मोमल : डायरी की गहराई - 13 Aisha Diwan द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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मोमल : डायरी की गहराई - 13

एक थकान भरा दीन गुजारने के बाद आज रात भी मोमल को वोही आवाज़ सुनाई दे रही थी। बेबी मर जायेगा, बेबी को मार दूंगी!"
इस लिए वो बहुत डरी हुई थी। लुना को सुला कर वो अपने बिस्तर पर खामोश बैठी थी और एक तरफ अब्राहम सोफे पर सर टिकाए आंखे बंद कर के बैठा था। वो कहीं खोया खोया हुआ सा था और मोमल बैठ कर उसे ही देख रही थी। एक सन्नाटा पसरा हुआ था। पास के तालाब में बीच बीच में हलचल होने लगती लेकिन अब इन सब चीज़ों की आदत पड़ चुकी है। अब वे लोग किसी आवाज़ पर ज़्यादा गौर नही करते लेकिन इस आवाज़ ने मोमल को चिंता में डाल रखा था। 

खामोशी को तोड़ते हुए उसने अब्राहम से पूछा :" एक बात बताइए! ये भूतनी लामिया ही है ये आप को कैसे लगा ? कोई बात है जिस से आप यकीन से कह सकते हैं?

अब्राहम ने आंखे खोली और गहरे चिंता में पड़ कर बोला :" एक तो उसका हुलिया मिलता जुलता है! छोटे बाल, नाटा कद और पतली सी लड़की ये वोही है! और फिर तुम्हे वो आवाज़ सुनाई दी जिसमे वो बेबी कहती है! वो मुझे बेबी बुलाती थी इस लिए मुझे यकीन हो गया के ये चुड़ैल वोही है।"

ये बात सुनते ही मोमल मुंह पर हाथ रखकर कर हंसने लगी। हंसते हंसते एक बार अब्राहम को देखा और फिर से ठहाके लगा कर हंसते हुए बोली :" बेबी! हाहहहा! आप और बेबी हाहहह्हा!" 

वो इतना हंस रही थी के आगे कुछ बोल ही नहीं पा रही थी। 
अब्राहम ने तिरछी आंखों से देखते हुए कहा :" मेरा मज़ाक उड़ाया तो मैं तुम्हे भी बेबी बुलाने लगूंगा! वैसे भी मैंने नही कहा था उसे बेबी बुलाने को!"

मोमल हंसते हंसते चुप हो गई और शांत हो कर बोली :" खबरदार जो मुझे बेबी बुलाया तो! आप मोमो बुलाते हैं वो क्या कम है जो बेबी बुलाएंगे! ये फालतू के चोंचले लगते हैं मुझे!"

अब्राहम ने मुस्कुरा कर कहा :" तुम्हारा कॉन्फिडेंट बहुत अच्छा है! मुझ से चार साल छोटी हो और खबरदार तो ऐसे कर रही हो जैसे मैं कोई पांच साल का बच्चा हूं! तुम्हें पता है, इस लिए ही तुम मुझे बहुत प्यारी लगती हो। सच में तुम्हारा औरा बहुत स्ट्रॉन्ग है, तुम इतनी ब्राइट हो की तुम्हारे अलावा सभी धुंधले लगते हैं!"

उसकी बातें सुन कर मोमल के कान गरम होने लगे। हक्का बक्का सी हो कर उसने तिरछी आंखों से देखते हुए कहा :" आप फ्लर्ट कर रहे हैं? 

अब्राहम  :" मुझे फ्लर्ट करना आता ही नहीं! गुड बॉय हूं ना !...मैं तो अपनी फीलिंग्स बता रहा हूं अब इसे तुम फ्लर्ट समझो या फालतू बातें ये तुम पर डिपेंड करता है।"

फिर वो सोफे पर चादर ओढ़ कर लेटते हुए उस से बोला जो अब भी मूर्ति बन कर बैठी थी। " चलो सो जाओ कल कॉलेज के बाद हमे चर्च जाना है फिर हॉस्पिटल भी जाना है!"

मोमल :" हॉस्पिटल क्यों? 

