नूर ने अपने सीने से लगाया शैली को ओर कहा मुझे माफ़ कर दे में बस तुझसे सच सुना चाहती थी इसलिए तुझे बुरा भला बोला तूने इतना सब अकेले कैसे सहा है तू तो कभी छोटी सी बात भी मुझे बोले बिना नहीं रहती थी आज इतना सब तेरे साथ हो गया ओर तू सहती रही शैली अब से तू अकेली नहीं है में तेरे साथ हूं...! अब आगे।
भाग 10
शैली ने कहा!
नूर तू वहां जॉब नहीं करेगी!
नूर ने कहा!
" शैली अब तू फ़िक्र ना कर!
में वहा जॉब भी करूंगी ओर उस अनुज को सजा भी दिलाउंगी ..! तेरे साथ उसने जो किया उसकी उस सही टाइम आने पर सजा भी मिलेगी! तू बस अब चुप हो जा ! अब डरने की जरूरत नहीं! में हूं ना तेरे साथ!
शैली फिर से नूर को मना करते हुए कहा!
"तू नहीं जानती वो अच्छा इंसान नहीं , वो कुछ नहीं कर सकता है! प्लीज समझने कि कोशिश कर!
नूर ने कहा!
" हा में समझ गई, बस तू अभी घर जा ओर आराम कर ! बाकी बाते हम बाद में करते है !
शैली अपने घर चली गई ! उसे अभी वही डर था कि नूर भी उस दरिंदे अनुज का शिकार ना बन जाए ! लेकिन नूर बहुत समझदार थी! वो कोई भी कदम बिना सोचे समझे नहीं उठाती थी!
उसने कुछ सोच समझ कर ये कदम उठाया! नूर अपने अब्बू के पास गई!
"अब्बू एक बात बोलूं!"
" हा बोलो ! क्या बात है?"
नूर ने कहा!
" अब्बू मुझे शैली के ऑफिस में जॉब मिल रही हैं! आप इजाज़त दे तो में जॉब कर लूं !
उसके अब्बू ने कहा!
" बेटा तुम्हे ठीक लगता है तो कर सकती हो! में रोकुगा नहीं! हा बस ख्याल रखना कभी भी कोई बात गलत लगे या कोई तुम से बुरा सलूक करे तो डरना नहीं, में ओर तुम्हरा भाई हमेशा तुम्हारे साथ है ! ओर हा कोई परेशानी हो हम से कभी छूपाना नहीं! बस इतना ख्याल रखना!
नूर खुश हो कर अपने अब्बू का माथा चूमते हुए बोली !
"अब्बू मुझे आप से यही उम्मीद थी! आप मुझे कभी मना नहीं करेंगे! शुक्रिया अब्बू !
उसके भाई ने सुना तो बोला!
" नूर आपको जॉब करने की क्या जरूरत है ?कोई परेशानी है तो बताओ हमे?
नूर बोली !
"नहीं भाई अल्लाह का शुक्र है !आप दोनो के होते मुझे कभी कोई ज़रूरत नहीं पड़ी ! हा बस इतना समझ लीजिए की शैली को मेरी ज़रूरत है !
उसके भाई ने हस्ते हुए कहा!
" ओह अच्छा ये बात है! मैडम का शैलीके बिना दिल नहीं लगता, तो उसकी मदात के लिए ऑफिस जाएगी!
नूर ने कहा!
"जी ऐसा ही समझो!"
उसके भाई ने कहा !
"ठीक है जाओ लेकिन कभी खुद को या शैली को अकेला नहीं समझना ! जब ज़रूरत पड़े बता देना !
ये सब सुन के नूर को ओर हिम्मत मिल गई! वो बहुत खुश थी, कि उसे ऐसी फैमिली मिली जो उसके इस फैसले में उसके साथ है ! अब नूर ऑफिस जाने को तैयार थी ! उससे पहले वो शैली से मिलने गई !और कहा !
"शैली अनुज को पता नहीं लगना चाहिए कि तुम ओर में एक दूसरे को जानते है, या दोस्त है ! तुझे बिल्कुल ऐसे रहना है जैसे आज से पहले रहती थी ऑफिस में ठीक है?"
शैली ने कहा !
"ठीक है !"
अब दोनो ऑफिस के लिए साथ निकली लेकिन पहले ऑफिस में शैली एंटर हुई !कुछ देर बाद नूर आई! अनुज ने नूर को देखकर कहा !
"आप आ गई? में आज आपको कॉल करने वाला था !
नूर ने कहा !
"मुझे बहुत ज़्यादा ज़रूरत थी जॉब की , तो मेने सोचा खुद ही जा कर देख लू ! काम मिला तो ठीक नहीं तो कोई बात नहीं !
अनुज ने कहा!
" अरे आप फिक्र ना करो !आपके लिए तो में हूं!"
इतना सुन कर नूर बोली!
" में समझी नहीं सर..?"
अनुज ने कहा !
"मेरा मतलब है आपके लिए ऑफिस में काम ही काम है!"
नूर चंचल तरीके से अनुज को अपने हाथ में लेना चाहती थी! शैली तुम नूर को बाहर कंप्यूटर वर्क समझा दो !उसे कैसे क्या करना है ?"
"ओके सर !"
शैली नूर को बाहर ले आई !
"वहां और भी लोग काम कर रहे थे ! उसमें से एक वहीं लड़का जो पहली बार आई शैली को रोता देख रहा था! अब उसे नूर के लिए फिक्र थी!
शैली अपने केबिन में गई !
ओर अनुज ने उसे अपने करीब बुलाया !और अपनी गोद में बिठा लिया!
अनुज के अंदर का जानवर कभी भी जागने लगता था ! वो अब शैली के साथ ऑफिस में भी बुरा बर्ताव करता था!
उसके जिस्म को छूना, उसे किस करना, और भी ऐसी हरकतें जो शैली सेह रही थी !
नूर को इस बात का पता नहीं था, कि वो शैली को ऑफिस में भी परेशान किए बिना नहीं छोड़ता !
नूर अपने काम ने व्यस्त हो गई!
सोचने लगी की आगे उसे क्या करना है ? श्याम घर जाते वक़्त शैली ने नूर को बताया!
" अनुज ने आज ऑफिस में ही उसके साथ गलत किया तो नूर ने कहा !
किसी बहाने से बाहर निकल आना था ! मुझे इशारा करती! अगली बार ऐसा कुछ भी करे तो तू बाहर आ जाना ओके?"
शैली ने सिर हिलते हुआ कहा !
"ह्म्म ..!"
अब दोनो अपने अपने घर पर गई!
नूर की बेचेनी बढ गई ! आज मेरे ऑफिस होते हुए भी उसने शैली को छुआ ! इसके लिए कुछ करना होगा!
क्रमशः
********सायरा खान*********