The Author Sarvesh Saxena फॉलो Current Read The Seven Doors - 3 By Sarvesh Saxena हिंदी डरावनी कहानी Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books बैरी पिया.... - 57 अब तक : शिविका भी उसके पीछे बाहर आ गई । मोनिका नीचे हॉल में... साइकिल और हुनरमन्द 1. बाल कहानी - साइकिलतीन मित्र थे, राजू, सोनू और पप्पू। तीनो... साथिया - 128 केस की शुरुआत हो चुकी थी और अक्षत की तरफ से केस नील ने ल... My Wife is Student ? - 24 स्वाति क्लास में आ जाति है! ओर माया भी तभी वो दोनो देखती हैं... यादों की अशर्फियाँ - 21 - बॉयज के साथ बातचीत बॉयज के साथ बातचीत ट्यूशन की सबसे बड़ी खासियत थी... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी उपन्यास Sarvesh Saxena द्वारा हिंदी डरावनी कहानी कुल प्रकरण : 10 शेयर करे The Seven Doors - 3 (22) 3.1k 6k 1 कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि एंजल और रशेल जैसे ही कहानी पढ़ना शुरू करते हैं, दूसरी दुनिया में पहुंच जाते है जहां उन्हें एक उदास बुढ़िया मिलती है l बुढ़िया की मदद करने के लिए वो उन साथ दरवाजों में जाने के लिए ज़िद करते हैं l पहले दरवाजे में जाकर उन्हें पता चलता है की वह मशीनों की दुनिया में आ गए हैं, जहां उन्हें ब्रैवो नाम का बच्चा मिलता है, वह तीनों मशीनी दुनिया के दैत्यों का मुकाबला करके जीत जाते हैं और दूसरे दरवाजे में चले जाते हैं lअब आगे.... दूसरे दरवाजे में घुसते ही तीनों बच्चे अंधेरे में हवा मे गिरते गिरते थोड़ी देर बाद जब जमीन पर आते हैं तो दूर-दूर तक उन्हें कोई नहीं दिखाई देता, वहां चारों ओर सिर्फ बर्फ ही बर्फ, बर्फ के पेड़, बर्फ के पहाड़, बर्फ के रास्ते, सब कुछ बर्फ का, वह तीनों उठकर चलने लगे, बहुत दूर जाकर ब्रैवो भाग भागकर एक गड्ढे में घुस गया, एंजल और रशेल ने उसे बहुत मना किया पर वह नहीं माना क्योंकि वह बहुत शैतान था इसीलिए उसके पीछे एंजल और रशेल भी गड्ढे में कूद गए lजब वो गड्ढे के अंदर पहुंचे तो देखा उनके सामने कई सारे बर्फ के घर थे, जिनमे बर्फीले परिवार रहते थे l जैसे ही बर्फ़ीले परिवारों ने तीनों बच्चों को देखा, सबने मिलकर उन्हें घेर लिया और उन्हें घूर कर देखने लगे, तभी एक बर्फीले आदमी ने कहा, "कौन हो तुम लोग? यहाँ क्या करने आए हो? जरूर ये उस बर्फ के शैतान के सैनिक होंगे जो हमे और मुसीबत देने आए हैं" l ये कहते ही सारे बर्फीले लोग चिल्लाने लगे और तीनों बच्चों की तरफ बढ़ने लगे, तभी ब्रैवो भी चिल्लाते हुए वहाँ से भागने लगा, चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई, एंजेल और रशेल भी मौका पाकर एक बर्फीले बगीचे मे छुप गए, तभी एक बर्फीले आदमी ने ब्रैवो को देख लिया और उसे अपने हथियार से बर्फ का बना दिया l एंजेल ये देख कर रोने लगी और फिर दोनों बच्चों को भी कैद कर लिया गया l रात में जब सब सो जाते हैं तो वो दूर बर्फ बने ब्रैवो को देख रोने लगते हैं, उनके आंसू आंख से गाल तक आते आते बर्फ बन जमीन पर गिर जाते l एंजेल ने रोते हुए कहा, "भैया हम तो सबकी मदद के लिए आए थे लेकिन...." कहते हुए दोनों भाई बहन रोने लगते हैं, तभी एक बर्फीला बच्चा उठ कर आता है और कहता है कि, "अगर तुम लोग हमारी बर्फीली दुनिया को फिर से सही कर दोगे तो उसके बर्फीले लोग तुम्हारे