Bharat ke mashhur samudri tat - 2 books and stories free download online pdf in Hindi

भारत के मशहूर समुद्री तट-02

यात्रा विशेष भारत के मशहूर समुद्री तट-02

भारत के मशहूर समुद्री तट

भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहां समुद्र की हजारों किलोमीटर की तट रेखा है। भारत तीन तरफ से समुद्र से घिरा विशाल प्रायद्वीप है और इसका समुद्र तट लम्बा है जो 7500 किलोमीटर से अधिक फैला हुआ है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर और दक्षिण में हिन्द महासागर है। 09 भारतीय राज्य और 03 संघ राज्य क्षेत्र तटीय भागों में स्थित हैं। आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, केरल,कर्नाटक,महाराष्ट्र,ओडिशा और तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह,दमन और द्वीप एवं लक्षद्वीप समूह की सीमा समुद्र तट से घिरी हुई है। भारत के समुद्र तटों से समुद्र और सूर्य को निहारना बहुत ही रोमांचक और आध्यात्मिक अनुभव होता है। इस सर्दियों में भारत के मशहूर समुद्री तटों की यात्रा करे और प्राकृतिक छटा से रूबरू होते हुए सृष्टि के अनमोल रचना को अपने आँखों से निहारते हुए एक सुखद अनुभूति का आनन्द ले।

कुछ फ़िल्मी है, महाराष्ट्र का समुद्री तट !

  • विनय सिंह
  • महाराष्‍ट्र में कई समुद्री तटवती इलाके है , जो पर्यटकों को लुभाते है , साथ ही यह भारत के शानदार ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को दर्शाती है। महाराष्‍ट्र के अधिकतर समुद्री तट मायानगरी मुब्बई के सीमा को छूती है, तो कुछ समुद्री मुब्बई के आस-पास है। तो आईये जानते है महाराष्ट्र के समुद्री तटों के बारे में : -

