डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 30 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 30

अब आगे,

 

रूही की बात जब उस शक्श ने सुनी तो वो रूही को ऐसी देखने लगा जैसे वो कोई पागल हो, पर जल्द ही उस के होटों पर एक टेढ़ी मुस्कान आ गई, उस शक्श ने रूही को ऊपर से नीचे तक देखते हुए उस से कहा, "ऐ लड़की तुम्हे पता भी है ना कि तुम किस से बात कर रही हो...!"

 

तभी किसी ने फुसफुसाते हुए अपने पास खड़े दूसरे आदमी से कहा, "ये आदमी तो "मिस्टर राजवीर सिंघानिया" है ना...!"

 

पहले वाले आदमी की बात सुन कर, अब दूसरे आदमी ने उस पहले वाले आदमी से कहा, "तो फिर ये लड़की आज काम से गई समझो...!"

 

सभी रूही और राजवीर को घेर के खड़े हुए थे, तभी वहा पर राजवीर के बॉडीगार्ड्स आ गए और राजवीर का एक बॉडीगार्ड रूही की तरफ बढ़ने लगा तो रूही डर कर पीछे हट गई..!

 

जिस से उस की चुनरी राजवीर की कार के दरवाजे मे अटक गई और जिस को रूही निकलने मे लग गई और वही राजवीर ने अपने बॉडीगार्ड को एक हाथ का इशारा कर वही रोक दिया..!

 

रूही ने जैसे तैसे कर के अपनी चुनरी को राजवीर की कार के दरवाजे से तो निकल लिया पर तब तक उस के चेहरे से उस की चुनरी हट चुकी थी और वो जैसे ही राजवीर की तरफ मुड़ी तो वहा खड़े हर इंसान की नजर सिर्फ और सिर्फ रूही पर ही थी..!

 

यहां तक राजवीर उस को एक टक निहार रहा था और तभी राजवीर के कानो में रूही की आवाज सुनाई पड़ी, रूही ने राजवीर से कहा, "हमे नही जाना है कि आप कौन है और क्या है, बस हमें इतना पता है आप की इस कार की वजह से उन बूढ़े बाबा का बहुत नुकसान हो गया है, इसलिए आप को उनसे माफी मांगनी चाहिए...!"

 

पता नही रूही के अंदर इतनी हिम्मत न जाने कहा से आ रही थी वो अपने सामने खड़े राजवीर जो पूरी दुनिया को अपने पैरो के नीचे रखता है उस राजवीर की आंखो में आंखे डाल कर उस से ये सब बोल रही थी..!

 

रूही की बात सुन कर अब राजवीर अपने होश में वापस आ गया और उस ने अपने गुस्से से रूही से कहा, "मेरा नाम "राजवीर सिंघानिया" है और जिस ने आज तक कभी भी किसी से माफी नही मांगी है और तुम मुझे इस दो कोड़ी के इंसान से माफी मांगने को कह रही हो..!"

 

राजवीर की बात सुन कर और उस का गुस्सा देख कर अब वो फल वाले बूढ़े बाबा रूही के पास पहुंच गए और बातो को ज्यादा ना बढ़ाते हुए उस के कानो के पास जाकर उस से धीरे से कहने लगे, "बेटा, रहने दो ना हमारी ही गलती थी और क्यू बात को बढ़ाना...!"

 

उन बूढ़े बाबा की बात सुन कर अब रूही ने उन उन बूढ़े बाबा से कहा, "नही बाबा, गलती आप की नही है बल्कि इस शक्श की है तो इन्हे ही आप से माफी मांगनी होगी और जो अपनी गलती मानने के बजाए गुस्सा दिखा रहे हैं..!"

 

रूही की बात सुन कर अब वो बूढ़े बाबा चुप होकर रह गए और रूही ने एक बार फिर से राजवीर से कहा, "देखिए हमे आप को जानने में रत्ती भर भी रुचि नहीं है तो आप अपना और हम सब का समय बरबाद न करते हुए, जल्दी से इन बूढ़े बाबा से माफी मांगिए और इनके नुकसान की भरपाई भी करिए और आप को इतनी सी बात भी समझ मे नही आ रही है क्या..!"

 

रूही की बात सुन कर अब वही खड़ा राजवीर का पर्सनल बॉडीगार्ड देव हैरान ही रह गया और उस ने अपने मन में कहा, "सही मे इस लड़की का दिमाग अपने सही जगह पर नही है, जहां सारी लड़कियां राजवीर सर को एक नजर देखने के लिए तरस जाती हैं वही ये लड़की उन मे रत्ती भर भी रुचि नही दिखा रही है..!"

 

रूही की बात सुन कर राजवीर ने गुस्से से रूही को देखा क्योंकि रूही आज अपने सामने खड़े राजवीर से ये सब बोल रही थी जबकि राजवीर के सामने ऐसे बोलने की हिम्मत आज तक किसी ने भी नही करी थी और आज रूही ने इतने लोगो के सामने राजवीर को इतना कुछ बोल दिया था और अब राजवीर ने गुस्से से रूही से कहा, "तुम मुझे समझा रही हो मुझे.."राजवीर सिंघानिया" को...!"

 

राजवीर की बात सुन कर अब रूही ने अपने दोनो हाथों को बांध लिया और राजवीर को घूरते हुए उस से कहा, "जी हां, अगर आप गलत है तो आप को उन बूढ़े बाबा से माफी तो मांगनी ही पड़ेगी, क्या आप को इतनी छोटी सी बात भी नही पता है...!"

 

रूही की बाते राजवीर के गुस्से को शांत करने के बजाए और भड़काने का काम कर रही थी और अब राजवीर के बर्दाश के बाहर हो चुकी थी और अब उस ने रूही के हाथ को पकड़ लिया जिस पर रूही ने उस से अपना हाथ छुड़वाते हुए कहा, "क्या कर रहे हो तुम, छोड़ो मुझे...!"

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी पहली नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी पहली नोवेल "डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।