शहर के प्रसिद्ध व्यापारी शिव टंडन का शव हाईवे के पास के जंगल में मिलता है। उनकी पत्नी मेघना टंडन ने इस कत्ल का इल्ज़ाम अपने पर्सनल जिम ट्रेनर अंकित सिन्हा पर लगाया। उनका कहना था कि अंकित पिछले कुछ महीनों से उन्हें परेशान कर रहा था। तफ्तीश आगे बढ़ती है तो शिव टंडन की पर्ल ब्लू हांडा एकॉर्ड कार रॉबिन घोष के फार्म हाउस पर मिलती है। रॉबिन और मेघना का एक अतीत था। यही नहीं कार में चेतन शेरगिल की लाश मिलती है उसका भी मेघना से संबंध था किसने किया शिव का कत्ल अंकित, रोबिन या खुद मेघना ने ?
Full Novel
स्टॉकर - 1
स्टॉकर (1)नेशनल हाइवे के पास वाले जंगल में तीन दोस्त पिकनिक मनाने के लिए गए थे। उन्होंने एक जगह टेंट लगा रखा था। शाम होने वाली थी। उनका प्लान था कि वहाँ जंगल से लकड़ियां एकत्र कर बोन फायर किया जाए। इसके लिए वो तीनों जंगल में थोड़ा अंदर जाकर सूखी लकड़ियां बटोर रहे थे। तीनों आपस में हंसी मज़ाक कर रहे थे। नमित ने अपने दोस्त ...और पढ़े
स्टॉकर - 2
स्टॉकर (2)मेघना कुछ असहज हो गई। एसपी गुरुनूर ने समझाते हुए कहा। मिसेज़ टंडन आप परेशान ना हों। जो है खुल कर कहें। पुलिस आपकी सहायता करने के लिए है। ये अंकित सिन्हा कौन है ? मैं अपनी फिटनेस पर बहुत ध्यान देती हूँ। मैं रोज़ जिम जाती हूँ। अंकित जिम में मेरा पर्सनल ट्रेनर था। वो आपका पीछा क्यों करता था ? अंकित एक अच्छा ट्रेनर था। खुशमिजाज़ था। उम्र में मुझसे कोई दस साल छोटा था। मैं उससे खुल ...और पढ़े
स्टॉकर - 3
स्टॉकर (3)शिव टंडन के ऑफिस और घर के बीच के रास्ते में पड़ने वाले तीन सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाई गई। एसपी गुरुनूर और इंस्पेक्टर अब्राहम एक एक फुटेज अच्छी तरह से देख रहे थे। शिव टंडन के पास पर्ल ब्लू रंग की हांडा एकॉर्ड थी। पहला सीसीटीवी कैमरा ऑफिस से कोई पाँच सौ मीटर की दूरी पर था। इस कैमरे की फुटेज में शिव की कार मोड़ पर मुडती दिखाई पड़ी। उसके बाद दूसरा कैमरा मोड़ ...और पढ़े
स्टॉकर - 4
स्टॉकर (4)इंस्पेक्टर अब्राहम शिव टंडन की कार मिलने की खबर लेकर एसपी गुरुनूर के केबिन में हाज़िर हुआ। उसने एसपी गुरुनूर को सारी बात बता दी। वाह....मिस्टर टंडन की कार मिल गई। ये तो बहुत अच्छी खबर है। पर उस कार में लाश किसकी थी पता चला। मैम लाश की हालत बहुत खराब थी। कोशिश कर रहे हैं। जल्दी ही पता चल जाएगा। वो फार्म हाउस किसका था जहाँ कार मिली है ? मैम वो फार्म हाउस किसी रॉबिन घोष का है। अब्राहम....उस दिन ...और पढ़े
स्टॉकर - 5
