मस्त राम की किचन मे राम प्यारी की ट्रेनिंग
"यह मस्त राम ,अजी वही जो सामने वाले फ्लैट में रहता है , अजीब मिट्टी का बना है। इसकी किचन से क्या क्या खुशबू निकलती है पर न तो बुलाता है मुझे खाने को न ही किसी चीज की रेसिपि बताता है।
उस दिन मुझे पहली बार स्माईल दी तो पूछ ही लिया कि कोई रेसिपि बताओ, मैं तो कोरी हूँ इन चीजों मे। नखरा कर रहा था पर मैं घुस ही गई इसकी किचन में जब खुशबू फैलने लगी।
जैसे ही हमने खाना बनाना शुरू किया, किचन में खुशबू फैलने लगी। उसने मुझे धीरे-धीरे हर चीज सिखाई - कैसे सब्जियां काटनी हैं, मसाले कब डालने हैं, और कितनी देर तक पकाना है। उसकी हर बात में एक अलग ही मिठास थी, और मैं ध्यान से सब कुछ सीख रही थी।
जब खाना तैयार हुआ, तो उसकी खुशबू ने पूरे घर को महका दिया। हमने साथ में खाना खाया और उस दिन की यादें हमेशा के लिए मेरे दिल में बस गईं। उस दिन न सिर्फ मैंने एक नई रेसिपी सीखी, पर वो अधिक नहीं सिखाता था, खुद तो एक्सपर्ट था वो
कोई भी चीज़ हो, 30 मिनट से ज्यादा वक़्त लगता ही नहीं था उसे . इतनी देर तो मेरी मम्मी सब्ज़ी साफ करने में ही लगा देगी। "
तो उस दिन मूड ठीक था उसका। मैंने यही पूछ लिया कि "कैसे आप इतनी जल्दी बना लेते हो फिर फटा फट ऑफिस चले जाते हो? "
" अपने राज़ बताने को आतुर लगा। बोला कि "मेरे किचन में सब चीज़े ग्रुप ए या बी की होंगी। यानी A मे होंगे तेल, आलू, प्याज, टोमेटो, धनिया, नमक, मिर्च, हल्दी, बस ......
ग्रुप B मे होती है नारियल, भिंडी, करेला, राजमा, छोले, लौकी, खीरा ,अजवाईन्,nutmag ,सौंफ,हिंग,गुड आदि। "
"यह सब क्यों बता रहा हूँ, एक उदाहरण देता हूँ।
ग्रुप A मे से अधिकतर चीज़े मेरी सब्ज़ी मे डालनी ही है। तेल लिया, कटा प्याज फ्रिज से निकाला, saute किया, मसाले भी डाले और अब सब्ज़ी डाल दी। वो भी पहले से काट कर फ्रिज मे रहती है जो बाई कर देती है।
कई बार B ग्रुप के मसाले डलते है वो पहले ही सोच लेता हूँ। जैसे नारियल, ajwaaain आदि।
कभी सब्ज़ी नही होती तो ग्रुप A से ही। काम चलता है यानी आलू टोमेटो की सब्ज़ी आदि।
चपाती तो 8 मिनट मे 4 बनती है, यूँ " मस्त राम ने चुटकी बजाई।
"तो variety कैसे लाते हो आप, खाने मे? "
"ओह, काली मिर्च ज्यादा डाली तो श्रीलंका वाला टेस्ट आयेगा। साउथ इंडिया टेस्ट के लिए नारियल पेस्ट बना के रख लेता हूँ और थोड़ी कॉकम् मतलब गोवा का taste आ जाता है।
अब मेरी बाई आंध्र प्रदेश की है तो वहाँ का मसाला बना देती है। dry होता है, उस डाल कर आंध्र का स्वाद आता है।
मसाले तो बता ही दिये कि ग्रुप A वाले ही लेता हूँ अक्सर "
"गुजराती स्वाद आ जाता है गुड डालने से, अब डायरी मे सब लिखा है... "
" उस डायरी को चुरा लूंगी " सोचती ही मैं राम प्यारी घर आ गई।