अब्राहम आंखे बंद कर के :" मेरी पट्टी कटवानी है! अब मैं ठीक हो गया हूं।"

कुछ देर बैठे रहने के बाद वो भी लेट गई लेकिन नींद नहीं आई और यूं ही रात आंखों में गुज़र गई।

दूसरे दिन हमेशा की तरह घर में ताला लगा कर वो सब अपने अपने काम में व्यस्त हो गए, लुना मोमल के साथ ही लाइब्रेरी में दिन भर रहती फिर साथ आ जाती। शाम को मोमल, अब्राहम और लुना कार में सवार होकर चर्च जाने लगे। रास्ते में पीछे की सीट पर बैठी लुना ने कहा :" मम्मा हम कहां जा रहे हैं?

मोमल ने जवाब दिया :" हम चर्च जा रहें हैं बेटा ! हम गॉड से प्रे करेंगे की आपका किंडर गार्डन जल्द मिल जाए"

अब्राहम ने धीरे से कहा :" लुना हमे मम्मा पापा समझती है इस लिए मैं सोच रहा था के इसे ऑफिशियली एडॉप्ट कर लूं! अंकल हैरी से बात करनी पड़ेगी।"

मोमल झट से बोल पड़ी :" लेकिन लुना को मैं एडॉप्ट करना चाहती हूं! मैं भी यही सोच रही थी के अंकल हैरी से बात करूं"

अब्राहम :" वो अगर तुम्हे मम्मा समझती है तो मुझे भी पापा समझती है! उसे हम दोनों को एडॉप्ट करना होगा यानी हमे पहले कपल बनना चाहिए फिर हम इस बारे में सोच सकते हैं।"

मोमल :" आप क्या कह रहे हैं कुछ समझ नही आ रहा है! इस लामिया नाम की मुसीबत से पिछा छूटते ही मैं लुना को लेकर अलग घर में चली जाऊंगी! मैंने साहिल से घर देखने के लिए भी कह दिया है।"

अब्राहम बोलने ही जा रहा था के लुना तेज़ आवाज़ में बोली :" आप दोनो क्यों लड़ रहे हैं! मुझे लड़ाई नही पसंद , आप दोनो मेरे पुराने मम्मा पापा जैसे मत बनो!"

अब्राहम ने प्यार से समझा कर कहा :" नही बेटा हम कहां लड़ रहे हैं! मैं तो बस आपकी मम्मा को समझा रहा था के आप हम दोनों के साथ रहना चाहती हैं! क्यों है ना ?

लुना प्यारी सी सूरत बना कर बोली :" हां!... मम्मा मुझे ब्रेकफास्ट बना कर देगी और आप मुझे स्कूल छोड़ कर आयेंगे तभी मैं स्कूल जाऊंगी वरना मैं नही जाऊंगी।"

अब्राहम मुस्करा कर मोमल की ओर देखते हुए बोल :" सुना तुम ने!"

वे बाते करते हुए चर्च पहुंच गए, फादर से मुलाक़ात कर के अब्राहम ने सारी बातें बताई जो उसने लामिया के बारे में पता किया था। ये सुनने के बाद फादर सोच में पड़े रहे , फिर उन्होंने मोमल से भी बात की। उन्होंने उन दोनों को कहा :" अभी उसकी मौत कन्फर्म नही है पहले ये मालूम कीजिए के वो सच में मर गई है या नही, अगर मर गई है तो उसकी मौत कैसे हुई है! जैसे के मोमल ने उस बुरी आत्मा के सीने में चाकू लगा देखा है, अगर वो मर गई है तो उसकी मौत चाकू लगने की वजह से हुई होगी जिसे लाश के जिस्म से निकाला नही गया और उसी तरह कहीं दफना दिया होगा या छुपा दिया होगा! वो चाकू उसे ताकतवर बना रहा है। अगर उसके ताकत को कम करना है तो उसके जिस्म से उस चाकू को निकालना होगा। मोमल को वो चाकू के साथ दिख चुकी है अगर मोमल आत्मा के क़रीब चाकू निकालने गई तो वो इस पर हावी हो जायेगी इस लिए उसके मृत शरीर से ही उसे निकालना होगा। इस से उसके ताक़त में कमी आ जायेगी।... आप लोग उसके बारे में जानकारी इकट्ठा कीजिए फिर सारी बात मुझे बताइए फिर हम कोई रास्ता निकाल सकते हैं।"

फादर को शुक्रिया कह कर वो तीनों वहां से लौट कर हॉस्पिटल चले गए, कुछ देर तक अब्राहम के इंतजार में मोमल और लुना वेटिंग रूम में बैठे रहे, 
डॉक्टर के चैंबर से अब्राहम बिना हैंड स्पोर्ट बैग के बाहर आया। अपने हाथ को हिला डुला कर देखते हुए कहा :" थैंक गॉड! अब मैं फ्री फील कर रहा हूं!... चलो घर चलते हैं।"

कार में बैठने से पहले अब्राहम को किसी का कॉल आया। उसने मोबाइल जेब से निकाल कर देखते हुए कहा :"लगता है कोई न्यूज है!.... हां बोलो डेनियल! कुछ पता चल?