स्टॉकर (5)टंडन सदन में कुछ लोग मेघना से मिलने आए थे। ये सभी शहर के एक अनाथालय से जुड़े हुए थे। उनकी मुखिया शीला जो अनाथालय की मैनेजर थीं वह शिव टंडन की मृत्यु पर दुख व्यक्त करते हुए बोलीं। ना जाने वो कौन बेरहम होगा जिसने शिव टंडन जी जैसे नेक इंसान की हत्या कर दी। कई सालों से वो हमारे अनाथालय की सहायता कर रहे थे। कितने बच्चे उनकी मदद से अपने जीवन में ...और पढ़े
स्टॉकर - 6
स्टॉकर (6)सब इंस्पेक्टर गीता अंकित सिन्हा के घर पर मौजूद थी। दो कमरों का साधारण सा मकान था। घर में अंकित के पिता दीनदयाल सिन्हा माँ पार्वती सिन्हा और अंकित की दो बहने थीं। दीपा और मनीषा। दीपा की तीन महीने बाद शादी थी। सब इंस्पेक्टर गीता ने उन लोगों को शिव टंडन के केस के बारे में बताया। सब सुन कर वह परेशान हो गए।दीनदयाल सिन्हा ने भरे गले से कहा। अब क्या कहें ...और पढ़े
स्टॉकर - 7
स्टॉकर (7)अंकित छिपता छिपाता अपनी बिल्डिंग में आया। रात के आठ बजे थे। वह लिफ्ट लेकर अपने फ्लोर पर गया। उसके फ्लैट के बाहर स्टैंड पर एक गमला रखा था। उस गमले में एक पौधा लगा था। उसने फ्लैट की दूसरी चाभी टेप की सहायता से गमले के पेंदे पर चिपका रखी थी। उसने फ्लैट का दरवाज़ा खोला और अंदर घुस गया। आज करीब दो हफ्ते के बाद वह अपने घर आया था। वह अब तक उस कमरे में ...और पढ़े
स्टॉकर - 8
स्टॉकर (8)मेघना ने जन्नत अपार्टमेंट्स में चार बेडरूम हॉल वाला एक फ्लैट खरीदा था। वहीं पर अंकित और मेघना मिलते थे। मेघना अपने वादे के हिसाब से अंकित को उसका सपना पूरा करने के लिए हर संभव मदद करने को तैयार थी। इसी कारण एक बार अंकित ने अपने दोस्त मंजीत से कहा कि जल्द ही वह अपना जिम खोलेगा और उसे वहाँ नौकरी देगा। अंकित का सपना तो पूरा हो रहा था। पर अब एक नई ...और पढ़े
स्टॉकर - 9
स्टॉकर (9)एसपी गुरुनूर ने अंकित की बात सुनने के बाद कहा। मिसेज़ टंडन का कहना है कि तुम उनके पीछे पड़े थे। जब मिस्टर टंडन ने तुम्हें धमकाया तो तुमने उनका खून कर दिया। एसपी मैम मैंने शिव टंडन का खून नहीं किया है। जब उन्होंने मुझे धमकाया तो मैं चुप होकर बैठ गया था। मेघना ने मुझे उनका खून करने के लिए उकसाया ज़रूर था। पर सही समय पर मुझे बुद्धि आ गई। तुम भागते क्यों फिर ...और पढ़े
स्टॉकर - 10
स्टॉकर (10)अंकित ने अभी घर वापस ना लौटने का मन बना लिया था। वह अब कुछ बन कर ही वापस जाना चाहता था। पर उसने मेघना के प्रस्ताव को भी मन से निकाल दिया था। वह अब नए सिरे से नई शुरुआत करना चाहता था।अंकित ने नई नौकरी तलाशने के लिए कोशिश करना शुरू कर दिया। पहले वह स्टेफिट जिम के समकक्ष दो जिम में गया। पर वहाँ उसे निराशा ही हाथ लगी। उसके बाद उसने ...और पढ़े
स्टॉकर - 11
स्टॉकर (11)अंकित बार बार मिला हुआ मौका गंवा दे रहा था। इस बात से मेघना बहुत गुस्सा थी। जब अंकित उससे मिलने पहुँचा तो उसने पूँछा। क्या बात है अंकित ? चार दिन तुम वहाँ जाकर बिना शिव की हत्या किए लौट आए। आखिर बात क्या है ? अंकित अपने आप को तैयार करके आया था। वह बोला। ये आसान काम नहीं है मेघना। इतना मुश्किल भी नहीं है। तुम्हें मौका देख कर शिव के पास जाना ...और पढ़े
