सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग - २८ RACHNA ROY द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग - २८

अब तो सिर्फ एक हफ्ते बाकी है सब कुछ ठीक हो रहा है।

नैना ने कहा हां सर प्लीज आप टेंशन मत लिजिए। साहिल ने नैना का हाथ पकड़ कर कहा मिस नैना आप सब ठीक करेंगी मुझे पता है। नैना ने कहा सर आप मेरा हाथ छोड़ेंगे प्लीज़।

ये एक महीने में सर को क्या हो गया सब कुछ बदल सा गया सबसे हंस कर बातें करना, हमारे साथ लंच शेयर करना, चाय पीना और फिर सबका केयर करना इतने सालों से जो हम नहीं कर पाएं क्या वो नैना ने कर दिया ये बात नीमा ने कहा।

नैना ने कहा चलो अब फिर से सारे रिहर्सल कर लें।

फिर सब ने मिलकर सबसे पहले एक स्वागत गीत प्रस्तुत किया और फिर एक, एक थीम के साथ टीचर्स ने अपना अपना प्रतिभा दिखाया ।

एक दम लास्ट में नैना ने एक कविता के साथ नृत्य नाटिका प्रस्तुत किया। सबने ताली बजाकर खुशी जाहिर किया।

साहिल तो इतना प्रभावित हो गया था कि वो ताली बजाकर खुशी जाहिर करते हुए कहा वाह क्या बात है बहुत ही अनोखी सालगिरह।

सर ने कहा मुझे यकीन था कि नैना ये सब कर दिखाएगी।



नैना ने कहा थैंक यू सर आप ने मुझे इतना प्यार और सम्मान दिया।।

फिर साहिल ने सबके लिए पनीर पकौड़ा और काॅफी मंगवाया।

नैना ने सर थैंक यू।

साहिल ने कहा मिस नैना थैंक यू सो मच आज आपने सब कुछ सम्हाल लिया।

नैना ने कहा नहीं नहीं मैं नहीं सब लोग आपके टीचर्स बहुत ही प्रतिभाशाली हैं।

सारे टीचर्स खुश हो कर खाने लगे।

साहिल और उसके डैडी अन्दर केविन में पहुंच गए।

साहिल ने कहा डैड नैना इतनी बड़ी प्रतिभा वाली होगी पता नहीं था क्यों न उसकी सैलरी बढा दें।

सर ने कहा हां मैं भी तो यही चाहता हूं नैना इस युनिवर्सिटी में एक अलग पहचान बनाई है जो शायद कोई टीचर नहीं बना सकी।

सी इज वैरी टेलेंनटेड् ।

साहिल ने कहा यस डैड।

फिर सब अपने अपने घर चले गए।

नैना घर पहुंच कर ही मासी से बोली कि शापिंग मॉल चले।

अपर्णा ने कहा हां ठीक है मैं अभय को बुला लेती हुं।

नैना ने कहा परसों युनिवर्सिटी में प्रोग्राम है तो साड़ी खरीदनी है।

फिर तीनों मिलकर हांग कांग के सबसे बड़े शापिंग मॉल में चले।

अभय ने कहा बहना साहिल सुधर गया क्या।

नैना ने कहा हां और क्या।

अपर्णा ने कहा संगत का असर।।

अभय ने कहा हां ठीक ही है एक विक्की ही नहीं समझ पाया।

नैना ने कहा जाने दो भाई मुझे उससे कोई शिकवा नहीं है मैं खुश हूं अपनी दुनिया में।

साहिल सर एक अच्छे इंसान हैं बस ।

फिर सब शापिंग मॉल में पहुंच गए।

एक दो जगह देखने के बाद एक तीसरे दुकान पर एक साड़ी नैना को पसंद आ गई कांजीवरम साड़ी एक प्याजी रंग पर गोल्डन बोर्डर।

नैना ने खुद को शीशे के सामने देख साड़ी बहुत ही खूबसूरत लग रही थी जो भी देखेगा वाह वाह करेंगे।

