बैरी पिया.... - 30 Wishing द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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बैरी पिया.... - 30

कुछ देर बाद संयम कमरे में वापिस आया तो उसके हाथ में हॉट वाटर bag और डार्क चॉकलेट्स थी ।
शिविका उसे देखने लगी । संयम उसके पास आया और उसे बेड पर लेटा दिया फिर उसके पेट पर hot water bag रख दिया ।


संयम ने चॉकलेट बॉक्स खोला और एक पीस शिविका को खिला दिया । शिविका की धड़कने तेज थी । एक बोहोत ही प्यारा सा एहसास उसे संयम के साथ होने लगा था ।


शिविका ने संयम को देखा और पूछा " क्या आप किसी लेडी सर्वेंट को हायर नहीं कर सकते.... ??? " ।


संयम ने बिना किसी भाव के उसे देखा ।


" i am enough for you...... " । बोलकर संयम ने शिविका के दोनो ओर bed पर हाथ रख दिए । फिर उसके चेहरे के करीब अपना चेहरा ले गया और उसके होंठों को चूमने लगा



उसे kiss करते हुए संयम ने उसके मुंह में डाली चॉकलेट को खुद भी टेस्ट कर लिया । संयम उसके होंठों को lick करते हुए धीरे धीरे suck कर रहा था । चॉकलेट खतम हुई तो संयम ने उसके होंठों को छोड़ दिया ।


शिविका का सीना बोहोत तेज़ी से अंदर बाहर हो रहा था । संयम ने उसकी क्लीवेज की तरफ देखा तो शिविका का दिल और भी जोरों से धड़कने लगा ।
संयम की आंखों में एक लस्ट शिविका को नजर आ रही थी ।


संयम ने एक और चॉकलेट का पीस शिविका के मुंह में डाल दिया और उसे चूमने लगा । चॉकलेट के पिघल जाने पर होंठों को चूमना छोड़कर संयम उसके चेहरे को चूमने लगा और फिर गला चूमते हुए कॉलर बोन कर kiss करते हुए क्लीवेज की ओर बढ़ने लगा तो शिविका ने चद्दर को मुट्ठी में भरकर सिसकती हुई आवाज में कहा " SK.... " शिविका ने कहा तो संयम ने उसके हाथ को अपने हाथ में जकड़ लिया और बेड से लगा लिया ।



संयम उसकी क्लीवेज पर kiss करते हुए बोला " it's sanyam for you...... " शिविका ने एक गहरी सांस ली । संयम ने क्लीवेज पे lick किया तो शिविका ने " SK.... " बोलते हुए उसने अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश की तो संयम ने उसका हाथ छोड़ दिया । शिविका ने उसके बालों को कसकर पकड़ लिया ।



संयम क्लीवेज से नीचे kiss करते हुए ड्रेस हटाने लगा तो शिविका ने बालों पर पकड़ और कस ली ।संयम के बाल खींचे तो वो रुक गया और उपर आकर उसके नाक से नाक टिकाते हुए बोला " call me sanyam.... " ।


शिविका बढ़ी हुई धडकनों से तेज सांसें लेते हुए उसे देखते हुए बोली " स स संयम..... " । संयम ने सुना तो तिरछा मुस्कुरा दिया ।


शिविका की तेज सांसों की आवाज़ें संयम को बोहोत क्लियर आ रही थी । संयम फिर से उसके होंठों को बेतहाशा चूमने लगा ।


15 मिनट बाद संयम ने उसकी नाक पर kiss किया और बोला " now say what you want yo say..... ?? " ।


शिविका " i am iam on peroids.... " ।


संयम ने उसके गाल पर हाथ रखा और बोला " i know and i am doing nothing.... butterfly.... और इन प्लास्टर्स के साथ मैं कुछ करना भी नहीं चाहता.... " ।