स्टॉकर - 12
स्टॉकर (12)अंकित ने मेघना से साफ शब्दों में कह दिया था कि वह हत्या जैसा अपराध नहीं कर पाएगा। मेघना इस बात से बहुत नाराज़ थी। उसका कहना था कि अंकित ने उसे धोखा दिया है। अपना फैसला कर लेने के बाद अंकित ने नए सिरे से अपने जीवन के बारे में विचार करना शुरू किया। उसकी पहली प्राथमिकता थी कि वह मेहनत करके फिर से किसी बड़े जिम में नौकरी पा जाए। फर्ज़ान मलिक जब ...और पढ़े
स्टॉकर - 13
स्टॉकर (13)इंस्पेक्टर अब्राहम कई दिनों से मेघना पर नज़र रखे हुए था। उसने उसकी कॉल डिटेल्स निकलवा कर उसकी कॉपी एसपी गुरुनूर को भिजवा दी थी। एसपी गुरुनूर उस लिस्ट का गौर से मुआयना कर रही थी। वह शिव टंडन की हत्या वाले दिन से अब तक मेघना की जिन जिन नंबरों पर बात हुई थी वह देख रही थी।शिव टंडन की हत्या वाले दिन मेघना की रॉबिन घोष से बात हुई थी। यह कॉल ...और पढ़े
स्टॉकर - 14
स्टॉकर (14)एसपी गुरुनूर और सब इंस्पेक्टर गीता दोनों ही मेघना के सामने बैठी थीं। रॉबिन को अलग कमरे में बैठाया गया था। उसके साथ इंस्पेक्टर अब्राहम था।मेघना नज़रें झुकाए बैठी थी। एसपी गुरुनूर ने कड़क आवाज़ में कहा। अब नज़रें झुकाने से तुम हमारे सवालों से नहीं बच जाओगी। तुमने ही रॉबिन घोष के साथ मिल कर मिस्टर टंडन का खून किया है। तुम लोगों ने ही चेतन को भी मारा है। ना हमने शिव को मारा ...और पढ़े
स्टॉकर - 15
स्टॉकर (15)एसपी गुरुनूर, सब इंस्पेक्टर गीता और इंस्पेक्टर अब्राहम तीनों ही केस के बारे में सोंच रहे थे। अब तक मेघना और रॉबिन दोनों ने ही अलग अलग बात बताई थी। समझ नहीं आ रहा था कि कौन सच बोल रहा है। सब इंस्पेक्टर गीता ने कहा। मैम मुझे तो यह मेघना बहुत शातिर लगती है। इंस्पेक्टर अब्राहम ने कहा। मैम आपने भी देखा है कि ये रॉबिन भी बहुत घाघ है। कहा नहीं जा सकता कि कौन सही ...और पढ़े
स्टॉकर - 16
स्टॉकर (16)आश्रम आने के बाद सारा का मन कुछ शांत हुआ। उसने खुद को आश्रम के कामों में व्यस्त कर दिया था। वह सुबह जल्दी उठती थी। कुछ देर योग करती थी। उसके बाद आश्रम के नियमित कामों में मदद करती थी। आचार्य दुर्गाशरण उसकी मेहनत व लगन से बहुत प्रभावित थे। वह उसे अपने पास बैठा कर प्यार से समझाते थे कि जो घटा उसे भूल जाओ। अब आगे के जीवन के बारे में सोंचो। सारा पर ...और पढ़े
स्टॉकर - 17