अपर्णा ने कहा ये ले लो।

अभय ने कहा बिल देकर आता हूं। नैना ने कहा भाई प्लीज़ मुझे लेने दो।

अभय ने कहा चल रक्षाबंधन का गिफ्ट।

सब हंसने लगे और फिर सब डिनर बाहर करने के बाद घर लौट आए।

नैना भी थक गई थी और फिर सोने चली गई।

दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर तैयार हो गई और फिर बोली मासी मुझे इस कलर का बैंग चाहिए।

अपर्णा ने कहा हां मेरे अलमारी से देख लेना। नैना ने कहा ओके मासी कहते हुए निकल गई और फिर बस में बैठते ही खुब सारी मस्ती करते हुए हम युनिवर्सिटी पहुंच गई।

साहिल ने नैना को बुलाया और कहा कि कल क्या डैस होगा।

नैना ने कहा सर साड़ी लेडिज और जेंस कोट पैंट।

साहिल ने मिस नैना आप सभी को बता दिजियेगा।

नैना ने कहा ओके सर।

साहिल ने कहा अब तो साहिल बोलो।

नैना ने कहा नहीं सर ।

चली गई नैना और साहिल जाकर बैठ गए और सोचने लगे कि ये क्या हो गया है मुझे मैं क्यों नैना की तरफ आकर्षित हो रहा हूं कुछ दिनों में कितना बदल गया हुं मैं सब कहते हैं कि दिवानो सा लगता हुं अनमाना सा चलता हूं बुआ भी कहती हैं कि अब बदल गया है क्या नैना ने मुझे बदल दिया । उसके लिए मैं क्यों सोचता हूं सुबह होते ही उसके लिए तड़पता हूं क्या यही प्यार है।। ये गाना सब स्टुडेंट लोग मिलकर गा रहे थे।

पहली पहली बार है दिल बेकरार है।



पहली पहली बार है दिल बेकरार है

पहली पहली बार है दिल बेकरार है

छाने लगी बेख़ुदी कैसा यह खुमार है

आय दिल मुझको बता क्या यही प्यार है

हाँ यही प्यार है

पहली पहली बार है दिल बेकरार है

छाने लगी बेख़ुदी कैसा यह खुमार है

आय दिल मुझको बता क्या यही प्यार है

हाँ यही प्यार है


अरमान कोई धड़कन में है

मेहमान दिल के दर्पण में है

छाने लगी है अब मस्तियाँ

खुशबू किसी की तन मन में है

रातों की नींदें उड़ने लगी

और चैन दिन का जाने लगा

जादू सा चलने लगा क्या यही प्यार है


जादू सा चलने लगा क्या यही प्यार है

हाँ यही प्यार है

पहली पहली बार है दिल बेकरार है


कुछ न कह गए होठों से हम

बातें करेंगे आँखों से हम

न महसूस करलो सांसें मेरी

बातें करेंगे साँसों से हम

अब क्या करेंगे लब्ज़ो का हम

मुझको तो ऐसा लगने लगा

धड़कन ने मेरी कहा क्या यही प्यार है

हाँ यही प्यार है

पहली पहली बार है दिल बेकरार है

छाने लगी बेख़ुदी कैसा यह खुमार है

आय दिल मुझको बता क्या यही प्यार है

हाँ यही प्यार है.


साहिल को बहुत ही अच्छा लगा ये गाना वाह क्या गाना है।

शायद मेरे लिए बनाया गया है।


सब जा चुके थे पर साहिल अभी तक किसका इंतज़ार कर रहा था यह सब क्या हो रहा था उसके साथ।

फिर वो भी घर लौट गया। थोड़ा सा बेरूख हो कर कमरे में जाकर बैठ गया और तभी बुआ आ गईं फिर बोली बेटा अब क्या हुआ सब कुछ ठीक है।

साहिल ने कहा हां बुआ थोड़ा सा परेशान हुं। क्या हुआ एक लड़की है नैना  जिसने मुझे बहुत परेशान कर रखा है ‌

बुआ ने कहा हां ऐसे ही है या फिर कुछ और है भाईया ने कहा था कि तुम उसको परेशान कर रखा है।।

साहिल ने कहा नहीं नहीं ऐसा नहीं है पर।

बुआ ने कहा अरे बाबा अब क्या चाहता है।

साहिल ने कहा मैं तो बस यही चाहता हूं कि वो खुश रहें।

बुआ ने कहा हां मेरे लाल।

फिर उधर नैना भी अपना सारा काम करने के बाद ही सब कुछ मैचिंग कर लिया और फिर मासी के रूम में जाकर अलमारी से एक लाइट कलर का बैंग ले लिया।

