मोमल : डायरी की गहराई - 19 Aisha Diwan द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

मोमल : डायरी की गहराई - 19

पिछले भाग में हमने देखा की मोमल को  बाथरूम में एक डरवानी परछाई दिखी फिर तालाब में लामिया का भूत और उसके किनारे खड़े शैतानी नज़र से देखता हुआ सिमोन। 
यह सब देखकर मोमल का बदन सिहर रहा था। उसके रोंगटे खड़े हो रहे थे। उसने जल्दी-जल्दी से अपने बालों को संवारा और कमरे से बाहर निकल गई। बाहर देखा तो रैन आ चुका था। लॉन में खड़े अब्राहम से हाथ मिला रहा था। वह बहुत खुश लग रहा था। पहली नजर में ही अब्राहम उसे काफी पसंद आ गया था और बड़े प्यार भरे नजरों से उसकी तरफ देख रहा था। उसकी आंखों में उम्मीद की एक चमक थी यह वो चमक थी जो सोच रहा था की ये मेरी बहन को हमेशा खुश रखेंगे और उसकी बे रंग जिंदगी में रंग भर देंगे। अब्राहम भी उसके साथ खुश दिख रहा था। मोमल मोटे मोटे सांस लेती हुई उन दोनो के पास गई, लेकिन रैन को देख कर खुद को बिलकुल शांत दिखाया और मुस्कुरा कर गले लगाया। रैन ने उसे ठीक से देखते हुए कहा :" क्या दी! आज तो आप ठीक से तैयार हो जाती! इतनी सिंपल सी दुल्हन सोभा नही देगी और जीजू आप भी बहुत सिंपल लग रहे हैं।"

पहली बार जीजू सुन कर अब्राहम थोड़ा शर्मा गया।

मोमल ने हंस कर कहा :" मैं ऐसी ही ठीक लग रही हूं और कौन सा हम रस्म वा रिवाज के साथ शादी कर रहे हैं! हम तो बस लीगली मैरिड हो रहे हैं।" 

अब्राहम ने भी हां में हां मिलाते हुए कहा :" हां मोमो सही कह रही है! And happy birthday to you Rain! May God bless you, thanks यहां आने के लिए!"

रैन खुश होता हुआ बोला :" थैंक्स जीजू!"

मोमल का दिल लामिया के भूत से नही बल्के सिमोन से डरा हुआ था। उसे लग रहा था कि वह आसपास ही है और कहीं से उसे देख रहा है। जब वह तीनों घर से जाने लगे तो जाते हुए वह इधर-उधर देख रही थी जैसे उसकी नज़रें सहमी हुई किसी को तलाश कर रही हो। लेकिन तालाब के किनारे उसे आसपास कोई नहीं दिखा। उसे समझ नही आ रहा था की सिमोन उसके पीछे इस तरह क्यों पड़ा है? उसकी नजरों से ऐसा क्यों लगता है की वो एक नॉर्मल इंसान नही है। उसके चहरे में शैतान का चहरा दिखता है और अब वो मेरा पीछे करते हुए यहां तक पहुंच गया।"

सिमोन के थोड़े लंबे बाल थे जिनको वो pony tail बना कर रखता था। उसकी आंखें छोटी छोटी थी और चौबीस साल का मीडियम कद काठी का लड़का था। 

अब्राहम ने अंकल हैरी और डेनियल को गवाह के तौर पर बुलाया था। वे दोनो भी मैरिज रजिस्टरार के लिए अपने-अपने आशियानों से निकल पड़े थे।
वह तीनों ऑफिस पहुंच गए, वहां पर और भी शादियां हो रही थी इसलिए रजिस्टरार ने कहा कि अभी एक घंटा वेट करना पड़ेगा। 
मोमल वहां चली तो गई थी लेकिन उसका दिल बहुत बेचैन था। अजब सी घबराहट हो रही थी। कभी पसीने आ जाते तो कभी हाथ पैर ठंडे हो जाते। खुद उलझ रही थी और खुद ही खुद को संभाल रही थी। लेकिन अपने भाई को देखकर उसे थोड़ी सी तसल्ली होती उसे ऐसा लगता कि उसके परिवार में से कोई तो है जो उसके इस फैसले के साथ है। वह सब एक बड़े से हॉल में बैठे हुए थे वहां कई सारे बैठने के लिए बेंच लगे हुए थे। मोमल अपने हाथ की उंगलियों को बार-बार मरोड़ रही थी उसके चेहरे से परेशानी साफ झलक रही थी। रैन उसके पास ही बैठा था और बहुत देर से गौर कर रहा था के मोमल तिलमिला रही है। उसे देखते हुए अचानक उठा और बोला :" दी मैं आपके लिए चाय लेकर आता हूं।"