स्टॉकर (17)एसपी गुरुनूर अब तक अंकित, मेघना और रॉबिन से मिली जानरारियों को मिला कर देख रही थी। पर वह समझ नहीं पा रही थी कि इन तीनों में कातिल कौन हो सकता है। एसपी गुरुनूर शिव टंडन की हत्या वाली रात की घटनाओं को फिर से याद करने लगी। रॉबिन ने शिव टंडन को फोन किया। उसके अनुसार उसने चेतन के घपले की खबर देने के लिए उसे फोन किया था। शिव सीधे जन्नत अपार्टमेंट्स चेतन से मिलने ...और पढ़े
स्टॉकर - 18
स्टॉकर (18)अपना झूठ पकड़े जाने पर अंकित कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं था। वह चुपचाप नज़रें झुकाए बैठा था।एसपी गुरुनूर ने डांटते हुए कहा। क्या समझा था तुमने ? अपनी झूठी कहानी सुना कर तुम पुलिस को गुमराह कर दोगे। हम पाताल से भी सच्चाई तलाश कर ला सकते हैं। अंकित वैसे ही आँखें नीची किए बैठा रहा। अब सच सच बताओ। हमें सख्ती करने पर मजबूर मत करो। अंकित ने अपनी नज़रें उठा कर एसपी गुरुनूर की तरफ देखा। मैम ...और पढ़े
स्टॉकर - 19
स्टॉकर (19)अंकित मेघना से मिलने उसी रेस्टोरेंट में पहुँचा था। मेघना उसके पास एक प्लान के साथ आई थी।मेघना ने अंकित को बताया कि शिव का ड्राइवर दो दिनों की छुट्टी लेकर गांव जाने वाला है। इन दो दिनों में शिव अपनी कार खुद चलाने वाला है। अतः यह सबसे अच्छा मौका है। उसने प्लान सोंच लिया है। मेघना ने अंकित को बताया कि वह इन दो दिनों में से किसी एक दिन पूरी कोशिश कर शिव को उसके ...और पढ़े
स्टॉकर - 20
स्टॉकर (20)रॉबिन और मेघना से बात होने के बाद एसपी गुरुनूर ने इंस्पेक्टर अब्राहम को रॉबिन के बारे में कुछ और बातें पता करने को कहा था।रॉबिन का कहना था कि जिस रात शिव टंडन की हत्या हुई वह रात साढ़े नौ बजे से मेघना के साथ था। क्योंकी मेघना ने उसे बताया था कि शिव उस रात कहीं बाहर जाने वाला है। उसका यह भी कहना था कि अक्सर वह और मेघना शिव की गैरहाज़िरी ...और पढ़े
स्टॉकर - 21
स्टॉकर (21)रॉबिन को इस शहर में आए हुए अभी कुछ ही दिन हुए थे। वह मेघना से दोबारा पहले की तरह जान पहचान बढ़ाने की कोशिश कर रहा था। पर मेघना अब उससे दूरी बनाए रखने का प्रयास करती थी। शिव और रॉबिन के बीच दोस्ती तो थी पर शिव ने कभी उसे टंडन सदन आने की दावत नहीं दी थी। उन दोनों की मुलाकात अक्सर बाहर ही होती थी। ऐसे में रॉबिन का मेघना से नज़दीकी बढ़ाना ...और पढ़े
स्टॉकर - 22
स्टॉकर (22)एसपी गुरुनूर ने इंस्पेक्टर अब्राहम से कहा। तुमने एक नए कोंण से इस केस को जाँचने का प्रयास किया। हमारा ध्यान इधर गया ही नहीं था। अंकित और रॉबिन एक दूसरे से मिले हुए हैं। हाँ मैम....यह तो पता चल गया कि दोनों एक दूसरे को जानते थे। पर सबसे बड़ा सवाल ये है कि दोनों के बीच क्या षडयंत्र रचा गया था। किस आधार पर दोनों एक हुए थे। दोनों ने मिस्टर टंडन की हत्या कैसे ...और पढ़े
स्टॉकर - 23
