यात्रा विशेष भारत के मशहूर समुद्री तट-04
भारत के मशहूर समुद्री तट
भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहां समुद्र की हजारों किलोमीटर की तट रेखा है। भारत तीन तरफ से समुद्र से घिरा विशाल प्रायद्वीप है और इसका समुद्र तट लम्बा है जो 7500 किलोमीटर से अधिक फैला हुआ है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर और दक्षिण में हिन्द महासागर है। 09 भारतीय राज्य और 03 संघ राज्य क्षेत्र तटीय भागों में स्थित हैं। आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, केरल,कर्नाटक,महाराष्ट्र,ओडिशा और तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह,दमन और द्वीप एवं लक्षद्वीप समूह की सीमा समुद्र तट से घिरी हुई है। भारत के समुद्र तटों से समुद्र और सूर्य को निहारना बहुत ही रोमांचक और आध्यात्मिक अनुभव होता है। इस सर्दियों में भारत के मशहूर समुद्री तटों की यात्रा करे और प्राकृतिक छटा से रूबरू होते हुए सृष्टि के अनमोल रचना को अपने आँखों से निहारते हुए एक सुखद अनुभूति का आनन्द ले।
प्राकृतिक के सुनहरे दृश्यों का नजारा तमिलनाडू के समुद्री तटों पर !
- विनय सिंह
तमिलनाडु की एक लम्बी तटरेखा है जो लगभग 1000 किलोमीटर तक फैली है- जहां सैकड़ों तट है। इसके तट पर जहां एक ओर स्थित है भगवान राम द्वारा स्थापित रामेश्वरम, तो दूसरी ओर प्रमुख तीर्थ है कन्याकुमारी। तमिलनाडु के कई समुद्री तटवती इलाके है , जो पर्यटकों को लुभाते है , साथ ही यह भारत के शानदार ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को दर्शाती है। तो आईये जानते है तमिलनाडू के समुद्री तटों के बारे में : -
* मरीना समुद्र तट - मरीना समुद्र तट एशिया में सबसे लम्बा और विश्व का दूसरा सबसे लंबा समुद्री तट है। यह चैन्नई के पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी से सटा हुआ है। इसकी कुल लम्बाई यह 12 कि. मी. लम्बा है। समुद्र तट से सूर्यास्त और सूर्योदय देखना अचंम्भित करने वाला अनुभव होता है। नहाना और तैरना खतरनाक हो सकता है क्योंकि नीचे की लहर काफी शक्तिशाली होती है।
* महाबलीपुरम समुद्र तट - महाबलीपुरम समुद्र तट तमिलनाडु का अत्यकन्त प्राचीन समुद्र तट के रूप में है। समुद्र तट सालभर हजारों पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह समुद्र तट सूर्य स्ना न और सुस्त पड़े रहने के लिए आदर्श जगह है। समुद्र अशांत है और तैरने की सलाह नहीं दी जाती है। गोल्डन सैंड, सर्किंग के अवसर और झिलमिलाता स्वयच्छ नीला समुद्री जल समुद्र तट के प्रेमियों को इस जगह लुभाने के लिए काफी है।
* वट्टाकोटाई समुद्र तट - समुद्र से ऊपर वट्टाकोटाई समुद्र तट वृत्ताकार शांत पर्यटक स्थल है। यह कन्या्कुमारी से 6 कि.मी. दूर स्थित है। इस जगह पर ग्रेनाइट का किला स्थित है। यह सुन्दर वनभोज का स्थल है और नारियल के पेड़ों के बीच आराम करने का आदर्श स्थान है। इसके निकट समुद्र शांत है और देश भर के पर्यटकों के लिए यह आदर्श जगह है।
* रामेश्वरम समुद्र तट - रामेश्वरम समुद्र तक शांत समुद्र तट है और यहां का छिछला पानी तैरने और सन बेदिंग के लिए आदर्श है। रामेश्वरम प्रसिद्ध तीर्थ केन्द्र है। महाकाव्य रामायण के अनुसार रावण के चुंगल से अपनी पत्नी सीता हो छुड़ाने के लिए भगवान श्री राम ने लंका पर चढ़ाई करने के पहले यहां भगवान शिव की पूजा की थी। ऐसा विश्वास है कि भगवान राम ने श्रीलंका जाने के लिए पौराणिक कथा के पुल का निर्माण किया।
