The Seven Doors - 3 books and stories free download online pdf in Hindi The Seven Doors - 3 (22) 2.6k 5k 1 कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि एंजल और रशेल जैसे ही कहानी पढ़ना शुरू करते हैं, दूसरी दुनिया में पहुंच जाते है जहां उन्हें एक उदास बुढ़िया मिलती है l बुढ़िया की मदद करने के लिए वो उन साथ दरवाजों में जाने के लिए ज़िद करते हैं l पहले दरवाजे में जाकर उन्हें पता चलता है की वह मशीनों की दुनिया में आ गए हैं, जहां उन्हें ब्रैवो नाम का बच्चा मिलता है, वह तीनों मशीनी दुनिया के दैत्यों का मुकाबला करके जीत जाते हैं और दूसरे दरवाजे में चले जाते हैं lअब आगे.... दूसरे दरवाजे में घुसते ही तीनों बच्चे अंधेरे में हवा मे गिरते गिरते थोड़ी देर बाद जब जमीन पर आते हैं तो दूर-दूर तक उन्हें कोई नहीं दिखाई देता, वहां चारों ओर सिर्फ बर्फ ही बर्फ, बर्फ के पेड़, बर्फ के पहाड़, बर्फ के रास्ते, सब कुछ बर्फ का, वह तीनों उठकर चलने लगे, बहुत दूर जाकर ब्रैवो भाग भागकर एक गड्ढे में घुस गया, एंजल और रशेल ने उसे बहुत मना किया पर वह नहीं माना क्योंकि वह बहुत शैतान था इसीलिए उसके पीछे एंजल और रशेल भी गड्ढे में कूद गए lजब वो गड्ढे के अंदर पहुंचे तो देखा उनके सामने कई सारे बर्फ के घर थे, जिनमे बर्फीले परिवार रहते थे l जैसे ही बर्फ़ीले परिवारों ने तीनों बच्चों को देखा, सबने मिलकर उन्हें घेर लिया और उन्हें घूर कर देखने लगे, तभी एक बर्फीले आदमी ने कहा, "कौन हो तुम लोग? यहाँ क्या करने आए हो? जरूर ये उस बर्फ के शैतान के सैनिक होंगे जो हमे और मुसीबत देने आए हैं" l ये कहते ही सारे बर्फीले लोग चिल्लाने लगे और तीनों बच्चों की तरफ बढ़ने लगे, तभी ब्रैवो भी चिल्लाते हुए वहाँ से भागने लगा, चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई, एंजेल और रशेल भी मौका पाकर एक बर्फीले बगीचे मे छुप गए, तभी एक बर्फीले आदमी ने ब्रैवो को देख लिया और उसे अपने हथियार से बर्फ का बना दिया l एंजेल ये देख कर रोने लगी और फिर दोनों बच्चों को भी कैद कर लिया गया l रात में जब सब सो जाते हैं तो वो दूर बर्फ बने ब्रैवो को देख रोने लगते हैं, उनके आंसू आंख से गाल तक आते आते बर्फ बन जमीन पर गिर जाते l एंजेल ने रोते हुए कहा, "भैया हम तो सबकी मदद के लिए आए थे लेकिन...." कहते हुए दोनों भाई बहन रोने लगते हैं, तभी एक बर्फीला बच्चा उठ कर आता है और कहता है कि, "अगर तुम लोग हमारी बर्फीली दुनिया को फिर से सही कर दोगे तो उसके बर्फीले लोग तुम्हारे साथी को ठीक कर देंगे और तुम्हें आज़ाद कर देंगे" l" हम तुम्हारी मदद जरूर करेंगे" दोनों बच्चों ने कहा l यह सारी बात बर्फीले बच्चों के मां-बाप भी सुन रहे थे, उन्होंने भी इस बात को मान लिया और बताया," हम भी कभी तुम्हारे जैसे थे, और अपना जीवन खुशी से जी रहे थे l हम आग की पूजा करते थे, इस बात से नाराज उस बर्फीले दुष्ट राक्षस ने हमारी पूरी दुनिया बर्फ की बना दी और हमारे आग देवता को एक बर्फीली ज्वालामुखी मे कैद कर लिया, उसने हमे ये चेतावनी दी कि अगर हम मे से कोई अपने देवता को छुड़ाने के लिए ज्वालामुखी के पास भी आया तो वो नष्ट हो जाएगा और तब से हम इसी तरह जी रहे हैं" lअब एंजेल और रशेल को सारी बात समझ आ चुकी थी, बच्चों ने बर्फीले लोगों को कुछ समझाया और सब ने उनकी बात मानकर ज्वालामुखी की ओर बढ़ चले lज्वालामुखी से आग की जगह धीरे धीरे बर्फीला लावा निकालता और इसी ये बर्फीली दुनिया और भी ठंडी हो जाती lएंजेल ने छड़ी निकाली और जोर जोर से चिल्लाने लगी," शुरू हो जाओ!! " तभी सारे बर्फीले लोग