अनंता - पार्ट 2 zarna parmar द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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अनंता - पार्ट 2

लैंप अभी उस छोटी बच्ची पर गिर पाता .. उसे पहले ही वो लड़की आ कर उस नन्ही सी जान को बचा लेती .. लैंप के गिर ने की आवाज इतनी तेज़ थी की सभी लोगो की नजर अभी वहा पर ही चली जाति हैं.... 


तभी उस नन्ही सी बच्ची की मम्मी  आती है.. और वो घबराते हुए रोते हुए कहती है .. तारा मेरी बच्ची क्या हुआ?? तुम ठीक तो है कही पर लगा तो नही ..  वो इतना कह कर जिस लड़की ने जान बचाई थी उसकी ओर देखने लगती है .. और कहती है .. thank you so much अनंता... वो अपने दोनो हाथ जो जोड़ कर खड़ी हो जाति है .. और अनंता को कहती है ,।। अगर आज तुम यह पर नही होती तो पता नही मेरी बच्ची ... वो इतना कह कर वापस से रोने लगती है..... 


अनंता... एक बेहद ही प्यारी सी नाजुक सी लड़की ... जिसकी उम्र 22 साल की हैं . उसके लहराते हुए काले घने बाल...और उसकी काजल से भरी हुई काली आंखे और साथ ही साथ पतली नाजुक सी बदन.. वो दिखने में बेहद ही प्यारी लड़की है .... 


अनंता: नही मासी आप इसे हाथ मत जोड़िए .. ये तो मेने देख लिया और ये मेरा फर्ज हैं.. चलिए अभी आरती रुकी हुई हैं.. माताजी का आर्शीवाद और उनको धन्यवाद कहते है .... 


सभी लोग माता जी के चोली में आ जाते है! और आरती कर देते है ... रात के 2 बजे .....

गरबे खत्म होने के बाद .. अनंता कुछ काम के लिए ... वापस से us जगह पर जाति है... क्योंकि उसके कानो की सोने की बाली.. खो जो गई थी ... वो अभी वहा पर पूरी तरह से अकेले थी .. वो अपनी बाली इधर उधर ढूंढ में लगती हैं... लेकिन उसे कही पर उसकी बाली नही मिलती ... लेकिन उसकी नजर लैंप के गिरे हुए कांच पर जाति हैं.. वहा पर उसे कुछ चमकता हुए दिखाई देता हैं.. ये देख कर वो अपने आप ही us तरफ जाने के लिए आकर्षित हो जाति है..जब वो वहा पर जाति हैं..तो उसे अपनी कान की बलि मिल जाति है.....



कान की बाली मिलते ही अनंता काफी खुश हो जाति है।।। और अपनी कान की बाली उठा लेती हैं।लेकिन उसे कुछ ग्रीन कलर का चमकीला और चिकना प्रदाथ दिखाए देता हैं..ये देख कर अनंता सोचते हुए बोलती हैं..लेकिन यह पर तो कोई गहरा ग्रीन उसमे भी चमकीला और चिकना प्रदाथ नही हैं। लेकिन वो इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं देती है ..और वापस उसे अपने कानो में लगाने लगती हैं..लेकिन उसके कानो में वो जा ही नहीं रही थी..जेसे तेसे उसने अपने कानो में लगाया ..पहना....... उसके कान में बाली पहनते ही ।..वो बाली अपने आप ही ग्रीन कलर से red कलर और red se डार्क ब्लैक कलर में रूपांतरित हो जाता है .... 


उसके आगे चलते ही .. पीछे से एक धुआं जैसा उठने लगता हैं,... और वो धुआं पूरी तरह से ब्लैक था,।। अनंता....... अनंता.... डरावनी आवाज में कोई अनंता का नेम पुकार रहा हो ऐसा अनंता को लगता हैं.... अनंता .. अपना नाम सुनकर पीछे मुड़ जाती हैं.. लेकिन पीछे उसके कोई नई था.... 


वो वापस से मुड़ कर आगे चली जाति है ..... और अपने घर की ओर आगे बढ़ जाती है .. और उसके पीछे पीछे एक कला साया पूरी तरह से चलने लगता है ........


आखिर कौन हैं वो काला साया??? क्या राज हैं???


दूसरे दिन.....

अनंता के कमरे में ...... 

अनंता पूरी तरह से bed पर पसीने से लटपट थी .. उसकी आंखो से ऐसा लग रहा था की वो कुछ परेशान हो ... तभी वहा पर उसकी मम्मी आकर उसे उठा देती है .. जब अनंता नींद में से बाहर आती हैं तो पूरी तरह से परेशान हो जाति है .. और वो हाफाने लगती है .. उसे देख कर उसकी मम्मी कुछ परेशान सी होने लगती हैं.... क्या हुआ बेटा?? अनंता की मम्मी माया देवी उसे पुकारते हुए कहती है .. 

अनंता: पता नही क्यों?? लेकिन ऐसा लग रहा हैं मेरे अलावा भी कोई हैं यह पर ..... 

माया देवी: क्या बेटा उसका मतलब क्या??? 

अनंता: मतलब ये की ... कोई मुझे कस कर सो रहा था.. और उसकी गंदी स्मेल उसकी गंदी और डरावनी सकल मुझे और डरा रही थी! 


माया देवी: कहती हु में .. ज्यादा ये। हॉरर वोरोर मत देखा करो .. नही लेकिन तुम्हे तो वही देखना हैं... अब देखो ऐसा हो गया..... आगे से मुझे तुम्हारे लैपटॉप में और टीवी और मोबाइल में कुछ भी हॉरर नही चाहिए ,।।।।। 

। अनंता: नही मम्मी ये मेरी कोई भ्रम नही हैं.. ने सच कह रही हु .. मेने महसूस किया है .. कोई हैं मेरे साथ .... 


अच्छा कौन हैं.? तुम्हारा भूत ?? 

अनंता ये सुनकर कुछ सोच में पड़ जाति है .. 


तभी उसकी मम्मी फटकार लगाते हुए कहती हैं: चलो अब नहाने के लिए चली जाऊ ... अब तुम्हे जाना भी तो हैं.. अपने फेयरवेल पार्टी में .... 

अनंता ये सुनते ही .. हैरान हो जाति हैं.. और वो कहती है: अरे यार में ये कैसे भुल  गई ..... 


माया देवी: इसलिए मेने याद कराया तुम्हे... 

अनंता: मम्मी अगर आप नही होती तो मेरा क्या होता.....  

मायादेवी: कुछ नही होता.. सिर्फ थोड़ा बहुत दिमाग का स्कोर ढीला होता...... 

अनंता: मम्मी .. मुंह बनाते हुए और हस्ते हुए कहती है ... 

अनंता  बाद में सोने के लिए चली जाति हैं..... 


अनंता के जाने के बाद ...

उसकी मम्मी भी अपने काम करने के लिए चली जाति हैं... 

उन दोनो के जाते ही .. अनंता ने जो अपने कपड़े पहन ने के लिए bed पर रखे हुए थे.. वो अपने आप ही नीचे गिर जाते है ........ 


To be continued 💫 🦋