हिंदी यात्रा विशेष कहानियाँ मुफ्त में पढ़ेंंऔर PDF डाउनलोड करें होम कहानियां यात्रा विशेष कहानियां फ़िल्टर: श्रेष्ठ हिंदी कहानियां भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 18 - अंतिम भाग द्वारा सीमा जैन 'भारत' 18 नद्दी गांव मेकलोड़गंज से थोड़ा उपर जाने पर यह बर्फीली चोटी हमें दिखाई देती है। यह शिखर हमारे स्टे से भी दिखाई देता है। इसे पास से देखकर ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 17 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 17 दूसरे दिन पालमपुर सुबह अपना नाश्ता करने के बाद मैं पालमपुर के लिए निकली। देवेश जो वहां दो साल से रह रहे थे। मुझसे रोज सुबह पूछ ही ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 16 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 16 धर्मशाला धर्मशाला भारत के हिमाचल प्रदेश प्रान्त का शहर है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के अलावा बौद्ध मठों के लिए जाना जाता है। बर्फ से ढंका हिमालय। यहाँ ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 15 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 15 आंठवा अंतिम दिन आज का दिन मुझे सिर्फ अपने हॉस्टल और लेह के रास्तों के साथ बिताना था। हॉस्टल में मुझे कई मित्र मिले। इन दो वियतनामी मित्रों ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 14 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 14 छ्ठा व सातवां दिन लद्दाख की कईं जगह घूमने के बाद हम बहुत थक गए थे। कल मुझे अकेले ही पागोंग झील देखने जाना है। रात को वहीं ... मूलपूंजी - अंतिम भाग द्वारा Shwet Kumar Sinha ...टीटीई ने पूरे फाइल को उलट-पलट कर देखा। वह ग्रामीण सच कह रहा था। उसकी बेटी को ब्रेन ट्यूमर था, जो कैंसर का शक्ल अख़्तियार कर चुका था और ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 13 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 13 चौथा दिन आज का दिन मुझे आराम करना था। अपने हॉस्टल के बाहर बैठकर किताब पढ़ने की इच्छा थी। उस हॉस्टल में कई किताबें रखीं थीं। जिसमें आने ... मूलपूंजी - भाग तीन द्वारा Shwet Kumar Sinha ...सारी बातें सुन टीटीई लक्ष्मण ने अपने साथ खड़े जवानों को पूरे डिब्बे की छानबीन करने का आदेश दिया। सीट पर बैठे प्रकाश लाल के आँसू थे कि थमने ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 12 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 12 तीसरा दिन आज मुझे अकेले ही कुछ और दर्शनीय स्थल देखने जाना था। शिखा लखनऊ वापस जा रही थी। मैं नाश्ता कर रही थी तब श्री ने मुझे ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 11 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 11 पहला दिन- इन सालों में उम्र का प्रभाव व सावधानी जरूरी थी। फिर मुझे कोई जल्दी भी नहीं थी। आज मैं नाश्ता करके पैदल ही घूमने निकली। सोचा ... मूलपूंजी - भाग दो द्वारा Shwet Kumar Sinha ...“टिकट दिखाइए? रो क्यूं रहे हैं? कोई परेशानी है तो मुझे बताएं?” – टीटीई ने सहानुभूति से कहा। पर जीवन के पचास बसंत देख चुके उन दम्पत्ति यात्री के ... मूलपूंजी - भाग एक द्वारा Shwet Kumar Sinha दोपहर के दो बजे। तेज धूप और उमस भरी गर्मी। आग की भांति तपता दिल्ली रेलवे स्टेशन का वह प्लेटफॉर्म, जहाँ मुसाफिरो की निगाहें ट्रेन के इंतज़ार में सूने ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 10 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 10 लद्दाख मेरी यात्रा में आप मेरे साथ अब एक कदम पीछे चलेंगे… लेह लद्दाख की ओर… यही मेरी दूसरी यात्रा थी। लद्दाख के लिए मुझे दिल्ली से फ्लाइट ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 9 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 9 गालिम और सिंगी की प्रेम कहानी: पुनाखा जोंग से गासा रोड पर एक किलोमीटर आगे नदी के किनारे तीन मंजिला मिट्टी का सात सौ साल पुराना घर दिखाई ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 8 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 8 नम्बर प्लेट का फोटो: 25/9/18 आज मुझे पुनाखा जाना था। पुनाखा की नदी के किनारे बना मठ मुझे बहुत सुंदर लगता था। आज उसे