Nari Shakti - Indu Jain Monika Sharma द्वारा जीवनी में हिंदी पीडीएफ

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Nari Shakti - Indu Jain

नारी शक्ति

इंदु जैन

मोनिका शर्मा

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अनुक्रमणिका

1ण्जन्म, शिक्षा व प्रारंभिक जीवन

2ण्करियर की शुरुआत

3ण्करियर में प्रमुख उपलब्धियां

4ण्सामाजिक कार्य

नारी शक्ति

महिला उद्यमिता महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कभी न खत्म होने वाले संघर्ष में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा सकता है । महिलाओं की आजाद होने की इच्छा, आज कल प्रबल रूप से बढ़ रही है । इसे दुनिया की अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण पडाव कहा जा सकता है, जहाँ अब के मुकाबले पहले महिलाओं को सांसारिक घटनाओं के संपर्क में नहीं आने दिया जाता था । पिछले कुछ वषोर्ं में कई महिला उद्यमियों के बारे में खबरों में सुना गया है ।

एक ऐसे स्थान से उठकर, जहाँ कुछ भी न हो से एक सर्वश्रेष्ट कार्य की शुरुआत करना, बिल्कुल भी आसान नहीं है, और कुछ ऐसी ही कहानी है विश्व की सभी अग्रणी महिला उद्यमियों की । उनकी यात्रा उनके सपनों से शुरू हुई, साहसी होसलों की नींव पर टिकी और उनके मजबूत व दृढ़ संकल्प के स्तंभों पर उसका निर्माण हुआ । प्रस्तुत है एक ऐसी अग्रणी महिला उद्यमी की कहानी जो कि सभी महिला उद्यमियों के लिए एक पथ प्रदर्शक बन गयी है । उनकी व्यापार और वाणिज्य की दुनिया में उनकी यात्रा, ( जिसे कि कभी किसी समय में केवल पुरुषों की ही चीज समझा जाता था ) की इस संक्षिप्त समीक्षा में उनकी जीवन शैली से शुरुआत करते हुए उनकी सफलता की कहानी तक सब शामिल किया गया है ।

जन्म, शिक्षा व प्रारंभिक जीवन

यहाँ महिला उद्यमशीलता में विश्वास रखने वाली और महिला के अधिकारों की एक प्रबल समर्थक की कहानी सामने आती है , इंदु जैन , पचहत्तर वर्षीय अरबपति , टाइम्स समूह की अध्यक्ष । स्वर्गीय अशोक जैन की विधवा, वह एक शिक्षाशास्त्री, उद्यमी , अध्यात्मवादी और कला व संस्कृति की एक संरक्षक है । उन्हें प्रख्यात साहू जैन परिवार, देश के प्रमुख उद्योगपति परिवार से 2.8 अरब डॉलर की बड़ी रकम विरासत में मिली । वैश्विक स्तर पर वह मौद्रिक मूल्य के मामले में 317वें स्थान पर है, जबकि वह भारत में शीर्ष 20 सबसे अमीर व्यक्ति की सूचि में शामिल है ।

इंदु जैन देश के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में पैदा हुई थी । उनकी लगन और समर्पण ने ही टाइम्स समूह ( बेन्नेट कोलमैन एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड ) को भारत के सबसे बड़े मीडिया उ।ोगों में से एक साबित किया ।

करियर की शुरुआत

विरासत के कालक्रम का एक दृश्य — इंदु जैन द्वारा टाइम्स समूह की नींव रखे जाने की एक झलक बेन्नेट कोलमैन एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड को वर्ष 1838 में मुंबई में स्थापित किया गया था । उस समय कंपनी के एकमात्र मालिक राम कृष्ण डालमिया थे । फिर इस मीडिया कंपनी की विरासत उनके दामाद साहू शांति प्रसाद के हाथों में आई । और वर्तमान में यह कंपनी इंदु जैन के दो पुत्रों समीर जैन और विनीत जैन के नेतृत्व में है ।

बेन्नेट एंड कोलमैन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड का प्रकाशन घर समाचार दृ पत्रों और पत्रिकाओं में बहुत बड़े ब्रांड नामों का उत्पादन करता है जैसे कि टाइम्स अॉफ इंडिया, द इकनोमिक टाइम्स , फेमिना, टाइम्स एफ एम और द फिल्मफेयर । इस कंपनी के नाम कुछ टेलीविजन चौनल और रेडियो स्टेशन भी है जैसे कि जूम, टाइम्स नाऊ, इ टी नाउ और रेडियो मिर्ची ।

