अनुवाद: डॉ. पारुल आर. खांट
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'दीदी, आज मुझे पावरफुल प्रोड्यूसर-डिरेक्टर अमन कपूर को मिलने जाना है |' स्ट्र्गलिंग एक्ट्रेस मयूरी माथुर अपनी बड़ी बहन मोहिनी माथुर को कह रही थी |
'धेट्स ग्रेट!' मोहिनी ने कहा |
'अमन कपूर की नयी फिल्म के लिए फ्रेश फेस की तलाश जारी है | कास्टिंग डाइरेक्टर रितेश चावला ने मेरा नाम सजेस्ट किया है |' मयूरी की आवाज में उत्साह था |
'ऑल ध बेस्ट, माय डियर सिस |’ मोहिनी ने कहा |
'प्रे फॉर मी दीदी कि मुझे यह चान्स मिल जाय |’
‘मैं एवरी डे ईश्वर को प्रार्थना करती ही हूँ कि मेरी लाड़ली बहन का हीरोइन बनने का सपना जल्दी ही पूरा कर दे | '
'दीदी, मेरे लिए तो तुम ही ईश्वर हो ! तुम्हारा सपोर्ट नहीं होता तो मैं टिक ही नहीं पाती |' मयूरी भावुक हो गई |
'पागल हो तुम!' मोहिनी ने कहा |
दोनों बहनों के बीच देर तक बातें चलती रही |
मयूरी हर रोज रात को उसकी बड़ी बहन मोहिनी के साथ लंबी बातें करती थी | पूरा दिन उसने क्या किया, किसे मिली एत्यादि वह मोहिनी को कहती थी |
अत्यन्त स्वरूपवान और आकर्षक व्यक्तित्ववाली मयूरी हीरोइन बनने का सपना लेकर जयपुर से बम्बई आई थी | वह तीन साल से बम्बई में संघर्ष कर रही थी लेकिन उसे चान्स नहीं मिल रहा था | उसे मॉडेलिंग का थोडा चान्स मिला था | उसे दो-तीन टीवी सीरियल के लिए ऑफर मिली थी | लेकिन वह हिन्दी फिल्म की हीरोइन बनना चाहती थी | टीवी सीरियल एक्ट्रेस का लेबल लग जाये तो बाद में फिल्म की हीरोइन बनना मुश्किल हो जाएगा ऐसा वह मानती थी | इसलिए उसने टीवी सीरियल से दूर रहने का निश्चय कर लिया था | इस निश्चय में उसकी बड़ी बहन मोहिनी ने भी मदद की थी |
मयूरी की डॉक्टर बहन मोहिनी उससे तीन साल बड़ी थी | वह मयूरी से भी ज्यादा सुन्दर थी, लेकिन उसे बॉलीवुड के प्रति आकर्षण नहीं था। उसने एम.बी.बी.एस. की डिग्री प्राप्त की, बाद में वह हायर मेडिकल एज्युकेशन के लिए अमरिका जाना चाहती थी | मयूरी के माता-पिता सफल डॉक्टर थे और जयपुर में हॉस्पिटल चलाते थे, जिसमें उनके अलावा कई सारे डॉक्टर्स भी थे | मोहिनी उसकी तरह सफल डॉक्टर बनना चाहती थी, लेकिन दो साल पहले मयूरी और मोहिनी के डॉक्टर पैरेंट्स की एक कार अकस्मात में अकाल मृत्यु हो गई | इसके बाद मोहिनी ने अमरिका की पढ़ाई का विचार छोड़ दिया और पैरेंट्स की हॉस्पिटल संभाल ली | वह अब जयपुर में ही एम. डी. की पढ़ाई कर रही थी | पैरेंट्स की मृत्यु के बाद वह मयूरी की बहन के साथ-साथ माता-पिता की भूमिका में भी आ गई थी | वह मयूरी के साथ निरन्तर संपर्क में रहती थी और आवश्यकतानुसार पैसें भी भेजती थी |