मोमल ने बस हां में सर हिलाया। 
अब्राहम और डेनियल एक दूसरे से बातें कर रहे थे। बातें करते-करते डेनियल एक जगह बैठ गया लेकिन अब्राहम वोही हॉल में ही टहलते हुए उनकी बारी का इंतजार करने लगा। 

अब मोमल अब्राहम से कुछ फासले पर अकेली बैठी थी। बेंच पर चुपचाप बैठी कई सारे उलझन में उलझी हुई थी के उसे लगा की उसके गर्दन से किसी ने उसके बाल हटाए, झट से मुड़कर देखी तो कोई नहीं था फिर घूम कर बैठ गई लेकिन दूसरे ही पल ठीक उसके कान के पास ही उसे रोने की आवाज आने लगी। धीमी सी आवाज जो सिर्फ सिसक रही थी। वो आवाज़ कभी फिसफिसा कर हंसने की लगती तो कभी रोने की लगती। अब मोमल को तो रोने की आवाज सुनने की आदत पड़ चुकी है। जब आवाज पर गौर करने लगी तो उसकी आंखें फटी की फटी रह गई वह हमेशा लड़की की आवाज सुनती थी आज वह रोने की आवाज किसी लड़के की थी। वो हैरान थी कि क्या वह लामिया ही है जो कभी लड़का बनती है और कभी लड़की ?क्या ऐसा हो सकता है? इन्हीं सवालों में उलझी थी कि उसी दौरान कुछ और भी मुसीबत आ पड़ी। हॉल में एक बड़ा सा झूमर लगा हुआ था जो अगर किसी के ऊपर गिर जाए तो शायद उसकी मौत हो जाए। अब्राहम ठीक उसके नीचे ही खड़ा था अचानक ही वह झूमर कड़कड़ाते हुए गिरने लगा। किस्मत से अंकल हैरी ने झूमर को गिरते हुए देख लिया जो अभी हॉल में दाखिल ही हुए थे। वो बिना देर किए जी जान लगाकर दौड़े और अब्राहम को ज़ोर से धक्का दिया। अब्राहम लड़खड़ाते हुए दीवार से टकराया लेकिन खुद को संभाल लिया। अंकल हैरी एक बेंच से जा कर टकरा गए इतने में झूमर धम से गिर कर चकना चूर हो गया। सभी लोग अचानक घबरा गए और वहां अफरा तफरी सी मच गई । डेनियल, मोमल और अब्राहम अंकल हैरी के पास चिंतित होकर दौड़े ,अब्राहम ने उन्हें संभाल कर अच्छी तरह देखते हुए कहा :" अंकल आप ठीक तो है? आपको, आपको लगी तो नहीं? ओह गॉड यह क्या हो गया!"

अंकल के पेट में लगी थी लेकिन उन्होंने इसे नज़रअंदाज़ कर के कहा :" हां बेटा मैं ठीक हूं! घबराओ मत सब ठीक है।"

कुछ गार्ड्स आए और गिरे हुए झूमर को टटोलने लगे।

डेनियल ने कहा :" मैं जा कर देखता हूं देर क्यों हो रही है!... बात कर के जल्दी शादी करवाने को कहता हूं।"

मोमल की घबराहट और बढ़ गई, वो समझ रही थी के ये झूमर खुद नही गिरा है इसे गिराया गया है और वो भी अब्राहम को निशाना बना कर, लेकिन अब तक वो ख़ामोश थी। उसने अंकल से पूछा :" अंकल ! वो तीन खोया हुआ सफेद मोती नहीं मिला क्या ?

अंकल ने अफसोस करते हुए कहा :" बेटा मैं ने बहुत तलाश किया लेकिन न जाने कहां गुम हो गया!... समझ नही आ रहा है की कमरे से गायब कैसे हो गया!"

