काले जंगल का रहस्य Raj Roshan Dash द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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काले जंगल का रहस्य

अभिनव वर्मा, एक युवा और उत्साही पत्रकार, ने अपनी नई नौकरी के लिए एक अद्वितीय स्थान चुना था - एक छोटा सा गाँव, जिनके चारों ओर गहरा काला जंगल था। गाँववाले इस जंगल से डरते थे, क्योंकि यहाँ कई अजीब घटनाएँ घटी थीं। अभिनव ने सोचा कि यह स्थान उसकी कहानी के लिए एक उत्तम स्थान हो सकता है।

गाँव में पहुँचते ही, अभिनव ने वहाँ के पुराने निवासी, रामू चाचा से मुलाकात की। रामू चाचा ने उसे बताया कि काले जंगल में एक अजीब सी ऊर्जा है, और वहाँ की हर शाखा पर डर का साया रहता है। उनकी बातें सुनकर, अभिनव को संदेह हुआ कि यह सब बस पुरानी कहानियाँ हो सकती हैं।

अभिनव ने तय किया कि वह जंगल की गहराई में जाकर खुद इस रहस्य को जानने की कोशिश करेगा। एक सुबह, उसने जंगल में घुसने का फैसला किया। उसके साथ एक स्थानीय गाइड, मोहन भी था, जो जंगल के बारे में सब कुछ जानता था।

जंगल में घुसते ही, अभिनव को महसूस हुआ कि यहाँ का माहौल अलग ही था। हवा में एक अजीब सी ठंडक और एक अज्ञात भय था। मोहन ने उसे बताया कि यहाँ कई लोग गुम हो चुके हैं और कई बार अजीब आवाजें भी सुनाई देती हैं।

जंगल के बीचोंबीच, अभिनव और मोहन ने एक पुराना और खंडहर हो चुका घर देखा। यह घर काफी समय से सुनसान पड़ा था। घर के अंदर जाकर, अभिनव ने देखा कि हर कमरे में पुरानी तस्वीरें और किताबें फैली हुई थीं। एक कोने में एक पुराना पत्र मिला, जिसमें लिखा था:

"यदि आप यहाँ आए हैं, तो जान लीजिए कि इस घर में एक रहस्य छुपा है। यह रहस्य उस समय से जुड़ा है जब यह घर महल हुआ करता था। और अब, केवल सच्चाई ही आपको इस रहस्य से मुक्त कर सकती है।"

पत्र पढ़कर, अभिनव ने घर के विभिन्न हिस्सों की जांच शुरू की। अचानक, एक कमरे से अजीब सी चीख सुनाई दी। अभिनव ने देखा कि मोहन गायब हो गया था। उसे लगा कि मोहन ने उसे छोड़ दिया, लेकिन उसने सोचा कि कुछ गलत हो सकता है और उसने मोहन को ढूँढने की कोशिश की।

अभिनव ने देखा कि मोहन का बैग और सामान वहाँ पड़े हुए थे, लेकिन मोहन का कोई अता-पता नहीं था। अचानक, घर की दीवारों पर अजीब सी छायाएँ चलने लगीं और हवा में एक डरावनी गूंज फैल गई। अभिनव ने महसूस किया कि कुछ अधूरी बात चल रही है।

अभिनव ने घर के नीचे एक तहखाना खोजा। तहखाने में उसे पुरानी किताबें, बर्तन, और एक काले रंग का बक्सा मिला। बक्सा खोलते ही, उसमें एक पुराना परिवार का पेड़ और कुछ जादुई वस्तुएँ थीं। किताबों में लिखा था कि यह घर एक समय एक अमीर परिवार का था। लेकिन एक दिन, परिवार के लोग अचानक गायब हो गए और घर को एक श्रापित स्थान मान लिया गया।

अभिनव ने देखा कि बक्से में एक पुराना फोटो भी था जिसमें एक महिला और बच्चे थे। फोटो के पीछे लिखा था - "रानी और उसका बेटा, जो कभी लौटेंगे।" यह देखकर अभिनव ने सोचा कि रानी और उसका बेटा इस घर के साथ जुड़ी किसी रहस्यमय घटना का हिस्सा हो सकते हैं।


अभिनव ने गाँववालों से इस परिवार के बारे में पूछताछ की। उन्होंने बताया कि रानी और उसका बेटा एक बड़े हादसे का शिकार हुए थे। कुछ साल पहले, एक अमीर व्यापारी ने रानी और उसके बेटे को जादुई वस्तुओं की खोज के लिए मरवाया था। यह घटना स्थानीय लोगों के बीच छुपा हुआ था, लेकिन फिर भी, घर पर उनका श्राप हमेशा के लिए छाया रहा।

अभिनव ने महसूस किया कि काले जंगल का रहस्य रानी और उसके बेटे की मृत्यु से जुड़ा हुआ था। उन्होंने सोचा कि उस परिवार की आत्माएँ शायद शांति की तलाश में थीं और इसलिए यह जगह अब एक रहस्यमय स्थल बन गई थी।

अभिनव ने गाँववालों की मदद से एक पूजा आयोजित की ताकि रानी और उसके बेटे की आत्माएँ शांति पा सकें। पूजा के दौरान, अजीब घटनाएँ बंद हो गईं और जंगल का भय कम हो गया। गाँववालों ने राहत की सांस ली और अब जंगल में एक नई शांति थी।

अभिनव ने अपनी खोज की रिपोर्ट लिखी और यह कहानी लोगों तक पहुँचाई। अब, काले जंगल की रहस्यमय छाया समाप्त हो गई थी। गाँव और जंगल दोनों ने एक नई शुरुआत की। अभिनव ने महसूस किया कि सच्चाई की खोज ने ही एक पुरानी त्रासदी को समाप्त किया और शांति स्थापित की।

अभिनव की यह यात्रा उसे हमेशा याद रहेगी, क्योंकि उसने केवल एक रहस्य को सुलझाया नहीं, बल्कि एक इतिहास की काली छाया को भी मिटाया।