सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग - ३० RACHNA ROY द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग - ३०

फिर दोनों स्टेज पर पहुंच गए और फिर माया ने दोनों को अंगुठी दे दिया और फिर दोनों ही ने एक दूसरे को अंगुठी पहना दिया और फिर सबने मिलकर तालियों से स्वागत किया।
फिर सब गिफ्ट्स देने लगें और बधाई देने लगें।
फिर सब थोड़ा सा डांस करने लगे विक्की और संजना भी एक दूसरे के साथ डांस करने लगे थे।
सारा भी बहुत मस्ती कर रही थी।
फिर सब मेहमान रिश्तेदार को खाना खाने के लिए गार्डेन में ले गए।
विक्की के सारे फौजी भाई खुब इन्जाय कर रहे थे और मजाक भी कर रहे थे कि सिलसिला कब से चल रहा था और अब जाकर सगाई हो गई। देखिए भाभी जी जल्दी से शादी कर लेना वरना फौजी कहीं उड़ न जाएं।
संजना ने कहा नहीं उसकी जरूरत नहीं है।
फिर सब हंसने लगे।
सब एक साथ खाना खाते हुए बात भी कर रहे थे।
पार्टी काफी देर तक चली और फिर सब चले गए।
नर्स ने नीचे आकर कहा कि दादाजी बुला रहे हैं।
फिर सब लोग दादाजी के कमरे में पहुंच गए।
दादाजी ने विक्की और संजना को साथ देखा और आशीर्वाद दिया और कहा कि अब मैं चैन से सो सकता हूं। संजना पर मुझे पुरा भरोसा है कि वो विक्की को कभी छोड़ कर नहीं जाएगी।
अब सब जाओ।
दादाजी ने सबको बाहर भेज दिया।
और फिर आंख बंद करके सदा के लिए सो गए।
सब अपने अपने कमरे में जाकर बात कर रहे थे।
उधर माया को भी लेबर पेन शुरू हो गया था सागर और विक्की उसे लेकर निसिंग होम पहुंच गए।
डाक्टर ने देखते ही तुरंत एडमिट कर दिया।
कुछ देर बाद ही संजना का फोन आया कि विक्की जल्दी आ जाओ दादाजी अब हमारे बीच नहीं रहे। ये दुःख वाला समाचार सुनकर विक्की सागर को बोल कर वहां से निकल गए।
घर पहुंच कर सीधे दादाजी के कमरे में गया और फिर देख कर बोला अरे दादू ऐसा नहीं कर सकते आप। आपके लिए ही ये सगाई किया था और अब आप भी चलें गए सब तो छोड़ कर चलें गए और आप भी ‌सगाई का अच्छा तोहफा दिया आपने।।
संजना ने आकर विक्की को सम्हाल लिया और फिर बोली देखो विक्की दादाजी की तबीयत बिगड़ी हुई थी तो कोई कुछ नहीं कर पाता।


विक्की संजना को गले से लगा लिया और फिर रोने लगा।
फिर कुछ लोग आफिस से आएं और बहुत ही दुःख प्रकट किया और फिर सब मिलकर अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे।
विक्की तो एकदम टूट चुका था क्योंकि दादी मां और दादाजी ही उसको पाल पोस कर बड़ा किया था लक्ष्मी मां के जाने के बाद।
पांच साल से लेकर छब्बीस साल तक दादाजी और दादीजी ही उसके जीवन का आधार थे।
संजना ने कहा विक्की खुद को सम्हाल लो वरना तुम कभी ठीक नहीं हो पाओगे।

फिर सब मिलकर दादाजी को अंतिम संस्कार के लिए निकल पड़े।

फिर विक्की ने ही दादाजी को मुखाग्नि दी और फिर बोला दादाजी ये आपने मेरे साथ ठीक नहीं किया किसके सहारे छोड़ कर चलें गए आप ।
में क्या समझूं मेरे इस सगाई से आप खुश नहीं थे।
और फिर फौजी भाई ने कहा हां शायद तुम ठीक कह रहे हो दादाजी तो नैना को चाहते थे वो सब कुछ बताया थे। फिर अचानक संजना से सगाई क्यों।
विक्की ने कहा मुझे नहीं मालूम। फिर सब नहाकर घर वापस आ गए।
संजना ने सबको चाय मिठाई दिया।
सारा एक दम चुप चाप सी बैठी थी कुछ भी नहीं कह रही थी।
विक्की ने कहा सारा कुछ खा लो।
सारा ने कहा हां ठीक है दादाजी को दो पहले।
फिर सारा और विक्की ने मिलकर दादाजी के कमरे में जाकर मिठाई रख दिया और फिर दोनों ही रोने लगे।