अब्राहम ने उसे फिक्रमंद हो कर देखते हुए कहा :" तुम ठीक तो हो, तुम्हें कोई दिक्कत हो रही है क्या? मतलब कुछ दिख रहा है या कोई परेशानी हो रही है?

मोमल इस समय कुछ बताना नहीं चाहती थी। बस इतना चाहती थी कि जल्द से जल्द शादी हो जाए और वह लोग इस बारे में फादर से बात करे, इस लिए उसने बात को छुपाते हुए कहा :" नहीं ऐसा कुछ नहीं है! यह झूमर अचानक गिर गया तो मुझे लगा कि कहीं यह शैतानी हरकत तो नहीं और तो और मैं पहले से घबराई हुई हूं आखिरकार पहली बार जो शादी कर रही हूं घबराऊंगी ही न!"

अब्राहम शक के निगाह से देखते हुए बोला :" मैं भी पहली बार ही शादी कर रहा हूं पर तुम्हारा चेहरा देखकर लगता है कि तुम कुछ छुपा रही हो!"

मोमल ने अटकते हुए कहा :" नहीं मैं छुपा नहीं रही ! मैं सच में थोड़ी सी डरी हुई हूं!...एक मिनट!... यह रैन चाय लाने जाकर रह क्यों गया। इसे तो बहुत देर हो गई !"

इतने में डेनियल आया और बोला :" चलो जल्दी अब तुम्हारी बारी है! जल्दी चलो।"

मोमल दरवाज़े की ओर परेशान हो कर देखते हुए बोली :" लेकिन मैं रैन के बिना कैसे जा सकती हूं! वह अब तक क्यों नहीं आया उसे जाकर देखिए ना, कहां रह गया!"

अब्राहम जाने लगा तो डेनियल ने उसे रोकते हुए कहा :" तुम रुको !...उसके पास फोन तो होगा न ! कॉल कर लो लेकीन देर मत करो उन्होंने जल्दी बुलाया है! रात हो गई है ऑफिस बंद होने का समय हो जायेगा!"

मोमल ने कहा :" नहीं उसके पास फोन नहीं है! वो ऐसा लापरवाह तो नही है की टाइम का अता पता न हो , कहीं कुछ गलत न हो गया हो।"

मोमल बहुत ज़्यादा घबरा गई, उसका दिल बेतहाशे शोर मचा रहा था। 
अब्राहम ने उसके बाजुओं को पकड़ कर कहा :" शांत हो जाओ मैं उसे देखता हूं।"

डेनियल उकता कर बोला :" अरे यार देर हो जाएगी! मैं ने किसी तरह उन्हें तुम्हारी शादी पहले करने के लिए कहा है! एक काम करो तुम तो दूल्हा दुल्हन हो तुम लोग जाओ मैं उसे देखता हूं। ना जाने इसे भी अभी कहीं जाने की पड़ी थी।"

ये कहते हुए डेनियल जा ही रहा था के रैन दौड़ता हुआ आया और हांफते हुए बोला :" I'm sorry दी!... वो बाहर एक हादसा हो गया था इसलिए मुझे देर हो गई!"

मोमल ने उसका हाथ पकड़ा और उसे फिक्रमंद हो कर टटोलते हुए बोली :" कैसा हादसा हो गया था तू ठीक तो है ना, तुझे कुछ हुआ तो नहीं?

रैन बताने ही जा रहा था कि डेनियल बीच में झुंझला कर बोला :"अरे यार अब चलो भी! अब तो रैन भी आ गया है! अब चलो।"

अंकल हैरी :" हां हां चलो शुभ काम में देरी नही होनी चाहिए!"

वह सब ऑफिस के अंदर गए, कुछ ही देर में उनकी शादी हो गई। ऑफिसर ने उन्हें बधाई देते हुए कहा :" congratulation both of you! from now you are husband  wife, may God bless you with a blissful married life !"