मोहिनी मयूरी के लिए ज्यादा प्रोटेक्टिव थी | मोहिनी को मार्शल आर्ट में रूचि थी | वह कराटे चेम्पयन थी और कई मार्शल आर्ट स्पर्धाओं में हिस्सा ले चुकी थी | वह मार्शल आर्ट की ओर झुकी उसके पीछे वजह थी | मोहिनी टीनेजर थी तब 31वीं दिसम्बर की रात की पार्टी में उसके बॉयफ्रेंड के साथ उसके फार्महाउस पर गई थी | उस रात उस पर उसके बॉयफ्रेंड और उसके मित्रों ने गेंगरेप किया था | इस वजह से मोहिनी को पुरुषों से नफरत हो गई थी | इस घटना के बाद वह मार्शल आर्ट की ओर झुकी थी | किसी स्त्री की छेड़ती करते पुरुष को देखकर उसमें खुन्नस उभर आता था | कई युवान उसके हाथ का मार खा चुके थे | मयूरी कॉलेज में पढ़ती थी तब एकबार उसकी छेड़ती करने की गलती करने वाले चार मवालियों को मोहिनी ने इतना पीटा था कि उनमें से दो को हॉस्पिटलायज करना पड़ा था |
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'यु आर अ वेरी ब्युटिफुल गर्ल | लेकिन इस फिल्म के लिए हमें अलग ही प्रकार का चेहरा चाहिए | आई मे कन्सिडर यु फॉर माय फ्युचर फिल्म | '
पाँच मिनट की मीटिंग के बाद अमन कपूर ने मयूरी से कहा।
मयूरी ने वहाँ से विदा ली | वह निराश होकर बाहर निकल रही थी तब सुपरस्टार दिलनवाझ खान ने अमन कपूर की ऑफिस में प्रवेश किया और अमन की चेम्बर की ओर आगे बढ़ा | उसकी नजर मयूरी पर पड़ी थी |
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'कौन थी वह लडकी, अमन?'
सुपरस्टार दिलनवाझ खान ने उसके पार्ट्नर और प्रोड्यूसर-डाइरेक्टर अमन कपूर की ऑफिस में दाखिल होते ही सवाल किया |
दिलनवाझ ने अपनी जिन्दगी में कितनी ही सुन्दर युवतियाँ देखी थी, लेकिन अभी जिस युवती को देखा वह अलग ही थी | रेड कलर का स्लीवलेस, स्किन टाइट टॉप और डार्क ब्लू कलर के जिन्स पेंट में सज्ज, बाइस-तेईस साल की, अंदाजित ५.८ फीट लंबी वह ब्युटिफुल युवती एक्सट्रीम्ली सेक्सी लग रही थी | उस लडकी ने थोड़ी खचकाहट के साथ दिलनवाझ का अभिवादन किया तब दिलनवाझ की आँखें उस युवती की आँखों के साथ कुछ पल के लिए मिली थी | दिलनवाझ ने उस लड़की को दो सेकेंड के लिए देखा था, लेकिन अभी भी उस युवती की आँखें, चेहरा और सेक्सी फिगर उसके मानसपट पर तैर रहे थे |
'तुझे उस लडकी में कुछ खास लगा? मुझे तो उसमें कोई खास बात नजर नहीं आई!' अमन कपूर ने मजाक की |
'तुम्हें वैसे भी लडकियों में कहाँ रस पड़ता है?' दिलनवाझ ने 'गे' की तरह पहचाने जाते अमन कपूर को ताना मारा | बाद में फिर से पूछा, 'कौन थी वो लड़की?'
'उसका नाम मयूरी माथुर है | एक्ट्रेस बनने के लिए स्ट्र्गल कर रही है | मॉडेलिंग के छोटे-बड़े असाइनमेंट्स करती है | हमारी नई फिल्म के लिए कास्टिंग डाइरेक्टर ने भेजी थी, लेकिन मुझे उस लडकी में दम नहीं लगा...'
अमन कपूर की बात बीच में ही काटते हुए दिलनवाझ ने कहा, 'साइन कर ले उस लड़की को |'
'लेकिन मैनें उसे कहा है कि हमारी इस फिल्म के लिए अलग ही प्रकार का चेहरा चाहिए | अब...'