शिविका " But you are doing something.... " ।


संयम " this something is not more than kissing.... " बोलते हुए संयम ने दोनो को कंबल से कवर कर लिया और शिविका का सिर अपनी बाजू पर रख कर उसके दाएं हाथ को comfortably रखकर उसे hug कर लिया और फिर उसकी ड्रेस की खुली zip को भी लगा दिया जिसे उसने खुद ही कुछ वक्त पहले खोला था ।


शिविका ने आंखें बंद कर ली और कुछ देर बाद उसे नींद आ गई । एक मासूम से बच्चे की तरह दुबक कर वो संयम की बाहों में सो गई । संयम उसे देखता रहा ।


फिर उसके चेहरे पर उंगली फेरते हुए तिरछा मुस्कुरा दिया ।


अगली सुबह :


शिविका जब उठी तो वो बेड पर अकेली थी । बेड के साथ में रखे नाइट स्टैंड पर शिविका को डार्क चॉकलेट नजर आई तो उसे रात के पल याद आ गए । शिविका ब्लश करने लगी । उसने सीने में सिहरन सी दौड़ गई । उसमे अपना सिर झटक दिया । कुछ पुराने लम्हे उसके दिमाग में चलने लगे ।


" i love you DILJANI....... । तुम्हारे अलावा मेरा और कोई नही है.... । हमेशा साथ रहना.... । रहोगी ना.... " शब्द जैसे उसके कानों में गूंजने लगे थे उसकी आंखें एकदम से नम हो आई ।


तभी दरवाजा खुला और संयम अंदर आया । शिविका उसे देखने लगी । संयम ने वॉच पर tap किया तो रोबोट दीवार में बने खांचे से बाहर आ गया । । । । । । ।


" Clean the waste. " संयम ने बोला तो शिविका रोबोट को देखने लगी । उसने झाड़ू उठाया और कमरे की सफाई करने लगा ।


शिविका को हैरानी हुई । अब वो उसको कचरा नहीं समझ रहा था । शिविका ने संयम को देखते हुए पूछा " आपने इसको समझा दिया है क्या... ?? " ।


संयम हल्का हंसा और बोला " इसको समझाया नहीं जाता... इसकी programming की जाती है । " । । । । । ।


शिविका ने सिर हिला दिया । बोलते हुए संयम bed के पास आया और उसकी आंखों में देखते हुए बोला " are you crying..... ??? ।


शिविका ने ना में सिर हिला दिया । संयम ने उसे बेड से उठाया और गोद में उठाए लिफ्ट की ओर चल दिया । शिविका बिना कुछ कहे उसे देखने लगी । । । । । ।



शिविका को संयम का इस तरह से बिहेव करना बहुत अच्छा लग रहा था । कोई इतना ख्याल रखे तो किसी को भी पिघलाया जा सकता है ।


संयम शिविका को डॉक्टर के केबिन में ले गया । डॉक्टर ने शिविका की फिजियोथैरेपी की । । । । । ।


Therapy के बाद संयम उसे वापस रूम में ले आया और नहाने के बाद कपड़े पहनने में उसकी मदद की । फिर उसे नाश्ता करवा कर दवाई दे दी । । । । । ।



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इसी तरह करीब डेढ़ महीना बीत गया । संयम ने पूरे एक महीने शिविका का बोहोत अच्छे से खयाल रखा । शिविका को भी अब संयम की आदत सी हो चुकी थी । दोनो की नजदीकियां बोहोत बढ़ चुकी थी । या यूं कहें कि संयम शिविका की आदत बन चुका था । । । । । ।


इस एक महीने में संयम उसे kiss किया करता था जो बोहोत passionate होती थी लेकिन शिविका की चोटों की वजह से वो उसके साथ फिजिकल नही हुआ था । और संयम का इतना कंसर्न शिविका के दिल को छू सा गया था । । । । । ।


शिविका रोज उसके बेड पर उसके साथ ही सोती थी । और संयम की बाजू पर सिर रखना और उसकी बाहों में सोना जैसे उसका दिन भर का सबसे खास पल होता था । संयम की बाहों में जितना महफूज वो महसूस करती थी शायद ही इतना महफूज उसने खुद को कभी महसूस किया हो । । । ।



