तेरा...होने लगा हूं - 9 Sony द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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तेरा...होने लगा हूं - 9

मोक्ष क्रिश को लेकर शेखावत हाउस के लिए निकल गया। वहीं स्कूल में काया अपनी केबिन में इस वक्त अपने चेयर पर बैठे हुए क्रिश के साथ तकरीबन 20 मिनट बात करने के बाद कुछ नतीजे पर पहुंच चुकी थी । जो वो अब अपने डायरी पर लिख रही थी । वो अलग बात थी कि क्रिश उसे किसी भी बात का कोई सीधा जवाब नहीं दिया था ।

काया अपने सामने नम आंखों से बैठी हुई वेदिका को देखकर बोली ,"क्रिश का आपको यूं नफरत करने  की वजह जान सकती हूं ?""

"मोक्ष शेखावत । उसका डैड ।"काया का अपनी बात खत्म करते ही वेदिका ने रुंधे गले से जवाब दिया। और टिसू से आंसू पोंछे ने लगी।काया उसे देखकर दिलासा देते हुए पानी का ग्लास उसके और बढ़ा देती है । वेदिका गिलास लेकर पानी का एक घुंठ लेकर गिलास वापस टेबल पर रखते हुए बोलि ,"6 महीने का प्यार 1 साल की लिव इन रिलेशनशिप और 3 साल की शादी का रिश्ता था मोक्ष और मेरा ।  मैंने अपना करियर अपना सब कुछ छोड़ दिया था इस शादी को निभाने के लिए और क्रिश को जन्म  देने के लिए । उतना ही बेपरवाह था मोक्ष हमारे रिश्ते को लेकर। शराब सिगरेट लड़कियां इसमें ही उसकी खुशी थी। नाहीं उसे मेरी फिक्र थी और नाहीं क्रिश की।"कहते हुए उसने एक नजर काया को देखा जो गौर से उसकी बात सुन रही थी ।या फिर यूं कहें उसके बातों में सच्चाई ढूंढ ने की कोशिश कर रही थी।

काया को अपने करीब गौर से देख ता देख वेदिका जोर से सिसकियां लेते हुए बोलि,"मोक्ष के फिजिकल और मेंटल हैरेसमेंट की हद्द तो आप देख ही चूके हैं। वो हमेशा से ही ऐसा ही था। बहुत बर्दाश्त किया मैंने अपनी बेटे के लिए और जब सब कुछ बर्दास्त से बाहर हो गया मैंने उसे डिवोर्स के लिए कहा। उसने बहुत मुश्किल से मुझे डिवोर्स तो दिया लेकिन एक शर्त पर के क्रिश मेरे साथ नहीं बल्कि उसके साथ रहेगा । क्यों के क्रिश के नाम पर जो सिखावत इंडस्ट्रीज के 60%शेयर्स हैं वो उसे गवाना नहीं चाहता था।"बोलकर उसने फोन निकाला और क्रिश के साथ उसके बचपन के कुछ पिक्चर्स  दिखने लगी ।और उन तस्वीरों को चूमते हुए बोली ,"मेरा बच्चा । मैंने सोचा जब मैं कुछ बन जाऊंगी तो क्रिश को लीगली अपने पास रख लूंगी लेकिन

कहते हुए वह रोने लगी।

काया उसके और एक और टिशु बढ़ाते हुए बोली ,"लेकिन क्या मिस बजाज?"वेदिका उससे टिशु लेते हुए रुंधे आवाज में बोली,"लेकिन एक मॉडलिंग असाइनमेंट के लिए मुझे 6 महीने के लिए लंदन जाना पड़ा और जब मैं वापस आकर अपने बेटे से मिलने गई तो उसने मुझे पहचानने से भी इंकार कर दिया।"कहते हुए एक दर्द से भरी मुस्कान उसके चेहरे पर कायम थी। और उसी भाव से वो बोली,"आज मां के  बजे डैड की एक्स वाइफ  सुनकर आपको जितना shock लगा था उससे कई गुना ज्यादा दर्द और गुस्सा मुझे अपने 3 साल के बेटे के मुंह से ये शब्द सुनकर आया था। और तभी मैंने ठान लिया था की एक ऐसे इंसान के पास में अपने बेटे को कभी पलने नहीं दूंगी  जिसमे इंसानियत ही नहीं हो।"बोलकर वो खामोश हो गई। और वो गुस्से से कांप रही थी। दुनिया में शायद ही कोई साइकैटरिस्ट होगी जो वेदिका के दिमाग को और चेहरे को भाव को इस वक्त कंपेयर  कर पाती ।