'मुझे वह लड़की पसन्द आ गयी है, अमन |’ दिलनवाझ ने उसे रोकते हुए कहा |
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मयूरी माथुर अमन कपूर को मिलकर बाहर निकली तब डाउन थी | अमन कपूर की बात से उसे लगा था कि वह उसे चान्स नहीं देगा | मयूरी को आज दिन तक किसी भी फिल्म में चान्स नहीं मिला था | उसने कई बार रिजेक्शन का अनुभव किया था, लेकिन इस बार उसे ऐसी अंत:स्फुरना हो रही थी कि अमन कपूर उसे चान्स देंगे | लेकिन अमन कपूर ने उसे ठंडा प्रतिसाद दिया था | रिजेक्शन का सामना करना पड़े तब वह स्वाभाविक थोड़ी निराशा का अनुभव करती थी | हालांकि उसने कभी अपनी महत्वाकांक्षा छोड़कर वापस जयपुर जाने का नहीं सोचा था |
अमन कपूर की ऑफिस से बाहर निकलकर मयूरी पृथ्वी थियेटर पहुँची | उसकी फ्लॅट पार्ट्नर काव्या उसे वहाँ मिलनेवाली थी | वह पृथ्वी थियेटर पहुँची तभी उसकी फ्लेट पार्ट्नर काव्या का कॉल आया, 'मयूरी, तुम पृथ्वी पहुँच गयी?'
'यस | व्हेर आर यु?'
'सॉरी मयूरी,मुझे पहुँचने में थोड़ी देर होगी | ट्राफिक में अटक गई हूँ | '
'ओके | आई एम वेटिंग | '
'हेय तुम्हारी आवाज क्यों डाउन लगती है? वॉट हॅपंड?' काव्या ने पूछा |
'नथिंग | और एकबार रिजेक्शन फेस करके आई हूँ अभी |
'चियर अप ! मैं तो तुझसे ज्यादा स्ट्रॅगल कर रही हूँ | धिस इझ अ पेशन्स गेम | यु नो वेरी वेल |'
मयूरी काव्या के साथ बात कर रही थी तभी उस पर अमन कपूर का कॉल आया | कॉल वेटिंग की ट्यून सुनकर मयूरी ने मोबाइल की स्क्रीन पर देखा और उसके हार्ट बिट्स बढ़ गये | एक पल के लिए तो उसे अपनी आँख पर विश्वास ही नहीं हुआ | अमन कपूर का कॉल आ रहा था! उसने काव्या को कुछ कहे बिना उसका कॉल होल्ड पर रखकर अमन कपूर का कॉल रिसिव कर लिया |
'मयूरी?' अमन कपूर ने कहा |
'यस सर |' मयूरी ने थरथराती आवाज में कहा |
'आई हॅव डिसाइडेड टु कास्ट यु एज ध हीरोइन फॉर माय अपकमिंग फिल्म 'बॉम्बे ब्ल्यूज' | दिलनवाझ इझ ध हीरो ऑफ ध फिल्म |' अमन कपूर ने कहा |
मयूरी को लगा कि उसका ह्रदय उछलकर बाहर आ जाएगा | एक पल के लिए वह अवाक हो गयी |
'थेन्क्स अ टन सर | आई डोन्ट हेव वर्ड्स टु शॉ माय ग्रेटिट्युड!' मयूरी इतना ही बोल पाई |
'यु आर वेलकम | कम टु माय ऑफिस टुमोरो एट इलेवन इन ध मॉर्निंग | वी विल कम्पलीट ऑल ध
फॉर्मालिटीज |' अमन कपूर ने कहा |
अमन कपूर का कॉल पूरा होने के बाद मयूरी थोड़ी देर स्टेच्यु की तरह खड़ी रही | अमन कपूर ने उसकी नई फिल्म के लिए उसे हीरोइन के रूप में पसंद किया है यह हकीकत पचते थोड़ी देर लगी | फिर उसके मन में खुशी,उतेजना,रोमांच सहित कई भावभंगिमाए एक साथ उभर आई | उसे लगा कि वह सातवें आसमान पर विहार कर रही है | उसकी जिन्दगी में अक्ल्पय मोड़ आ गया था |
उस वक्त मयूरी को कल्पना भी नहीं थी कि वह जिसे अपनी जिन्दगी का सबसे बड़ा और सुखद मोड़ मान रही है वह मोड़ उसे जिन्दगी के अन्त की ओर धकेल रहा था |
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