अब्राहम और मोमल ने उन्हे मुस्कुरा कर थैंक्स कहा। जब मोमल दस्तावेज पर दस्तखत कर रही थी तब उसके हाथ बहुत कांप रहे थे जिनको काबू करना मुश्किल हो रहा था। फिर उसने अब्राहम की ओर देखा जिसकी मासूम नज़र उसके साथ जीने की उम्मीदें लगा कर देख रही थी। उसे देखते हुए उसने साइन कर दिया। 
साइन करते ही उन दोनों को एक दूसरे से एक गहरा जुड़ाव महसूस होने लगा। जैसे कागजात पर दस्तखत नहीं बल्कि दिल के डोर से एक दूसरे के दिल को बांध दिया हो। दोनों के दिल में प्यार तो था ही अब वह प्यार सिमट कर एक दूसरे के दिल में मुहर सा लग गया।
ऑफिस से निकल कर डेनियल और अंकल हैरी अपने अपने घर चले गए, अब्राहम भी अपनी पार्क की हुई कार निकालने लगा। मोमल और रैन रोड के किनारे खड़े थे तभी मोमल को याद आया के रैन ने किसी हादसे की बात की थी। उसने पूछा :" रैन तूने कहा था कि कोई हादसा हो गया था क्या हो गया था वैसे ?

रैन ने बताया :" अरे वो दी आज तो मैं बाल बाल बज गया। क्या हुआ की जब मैं चाय लेने जा रहा था तब मैं सड़क के किनारे चल कर ही जा रहा था। अचानक मुझे ऐसा लगा कि किसी ने ज़ोर से धक्का मार दिया और मैं रोड पर एक तेज़ी से आती हुई बाइक के सामने गिर गया। भला हो उस बाइक वाले भैया का उन्होंने ऐन वक्त पर ब्रेक लगा दी लेकिन पीछे से एक और बाइक आ गई और उन दोनो में टक्कर हो गई! जो पीछे से आ रहा था वह तो उड़ कर एकदम दूर गिर गया! उसे काफी चोट आई थी! लेकिन हेलमेट की वजह से सर बच गया। और जो आगे था उसके पीठ में चोट आई थी!...उस बेचारे ने तो मुझे बचा लिया लेकिन उसे चोट आई मुझे अच्छा नहीं लगा बहुत अफसोस हो रहा था।"

मोमल पहले से अब्राहम को लेकर डरी हुई थी क्यों के उस पर जान लेवा हमले हो रहे थे और अब रैन भी बाल बाल बच कर आया है। ये सब उसके अंदर तूफान की तरह चल ही रहा था के रैन के बेखबर मासूम चहरे को देख कर अपने आप को रोक नहीं पाई और उसे गले लगा कर रोने लगी। इतने में अब्राहम हॉर्न बजा कर उन दोनों को बुलाने लगा। कार में बैठे बैठे ही जब उसने मोमल को रोते देखा तो बाहर आ गया। 

रैन :" दी क्या हो गया आपको? आप इतनी इमोशनल क्यों हो रही है? अभी तो एक और शादी बाकी है ना तब तो आप रोएंगे ही ,और अभी कौन सी आपकी विदाई हो रही है!

अब्राहम समझ रहा था की वो गहरे चिंता में है। उसने उसे दिलासा देते हुए कहा :" मोमो! मुझे पता है तुम्हें चिंता खाए जा रही है और ऐसे में मैं यह भी नहीं कह सकता की चिंता मत करो लेकिन तुम ने ही तो कहा था कि तुम अपने आज को जीना चाहती हो तो बस अपनी बात पर अमल करके आज को जीओ कल को ईश्वर पर छोड़ दो और उस पर भरोसा रखो! वह अपने अच्छे बंदों के साथ आखिर में अच्छा ही करता है और अगर तुम्हे किसी कैफे में रुक कर चाय पीनी है तो चलो चलते हैं!"

मोमल ने अपने आंसू पोंछे और कहा :" मुझे घर नही जाना है! 
अब्राहम और रैन ने ताज्जुब से एक दूसरे को देखा फिर अब्राहम ने कहा :" फिर कहां जाना है?

मोमल सिसकते हुए बोली :" आज हम तीनों होटल में रुक जाते हैं! फिर कल सुबह रैन वापस घर चला जायेगा और हम भी।"

अब्राहम को यह बात समझ नहीं आई कि वह आज रात होटल में क्यों रुकना चाहती है। उसने सोचा के शायद वह घर जाने से बहुत डर गई हो इसलिए, या फिर रैन को किसी भी मुसीबत से बचाना चाहती हो इसलिए, खैर जो भी हो अब्राहम ने उसके कहने पर पास के ही एक होटल में जाने का फैसला लिया।

(अगला भाग जल्द ही)