ये कहानी राधिका की है जो एक अनपढ़ लडकी थी जो सुन्दर,सुशील,बड़ों का सम्मान,इज्जत,आदर करने वाली महिला थी जिसकी शादी एक बड़े घर व शिक्षित परिवार में हो जाती है।
व्यक्ति जितना शिक्षित होता है उतना ही वह अपने अधिकारों की रक्षा करने में समर्थ होता है
राधिका के 3 जेठ थे अर्थात 3 ही जेठानियां थी जो सारी पढ़ी लिखी शिक्षित थी जो किसी न किसी प्रकार का जॉब कर करती थी।
राधिका का पति अन्य स्टेट में जॉब करता था जिसके कारण राधिका का शोषण होता।
राधिका को परिवार का सारा काम करना पड़ता और जब राधिका मना कर देती तो उसे ताने मारते कि घर की अनपढ़ गंवार लड़की घर का काम ही करती हैं इस तरह उससे घर का सारा काम करवा लिया जाता था
राधिका घर का सारा काम करती और जब उसकी जेठानियां जॉब पर चली जाती तो उनके बच्चो को भी संभालती थी। कभी कभी तो जब उनके बच्चे उनके आते ही रोने लग जाते तो वे ताने भी मारते कि तूने इनकी देखभाल सही से नहीं की है तभी तो ये रो रहे हैं तूने इन्हे खाना नहीं खिलाया होगा।
जब कभी राधिका सज धज के तैयार हो जाती तो उसकी जेठानियां कहती कि तुम्हारा पति तो यहां है ही नहीं फिर तुम सज किस लिए रही हो।
राधिका को अपने लिए समय ही नहीं मिल पाता और राधिका का पति कभी कभी ही घर आता था और राधिका जब उन्हें जब अपने काम के बारे में बताती तो कहती कि मुझे अपने लिए फुर्सत ही नहीं मिल पाती हैं ,आप मुझे अपने साथ ले चलिए तो उसका पति ये कह कर बात टाल देता कि अगली बार ले चलूंगा ।
राधिका का पति कहता कि तुम सबसे छोटी हो इसलिए कुछ दिनों के लिए अपने सास ससुर की सेवा करो और फिर कुछ महीनों बाद में यहीं रहूंगा तुम चिंता मत करो
जब राधिका का पति वापस चला जाता है तो उसे फिर वहीं काम काज करने पड़ते हैं।
एक दिन जब घर में कोई नहीं था तो तो उसके सबसे छोटे जेठ ने उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की तो राधिका ने इसका विरोध किया।राधिका के जैठ ने सोचा कि राधिका संबंध बनाने के लिए राजी हो जाएगी लेकिन राधिका एक सुशील,और अपने पति के प्रति निष्ठावान महिला थी
जब राधिका के पति को इस बात का पता चला तो उसने कहां कि आप एक बार भईया को माफ कर दीजिए तो राधिका ने कहा कि मैं इन्हें माफ़ नहीं करूंगी बल्कि केस दर्ज करूंगी और ये मेरे जेठ है और पिता तुल्य होते हैं इन्हें ऐसा काम करने की हिम्मत कैसे हुई
और आप को भी तलाक दे दूंगी तो राधिका के ससुराल वालों ने अपनी इज्जत को बचाने के लिए राधिका को सबने मिल कर मार डाला।
इस तरह एक बड़े घर में एक अच्छी और सुशील महिला की हत्या कर दी गई।
राधिका के भाइयों ने हत्या करने का आरोप लगाया ससुराल पक्ष पर लेकिन पैसों की बदोलत उन्हे सजा नहीं मिल पाई,कभी तारीख पर उनके गवाह नहीं आते तो कभी बहाने बना कर स्वयं ससुराल वाले खुद नहीं आते और इस तरह केस न्यायालय में काफी महीनों तक चलता रहा।