चलते आप गोल स्वरूप ग्रहण कर सकें।
और अंतिम 3 आपके आसपास का क्षेत्र साफ हो, यानी आपके चारों ओर आपके समान आकर और भार के अन्य खगोलीय पिंडों ( celestial bodies ) की भीड़ भाड़ नही होनी चाहिए।
अफसोस आप इन तीन में से अंतिम परीक्षा में असफल रहे। और यही आपके लिए सबसे बड़ी समस्या का कारण बनी और आपको अपने परिवार से हटा दिया गया।
हमारे यहाँ के बहुत से पृथ्वी वासी इस निर्णय के पक्ष में नही थे। और उन्होंने जम कर विरोध किया, मगर आपके विरोधियों की संख्या यहाँ पर अधिक थी और आपको इस का दुष्ट परिणाम भुगतना पड़ा।
मगर आप निराश मत होइए मुझें पूरा विश्वास है। कि जिस प्रकार आपको कुछ कारणों के चलते सौर मंडल के मुख्य ग्रहों की गिनती से बहार कर बौने ग्रहों में समिलित किया गया, ठीक उसी प्रकार से भविष्य में आपको कुछ अन्य कारणों के चलते वापिस आपकी पदवी पर स्थापित किया जाएगा।
आप ये कभी ना भूले समय हम सबसे अधिक बलवान होता है। जो भविष्य में कुछ भी बदल सकता है।
अंत में बस इतना ही कहूंगा आप अपने नए परिवार के सदस्यों के साथ अनंत आनंद प्राप्त करे।
कक्षा सातवीं का एक साधारण पृथ्वी वासी
दिनांक 24 अगस्त 2006