डेनियल अब्राहम का क्राइम ब्रांच में पुलिस ऑफिसर का काम करने वाला कॉलेज का दोस्त है जिसने मार्को का सोशल प्रोफाइल ढूंढ निकाला था।
उसने जवाब दिया :" हां तुम्हारा अंदाज़ा सही था! वो मर चुकी है। तुम्हे याद है वो लॉज का ऑनर जिसके साथ लामिया पकड़ी गई थी?

अब्राहम भारी आवाज़ में  :" हां उसे कैसे भुल सकता हूं।"

डेनियल :" हमे उस पर शक हुआ तो हमने छान बीन शुरू कर दी! उसके घर में कुछ सबूत मिले तो हम ने उसे गिरफ्तार कर लिया! थोड़े दबाव के बाद उस ने कबूल कर लिया के उसने ही लामिया को चाकू से मार डाला है और उसकी लाश को पानी में फेंक दिया है। वजह पूछा तो बताया के वो लड़की धोखे से उसकी सारी कमाई लेकर फरार हो रही थी लेकिन उस ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया और हाथा पाई में उसे चाकू मार दिया। वो कह रहा है की उसे जान से मारने का इरादा नहीं था लेकिन लामिया ने चाकू उठा लिया और उसे मारने के लिए चाकू चलाने लगी तो लड़के ने उसके हाथ से छीन कर उसे ही मार दिया। फिर लाश को पास के तालाब में फेंक दिया।"

अब्राहम :" क्या तुम ने लाश बरामद की ? उसके सीने में अब भी चाकू लगा हुआ होगा उसे निकाल दो।"

डेनियल :" सॉरी यार पर हमे लाश नही मिली मतलब पानी में होने के कारण लाश जल्दी सड़ गई होगी या घड़ियाल खा गया होगा!... अब तुम्हे उस चाकू से क्या मतलब, जो पता करना था वो तो पता चल गया न! वैसे तुम्हे उसके बारे में क्यों जानना था ? क्या कोई बात है?

अब्राहम ने असल वजह छुपा कर कहा :" न नही! बस ऐसे ही सुन कर सुकून मिला! उसे उसके बुरे कर्मो का अंजाम मिल गया। थैंक यू दोस्त।"

ये कह कर उसने फोन रख दिया और एक गहरी सांस ली। मोमल को देखते हुए बोला जो जवाब के इतंजार में उसे ही देख रही थी। :" ये बुरी आत्मा लामिया की ही है! उसके मौत का कारण पता चल गया। लेकिन ये नही समझ में आ रहा है की अब वो मेरे पीछे क्यों आई है? उसे तो उसके पीछे जाना चाहिए था जिस ने उसे मारा है!.... उफ्फ कुछ समझ में नही आ रहा है, मार कर भी उसे मुझे क्या चाहिए होगा?"

मोमल ने देखा के लुना बहुत कंफ्यूज हो कर उन दोनों को देख रही है और सहमी हुई सी है तो उसने अब्राहम के कान क़रीब आ कर कहा :" हमे अकेले में बात करनी चाहिए! लुना डर जायेगी।"

अब्राहम घुटनों में बैठ कर लुना के छोटे छोटे हाथों को पकड़ कर कहा :" घर चलें! कुछ खाओगी, चलो हम कुछ खाते हैं।"

तीनों घर में वापस आए लेकिन कदम रखते ही पूरे घर में हंसने की आवाज़ गूंज रही थी। लुना को डर न लगे इस लिए मोमल ज़ोर ज़ोर से बाते कर के उसका ध्यान भटकाने की कोशिश में लग गई, और उसे लेकर बरामदे में आ गई। अब्राहम जैसे ही अपने कमरे की ओर गया दीवार पर लगे एक फोटो फ्रेम उड़ कर आया और उसके सर पर टकरा कर चिकना चूर हो गया। उस फ्रेम में उसके डैड की तस्वीर लगी थी। आवाज़ सुनते ही मोमल घबरा कर उसके पास दौड़ी साथ में लुना भी दौड़ी चली आई, देखा तो उसके सर से खून टपक रहा है। गहरी चोट तो नही लगी है लेकिन कांच के टुकड़ों से माथे में कट लग गया है। 
लुना खून देख कर रोने लगी और अब्राहम का हाथ पकड़ उसे कुर्सी पर बैठकर बोली :" पापा, पापा क्या हो गया आपको! मम्मा देखो पापा के सर से खून निकल रहा है। मुझे डर लग रहा है।"

