कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा हेतु कुछ फॉर्मूले Surya Pratap Ball Ji द्वारा प्रेरक कथा में हिंदी पीडीएफ

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कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा हेतु कुछ फॉर्मूले

हमारे भारत में कुछ वर्ष पहले लगभग 4 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश आदि कई राज्यों में शिक्षा का कई प्रकार के उल्लंघन हो रहा था और आज हमारे भारत सूरत शहर में एक तक्षशिला कोचिंग सेंटर में भीषण आग अचानक से लग गई और उसमें हमारे स्वच्छ भारत के कई छात्र एवं छात्राएं जो ना जाने पता नहीं हमारे भारत के कौन-कौन से भविष्य को स सवारने वाले थे लेकिन कोचिंग सेंटर के कुछ मास्टरों की गलतफहमी हो की वजह सेवर शिकार हो गए आज को हमारे इस दुनिया में हमारे साथ नहीं है अगर वह लोग अपने कोचिंग सेंटरों में अगर कुछ तरह के नियम को पालन करते तो आज वह हमारे भारत के भविष्य और हम सब लोगों के बीच होते कुछ लोगों की बहुत सी चोटे भी आई आज वह अस्पताल में परेशानी का सामना जेल रहे हैं हमारे बड़े-बड़े मैनेजर कई तरह के डीएम एसडीएम एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी थोड़ा सा दिमाग लगाएं तो ऐसी दुर्घटनाएं हमारे भारत में किसी भी प्रकार नहीं हो सकती उन्हें थोड़े से नियमों का पालन करवाना होगा एक छोटा सा कानून बनाए और सब को चेतावनी दे दे की कोई भी कोचिंग सेंटर बिना लाइसेंस के नहीं चलाया जाएगा और ना ही कोई बिना लाइसेंस के कोई स्कूल नहीं चला सकता और जो लोग अपना स्कूल और कोचिंग सेंटर चलाना चाहे तो उनकी बिल्डिंग है इस प्रकार हो नंबर 1 सभी कमरों में चार दरवाजे होने चाहिए दोनों साइटों पर दरवाजे होने चाहिए और अंदर की तरह निकलने का जीना होना चाहिए और बाहर की तरह भी निकलने का जीना होना चाहिए जिससे अचानक कुछ घटना घटित हो जैसे एक कमरे में लगभग 100 बच्चे पढ़ रहे हो अगर अचानक क्रिकबज कोई घटना हो तो कम से कम 25 बच्चे बच्चे चार दरवाजे से आसानी से बाहर आ सकते हैं और बाहर की तरह बिल्डिंग के बाहर की तरह कम से कम 3 फुट का छज्जा टाइप का बेरी के अंडे होना चाहिए और लास्ट में एक जीना भी होना चाहिए जो नीचे की तरह आए और उस कक्ष में एक अग्निशाम बढ़ा और कम से कम चार थोड़े छोटे छोटे अग्निशामक सिलेंडर लगे होने चाहिए क्योंकि किसी कारणवश किसी घटना को घटित होने से पहले अंजाम दे सकें और बिजली की फिटिंग बढ़िया तरीके से होनी चाहिए ज्यादा बिजली के आइटम कमरे में नहीं लगे होने चाहिए और कमरे में प्लास्टिक आज के बोर्ड ना लगे होने चाहिए और उसमें प्लाई बोर्ड के टेबल लगी होनी चाहिए और नीचे की फर्ज फर्टाइल नहीं लगे होने चाहिए जिससे कि अचानक किसी बच्चे को भागने में कोई दिक्कत ना हो इस प्रकार का रूम हो उसी को कोचिंग सेंटर चलाने का लाइसेंस दिया जाए और इसी प्रकार की बिल्डिंग भी होनी चाहिए मेरे पास और बहुत प्रकार के फार्मूले हैं मैंने एक नक्शा भी बना कर तैयार किया है उस नक्शे के हिसाब से किसी भी कोचिंग सेंटर में किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं होगा ना ही किसी बच्चे को कोई नुकसान होगा हमारे देश के भविष्य को संवारने वाले बच्चे आराम से पढ़ाई करेंगे जय हिंद भारत माता की जय