उसने बेहद बारीकी से अपना किरदार निभाया था।"थैंक यू सो मच  डॉक्टर फॉर योर कंसर्न।"बोलकर वो उठकर जाने लगी।और डोर के पास रुक कर डोर के हैंडल को कसकर पकड़ ते हुए मजबूरी और बेबसी भरी आवाज से बोली,"मैं अपने लिए कुछ नहीं चाहती । बल्के मैं बस ये चाहती हूं कि जहां मेरा बेटा एक बेहतर इंसान बन सके वो वही रहे।"कहते हुए वो बेबसी भरे अंदाज में मुस्कुरा दी और बोली,"एक शैतान के परवरिश से एक शैतान ही पनप सकता है। एक इंसान कभी नहीं। बाकी आप खुद समझदार है।"कहकर वो चली गई और काया उसके आखिरी कहे गए कुछ शब्दों को सोचकर मोक्ष के कुछ समय पहले किए गए बिहेवियर को याद करने लगी।

शाम का वक्त, सिखावत हाउस (मोक्ष का घर)

जहां इसबक्त घर में क्रिश के शैतानियां गूंज ती थी वही सन्नाटा पहला हुआ था ।अब ये सन्नाटा मोक्ष के मचाए हुए तूफान का सन्नाटा था या फिर कल कोर्ट रूम में आने वाले तूफान के पहले का सन्नाटा था ये तो बस उन दोनों को ही पता था ।जिन दोनों की तपती नजर इस वक्त अपनी लिविंग रूम के डबल सोफे पर किसी महाराजा की तरह बैठे हुए मोक्ष पर थी।

मोक्ष एक हाथ में सिगरेट और दूसरे हाथ में शराब का गिलास पकड़े वॉल पर लगे एलईडी पर क्रिकेट मैच देख रहा था । वही उसके साइड में ही काउच पर हाथ में वाइन का गिलास पकड़े सम्राट और अपने गोद में एक बड़ा सा नूडल का बोल पड़कर बैठा क्रिश एक टक घुर कर मोक्ष को ही देखे जा रहे थे ।और हमेशा की तरह मोक्ष इस वक्त भी एक्सप्रेशनलेस था।

उन दोनों की नजर को अपने ऊपर महसूस कर मोक्ष अपने बिना भाव की आवाज के साथ  ठंडा मिजाज में बोला,"मैच टीवी पर चल रही है, चौके छक्के की बरसात वहां हो रही है  । तुम दोनों मेरे चेहरे को  इतने शिद्दत से क्यों घूर रहे हो।"उसकी बात सुनकर क्रिश सम्राट के तरफ यूं देखा जैसे बोल रहा हो ,"मेरे तो डैड है मैं कुछ नहीं कर सकता । कम से कम आप तो चौकी छक्के की बरसात इनके ऊपर कर ही सकते हैं।"क्रिश की बेबसी और गुस्से को समझ कर सम्राट बैठे हुए काउच के ऊपर से कुशन उठाकर मोक्ष के ऊपर फेंकते हुए गुस्से से बोला ,"अबे कमीने कितने हाथ पैर जोड़कर मिन्नते करते हुए भेजा था तुझे बस 5 मिनट अपने गुस्से को कंट्रोल में नहीं रख पाया।"

ये सुनकर ही मोक्ष को वेदिका के कहे हुए सारी बातें याद आई और वो अपने हाथों की मुठिया बना लेता है । और उसके चेहरे के भाव बदलने लगे थे। वो कुछ नहीं बोला और खामोश रहा।सम्राट उसके जज्बात महसूस करते हुए ब्रिज काका जो के मोक्ष के बचपन से ही उसके साथ रहते  आए थे आवाज देकर बुलाते हुए  क्रिश को बोला,"बड्डी मुझे आपके डैड से कुछ काम की बात करनी है सो आप अपने रूम में जाकर रेस्ट करिए ओके?"फिर उसने क्रिश के होठों के साइड पर लगी एक नूडल के टुकड़े को साफ किया और मुस्कुराते हुए बोला,"डोंट वरी बड्डी ,यू नो ना आपके डैड जब कोई प्रॉमिस करते हैं तो निभाते हैं तो अगर उन्होंने कहा है कि आप यही रहेंगे तो आप यही रहेंगे।"क्रिश एक नजर मोक्ष पर डाला जिसकी नजर वॉल पर लटकी हुई एलईडी पर थी और वापस से सम्राट की तरफ देख एक संजीदा इंसान की तरह सर "हूं" में सिर हिला कर उठकर ब्रिज काका के साथ चला गया।उसके जाने के बाद सम्राट अपना वाइन का पूरा बोतल उठाकर मोक्ष के सोफे पर उसके पैर को थोड़ा खिसका कर बैठ जाता है ।और सामने टेबल पर पड़े रिमोट से टीवी बंद करते हुए बोला,"अगर दिमाग के अंदर किसी और चीज की बोलिंग बैटिंग चल रही है तो टीवी पर अलग से क्रिकेट देखने की क्या जरूरत है?"मोक्ष कुछ नहीं बोला और वहीं सोफे से सिर टिकाकर आंखें बंद कर दिया ।सम्राट उसके हाथ से लगभग खत्म हो रही सिगरेट के टुकड़े को लेते हुए बोला ,"जल जाएगा।"मोक्ष धीमी और सर्द आवाज में बोला ,"जल रहा हूं।"सम्राट सिगरेट के टुकड़े को टेबल के ऊपर पड़े ऐश ट्रे पर बुझते हुए बोला ,"पता था मुझे के वो औरत क्या कर सकती है और तुझ पर उसका क्या असर होने वाला है।"