फिर सारा ने कहा भाई मैं आज आपके साथ सो जाऊं।
संजना ने कहा हां वैसे भी एक साथ ही सबको सोना चाहिए।
फिर सब मिलकर खाना खाने बैठ गए और फिर सोने चले गए।
सब लोग एक साथ दादाजी के कमरे में जाकर सो गए।
कुछ देर बाद विक्की के पास सागर का फोन आया कि तुम मामा बन गए हो।
विक्की ने कहा हां बहुत ही खुशी की बात है पर एक दिन में दुःख और सुख दोनों ही मिल गया।
सागर ने कहा बहुत दुखी हूं दादाजी के लिए पर माया को कुछ नहीं बताया हुं।
विक्की ने कहा जीजू ठीक किया वैसे दीं ठीक है और बेबी।
सागर ने कहा हां वो बेहोश हैं और हां बेटा हुआ है।
विक्की ने कहा हां अच्छा है।
फिर सागर ने फोन रख दिया।
सारा ने कहा भाई मुझे नींद नहीं आ रही है।
विक्की ने कहा हां सो जाओ बहना मैं सर में हाथ रख देता हूं।

फिर सुबह हो गई और फिर जो जो काम करना होता है उसके लिए पंडित जी को बुलाया गया और फिर पंडित जी ने सब कुछ बताया कि कैसे क्या करना होगा।
विक्की बिल्कुल टूट चुका था उसका अब सिर्फ सारा ही सब कुछ थी।वो सारा के लिए जीना चाहता था।।
विक्की को अपने दादाजी पर अभिमान हो गया कि ऐसा क्यों किया आपने।।
जैसे ही सारा ने कहा बस करो भाई और नहीं।
चलो अब दोनों मिलकर दादाजी के कमरे में जाकर मिठाई रख दिया और फिर दोनों ने हाथ जोड़कर प्रार्थना किया।
फिर विक्की ने सारा को गले से लगा लिया।

और फिर दोनों नीचे पहुंच गए और सब बैठ कर मिठाई फल खाने लगे और फिर कुछ रिश्तेदार भी आ गए।।
कुछ देर बाद ही विक्रम सिंह शेखावत का बचपन का दोस्त अनिक भी आ गया और फिर विक्की को गले से लगा लिया।
विक्की भी अपने दोस्त को पाकर बहुत ही सहारा मिल गया था।
अनिक ने कहा हां दोस्त अब मैं तुम्हारे साथ ही रहुगा।
और मेरी प्यारी बहन सारा कैसी हो ये लो तुम्हारा गिफ्ट।।
अनिक ने कहा संजना कैसी हो और मुबारक हो सब कुछ बहुत जल्दी हो गया।
संजना ने कहा हां थैंक यू, बहुत जल्दी तो नहीं बस देर हो गई।

अनिक ने कहा हां अब आ गया हुं शादी करवा कर ही जाऊंगा।।
संजना ने कहा हां ठीक है पर मुझे विक्की पर भरोसा है वो मुझे अब और दुःख नहीं देगा।


अनिक ने कहा कि मैं जानता हूं कि तुम भी अब और ये सब नहीं सह पाओगी।
संजना ने कहा हां अभी ग्यारह दिन तक तो कुछ भी बात नहीं हो सकता है।
अनिक ने कहा पता नहीं नैना को क्या हुआ वो क्यों चली गई।
फिर सब चाय नाश्ता करने के बाद चले गए।
एक हफ्ते बाद माया सागर और बेबी विक्की के घर वापस आ गए।
माया को जब पता चला तो वो रो पड़ी थी और 
फिर विक्की को गले से लगा लिया।
विक्की ने अपने भांजे को अपने गोद में उठा लिया और फिर अपने गले का हार उसको पहना दिया।
फिर सागर माया और बेटे को उनके कमरे में ले जाकर बेबी को झुले पर सुला दिया।
माया रो रही थी और फिर सागर ने कहा माया रो मत तुम यहां हो तो विक्की के घर में रौनक लौट आईं हैं तभी विक्की आ कर बोला अरे हां जीजू आप ने ठीक कहा भांजे की रोने की आवाज से पुरा घर महक उठा है।
और हां मैंने छोटू के लिए मौसी को भी बुलाया है तेल मालिश करने के लिए।
माया ने कहा हां मुझे पता है भाई मेरी मां की कमी तू पुरी करेगा। और फिर सागर ने कहा घर से विडियो कालिंग आ रहा है सब देखना चाहते हैं छोटू को।
फिर विडियो कालिंग में सागर ने मम्मी, दादी मां पापा,चाचू चाची,अमन, सपना ने छोटू को देखा ।छोटू सो रहा था तो सब हंसने लगे।
माया ने कहा कि सपना अब तुम्हारी बारी है।
सपना ने कहा हां भाभी मुझे डर लग रहा है कि क्या होगा।
माया ने कहा अरे बाबा डरने की कोई बात नहीं है जब बेबी तुम्हारे पास आ जाएगा तो सब कुछ भुल जाओगी।
मम्मी ने कहा माया नाराज़ हो ना मैं कुछ भी नहीं कर पाईं और तुम्हें मायका भेज दिया।
माया ने कहा नहीं मम्मी नाराजगी किस बात की मैं तो बहुत लकी हुं जो मुझे इतना प्यार करने वाला भाई मिला।।
फिर विडियो कालिंग हो गया है।।
फिर सब अपने अपने कमरे में जाकर आराम करने लगे।
विक्की और उसका दोस्त अनिक बैठ कर बातें करने लगे।
अनिक ने कहा कैसे संजना के साथ सगाई का फैसला किया।
विक्की ने अपने हाथों में अंगुठी देखा और कहा दोस्ती प्यार होती है। संजू मेरे बचपन की दोस्त हैं अब उसके साथ शादी करके उसे खुश देखना चाहता हूं।
अनिक ने कहा हां मैं समझ सकता हूं पर अगर नैना वापस आ गई तो?
विक्की ने कहा हां ठीक है मैं भी वेवफा निकला ये बोल दुंगा।


