हा आंटी जाते है. आखिर बंदे को इतना क्या वक्त लग रहा है. जरा देखे तो सही. पहले तो कभी इतना लेट नही करता था तैयार होने में. फिर आज कैसे वो इतनी देर लगा रहा है.
अरे हितेश भाई ओ हितेश भाई क्या कर क्या रहे हो आप. नीचे सब वेट कर रहे है. चलो थोड़ा जल्दी भी कर लो.
हा भाई हो गया अब चलो चले. मेने तैयार होने में ना काफी देर लगा दी. आई एम सॉरी पता नही आज इतनी देर कैसे लग गई.
हा भाई कोई बात नही चिल करो. और अब चलो. और हा वहा थोड़ा सा ध्यान रखना आज कल के लोग ना बड़े कमीने है. कुछ भी उथल पुथल कर सकते है. चलो अब बाते बहुत हो गई.
डोंट वरी भाई ऐसे कामों में मशहूर हु. ऐसे लोगों को के साथ क्या करना है. वो में अच्छे से जानता हु. पर फिर भी मुझे बताने के लिए. और याद दिलाने के लिए शुक्रिया.
थिस टाइम ऑफ हल्दी. . .
अरे आस्था बेटा हल्दी की थाली लाना. जो दुलहन के घर से आई है. और हा प्लीज जरा संभल कर लाना ठीक है.
जी आंटी आप फिक्र न करे में थाली एक दम संभाल कर ले आऊंगी. आप थोड़ा मेहमानों को देख लो.
हा ठीक है. अरे शर्मा जी आइए ना. वहा पर क्यू खड़े है. आप हमारे मेहमान है. मेरे बेटे हितेश की शादी की हल्दी में आपका स्वागत है.
जी परमारण जी आपका बहुत बहुत शुक्रिया. बाय द वे हितेश बेटे की शादी जो हो रही है. वो सही है लेकिन आपको नही लगता की ये शादी कुछ जल्दी नही हो रही है ऐसा.
नही शर्मा जी ऐसा कुछ भी नही है. बंदे ने खुदकी मेहनत से सब कुछ वो हासिल किया है. जो की उससे करना चाहिए था. तो मुझे उसके इस जल्दी शादी करने पर कोई आपत्ति नहीं है. बल्कि में तो बहुत खुश हु. एक्सक्यूज मी प्लीज.
कुछ देर बाद. . .
अरे भूमि बेटा तुम्हारी दोस्त अन्नू आई या नहीं. कहा रह गई वो. जल्दी फोन कर के बताओ की. उसके साथ वो बहुत कीमती चीज लाने को कही है. जो की हल्दी के साथ उसको रखना बहुत जरूरी है. वरना ये हल्दी की रस्म अधूरी रह जायेगी.
हा मम्मा में फोन लगती हु. ये लड़की भी ना कहा रह गई. पता नही उसने वो कीमती चीज ली भी है या नही. हे हेलो अन्नू यार लेट हो रहा है. और कहा हो तुम अभी. और वो कीमती चीज ले ली या नही.
रिलैक्स मेरी जान यहा पर सारी सिज्वेसन मेरे कंट्रोल में है. सो डोंट वरी ओके. अब में आ रही हु. बस 2 मिनट में पहुंच जाऊंगी ओके.
हा ठीक है. मेला बचा प्लीज जल्दी आओ. तुम्हारा बेशब्री से इंतजार हो रहा हैं.
कुछ देर बाद. . .
भूमि बेटा इस लड़की ने काफी देर लगा दी. मुहूर्त भी बीतता जा रहा है. अगर मुहूर्त बीत गया हल्दी लगाने का तो फिर ये हल्दी वाली रस्म भी नही हो पाएगी. और फिर मुझे डर भी है. की कही मेरी बेटी जिंदगी में कुछ ऐसा वैसा ना हो जाए.
आ गई आ गई रिलैक्स. यही चीज थी ना. जिसकी वजह से मेरी दोस्त की शादी में अड़चन आजाती. तो में आप सब को बता दू. की मेरे होते हुए मेरी दोस्त की लाइफ में किसी भी तरह की मुसीबत को इंटर करने ही नही दूंगी ये मेरा प्रोमिस है आंटी जी आपको.
थैंक यू बेटा अगर तुम सही वक्त पर नही आती तो बहुत बड़ी दिक्कत हो जाती. पर अभी तुमने कहा वैसे. अब में भी कहती हु. की मेरी बेटी के पास इतनी होनहार दोस्त हो उसका कोई कुछ नही बिगाड़ सकता.
पढ़ना जारी रखे. . .