स्टॉकर (23)एसपी गुरुनूर ने यहाँ आने से पहले सूरज सिंह के बारे में बहुत कुछ पता किया था। उन बातों के आधार पर ही वह यह कह सकती थी कि सूरज सिंह वकालत के सिलसिले में नहीं बल्कि किसी और ही सिलसिले में मेघना से मिलता था। बताइए वकील सूरज सिंह जी सिर्फ कुछ कानूनी मसलों पर सलाह देने की यह कुछ ज़्यादा ही बड़ी रकम नहीं है। आखिर मेघना को आपमें ऐसी कौन सी खूबी दिख ...और पढ़े
स्टॉकर - 24
स्टॉकर (24)कई बार जब इंसान हर तरफ से ठोकर खाता है तो फिर सही गलत के बारे में सोंचना बंद कर देता है।सूरज सिंह का वही हाल था। वकालत के पेशे में कोई खास सफलता मिल नहीं रही थी। सिवा इतने के कि अपने छोटे से घर का किराया दे सके और रूखी सूखी खा सके। वह तो इससे संतुष्ट हो भी सकता था। लेकिन जानता था कि इस स्थिति में वसुधा को घर नहीं ला ...और पढ़े
स्टॉकर - 25
स्टॉकर (25)सूरज सिंह के पिता गंभीर रूप से बीमार पड़ गए थे। उनका इलाज कराने के लिए घरवालों ने उन्हें गांव के पास एक कस्बे के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करा दिया था। सूरज सिंह के पिता के इलाज पर अब तक उनकी सारी जमा पूंजी लग चुकी थी। पर अभी भी कोई लाभ नहीं हुआ था। ऐसे में परिवार की उम्मीद बड़े बेटे सूरज सिंह से थी कि वह इलाज के खर्च में कुछ मदद ...और पढ़े
स्टॉकर - 26
स्टॉकर (26)एसपी गुरुनूर ने सूरज सिंह की तरफ देख कर कहा। गलत राह कभी सही मंज़िल पर नहीं ले जाती। देखो तुम कहाँ हो ? अब मिस्टर टंडन के कत्ल के लिए सज़ा काटोगे। मैडम सही गलत मंज़िल मैं नहीं जानता हूँ। बस इतना जानता हूँ कि इस राह पर चलने से मैंने मेरे अपनों को तो पा लिया। गलत समझ रहे हो तुम सूरज सिंह। जिन्हें तुम अपना कह रहे हो वो तुम्हारे हितैषी नहीं है। वरना ...और पढ़े
स्टॉकर - 27
स्टॉकर (27)सूरज सिंह ने उस फुटेज में जो कुछ सुना वह उससे भी अधिक विस्फोटक था जो कुछ उनके बीच हुआ था।अपने आप को तृप्त कर लेने के बाद मेघना और रॉबिन बिस्तर पर लेटे बातें कर रहे थे। मेघना ने रॉबिन के सीने पर सर रख कर कहा। आखिर कब तक हम यूं ही छिप छिप कर मिलेंगे ? मैं कुछ सोंच रहा हूँ ? वैसे भी शिव को अब मुझ पर शक होने लगा है। मैंने अपने ...और पढ़े
स्टॉकर - 28
स्टॉकर (28)सब इंस्पेक्टर गीता को अंकित की बात पर यकीन तो था पर उसने अपने और रॉबिन के बारे में जो बताया था उसे लेकर अभी भी उस पर पूरा यकीन नहीं हो पा रहा था। तुमने तो कहा था कि तुम रॉबिन घोष के बारे में इतना ही जानते हो कि वह दार्जिलिंग का कोई रईस है। यह बात भी तुम्हें चेतन ने बताई थी। पर इंस्पेक्टर अब्राहम ने पता किया था कि तुम पहले से रॉबिन को ...और पढ़े
स्टॉकर - 29