फिर खाना खाने के बाद सो गई।

दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर तैयार हो कर साड़ी में बहुत ही खूबसूरत लग रही थी और फिर अभय ने एक वाइट कलर का फूल लाकर दिया और फिर नैना ने अपने खुलें बालों में साइड फ्लावर लगा लिया और फिर बस आ गया नैना निकल गई।

युनिवर्सिटी में पहुंच कर देखा तो सब कुछ तैयार हो गया था सजावट बहुत अच्छी तरह से हुआ था।

फिर सारी टीचर्स ग्रीन रूम में जाकर बैठ गई और फिर साहिल भी पहुंच गए और साहिल की आंखें सिर्फ नैना को ढुंढ रही थी।

कुछ देर बाद नैना आ गई और फिर साहिल उसे देखता रहा और फिर नैना ने कहा कि अरे सर आप ठीक हो।

साहिल ने कहा हां मुझे क्या हुआ है।सब काम ठीक होना चाहिए।

नैना ने कहा हां ठीक है चलिए।

फिर आशा मैडम हिन्दी भाषी वो स्टेज पर पहुंच कर होस्ट करने लगी और सबसे पहले स्वागत गीत के लिए सारी टीचर्स और प्रिंसिपल सर, साहिल सर सब स्टेज पर पहुंच गए।


फिर सारे मिलकर गाना गाने लगे और फिर सबने ताली बजाकर खुशी जाहिर किया।

फिर दीप प्रज्जवलित के लिए सर को बुलाया गया।

और फिर एक, एक करके सारे टीचर्स का परफॉर्मेंस होने लगा।



साहिल बार बार नैना के पास जाकर खड़ा हो रहा था और फिर बारी आई नैना की उनसे इतना सुन्दर कविता संग्रह किया और फिर साथ में अपने बीए द्वितीय वर्ष के छात्र छात्राओं को लेकर नृत्य नाटिका प्रस्तुत किया जिसे देखकर साहिल मग्न मुग्ध होकर गया था।

सारे प्रोग्राम होने के बाद सभी टीचर्स को गिफ्ट्स दिया गया और फिर सबको खाना खाने के लिए वहां एक सबसे बड़े होटल में ले जाकर साहिल ने कहा सब टीचर्स को एक छुट है कि जो भी पसंद हो वही खाएं और फिर सब घर जाएं बस में बैठ कर।

सारे टीचर्स खुशी से झूम उठे और फिर बोलें एक साथ थैंक यू सर।।

फिर सब मिलकर खाना खाने लगे नैना भी बहुत खुश हो गई थी। साहिल बार बार नैना को देख रहा था ये सब देख रहें थे।

नैना ने कहा काफी देर हो गई अब चलना चाहिए।

सीमा, आशा, नीमा,पूनम सब ने कहा हां चलो फिर।

फिर सब वहां से सीधे बस में बैठ गए पर नैना ने कहा ओह मेरा बैग।

फिर नैना जल्दी से दौड़ कर होटल में पहुंच गई और बैंग खोजने लगीं और फिर साहिल ने पीछे से आकर कहा नैना ये तुम्हारा बैंग है?

नैना ने कहा हां सर प्लीज दिजिए।

साहिल ने बैग को पीछे कर लिया और फिर बोला नहीं कभी नहीं।

नैना ने कहा अरे क्या मज़ाक है मुझे देर हो रही है।

तभी साहिल ने बैग देते हुए कहा ओह माई गॉड साॅरी ये लो।

फिर नैना जल्दी से लेकर भाग गई और बस में बैठ गई और फिर सबने मिलकर कहा रोमांटिक हां।।।

नैना ने कहा अरे बाबा कुछ भी नहीं सर के पास था।

नीमा ने कहा हां नैना क्या बात है कुछ कुछ होता है।।


क्या साहिल अपनी दिल की बात नैना को बता पाएगा।

नैना क्या चाहती है आखिर।

ये सब जानने के लिए अगला अध्याय जरूर पढ़ें।

क्रमशः