इश्क दा मारा - 69 shama parveen द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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इश्क दा मारा - 69

यश की बाते सुनने के बाद यूवी के पैरों तले जमीन खिसक जाती है और वो यश की देखने लगता है।

तब यश बोलता है, "यूवी मैं कुछ पूछ रहा हूं ?????

तब यूवी बोलता है, "भाई आप ये कैसी बाते कर रहे है "।

तब यश बोलता है, "देखो यूवी अब बाते मत छुपाओ, क्योंकि मुझे सब कुछ पता चल गया है कि तुम गीतिका से प्यार करते हो, और मैं ये जानना चाहता हूं कि तुम उससे सच में प्यार करते हो या फिर.......

तभी उसकी बातों को बीच में काटते हुए यूवी बोलता है, "भाई मैं गीतिका को कोई धोखा नहीं दे रहा हूं और मैं उसे सच में प्यार करता हूं, और मैं सच बोल रहा हूं कि मैने ये सब जान बुझ कर नहीं किया, पता नहीं कैसे मुझे उससे प्यार हो गया"।

तब यश बोलता है,"तुम पापा को जानते हो उसके बावजूद तुमने प्यार किया, तुम जानते हो न कि अगर ये बात पापा को पता चली तो वो गीतिका के साथ क्या करेंगे "।

तब यूवी बोलता है, "मेरे रहते हुए मेरी गीतिका की परछाई को भी कोई नहीं छू सकता है "।

तब यश बोलता है, "तुम बेटे हो और वो बाप है बाप, कब क्या कर देंगे तुम्हे पता भी नहीं चलेगा "।

तब यूवी बोलता है, "नहीं भाई मैं अपनी गीतिका को कुछ भी नहीं होने दूंगा चाहे कुछ भी हो जाए, और हा प्लीज आप ये बात किसी को भी मत बताना "।

तब यश बोलता है, "यूवी को अपने हाथों से अपने आपको बर्बाद कर रहे हो, देखो तुम जिस घर में पैदा हुए हो वहां पर प्यार करना पाप है "।

तब यूवी बोलता है, "मगर मैने तो ये पाप कर दिया है और मुझे इसका कोई पछतावा नहीं है"।

तब यश बोलता है, "मुझे पता है कि तुम बहुत जिद्दी हो और मेरी एक भी बात नहीं मानोगे "।

तब यूवी बोलता है, "आप बस देखते रहना की मैं कैसे अपनी गीतिका को शादी करके इस घर में ले आऊंगा "।

तब यश बोलता है, "ध्यान रखो अपना और अपनी गीतिका का और कोई जरूरत हो भाई की तो बात देना "।

ये सुनते ही यूवी खुश हो जाता है और यश के गले लग कर उसे थैंक्स बोलता है।

रात होती है..........

गीतिका अपने कमरे में लेटी रहती थी तभी यूवी उसे कॉल करता है और छत पर आने के लिए बोलता है। गीतिका खुश हो कर छत पर चली जाती है।

यूवी भी उसे देख कर खुश हो जाता है और दोनों बैठ कर बाते करने लगते हैं। तभी गीतिका बोलती है, "मुझे आप से कुछ बात करनी थी ????

तब यूवी बोलता है, "हा बोलो क्या बात है ????

तब गीतिका बोलती है, "मैं आप से प्यार करती हूं और आप से ही शादी करूंगी समझे "।

तब यूवी बोलता है, "हा तो जब प्यार मुझ से करती हो तो शादी भी मुझ से ही करोगी ना "।

तब गीतिका बोलती है, "आप करेंगे ना मुझ से शादी????

ये सुनते ही यूवी गीतिका की तरफ देखने लगता है और बोलता है, "तुम्हे क्या मुझ पर शक है, और तुम्हे क्या लगता है कि मैं तुम्हे धोखा दे रहा हूं "।

तब गीतिका बोलती है, "मैने ऐसा तो नहीं कहा "।

तब यूवी बोलता है, "तुम्हारी बातों का तो यही मतलब निकलता है, क्या हुआ किसी ने कुछ बोला है क्या"।

तब गीतिका हा मे सर हिला देती है।

तब यूवी बोलता है, "किसने की तुमसे ऐसी बकवास????

उसके बाद गीतिका सब कुछ बता देती है।

तब यूवी गुस्से में बोलता है, "तुम बस मुझ पर ध्यान दो किसी और पर नहीं समझी, और अगर तुम्हे लग रहा है कि मैं तुम्हे धोखा दे रहा हूं तो तुम मुझे छोड़ कर जा सकती हो"।

ये सुनते ही गीतिका यूवी की तरफ गुस्से से देखती है और उसके गले लग जाती है और बोलती है, "आप ये कैसी बात कर रहे हैं "।

तब यूवी बोलता है, "तो फिर और कैसी बात करु"।

तब गीतिका बोलती है, "सॉरी आइंदा ऐसी बाते नहीं करूंगी, मगर मुझे आप से एक बात और करनी है। तभी यूवी गीतिका को अपने आप से हटाता है और गुस्से से उसे देखने लगता है।

तब गीतिका बोलती है, "आप गुस्सा मत होइए मैं कोई फालतू की बात नहीं करूंगी, वो तो मैं ये बोल नहीं थी कि कल संडे है और मैं कल आप से नहीं मिल पाऊंगी, क्योंकि संडे को तो कॉलेज की छुट्टी होती है और मेरे पास और कोई बहाना भी नहीं है...............