* कन्या कुमारी समुद्र तट - कन्याकुमारी समुद्र तट अपने बहुरंगी बालू के लिए जाना जाता है और भारत के सबसे दक्षिणी छोर में स्थित है। कन्याकुमारी सूर्य की चमक और सूर्यास्त विशेषकर पूर्णिमा के दिनों में के मनोहर दृश्य के लिए प्रसिद्ध है। समुद्र अपने आप में सुन्दर दृश्य है जिसमें बहुरंगी बालू हैं। एक प्रकाश स्तंभ है जहां से कोई भी नयनाभिराम दृश्य देख सकता है।
* कोवेलॉग तट - कोवेलॉग समुद्रतट अपने सौम्य सौदर्य तथा विभिन्न अन्य समुद्र तटीय क्रियाकलापों के लिए उल्लेाखनीय एक सर्वाधिक लोकप्रिय समुद्रतट है। जीवट प्रेमी इस तट पर अनेक जल क्रीडाओं में शामिल हो सकते हैं। वे यह पवन क्रीड़ाओं तथा तैराकी जैसी जल खेलकूदों का आनंद ले सकते है जो यहां के पर्यटकों के लोकप्रिय क्रियाकलाप है। इस विस्मदयकारी सुन्दर कोबेलॉग समुद्री तट के अन्य आकर्षण पुराना डच किला, चर्च तथा मस्जिद है।
* दखिना चित्र समुद्र तट - दखिना चित्र समुद्र तट अपने परिवार तथा मित्रों के साथ छुटिट्यां बिताने का एक आदर्श स्थल है। यह सूर्य स्नान के लिए एक श्रेष्ठ अवसर उपलब्ध कराता है। बंगाल की खाड़ी का शीशे के समान स्वगच्छ नीला जल सम्पूर्ण क्षेत्र को एक सौम्य आकार प्रदान करता है। यहाँ आप सूर्योदय तथा सूर्यास्त का आनंद उठा सकते है जो पर्यटकों को आनंद ओर उत्साह की एक अदभुत भावना से सरोबोर कर देता है।
* इलियट समुद्र तट - इलियट समुद्र तट तमिलनाडु में स्विच्छतम समुद्र तटो में से एक है। भीड भाड़ वाले इलाकों से दूर किसी स्वाच्छ समुद्रतट के इच्छु्क बैकपैकरों का इस तट पर स्वानगत है, यह समुद्र तट वस्तुमत: चैन्नई में प्रसिद्ध मेरीना समुद्र तट का विस्तारर है। हम यदि अन्नार मेमोरियल से नीचे दक्षिण की ओर चले तो हम लगभग पांच मिनट में इलियट समुद्र तट पर पहुंच जाएंगे। अपने प्रियजनों के साथ उत्कृलष्ट समय बिताने के लिए यह समुद्र तट उपयुक्त स्थल है।
* कुरु सदई द्वीपसमूह - इस क्षेत्र में कुरुसदई द्वीपसमूह को आम तौर पर प्राणि विज्ञानियों के लिए स्विर्ग कहा जाता है। यह कोरल रीफ तथा समुद्री जीवन की विरली प्रजातियों जैसे डॉल्फिन के लिए उल्लेहखनीय है। जीवविज्ञानी तथा अनुसंधाताओं इस द्वीपसमूह में आते रहते हैं। आप मात्स्यिकी विभाग के साथ सम्पोर्क करके कुरुसदई द्वीपसमूह की यात्रा की अपनी योजना बना सकते हैं।
* कोडीकरई समुद्रतट - कोडिकरई समुद्र तट वेलांकनी के दक्षिण में स्थित है जो पूर्व में बंगाल की खाड़ी और दक्षिण में पाल्क स्ट्रेरट से घिरा हुआ है। यहां वन्य जीवन अभयराण्य लागभग 333 वर्ग कि.मी. क्षेत्र में फैला हुआ है जिसमें 25 कि.मी. क्षेत्र में उष्णपकटिबंधीय शुष्क वन है। यहां स्तंनपायी जैसे नीला हरिण, चित्तल हिरण, जंगली सूअर, अर्थ वन्य टट्टू, बोनेट मकाड देखा जा सकता है - जलपक्षी जैसे फिलामिंगोज, इबिसेस, बगुला स्पूयनबिल ओलिव एडिली। समुद्री कच्छुरआ तारांकित कच्छुरआ, वाइपर, दलदली मगरमच्छ आदि कुछ विलुप्त होते सरीसृप हैं।
* मुटुक्कारदु समुद्र तट - मुटुक्कारदु समुद्र तट चैन्नई तमिलनाडु की राजधानी से 36 कि.मी. दूर स्थित है। यह मोटर बोट की सवारी और सर्फिंग के लिए आदर्श जगह है। यह बन्सी् या मच्छ ली पकड़ने की आदर्श जगह है। यहां भारी मात्स्यिकी होती है। गोल्डन सैंड, अच्छा सर्फ और झिलमिलाता स्वुच्छ नीला समुद्र यह एक ही जगह उपलब्ध है, यही मुटुक्कारदु समुद्र तट है।
* पलिकट समुद्र तट - पलिकट समुद्र तट तमिलनाडु के उत्तरी छोर पर स्थित है। यह ठहरा पानी के मिलने से बना है। यह भारत में दूसरा लैगून और इको पर्यटन के लिए सर्वोत्तम स्थान है। फ्लेमिंगो उत्प्ररवासी पक्षी का झुंड यहां देखा जा सकता है, उनमें सबसे प्रसिद्ध फ्लेमिंगो है ।
Vinay singh
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