स्टॉकर (29)एसपी गुरुनूर पुराने शहर के एक व्यस्त इलाके में खड़ी थी। कांस्टेबल लखन कुमार ने उसे सूचना देकर बुलाया था। मैडम वो जो उधर कोने में इमारत दिखाई पड़ रही है उसमें ऊपर जाकर गलियारे में जो आखिरी मकान है। वही उसका है। गुड जॉब लखन....आओ ज़रा उससे मिलते हैं। एसपी गुरुनूर लखन के साथ पुरानी सी दिखने वाली इमारत की तरफ बढ़ी। यह शहर का बहुत पुराना इलाका था। संकरी गलियों में कई दो तीन मंजिला इमारते ...और पढ़े
स्टॉकर - 30
स्टॉकर (30)एसपी गुरुनूर के केबिन में मेघना, रॉबिन और अंकित तीनों एक साथ थे। उनसे पूँछताछ करने के लिए सब इंस्पेक्टर गीता और इंस्पेक्टर अब्राहम भी वहाँ मौजूद थे। शुरुआत एसपी गुरुनूर ने मेघना से सवाल कर की। तुम तो कह रही थी कि ना तो मेरा रॉबिन से संबंध है और ना ही अंकित से। मैं अभी भी वही कह रही हूँ। रॉबिन से मेरा संबंध शिव से शादी करने से पहले था। बाद में मैंने इससे कोई ...और पढ़े
स्टॉकर - 31
स्टॉकर (31)निशांत टंडन शिव के पिता अभय टंडन की नाजायज़ संतान था। अभय टंडन एक व्यापारी थे। उनका अपना प्रिंटिंग का व्यापार था। उनकी पत्नी नम्रता एक रईस परिवार से थी। उसके पिता मन्मथ कपूर एक बड़े वकील थे। उनके पास बहुत सी पुश्तैनी संपत्ति थी। नम्रता उनकी इकलौती संतान थी।नम्रता और अभय के बीच का रिश्ता आपसी प्रेम से अधिक सामाजिक प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए था। नम्रता अधिकतर अपने पिता के घर पर ही रहती ...और पढ़े
स्टॉकर - 32
स्टॉकर (32)लतिका से अभय की बस चंद मुलाकातें ही हुई थीं पर उन्हें ऐसा लगने लगा था जैसे वह अपने दिल की बात उससे आसानी से कर सकते हैं। अभय ने भी लतिका को अपने शादीशुदा जीवन के बारे में सब कुछ खुल कर बता दिया। उन्होंने बताया कि उनका दस साल का एक बेटा है जिसे उन्होंने बोर्डिंग स्कूल भेज दिया है। क्योंकी अकेले उसे संभालना उनके लिए मुश्किल था। नम्रता अब स्थाई तौर पर अपने पिता के ...और पढ़े
स्टॉकर - 33
स्टॉकर (33)शिव जब छुट्टियों में आया तो घर में एक नए सदस्य को देख कर उसे हैरानी हुई। अभय ने भी उसे सब बता दिया। अब वह किशोर हो गया था। बहुत सी बातें समझने लगा था।शिव के लिए सब कुछ एकदम से स्वीकार करना कठिन था। लेकिन बिट्टू का आना उसे एक तरह से अच्छा भी लगा था। माँ ने जन्म देने के बाद उससे अधिक संबंध नहीं रखा। वह कभी कभी ननिहाल उनसे मिलने ...और पढ़े
स्टॉकर - 34
स्टॉकर (34)सारा खूबसूरत थी। अपनी कला में प्रवीण थी। कुछ ही समय में ओडिशी नृत्यांगना के रूप में उसकी अच्छी पहचान बन गई। माने हुए आयोजक उसके डांस का कार्यक्रम करवाते थे। अधिकांशतः वहाँ अमीरों का आना ही होता था। वह उसकी कला को कितना समझ पाते थे कहना कठिन था। पर वो सारा के रूप के दीवाने अवश्य हो जाते थे। उसके शो के बाद उससे मिलने वालों का तांता लग जाता था। लेकिन सारा हर ...और पढ़े
स्टॉकर - 35
