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स्टॉकर - 4



स्टॉकर
(4)



इंस्पेक्टर अब्राहम शिव टंडन की कार मिलने की खबर लेकर एसपी गुरुनूर के केबिन में हाज़िर हुआ। उसने एसपी गुरुनूर को सारी बात बता दी।
"वाह....मिस्टर टंडन की कार मिल गई। ये तो बहुत अच्छी खबर है। पर उस कार में लाश किसकी थी पता चला।"
"मैम लाश की हालत बहुत खराब थी। कोशिश कर रहे हैं। जल्दी ही पता चल जाएगा।"
"वो फार्म हाउस किसका था जहाँ कार मिली है ?"
"मैम वो फार्म हाउस किसी रॉबिन घोष का है।"
"अब्राहम....उस दिन मिस्टर टंडन को फोन करने वालों में इसका नंबर भी है। मिसेज़ टंडन की कॉल से पहले इसकी ही कॉल आई थी। मिस्टर टंडन के साथ लंबी बात हुई थी इसकी।"

मेघना पुलिस स्टेशन में एसपी गुरुनूर के केबिन में बैठी थी। एसपी गुरुनूर ने उसे चेतन शेरगिल और रॉबिन घोष के बारे में पता लगाने के लिए बुलाया था। पर मेघना का कहना था कि उसने ये दोनों नाम पहली बार सुने हैं।
"मिसेज़ टंडन ज़रा दिमाग पर ज़ोर डालिए। ये दोनों नाम केस से जुड़े हुए मालूम पड़ते हैं। रॉबिन ने आपके फोन करने से पहले मिस्टर टंडन को फोन किया था। करीब पच्चीस मिनट तक दोनों की बात हुई थी। मिस्टर टंडन उस रात ऑफिस से निकल कर जन्नत अपार्टमेंट्स में इस चेतन शेरगिल के फ्लैट में गए थे। उनकी कार रॉबिन के फार्म हाउस में मिली। उसमें एक लाश मिली है। इन दोनों के बारे में जानना ज़रूरी है।"
"मैं इन दोनों में से किसी को भी नहीं जानती हूँ।"
"मिसेज़ टंडन जब आपने मिस्टर टंडन को फोन कर जल्दी घर आने को कहा था तो क्या उन्होंने आपको नहीं बताया था कि वह किसी से मिलने जाने वाले हैं।"
"जी नहीं.... उन्होंने मुझसे कहा था कि वह घर आ रहे हैं।"
"पर वो जन्नत अपार्टमेंट्स चले गए।"
"हो सकता है कि मुझसे बात होने के बाद इस चेतन ने उन्हें फोन किया हो।"
"नहीं मिसेज़ टंडन.... कॉल डिटेल्स के हिसाब से मिस्टर टंडन के फोन पर आखिरी कॉल आपकी ही थी।"
"मैं चेतन और रॉबिन दोनों के बारे में नहीं जानती हूँ। मैंने आपको अंकित सिन्हा का नाम बताया था। मेरा शक अभी भी उस पर ही है। आप उसे खोज कर गिरफ्तार कीजिए।"