साथी को ठीक कर देंगे और तुम्हें आज़ाद कर देंगे" l" हम तुम्हारी मदद जरूर करेंगे" दोनों बच्चों ने कहा l यह सारी बात बर्फीले बच्चों के मां-बाप भी सुन रहे थे, उन्होंने भी इस बात को मान लिया और बताया," हम भी कभी तुम्हारे जैसे थे, और अपना जीवन खुशी से जी रहे थे l हम आग की पूजा करते थे, इस बात से नाराज उस बर्फीले दुष्ट राक्षस ने हमारी पूरी दुनिया बर्फ की बना दी और हमारे आग देवता को एक बर्फीली ज्वालामुखी मे कैद कर लिया, उसने हमे ये चेतावनी दी कि अगर हम मे से कोई अपने देवता को छुड़ाने के लिए ज्वालामुखी के पास भी आया तो वो नष्ट हो जाएगा और तब से हम इसी तरह जी रहे हैं" lअब एंजेल और रशेल को सारी बात समझ आ चुकी थी, बच्चों ने बर्फीले लोगों को कुछ समझाया और सब ने उनकी बात मानकर ज्वालामुखी की ओर बढ़ चले lज्वालामुखी से आग की जगह धीरे धीरे बर्फीला लावा निकालता और इसी ये बर्फीली दुनिया और भी ठंडी हो जाती lएंजेल ने छड़ी निकाली और जोर जोर से चिल्लाने लगी," शुरू हो जाओ!! " तभी सारे बर्फीले लोग अपने हथियारों से ज्वालामुखी के चारों ओर जमीन तोड़ने लगे, रशेल जान चुका था कि उन्हें झूठी चेतावनी दी गई थी क्योंकि जब वो इस दुनिया मे आए थे तो ज्वालामुखी के पास से होकर गुजरे थे पर उन्हें कुछ नहीं हुआ था l धीरे धीरे दरारें होने लगी और बर्फीला लावा तेजी से निकलने लगा जिसमें कुछ लोग इतना जमने लगे कि जमकर बुत बन गए पर किसी ने हार नहीं मानी अब ज्वालामुखी की दीवार फटने लगी और जैसे ही पूरी फटने वाली थी दोनों बच्चों ने चिल्लाना शुरू कर दिया, "तैयार हो जाओ", बर्फीले लोग सब बर्फ के पेड़ों पे चढ़ गए और तभी ज्वालामुखी फट पड़ा और उसमे से बर्फीला लावा हर तरफ फैलने लगा सभी चीज़ें बिल्कुल पत्थर की तरह ज़ाम हो गई लावा पेड़ों के नीचे से अब ऊपर तक बढ़ने लगा तभी सब लोग चिल्लाने लगे वो देखो हमारे आग देवता और तभी रशेल ने छड़ी निकाली और उस आग देवता की तरफ कर दी और अचानक एक विस्फोट हुआ, सब ने घबराकर आंखें बंद कर लीं और जब खोली तो देखा चारों तरफ आग थी जिस से सारी बर्फ पिघलती रही थी, देखते देखते चारों तरफ विशाल महासागर बन गया और उसमे अब धीरे धीरे सब कुछ पहले सा सामान्य हो रहा था, हर कोई पानी मे बहा जा रहा था लेकिन खुश था कि तभी बहते हुए ब्रैवो ने आवाज लगाई, "जल्दी करो वो आ रहा है" और तेजी से लाल रोशनी होने लगी तीसरा दरवाजा प्रकट हो चुका था l ब्रैवो दरवाजे के पास जा खड़ा हुआ, रशेल भी दरवाजे की तरफ बढ़ने लगा लेकिन एंजेल परेशान होकर पानी में अपना दिशा और समय यंत्र ढूंढ रही थी जो कहीं बह चुका था , एंजेल पानी में दूसरी तरफ बह गई, तभी ब्रैवो चिल्लाया जल्दी करो वरना दरवाजा गायब हो जाएगा और रशेल न चाहते हुए भी दरवाजे की तरफ बढ़ गया कि तभी बर्फीले लोग जो अब समान्य थे एंजेल को दरवाजे तक ले आए, धीरे धीरे सारा पानी भी बह चुका था और फिर तीनों बच्चों का धन्यवाद किया और समय के अंदर ही तीनों बच्चे तीसरे दरवाजे में पहुंच गए lआगे की कहानी अगले भाग मे....कहानी पढ़ने के लिए आप सभी मित्रों का आभार lकृपया अपनी राय जरूर दें, आप चाहें तो मुझे मेसेज बॉक्स मे मैसेज कर सकते हैं l?धन्यवाद् ?? सर्वेश कुमार सक्सेना ‹ पिछला प्रकरणThe Seven Doors - 2 › अगला प्रकरण The Seven Doors - 4 Download Our App