मोक्ष उसकी बात सुनकर गहरी सांस लेते हुए  बिना भाव बोला,"अगर तुझे थोड़ा सा भी खुशफेमी है कि मैं तुझे sorry बोलने वाला हूं तो इन योर ड्रीम्स जानेमन।"सम्राट मोक्ष की तरफ देख अपना मुंह बिगाड़ ते हुए बोला,"अबे कमीने इतनी अच्छी बातों की उम्मीद कब किया है मेने तुझ्से?"मोक्ष सर्द आवाज में ,"वो लेडी काउंसलर

मोक्ष ने कहा और वो रुक गया और फिर कुछ सोचते हुए बोला,"क्या नाम था उसका ?"उसकी बात सुनकर सम्राट सवालिया नजरों से उसे देखकर, "काया देशमुख""मेरे एक्स वाइफ से कुछ ज्यादा ही हमदर्दी है उसे। उसे उसकी औकात बतानी पड़ेगी के मोक्ष शेखावत को मैनर्स सीखने की बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी उसे।"उसकी बात सुनकर सम्राट को अपना सर कहीं पीटने का मन कर रहा था। वो चिढ़ते हुए गुस्से और फ्रस्ट्रेशन भरी आवाज से बोला,"थोड़ा तो सुधर जा और थोड़ी देर के लिए एक बाप बनकर सोच। ऑलरेडी कल के केस का कबाड़ा बनाकर आ चूका है। उसमें भी दिल नहीं भरा तेरा अब डॉक्टर को धमका रहा है ।अबे कुछ तो शर्म कर।"

उसकी बात अभी पूरी ही  हुई थी कि मोक्ष बोल पड़ा,"वो कहावत नहीं सुनी ,जिसने किया शर्म उसके फूटे करम। शर्मिंदा तो अब उस डॉक्टर और मेरे एक्स वाइफ को  होना है ।मेरे साथ उलझने की कीमत ,बहत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी उन्हें।"बिना किसी टेंशन के बिना किसी भाव के बेफिक्र अंदाज में बोलकर वो फिर खामोशी से आंखें बंद करके लेट गया । और सम्राट उसे कुछ पल होपलेस नजर से देखा फिर अपने माथे को रूब्र करते हुए चिढ़ कर बोला,"जो करना है कर। अड़ियल कहीं का।"बोलकर वहां से जाने लगा।

मोक्ष पीछे से आवाज देकर बोला,"डोंट वरी जानेमन, बेबी एलिफेंट को यही बड़ा होकर बिग एलिफेंट बना है । उसे खिला पिलाकर बड़ा करना मेरे एक्स वाइफ के औकात से बाहर है। वो तो नूडल भी 5 kg का खाता है। उसे तो बस सेरा ही  अपने गोद में उठा सकता है  तो वो यही रहेगा।"मोक्ष की बात सुनकर सम्राट दांत पीसते हुए गुस्से से उसे घूर कर बोला,"और ये तू कैसे करेगा? जज के कनपटी पर बंदूक तानकर कहीं फैसला अपने हक में तो नहीं करने वाला है तू?"सम्राट चिड़ते हुए व्यंग भरे भाव से बोला।

मोक्ष उसकी बात सुनकर आंखें बंद करके ही आइब्रोज उठाते हुए कॉन्फिडेंस से बोल,"Hmmm ,not a bad idea, अगर ज़रूरत पड़ी तो ऐसा भी कर सकते हैं।"सम्राट अपना सब्र खो कर उसका गला दबाने ही जा रहा था फिर कल की कोर्ट केस के लिए अपनी एनर्जी बचाते हुए उसे एक नजर घुरकर लिविंग रूम से बाहर चला गया । और मोक्ष बस गहरी नफरत भरी आवाज से बोला,"नो मिस देशमुख , डोंट यू डेयर। मेरे साथ उलझने की कोशिश भी मत करना। वरना कहीं हमारो पहली मुलाकात तुम्हारे लिऐ एक नाइटमेयर ना बन जाए।"

सुबह का वक्त

कोर्ट के बाहरकोर्ट के बाहर दो बड़ी लंबी गाड़ी आमने-सामने रूकती है और दोनों गाड़ियों से  काला कोट पहनकर दो शख्स बाहर निकलते हैं और बाहर निकलते ही दोनों की नजर एक दूसरे से टकराती है।         



To be continued ❤️

कल के कोर्ट केस के बाद किस किस की ज़िन्दगी किस कदर बदलने वाली है जानने केलिए आगे पढ़ते रहें। और लाइक, कमेंट करते रहें।