अनिक ने कहा जिओ ख्वाहिशों को रहने दो उनके पंख नहीं होते हैं।
विक्की ने कहा हां ठीक कहा तुमने पर क्या असर पड़ता है इन सब से।
नैना आज तक मुझे एक फोन कॉल तक नहीं कि।वो भुल गई मुझे।
अनिक ने कहा हां पर शायद नैना भी यही सोच रही होगी।
मुझे ऐसा लग रहा है तो बोला।पर संजना को मालूम है?
विक्की ने कहा नहीं वो कभी पुछी नहीं मैं भी नहीं बता सकता हूं।
अनिक ने कहा शादी कब करोगे?
विक्की ने कहा पता नहीं माया दी है अभी तो वो ही सब कुछ तय करेगी।
तभी संजना आईं और फिर बोली मैं बैठ जाऊं।
अनिक ने कहा हां बचपन के दोस्त तीनों मिलकर बैठ कर अपने ग़म भुला दें।
संजना ने कहा विक्की को कोई ग़म नहीं है अब उसकी जिंदगी पुरी हो गई है सारा भी आ गई और फिर मैं।
अनिक ने कहा कि ये तो अच्छा है।
फिर कुछ देर तक बात करने लगे और फिर खाना खाने के बाद सो गए आज भी दादाजी के कमरे में सब सो गए आज अनिक भी सो गया।
सारा ने कहा भाई ये भाई भी बहुत अच्छे हैं मेरे लिए बहुत कुछ लाएं।
विक्की ने कहा हां तेरे दो भाई।
फिर सब सो गए।
माया और सागर अपने बेटे के साथ सो गए।।
इसी तरह दस दिन का पुजा भी हो गया अच्छी तरह से ‌।।
आज सब मिलकर खाना खाने बैठे थे माया ने कहा देख भाई आलू के परांठे बनवाया है।
विक्की ने कहा हां पता है दी अनिक को भी आलु के परांठे पसंद है।
संजना ने कहा हां मुझे भी पसंद है।

फिर सब मिलकर खाना खाने लगे और फिर मालिश वाली आ गई और फिर माया अन्दर कमरे में चली गई।
मौसी ने सबसे पहले बेबी को मालिश करने लगी और फिर माया को भी मालिश करने लगी और फिर माया ने बेबी को फिड कराने के बाद सुला दिया।
विक्की,अनिक और संजना तीनों क्ल्ब में जाने लगें।
सागर ने कहा तुम लोग जाओ मैं घर पर हुं।



फिर तीनों क्ल्ब में पहुंच गए वहां सारे फौजी भाई आकर विक्की और संजना को खेलने के लिए कहा।
संजना ने वहां पर विक्की और नैना का फोटो और विकक्नैना लिखा हुआ देखा पर संजना को जैसे कोई फर्क नहीं पड़ा।
फिर दोनों ने खेला और जीत भी गए और फिर सब डांस करने लगे।
अनिक वहां भी अपने लिए एक नया चेहरा ढुंढ लिया।
फिर काफी देर तक सब खुब इन्जाय करते रहे। संजना को बहुत ही अच्छा लगा वहां पर।।
कुछ लड़कियां ने कहा भी कि ये जोड़ी नहीं जमती।
संजना ने कहा रब ने बना दी जोड़ी।
फिर सब हंसने लगे।
फिर सब वापस घर आ गए।
सारा ने कहा भाई बहुत देर हो गई।
विक्की ने कहा हां मेरी जान चलो खाना खाने बैठ जाएं।
फिर सब खाना खाने के बाद गाना गाने के लिए सब एक साथ माया के रूम में पहुंच गए।
माया ने कहा आओ आओ बहुत दिनों बाद ये मौका मिला है।
विक्की ने गाना गाना शुरू किया।
लल्ला लल्ला लोरी दुध की कटोरी,दुध में बतासा मुन्ना करें तमाशा।।

फिर काफी देर तक सब गाना गाने लगे।
संजना और विक्की की शादी हो पाएंगी।
ये जानने के लिए अगला अध्याय जरूर पढ़ें।
क्रमशः