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डेढ़ महीने बाद :


सुबह का वक्त :
डॉक्टर का केबिन :


डॉक्टर " शिविका आपका फ्रैक्चर काफी रिकवर कर गया है । रोजाना दी जा रही थेरेपी से अब उसका प्लास्टर‌ पूरी तरह से उतर सकता है और आप अपने हाथ को थोड़ा बहुत मूव भी करने लग चुकी है तो कुछ वक्त बाद हाथ पूरी तरह से ठीक हो जायेगा " ।
शिविका मुस्कुरा दी । । और बड़ी सी स्माइल के साथ उसने संयम को देखा । । ।


संयम खामोश अपनी चेयर पर बैठा हुआ था । उसने सुना तो हल्का सा मुस्कुराकर शिविका को देखने लगा । । ।


दोनो डॉक्टर के केबिन से बाहर आए तो सर्वेंट ने टेबल पर खाना लगा दिया । शिविका अब अपने हाथ से खाने लगी थी । संयम चुप चाप खा रहा था और शिविका खाते खाते बीच बीच में उसे देखे भी जा रही थी । । ।


" Do you want to eat me... ?? " संयम ने कहा तो शिविका झेंप गई और ना में सिर हिला कर उसने नजरें फेर ली... और खाने पर ध्यान देने लगी । ।


दक्ष अंदर आया तो संयम और शिविका को साथ में खाता देख कुछ देर को सोच में पड़ गया । ।


दक्ष " SK..... डील पूरी हुई..... । सामने वाली पार्टी satisfied है..... । और साथ काम कर रही पार्टी को भी पुलिस नहीं पकड़ पाई... " । संयम ने सुना तो बोला " गुड... । और दूसरी डील का क्या.... ?? वो भी यहां रहते रहते पूरी हो जानी चाहिए.... । अब ज्यादा वक्त यहां नही रुकेंगे.... " बोलकर संयम अपनी चेयर से उठ गया । ।


" जी SK.... । यहां से निकलने से पहले दूसरी डील भी पूरी हो जायेगी..... " । दक्ष ने जवाब दिया और फिर शिविका की ओर देखा । शिविका हल्का सा मुस्कुरा दी । ।


बदले में दक्ष ने हल्का सा झुककर उसे ग्रीट किया । डेढ़ महीने में जिस तरह से संयम उसका ख्याल रख रहा था वो दक्ष ने देखा था तो अब वो समझ गया था कि शिविका संयम के लिए कुछ तो है... । और उसके साथ रिस्पेक्ट से बात करना अब दक्ष सीख भी चुका था । । ।


दक्ष ने काफी इन्फोर्मेशन निकलवाने की कोशिश की थी लेकिन उसे शिविका के बारे में कुछ भी पता नहीं चला था..... । । । । ।


" तुम तो अभी भी एक मिस्ट्री बनी हुई हो शिविका चौधरी... । पता नहीं SK ने तुममें क्या देखा है... और क्यों इतना प्यार दिखा रहे हैं... । पर ना जाने क्यों ये सब नॉर्मल तो नही लग रहा.......... " सोचते हुए वो वहां से बाहर निकल गया । । । । । ।


संयम ने शिविका का हाथ पकड़ा और लिफ्ट की ओर चल दिया । लिफ्ट में जाकर संयम ने शिविका को अपनी ओर खींच लिया और उसके होंठों से होंठ टिकाकर passionately kiss करने लगा । । । । । ।


उसने शिविका को lift up किया तो शिविका ने उसकी कमर पर पैर लपेट लिए... । । । । । ।


संयम उसके बालों में हाथ फेरने लगा । दोनो की आंखें बंद हो चुकी थी संयम ने उसकीी कमर कोोोो कसकर पकड़़ लिया । शिविका के हाथ संयम के कंधे पर लिपट गए । । । । । ।



संयम ने उसकी ड्रेस कीी zip खोल दी और उसके खुले बालों को एक तरफ कर दिया ।



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