देखने जाना मेरे लिए ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 7 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 7 7*बुद्धा डोर्डेंमा ग्रेट बुद्ध डोर्डेंमा: भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंगे वांगचुक की 60 वीं वर्षगांठ के अवसर पर विशाल शाक्यमुनि बुद्ध प्रतिमा का निर्माण करवाया गया। यहाँ ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 6 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 6 4*राष्ट्रीय संग्रहालय : इस इमारत का निर्माण 17 वीं शताब्दी में रिणपंग जोंग की सुरक्षा हेतु वॉच टावर के रूप में किया गया था। 1967 में इसे भूटान ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 5 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 5 1*वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम चाय नाश्ता करके मैं अकेली ही टाइगर नेस्ट के लिए निकल पड़ी। 2*टाइगर नेस्ट टाइगर नेस्ट, यह भूटान के सबसे पवित्र बौद्ध मठों में से ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 4 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 4 पारो: पारो जिला भूटान देश के 20 जिलों में एक है। यह जिला भूटान की ऐतिहासिक घाटी में स्थित है। इस जिले की सभ्यता तिब्बत से प्रभावित है। ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 3 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 3 फूनशोलिंग भूटान गेट: फूनशोलिंग भूटान के चुखा जिले में इंडिया भूटान सीमा पर स्थित है। सीमा के भारतीय तरफ जयगांव व् भूटान की तरफ फुंनशोलिंग है। इसलिए इसे ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 2 द्वारा सीमा जैन 'भारत' 2 भूटान की राजनीति का केंद्र शोगडू भूटान का राजप्रमुख राजा अर्थात द्रुक ग्यालपो होता है, हालांकि यह पद वंशानुगत है लेकिन भूटान के संसद शोगडू के दो तिहाई ... भूटान लद्दाख और धर्मशाला की यात्राएं और यादें - 1 द्वारा सीमा जैन 'भारत' मेरी बात… यात्रा मेरे जीवन में एक नया उत्साह, रंग भर देती है। मैंने देश-विदेश की कईं यात्राएँ की हैं। कुछ परिवार के साथ, कुछ बड़े समूह में। मैं ... मैनपाट द्वारा Lalit Rathod 22-02-22जितनी खूबसूरत तारीख थी, उतना ही शानदार दिन भी बिता। बीते कुछ वर्षों से अपने जन्मदिन पर खुद काे समय देना शुरू किया है। इस दिन किसी एकांत यात्रा ... सफर के लिए हमसफ़र - 2 द्वारा Mehul Pasaya चलो दिया अब में वापस आ गया हूं सो लेट'स स्टार्ट टू कारओके अब चालू करो फिर गाड़ीओके वैसे सुनो में डेनी को भी ले रहा हूं साथ में ... लघुकथा आध्यात्मिक कथा उपन्यास प्रकरण प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी सफर का अंत - 9 द्वारा Mehul Pasaya अब तो ऊपर वाला ही कोई चमत कार कर सकता हैआप सही बोल रहे है क्यू की ये काम इंसानों के हाथ में तो है ही नहीं बहुत भयानक ... यात्रा विवरण - सारे तीर्थ बार बार गंगासागर एक बार द्वारा S Sinha यात्रा विवरण - सारे तीर्थ बार बार गंगासागर एक बार हमारी उम्र भी ढल रही थी . अपने मन के ... सफर का अंत - 8 द्वारा Mehul Pasaya [कुछ देर बाद]ओह हेल्लो अम्रीता कैसे हो। और आज कल कहा रहते है दिखते भी नहीं होअरे नहीं प्रिया हम बाहर चले गए थे कुछ काम के सिल सिल ... सफर का अंत - 7 द्वारा Mehul Pasaya अरे इतनी भी बड़ी चुड़ैल नहीं है वो ओके जो मुझे तुम डरा रहे हो। में तो वहा घूम के भी वापस आ सकता हूं और में ये चुड़ैल ... सुरमयी आंखों वाली - 3 द्वारा Jyoti Prajapati बहुत दिनों तक मेरे दिल ओर दिमाग मे बस सुरमयी ही घूमती रही..!! मैंने एक दिन तय किया उस अनाथालय जाकर सुरमयी के बारे में पता लगाने का। दो ... सफर का अंत - 6 द्वारा Mehul Pasaya ठीक है बिल्कुल इसमें क्या है चल लेंगे। और वैसे भी मेरे पास गाड़ी है हम उसी में चले जाएंगे ठीक हैठीक है[कुछ देर बाद]"अब यहा दोस्ती शुरू हो ... सफर के लिए हमसफ़र - 1 द्वारा Mehul Pasaya तो चलो चले एक बार ओर मिलके चले कही दुर कही दुर जहा सिर्फ हम ओर सिर्फ तुम हो ओर कोई नहीतुम्हे पता हे दिया जब ना हम ने ... सफर का अंत - 5 द्वारा Mehul Pasaya [कुछ देर बाद]शंकर भाई सुनो तो यहा आओओके बट हुआ क्या है टेल मीअरे ये गाड़ी में कुछ ज्यादा ही खराबी आ गए है। ठीक नहीं हो रही है। ...