  • जुहू तट – जुहू बीच मुंबई में स्थित एक प्रमुख सागर तट हैं। यह बीच अरब सागर के किनारे फैला हुआ। इस समुद्री तट को भारत का सबसे बड़ा पर्यटक तट कहा जाता है। मुंबई का एक मुख्य पर्यटन स्थल होने के साथ ही फिल्म निर्माताओं की विशेष पसंद हैं। इस सागर तट को कई हिंदी एवं अन्य भाषाओं की फिल्मो में दिखाया गया हैं। जुहू बीच के साथ जुहू चौपाटी भी काफी प्रसिद्ध है। यहां तट के किनारे छोटी छोटी दुकानों में उपलब्ध भेल पुरी और चाट वाला भाग जुहू तट का सबसे अच्छा हिस्सा है। यह महाराष्ट्र का सबसे अधिक भीड़ वाला तट है। जुहू चौपाटी मुम्बई वासियों की पहली पंसद है। सूर्यास्त के समय समुद्र तट को देख सकते है।
  • किहिम और मंडवा तट - मंडवा और किहिम तट शहरी जीवन की भीड़ भाड़ से दूर समय बिताने के लिए एक आदर्श स्‍थान है। मंडवा और किहित तट की विशाल प्राकृतिक सुंदरता देखने योग्‍य है। यहां पर्यटक बादल रहित दिन पर गेटवे ऑफ इंडिया की एक भव्‍य झलक पाने के लिए आते हैं। मंडवा तट पर भी नारियल और पाम के ढेर सारे पेड़ लगे हैं।
  • माध द्वीप तट - माध द्वीप तट भारत के मुम्‍बई शहर के उत्तर पश्चिमी तट के साथ स्थित है। इस तट पर एक अदभूत दृश्‍य दिखाई देता है। इस तट की एक अनोखी विशेषता यहां की ग्रामीण पृष्‍ठ भूमि है, जो उन विशाल बंगलों के एक दम विपरीत है जो यहां अगली कतार में दिखाई देते हैं। वास्‍तव में यह शहरी जीवन की भाग दौड़ से निकल कर मन को शांति देने का एक आदर्श स्‍थान है।
  • मेरिन ड्राइव तट – मेरिन ड्राइव तट अरब सागर की तटीय रेखा पर और नरिमन पॉइंट से मलाबार हिल तक फैला हुआ है। इस तट के दोनों सिरे एक दम विपरीत हैं, जिसके एक सिरे तक नरिमन पॉइंट की बड़ी बड़ी इमारतें हैं और मलाबार हिल प्रकृति की सुंदरता से भरा हुआ स्था न है। मेरिन ड्राइव पर टहलते हुए आप ताजी हवा में सांस ले सकते हैं जो आपको सूर्य के ढलते हुए मनमोहक दृश्य के साथ मिलती है। रात के समय जब सड़क की लाइटें जल जाती है तब मेरिन ड्राइव हीरे जवाहरातों तथा मोतियों से जड़ा हुआ एक हार लगता है। इसीलिए मेरिन ड्राइव को क्वीकन्स नेकलेस कहते हैं। भारत और दुनिया भर से जब भी कोई पर्यटक मुम्बई जाता है तो वह मरीन ड्राइव पर चहल कदमी करना नहीं भूलता। यहाँ के स्ट्रीट एरिया से समुद्र में उठती-गिरती लहरें लोगों को खूब लुभाती हैं।दीवार वाला किला और नी‍ली पहाडियों के बीच स्थित गोलाकार बेस्‍टन जैसा एक किला यहां देखे जा सकते हैं। एक द्वीप पर स्थिति मुरुद जंजीरा या बेसिन में समुद्र की रक्षा करता हुआ किला अथवा सहयाद्री की पहाडियों में बनाया गया किला या रायगढ़ में बनाया गया टेढ़ी मेढ़ी मरीन ड्राइव एक 'C' (सी) के आकार का छह लेन अरब सागर तट के साथ कंक्रीट की सड़क है जिसका निर्माण 1920 में हुआ।
  • वरसोवा तट – महाराष्ट्र के शहर मुंबई में कई पर्यटन स्थल है जिनमें से एक वरसोवा तट है। वरसोवा तट पर भारत के मुम्‍बई शहर का सबसे अधिक आकर्षण देखा जाता है। यह जुहू तट के उत्तर में स्थित है और ग्रेटर मुम्‍बई ज़िले में आता है। वास्‍तव में वरसोवा तट को जुहू तट का एक विस्‍तार माना जाता है, जिनके बीच केवल एक छोटी सी दरार है। यहाँ प्रकृति की सुंदरता बहुत आकर्षित करती है। वरसोवा तट पर एक नाव की सवा‍री का भी आनन्द लिया जा सकता है।
  • बेसिन तट - बेसिन तट बेसिन में स्थित है, जो महाराष्‍ट्र के मुम्‍बई शहर से लगभग 50 से 60 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है। यह सुंदर तट पर्यटकों के प्रमुख आकर्षणों में से एक है, जहां इन दिनों पूरे देश से लोग आते हैं। यह कहना उचित होगा कि बेसिन तट प्राकृतिक सुंदरता के साथ ऐतिहासिक और धार्मिक महत्‍व का मीठा संगम है।
  • दहानू बोरडी तट - दहानू समुद्र के किनारे लंबा और अछूता तट है जो थाने जिले में है। दहानू - बोरडी का तट लगभग 17 किलोमीटर लंबा है। यह शांत तट और उथला पानी तैराकी तथा सूर्य स्‍थान के लिए आदर्श है। यहां के पास स्थित समुद्र शांत है तथा आराम करने के लिए यह एक उचित स्‍थान कहा जा सकता है। यहां इरानी और पर्शिया की संस्‍कृति के सुंदर अवशेष मिलते हैं।