द टाइम्स फाउंडेशन — इंदु जैन के दिमाग की एक उपज

द टाइम्स फाउंडेशन इंदु जैन की खुद की रचना थी जिसे उन्होंने अत्यंत सावधानी व इमानदारी के साथ बनाया था । यह उनके दृढ़ संकल्प व कड़ी मेहनत का ही नतीजा है जो कि इस संस्थान ने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत ख्याति प्राप्त की । इंदु जैन, दिल से एक मानवतावादी थी और टाइम्स फाउंडेशन की कल्पना व निर्देशन उनके नेतृत्व में ही हुआ था । टाइम्स फाउंडेशन की ही एक शाखा टाइम्स राहत कोष प्राकृतिक आपदाओं जैसे कि चक्रवात, महामारी आदि के समय में प्रभावित क्षेत्रों में मदद प्रदान करती है । राहत कोष के अलावा यह संस्थान श्रीमती इंदु जैन के मार्गदर्शन में अनुसंधान संस्थान और सामुदायिक सेवायें भी करती है । एक मानवतावादी और नारीवादी स्त्री , इंदु जैन महिला उद्यमशीलता का समर्थन करती है और उसके लिए महिलाओं को प्रोत्साहित भी करती है, साथ ही वह महिलाओं के अधिकारों के लिए भी मजबूती से खड़ी रहती है । उन्होंने अपने उदार इरादों व नेक कायोर्ं से कई लोगों को प्रभावित करने में एक निर्णायक भूमिका निभाई है ।

इंदु जैन द्वारा द टाइम्स फाउंडेशन विंग की स्थापना समाज को वापस कुछ लौटाने के एकमात्र उद्देश्य से किया गया था, जिससे कि जरुरतमंदो की मदद की जा सके और समाज में एक बड़े पैमाने पर बदलाव लाया जा सके ।

इंदु के करियर की प्रमुख उपलब्धियां

सफलता हमेशा गुलाब के पत्तों से सजे बिस्तर के समान आरामदेह नहीं होती !

और शिखर तक पहुँचने का इंदु जैन का सफर भी इतना आसान नहीं था ।

अगर जीवन केवल सफलता पाने के बारे में ही है तो, निश्चित रूप से सफलता कोई आरामदेह गुलाब का बिस्तर नहीं है ! इसमें कोई दोराय नहीं है ! इंदु जैन की सफलता की कहानी भी इस सच से अच्छूती नहीं है । कई बार, समाचार पत्र में छपी खबरों की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठे है । इस मीडिया प्रकाशन कंपनी की त्रुटिहीन विशेषताओं को अपने प्रतियोगियों के बीच कई बार अपने सही अर्थ व मकसद को साबित करने के लिए अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा । समाचार पत्रों की विस्वसनीयता पर उठे सवालों के बाद से, बेन्नेट कोलमैन एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड मीडिया हाउस ने अपने कई पाठको को खो दिया था । और ऐसे में कंपनी के लिए राजस्व पैदा करने का एक मात्र माध्यम केवल विज्ञापन था । समाचार पत्रों में बढ़ती विज्ञापनों की संख्या ने समाचार पत्रों की बिक्री की संख्या को और घटा दिया ।

सामाजिक कार्य

एक उद्यमी होने के अलावा, इंदु जैन एक शिक्षाशास्त्री, एक समाज — सेवी और साथ ही कला व संस्कृति की एक भावुक प्रेमी भी है । उन्हें इंडियन कांग्रेस अॉफ वीमेन ( आई.सी.डब्लु ) द्वारा इंटरनेशनल लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है ।

द टाइम्स फाउंडेशन प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत प्रदान करने जैसी व उभरते उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्पर्धाओं का आयोजन करने जैसी सामुदायिक सेवाएँ भी चलाते है । इंदु जैन एक बहुत प्रशंसित हिंदी कवि और लेखक हैं जिससे कि उनका साहित्य के साथ प्रबल प्रेम साबित होता है । वह प्रतिष्ठित ज्ञानपीठ पुरस्कार की प्राप्तकर्ता भी है और साथ ही वह फिक्की की महिला विंग की संस्थापक भी है । वर्तमान में वह भारतीय ज्ञानपीठ ट्रस्ट की अध्यक्ष है और देश की सभी प्रमुख भाषाओं के विकास और उनके बढ़ावे का सहयोग करती है ।

दिल से एक अध्यात्मवादी, इन्होंने वर्ष 2000 में धार्मिक और अध्यात्मिक नेताओं की मिलेनियम विश्व शांति शिखर सम्मलेन में संयुक्त राष्ट्र को संबोधित किया । वह धमोर्ं में एकता की अनिवार्यता पर जोर देती है । वह एकता मंच का भी नेतृत्व करती है जिसे कि भारत के राष्ट्रपति द्वारा वर्ष 2003 में स्थापित किया गया था । वह टाइम्स अॉफ इंडिया के अध्यात्मिक पन्ने के लिए भी लेखन करती है ।

एकता का सन्देश फैलाने, भारतीय भाषाओं की समृद्धि को बढ़ावा देने और इससे भी अधिक महत्वपूर्ण रूप से भारत के आम लोगों तक अपनी त्रुटिहीन सामग्री को पहुंचाने के साथ साथ इंदु जैन वैश्विक स्तर पर एक शिक्षाशास्त्री, अध्यात्मवादी और एक समाज सेवी बनने में लोगों के प्रयासों में सहयोग भी करती है ।