मेघना के जाने के बाद एसपी गुरुनूर फिर से केस के बारे में सोंचने लगी। चेतन और रॉबिन का इस केस से अवश्य ही गहरा नाता है। हत्या से पहले इन्हीं दो लोगों से शिव टंडन के तार जुड़ रहे थे। अब किसी भी कीमत पर इन दोनों के बारे में पता करना ज़रूरी था।
मेघना अभी भी अंकित सिन्हा का ही नाम ले रही थी। उसे पूरा यकीन था कि शिव टंडन की हत्या में अंकित सिन्हा का ही हाथ है।
एसपी गुरुनूर ने सब इंस्पेक्टर गीता को जन्नत अपार्टमेंट्स में चेतन शेरगिल का पता लगाने के लिए भेजा था। वह सोसाइटी के सेक्रेटरी बंसल से मिली। बंसल ने बताया कि चेतन शेरगिल करीब डेढ़ साल से फ्लैट में रह रहा है। वह कभी सोसाइटी की मीटिंग में नहीं आता था। किसी से अधिक बात नहीं करता था। लोगों को उसके बारे में बहुत कम जानकारी थी।
उसकी बिल्डिंग में हर फ्लोर पर केवल दो ही फ्लैट थे। चेतन शेरगिल के फ्लोर में जो फ्लैट था उसमें एक बुज़ुर्ग दंपत्ति रहते थे। जो तीन महीने पहले अपनी बेटी के पास सिंगापुर चले गए। तब से फ्लैट खाली है।
चेतन शेरगिल अपने फ्लैट में अकेला रहता था। वह वित्तीय सलाहकार के तौर पर अपने क्लाइंट के विनियोग पोर्टफोलियो संभालता था। वह कई दिनों से अपने घर नहीं लौटा था। उसका ऑफिस शेरगिल स्टॉक ट्रेडर्स के नाम से था।
सब इंस्पेक्टर गीता जन्नत अपार्टमेंट्स से सीधे शेरगिल स्टॉक ट्रेडर्स के दफ्तर पहुँची। वहाँ जाकर पता चला कि वह कई दिनों से ऑफिस नहीं आ रहा है। ना ही उसका फोन लग रहा है। ऑफिस में सब परेशान थे। कई क्लाइंट भी उसके बारे में पूँछताछ कर चुके थे।
सारी जानकारी लेकर सब इंस्पेक्टर गीता पुलिस स्टेशन पहुँची। उसने सब कुछ एसपी गुरुनूर को बता दिया। दोनों इसी बात पर चर्चा कर रही थीं कि चेतन शेरगिल आखिर कहाँ गायब हो गया। उसी समय इंस्पेक्टर अब्राहम एक नई सूचना लेकर एसपी गुरुनूर के पास पहुँचा।
"मैम फार्म हाउस में मिस्टर टंडन की कार में जो लाश मिली थी उसकी शिनाख्त हो गई है। वह चेतन शेरगिल था।"
यह सूचना सुनते ही एसपी गुरुनूर और सब इंस्पेक्टर गीता दोनों ही आवाक रह गईं। सब इंस्पेक्टर गीता ने कहा।
"मैम मुझे लगता है कि रॉबिन घोष और चेतन शेरगिल एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। चेतन के बारे में तो हमें कुछ बातें पता चली हैं। अब वह जीवित भी नहीं है। पर रॉबिन घोष के बारे में अभी तक कुछ भी पता नहीं चल सका है।"
इंस्पेक्टर अब्राहम ने सब इंस्पेक्टर गीता की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा।
"मैम मिस्टर टंडन की बात पहले रॉबिन से हुई। उसके बाद वह चेतन से मिलने गए। मिस्टर टंडन की कार रॉबिन के फार्म हाउस में पाई गई। जिसमें मिली लाश चेतन की है। मिस्टर टंडन की लाश उस फार्म हाउस से दूर जंगल में मिली। यह सब एक दूसरे से जुड़ा हुआ है। पर उलझा है।"
एसपी गुरुनूर ने कहा।
"अब हमें इस उलझन को सुलझाना है। अगर कोई एक गांठ खुल गई तो सारी गुत्थी सुलझ जाएगी।"
सब इंस्पेक्टर गीता ने कहा।
"मैम अब दो लोग ही हैं जिनके बारे में पता करना है। एक अंकित सिन्हा और दूसरा रॉबिन घोष।"
"तो फिर तुम और अब्राहम जुट जाओ। चाहें जैसे हो मुझे इन दोनों के बारे में पता लगा कर बताओ।"
इंस्पेक्टर अब्राहम और सब इंस्पेक्टर गीता दोनों ने ही एसपी गुरुनूर को आश्वासन दिया कि वो अपनी तरफ से कोई कमी नहीं छोड़ेंगे।