स्टॉकर (35)रॉबिन शहर के एक बहुत मामूली से होटल में ठहरा था। मेघना कभी ये सोंच भी नहीं सकती थी कि हमेशा मंहगे होटलों में ठहरने वाला कभी इस जगह पर रहेगा।मेघना ने दरवाज़े पर दस्तक दी तो रॉबिन ने फौरन ही दरवाज़ा खोल दिया।"आओ....मैं तुम्हारी ही राह देख रहा था।"मेघना कमरे में घुसी तो वह बहुत ही छोटा सा कमरा था। रॉबिन ने कुर्सी खींचते हुए उसे बैठने को कहा। कुर्सी पर बैठते ही मेघना ...और पढ़े
स्टॉकर - 36
स्टॉकर (36)चेतन पूरी तरह से मेघना के जाल में फंस चुका था। उसका उसे फायदा भी हुआ था। मेघना के कारण अब वह शिव के साथ साथ अन्य कई बड़े क्लांइट्स के पोर्टफोलियो संभालने लगा था। उसने शेरगिल स्टॉक ट्रेडर्स के नाम से एक फर्म भी खोल ली थी। चेतन से हट कर मेघना की नज़र अब अंकित पर पड़ी। वह उसे सब्ज़बाग दिखा कर अपनी तरफ आकर्षित करने लगी थी। उसने अंकित को सपना दिखाया था कि वह ...और पढ़े
स्टॉकर - 37
स्टॉकर (37)रॉबिन का प्लान था कि किसी तरह मेघना को शीशे में उतार कर वह उसे पहले की तरह अपना दीवाना बना ले। ताकि उसके माध्यम से शिव की दौलत पर कब्ज़ा कर सके। मेघना अब अंकित से भी ऊब चुकी थी। जब रॉबिन ने फिर से उसकी तरफ फंदा फेंकना शुरू किया तो मेघना रॉबिन के करीब आ गई। दोनों शिव के जगदंबापुर वाले फार्म हाउस में मिलते थे। यहीं पर एक मुलाकात के दौरान रॉबिन ने मेघना से ...और पढ़े
स्टॉकर - 38
स्टॉकर (38)मेघना रॉबिन से मिलती तो थी पर वह यह तय नहीं कर पाई थी कि उससे रिश्ता आगे बढ़ाना है या खत्म करना है। वह जैसा भी फायदेमंद हो वैसा करना चाहती थी। इसलिए शिव की हत्या में रॉबिन को शामिल नहीं करना चाहती थी। मेघना जानती थी कि रॉबिन यह समझता है कि अंकित शिव की हत्या करने के लिए तैयार नहीं हुआ है। उसने उसकी यह गलतफहमी दूर करने का प्रयास भी नहीं किया।शिव टंडन ...और पढ़े
स्टॉकर - 39
स्टॉकर (39)निशांत ने शिव से कहा कि वह कार को नेशनल हाइवे के पास वाले जंगल में ले चले। वहाँ वो लोग चेतन की लाश को जंगल में फेंक देंगे। शिव का दिमाग कम नहीं कर रहा था। उसने वही किया जो निशांत कह रहा था। वह कार को लेकर नेशनल हाइवे वाले जंगल में गया। वहाँ पहुँच कर निशांत ने शिव से बाहर निकलने को कहा। पूरन सिंह भी बाहर आ गया। निशांत ने कहा कि वो लोग ...और पढ़े
स्टॉकर - 40
स्टॉकर (40)मेघना ने शिव की हत्या का प्लान यह सोंच कर बनाया था कि उसके बाद अंकित को उसके पैसे देकर अलग कर देगी। फिर सब कुछ उसका हो जाएगा। फिर वह रॉबिन के बारे में सोंच लेगी। लेकिन शिव की हत्या के बाद अचानक अंकित गायब हो गया। वह समझ नहीं पाई कि उसने ऐसा क्यों किया। उसने सारा शक अंकित पर डाल दिया था। क्योंकी कत्ल वाले दिन से ही वह गायब था। उसने पुलिस को अंकित ...और पढ़े