अपने हथियारों से ज्वालामुखी के चारों ओर जमीन तोड़ने लगे, रशेल जान चुका था कि उन्हें झूठी चेतावनी दी गई थी क्योंकि जब वो इस दुनिया मे आए थे तो ज्वालामुखी के पास से होकर गुजरे थे पर उन्हें कुछ नहीं हुआ था l धीरे धीरे दरारें होने लगी और बर्फीला लावा तेजी से निकलने लगा जिसमें कुछ लोग इतना जमने लगे कि जमकर बुत बन गए पर किसी ने हार नहीं मानी अब ज्वालामुखी की दीवार फटने लगी और जैसे ही पूरी फटने वाली थी दोनों बच्चों ने चिल्लाना शुरू कर दिया, "तैयार हो जाओ", बर्फीले लोग सब बर्फ के पेड़ों पे चढ़ गए और तभी ज्वालामुखी फट पड़ा और उसमे से बर्फीला लावा हर तरफ फैलने लगा सभी चीज़ें बिल्कुल पत्थर की तरह ज़ाम हो गई लावा पेड़ों के नीचे से अब ऊपर तक बढ़ने लगा तभी सब लोग चिल्लाने लगे वो देखो हमारे आग देवता और तभी रशेल ने छड़ी निकाली और उस आग देवता की तरफ कर दी और अचानक एक विस्फोट हुआ, सब ने घबराकर आंखें बंद कर लीं और जब खोली तो देखा चारों तरफ आग थी जिस से सारी बर्फ पिघलती रही थी, देखते देखते चारों तरफ विशाल महासागर बन गया और उसमे अब धीरे धीरे सब कुछ पहले सा सामान्य हो रहा था, हर कोई पानी मे बहा जा रहा था लेकिन खुश था कि तभी बहते हुए ब्रैवो ने आवाज लगाई, "जल्दी करो वो आ रहा है" और तेजी से लाल रोशनी होने लगी तीसरा दरवाजा प्रकट हो चुका था l ब्रैवो दरवाजे के पास जा खड़ा हुआ, रशेल भी दरवाजे की तरफ बढ़ने लगा लेकिन एंजेल परेशान होकर पानी में अपना दिशा और समय यंत्र ढूंढ रही थी जो कहीं बह चुका था , एंजेल पानी में दूसरी तरफ बह गई, तभी ब्रैवो चिल्लाया जल्दी करो वरना दरवाजा गायब हो जाएगा और रशेल न चाहते हुए भी दरवाजे की तरफ बढ़ गया कि तभी बर्फीले लोग जो अब समान्य थे एंजेल को दरवाजे तक ले आए, धीरे धीरे सारा पानी भी बह चुका था और फिर तीनों बच्चों का धन्यवाद किया और समय के अंदर ही तीनों बच्चे तीसरे दरवाजे में पहुंच गए lआगे की कहानी अगले भाग मे....कहानी पढ़ने के लिए आप सभी मित्रों का आभार lकृपया अपनी राय जरूर दें, आप चाहें तो मुझे मेसेज बॉक्स मे मैसेज कर सकते हैं l?धन्यवाद् ?? सर्वेश कुमार सक्सेना ‹ पिछला प्रकरणThe Seven Doors - 2 › अगला प्रकरणThe Seven Doors - 4 Download Our App अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Sarvesh Saxena फॉलो उपन्यास Sarvesh Saxena द्वारा हिंदी डरावनी कहानी कुल प्रकरण : 10 शेयर करे आपको पसंद आएंगी The Seven Doors - 1 द्वारा Sarvesh Saxena The Seven Doors - 2 द्वारा Sarvesh Saxena The Seven Doors - 4 द्वारा Sarvesh Saxena The Seven Doors - 5 द्वारा Sarvesh Saxena The Seven Doors - 6 द्वारा Sarvesh Saxena The Seven Doors - 7 द्वारा Sarvesh Saxena The Seven Doors - 8 द्वारा Sarvesh Saxena The Seven Doors - 9 द्वारा Sarvesh Saxena The Seven Doors - Last Part द्वारा Sarvesh Saxena NEW REALESED Horror Stories पिछल परी माया एक अनसुना किस्सा भूपेंद्र सिंह Thriller Tanmay - In search of his Mother - 52 Swatigrover Detective stories अमानुष-एक मर्डर मिस्ट्री - भाग(६) Saroj Verma Spiritual Stories सुनसान रात - 1 Sonali Rawat Fiction Stories परछाईया - भाग 1 Dr.Chandni Agravat Film Reviews ऐ वतन मेरे वतन फिल्म रिव्यू Mahendra Sharma Moral Stories खलनायक कौन ? नंदी Book Reviews समीक्षा काव्य संग्रह मुरारी की चौपाल नंदलाल मणि त्रिपाठी Travel stories गुजरात के धौलावीरा में हड़प्पन सभ्यता के अवशेष Neelam Kulshreshtha Love Stories प्रेम गली अति साँकरी - 127 Pranava Bharti