  • गणपति पूल तट – गणपति पूल तट कोंकण के किनारे के साथ एक विहंगम तट कहा जा सकता है जो शांति की तलाश करने वालों, तट प्रेमियों और धार्मिक यात्रियों को समान रूप से आकर्षित करता है। चारों ओर फैली हरियाली, लाल मिट्टी, सूर्य की रोशनी से नहाए हुए तट, चांदी के समान चमकती रेत, नारियल और सुपारी के पेड़ों की लंबी कतारें निश्चित रूप से पर्यटकों को पूरे वर्ष यहां आने का आमंत्रण देती हैं। यह तट मुंबई से लगभग 375 किलोमीटर की दूरी पर है, और रत्नागिरि जिले के अंतर्गत आता है। महाराष्ट्र का यह छोटा सा गाँव शहरी जीवन की उन्मत्त व्यावसायीकरण से अछूता है और सफलतापूर्वक एक सुखद पर्यटन गंतव्य का आकर्षण बरकरार रखता है। यहां के अनेक प्रकार के पेड़ पौधे होने से गणपति पूल तट समुद्र और प्रकृति से प्रेम करने वालों के लिए एक सर्वथा उचित अवकाश गंतव्य है। मूर्ति कथित तौर पर 400 साल पुराना है, और एक अखंड चट्टान से नक़्क़ाशा गया है। यह हजारों और हजारों तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है जो मंदिर में भगवान गणपति का आशीर्वाद पाने के लिए हर साल भीड़ करते है।
  • हरनाइ तट - हरनाइ तट का यह मनमोहक भाग अपनी सफेद रेत और साफ पानी के लिए प्रसिद्ध है। पूरे तट पर लगे पाम के पेड़ों से इस तट सुंदरता और भी अधिक बढ़ जाती है। हरनाइ का किला तट के उत्तर में स्थित है। इस किले की हर ईंट इतिहास के समय में यहां शासन करने वाले महान राजाओं का गरिमामय वर्णन करती है। हरनाइ का तट हर दिन पर्यटकों के बीच महत्‍व प्राप्‍त करता जा रहा है और आम तौर पर यह दुनिया भर से आने वाले पर्यटकों का मनपसंद स्‍थान है।
  • मार्व - मानोरी - गोराई तट - माव- मानोरी - गोराई तट शहरी भीड़ भाड़ और प्रदूषण से दूर एक शांत तट है। ये तीनों तट प्रकृति से प्रेम करने वाले मुंबई वासियों के लिए एक लोकप्रिय स्‍थान है। ये सुंदर तट यात्रियों से भरे रहते हैं और यहां अनेक बीच पार्टियां चलती रहती हैं। लोग यहां विशेष रूप से चांदनी रात में घूमने फिरने का आनंद उठाते हैं।
  • मुरुद - जंजीरा तट - मुरुद - जंजीरा तट अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यहां सुपारी, नारियल, पान, पाम के ढेरों पेड़ लगे हुए हैं और यह तट शहरी जीवन की व्‍यस्‍तता से राहत दिलाने के लिए एक आदर्श स्‍थान है। मुरुद - जंजीरा के पुराने किले के अंदर पहाड़ी के ऊपर भगवान दत्तात्रेय का मंदिर है और इनके तीन सिर तीन हिन्‍दु देवताओं बह्मा, विष्‍णु और महेश्‍वर को दर्शाते हैं।
  • श्रीवर्धन - हरि हरेश्‍वर तट - श्रीवर्धन - हरि हरेश्‍वर तट महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित है। चार पहाड़ियों ब्रह्माद्री, पुष्पाद्री, हर्षिनाचल और हरिहर से घिरा हुआ हरिहरेश्वर कोंकण क्षेत्र में है और एक ओर से हरे भरे जंगलों और दूसरी ओर से प्राचीन समुद्र तटों से घिरा हुआ है । ठण्‍डी हवाएं, नर्म रेत और आमंत्रित करता पानी इस तट पर सभी पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है। यहां पास ही स्थित पेशवा स्‍मारक पर्यटकों को अवश्‍य देखना चाहिए। हरिहरेश्वर अपने मनमोहक और सुंदर तट के लिए प्रसिद्ध है। यदि कोई सी फुड का शौकीन है तो यहां कई प्रकार के व्‍यंजन उन्‍हें मिल सकते हैं। यह तट हरि हरेश्‍वर के मंदिर के लिए भी प्रसिद्ध है। जो भगवान शिव को समर्पित है, यही कारण है कि इसे देवघर भी कहा जाता है – भगवान का घर। यहाँ सावित्री नदी अरब सागर से मिलती है।
  • तर्करली तट - तर्करली तट को पृथ्‍वी के अनछुए स्‍वर्ग का नाम दिया जा सकता है। यहां की अछूती सुंदरता के बारे में कई लोग नहीं जानते हैं जो यहां अपने अवकाश का समय बिता सकते हैं। तर्करली तट चमकदार नीले पानी और पेड़ों की कतारों वाला एक लंबा और सकरा तट है। यहां पवित्र और मन को मोह लेने वाले सुंदरता बिखरी पड़ी है। एक बादल रहित दिन पर यहां समुद्र में 20 फीट की गहराई तक समुद्र का तल देखा जा सकता है।
  • वेलनेश्‍वर तट - वेलनेश्‍वर तट नारियल के पेड़ों से भरा हुआ एक शांत तट है जहां पर्यटकों को तैरने या आराम करने का पूरा अवसर मिलता है। यह अपने आप के साथ कुछ शांत क्षण बिताने के लिए और प्रकृति के नजारे देखने के लिए एक उपयुक्‍त स्‍थान है। यहां शिव भगवान का एक मंदिर है जहां बड़ी संख्‍या में भक्‍तजन आते हैं।
  • वेंगुरला - मालवान तट - वेंगुरला तट सफेद रेत से भरा हुआ तट है जहां काजू, नारियल, कठहल और आम के पेड़ लगे हुए हैं। यहां के साफ पानी और हरियाली की सुंदरता आपको बांध लेती है। यहां दो प्रसिद्ध मंदिर भी हैं : श्री देवी सतेरी मंदिर और रामेश्‍वर मंदिर ।
  • Vinay singh

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