इंस्पेक्टर अब्राहम कंट्री गोल्फ क्लब में पूँछताछ के लिए आया था। अब तक उसने रॉबिन के बारे में कुछ बातें पता की थीं। रॉबिन घोष दार्जिलिंग का रहने वाला था। वहाँ उसका एक टी स्टेट था। वह अभी दस महीनों पहले इस शहर में आया था। वह गोल्फ का अच्छा खिलाड़ी था। अतः उसने कंट्री गोल्फ क्लब की सदस्यता ले रखी थी।
इंस्पेक्टर अब्राहम यहाँ उसके गोल्फ पार्टनर नजीब खान से मिलने आया था। दोनों क्लब के रेस्टोरेंट में बैठे थे। इंस्पेक्टर अब्राहम ने पूँछा।
"सर आप रॉबिन घोष को कब से जानते हैं।"
"तकरीबन आठ नौ महीनों से। हम साथ में गोल्फ खेलते हैं। ही इज़ ए डैम गुड गोल्फर...."
"सर आप उनके व्यक्तिगत जीवन के बारे में कुछ जानते हैं।"
"उसने मुझे बताया था कि उसका कोई परिवार नहीं है। पश्चिम बंगाल में उसकी कुछ संपत्ति है। यहाँ किसी आवश्यक काम से रह रहा है।"
"कैसा आवश्यक काम ?"
"मैंने पूँछा तो हंस कर बोला। जो खो गया था उसे पाना है। जब मैंने कहा कि खुल कर बताओ तो टाल गया। फिर मैंने भी नहीं पूँछा।"
"सर रॉबिन घोष का घर कहाँ है ?"
"मैं कभी गया तो नहीं पर रामलाल गंज में उसने एक फार्म हाउस खरीदा है। वहीं रहता है। क्लब से कोई एक किलोमीटर दूर होगा। वैसे ये सब पूँछताछ क्यों कर रहे हो ?"
इंस्पेक्टर अब्राहम ने नजीब खान को सारी बात बता दी। सुनकर नजीब खान बोले।
"हाँ शिव टंडन की हत्या के बारे में तो मैंने भी सुना था। पर यह नहीं मालूम था कि रॉबिन का उसके कत्ल से कोई ताल्लुक है। दरअसल शिव टंडन भी इस क्लब का सदस्य था। मैं उसे जानता था। उसने ही रॉबिन को क्लब की सदस्यता दिलाई थी। पर इधर दो महीनों से वह खुद क्लब नहीं आया था। वैसे भी वह नियमित नहीं आता था। बट इट्स शॉकिंग....रॉबिन उसके कत्ल में शामिल है।"
"सर हमें भी यही लगता है। पर जब तक कोई सबूत ना मिले हम कुछ नहीं कह सकते हैं।"
इंस्पेक्टर अब्राहम उठ कर खड़ा हो गया। उसने नजीब खान से हाथ मिलाते हुए कहा।
"थैंक्यू सर....आपने बहुत मदद की।"

नजीब खान से बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी मिली थी कि रॉबिन घोष को कंट्री गोल्फ क्लब में सदस्यता शिव टंडन ने ही दिलाई थी।
सारी बात जानने के बाद एसपी गुरुनूर खुश होकर बोली।
"वेलडन अब्राहम....बहुत अच्छी जानकारी जुटाई तुमने। पर गीता भी पीछे नहीं है। वह भी एक बहुत चौंकाने वाली खबर लाई है।"
इंस्पेक्टर अब्राहम ने पास खड़ी सब इंस्पेक्टर गीता को प्रशंसा भरी दृष्टि से देखते हुए पूँछा।
"वो क्या मैम..."
एसपी गुरुनूर ने सब इंस्पेक्टर गीता को इशारा कर खुद बताने के लिए कहा। सब इंस्पेक्टर गीता बोली।
"सर...मैं मंजीत से मिली थी। जिससे आप मिले थे। उसने बताया कि वह अपने एक रिश्तेदार से मिलने जन्नत अपार्टमेंट्स गया था। वहाँ उसने अंकित सिन्हा को देखा। जब मंजीत ने उससे पूँछा कि वह यहाँ क्या कर रहा है तो उसने कहा कि किसी से मिलने आया था।"
इंस्पेक्टर अब्राहम ने कुछ सोंचते हुए कहा।
"अंकित सिन्हा, चेतन शेरगिल और रॉबिन तीनों के ही नाम इस केस से जुड़े हैं। ज़रूर अंकित चेतन से मिलने गया होगा। गीता और कुछ भी पता किया तुमने।'
" सर मैंने मंजीत से उसके बारे में पूँछा तो उसने कहा कि अंकित अपने परिवार के बारे में कभी कुछ नहीं बताता था। एक बार उसने बताया था कि वह झांसी का रहने वाला है। यही बात जहाँ अंकित रहता था उस बिल्डिंग के गार्ड ने भी मुझे बताई है।"
"अंकित झांसी का रहने वाला है। पर वह झांसी में कहाँ रहता है। यह जाने बिना हम उसके परिवार तक कैसे पहुँच सकते हैं ?"
एसपी गुरुनूर जो शांति से दोनों की बात सुन रही थी बोली।
"तुम दोनों अभी अपने काम में लगे रहो। रॉबिन और अंकित के बारे में और जानकारी जुटाओ।"
इंस्पेक्टर अब्राहम और सब इंस्पेक्टर गीता चले गए। एसपी गुरुनूर अब तक मिली जानरारियों को जोड़ कर देखने की कोशिश कर रही थी। पर चित्र अभी अस्पष्ट था। पहेली के महत्वपूर्ण हिस्से अभी तलाशने थे।






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