अब्राहम ने उसे शांत करते हुए कहा :" कुछ नही बेटा बस थोड़ी सी खरोच लग गई वो मैने देखा नही था के फोटो फ्रेम टूटा हुआ है। चुप हो जाओ, ऐसे छोटी छोटी बातों पर नही रोते !"

सर से खून बह कर चहरे से होते हुए गले तक पहुंच गया था। मोमल जल्दी जल्दी में जा कर कमरे से फर्स्ट एड बॉक्स लेकर आई, खून साफ कर के मलहम लगा कर एक बैंडेज चिपका दिया। 
उसे अब और ज़्यादा चिंता सताने लगी थी। परेशानी और घबराहट में उसके भी आंसू बह रहे थे। उसने अपनी कलाई से वो सफेद मोतियों का माला निकाल कर अब्राहम के हाथ में डाल दिया। 
अब्राहम ने उसे अपने हाथ से निकालते हुए कहा :" मोमो ये क्या कर रही हो तुम? इसकी ज़रूरत तुम्हे है!"

मोमल ने उसका हाथ पकड़ कर रोका और लरजते आवाज़ में बोली :" नही इसकी ज़रूरत आपको है! वो आपको मारना चाहती है मुझे नही! क्या आपको समझ नही आ रहा है? आप पर हमले होते जा रहें हैं !आप अपना खयाल रखिए मुझे घर मिलते ही मैं लुना को लेकर यहां से चली जाऊंगी।"

अब्राहम के दिल पर टीस सी महसूस हुई जब मोमल ने जाने की बात कही। उसने अपने कलाई पर उस माला को देखते हुए कहा :" लेकिन मुझे लगता है वो तुम्हारे पीछे भी पड़ी है! नही मालूम क्यों लेकिन अब तुम भी इस मुसीबत में फंस गई हो! मैं तुम्हे खुशी खुशी जाने देता अगर बात सिर्फ मुझ तक होती ! मुझे कुछ हो जाए कोई परवाह नहीं है लेकिन मेरे होते हुए मैं तुम्हारे साथ कुछ गलत होते हुए नही देख सकता! अगर मुझे मार कर उसे मुक्ति मिलेगी तो मार दे मुझे लेकिन तुम्हे चोट पहुंचाने का उसे कोई हक़ नहीं।"

फिर उसने तेज़ आवाज़ में इधर उधर देखते हुए कहा :" तुम सुन रही हो ना?... मार दो मुझे लेकिन मोमल को हाथ लगाया तो मैं मर कर भी वापस आ जाऊंगा और मैं ईश्वर से परमिशन लेकर आऊंगा तुम्हारी तरह शैतान बन कर नहीं!...समझी तुम!"

मोमल फूट फूट कर रो पड़ी,वोही अब्राहम के पैर के पास फर्श पर बैठी रोते हुए बोली :" आप ये सब क्यों कह रहे हैं? आप ऐसे करेंगे तो मैं आपको छोड़ कर नही जा पाऊंगी।"

अब्राहम के भी आंसू बह रहे थे लेकिन वो खामोश था। उन दोनों को रोते देख नन्ही लुना भी फुफर फूफर कर रो रही थी। 
अब्राहम ने लुना और मोमल को गले लगाकर कहा :" हम साथ में उसे हरा देंगे! चिंता मत करो किसी को कुछ नहीं होने दूंगा मैं! सब ठीक हो जाएगा।"

जब अब्राहम ने उन दोनों को गले लगाया हुआ था तब उसे खिड़की के पास से हंसने की आवाज़ आ रही थी जैसे वो वहां से झांक कर उसका मज़ाक उड़ा रही हो। वो गुस्से का घूंट पीने के अलावा और कुछ नही कर सकता था। जितनी नफरत उसे थी अब और बढ़ती जा रही थी और शायद लामिया उसे गुस्सा ही दिलाना चाहती है। अब इन सब में उसका क्या मकसद है ये अब तक राज़ है।

(अगला भाग जल्द ही)