The Author Hanika फॉलो Current Read Dream Love - Part 3 By Hanika हिंदी प्रेम कथाएँ Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 72 अब आगे,बनारस के, सिंघानिया विला मे,जब राजवीर को पता चला कि र... अपराध ही अपराध - भाग 1 इंदिरा सौंदराराजन इंदिरा सौंदराराजन तमिल के बहुत बड़े और प्र... बन्धन प्यार का - 29 नरेश टेक्सी और गाइड करके लौट आया था।हिना बोली"क्या हुआ"एक घण... दरिंदा - भाग - 8 अशोक के हाँ कहने से प्रिया ने एक गहरी लंबी सांस ली और उसका न... भटकती आत्मा का अंत हैलो दोस्तों में आपकी दोस्त फिर से आई हूं एक नई कहानी लेके य... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी उपन्यास Hanika द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ कुल प्रकरण : 4 शेयर करे Dream Love - Part 3 1.1k 2k मानस का मेनेजर डिंपल के लिए हनिका से बात करता है। और हनिका मान जाती है।अगले दिन...... हनिका डिंपल को पढ़ाने उसके घर जाती है। वो मैन गेट पर पहुंचती है तो देखती है की वहा कुछ गार्ड होते है। जो उसे रोक देते है। उसे और उसका सामान चेक करने लग जाते है। उन में से एक गार्ड मेनेजर को कॉल करता है और कहता की यहां एक लेडी आई है। तब मेनेजर कंप्यूटर में लाइव रिकॉर्डिंग देखता है और मानस को इंफॉर्म करता है। मेनेजर लो आ गई डिंपल की मेम। वैसे डिंपल की मेम इतनी बुरी भी नही है। मानस मेनेजर की बात सुन कर लाइव रिकॉर्डिंग देखता है।वो देखते ही शॉक्ड हो जाता है । और फिर मेनेजर से बोलता है।मानस - इसे सेफ्ली अंदर लेके आओ , रिस्पेक्ट के साथ। अभी के अभी।मेनेजर - क्या हुआ इसे देख कर तुम्हारा फेस का एक्सप्रेशन केसे चेंज हो गया? कही ये वही लड़की तो नही?मानस - लड़की नही तुम्हारी भाभी है। डिंपल ! डिंपल यहां आओ जल्दी। डिंपल - क्या हुआ भैया!मानस - ये तुम्हारी मेम है?डिंपल - हा भैया।मानस - अपनी मेम को हॉल में लेके जाओ और अपनी पढ़ाई करो।डिंपल - ठीक है भैया। डिंपल अपने भाई की बात मान कर हनिका को लेकर हॉल में लेके जाती है। तब हनिका डिंपल से कहती है।हनिका - डिंपल तुम्हे कोई खतरा है क्या? ये इतनी सिक्योरिटी?डिंपल - नो मेम, वो मेरे भैया मुझे लेके कुछ ज्यादा पोजेसिव है।हनिका - ऐसे नही बोलते.... डिंपल! वो तुम्हारे भैया है। तुम्हारी केयर करते है। अच्छा डिंपल मुझे ये बताओ तुम्हारे मम्मी पापा कहा है।डिंपल - वो गांव में रहते है। में यहां अपने भैया के साथ रहती हूं।हनिका - ठीक है। चलो! में अब तुम्हे मैथ्स पढ़ाती हुं। ये सारी बाते मानस छुप कर सुन रहा होता है। मानस को हनिका इतनी अच्छी लगती है कि वो उसकी पिक्चर लेने लगता है। हनिका मानस की ड्रीम गर्ल है। उसने कभी सोचा नहीं था कि वो जैसी लड़की चाहता है वो उसे मिल जायेगी। हालाकि वो सपने जरूर देखता था। एक दिन हनिका मार्केट जाती है। हनिका मुंबई जैसे बड़े शहर कभी घूमी नही थी। तो तो उसे यह के माहौल के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। हनिका मार्केट में रास्ता भटक जाती है। वो किसी सुनसान रास्ते पर पहुंच जाती है। जहा उसे कुछ लड़के बैठे दिखते है। वो आगे होने वाले खतरे से अनजान थी । वो उन लड़कों को इग्नोर कर के आगे चली जाती लेकिन वो लड़के उसे गुर के देख रहे होते है और उसे फॉलो करने लगते है। हनिका को फील होता है की वो लड़के उसे फोलो कर रखे है तब वो वहा से भागने लगती है। वो लकड़े हनिका से तेज होते है और उसे पकड़ लेते है। उनमें से एक लड़का हनिका से उसका सारा सामान उसके हवाले करने को बोलता है। हनिका मना कर देती है। तब उनमें से एक हनिका को धमकाता है। और एक लड़का हनिका के हाथो को कसकर पकड़ लेता है। वहा एक लड़का हनिका को कब से गुरे जा रहा था। तब वो बोलता है की इस लड़की को ऐसा नहीं जाने दे सकते है। इससे तो मेरा काम बन जायेगा । और वो जैसे ही हनिका को छूने लगता है तभी एक लकड़ी का बॉक्स उस पर आ कर गिरता है। वो लकड़ी का बॉक्स फेंक ने वाला इंसान कोई ओर नही मानस ही होता है। मानस वहा अपने सांग की शुटिंग करने आया था। उसने हनिका को मुसीबत में देखा तो वो उसे बचाने आ गया। वो लड़के मानस पर हमला करने को आगे बढ़ते है तभी मानस उन सब को बहुत बुरी तरीके से मारता है। उन में से एक लड़का हनिका पर हमला करता है। ये देख मानस ओर भी ज्यादा गुस्से में आ जाता है। और उन सब को बहुत मारता है। मानस पुलिस को फोन करता है। पुलिस आती है और उन लड़कों को वहा से ले जाती है। जाते जाते मानस को थैंक्स कहती है। मानस हनिका के पास आता है। हनिका उसे देखती ही रहती है। क्योंकि उसने मानस को पहली बार इतने करीब से देखा। मानस - तुम ठीक हो? तुम्हे कही लगी तो नही? लाओ मुझे दिखाओ......... तुम्हे तो लगी है। हाथ दो अपना........ मैं अभी तो ये रूमाल बांध रहा हु। तुम इसे...... तुम कुछ बोल क्यू नही रही हो। हनिका - अ.........आप...... मैं ठीक हु। मानस अपनी गाड़ी में हनिका को बैठाता है। अपने ड्राइवर से हनिका को सेफ्ली उसके घर छोड़ को कहता है और ड्राइवर को एड्रेस भी बताता है। ममानस के मुंह से उसका एड्रेस सुन कर हनिका शॉक्ड हो गई। हनिका - आप को मेरा एड्रेस कैसे पता?मानस - हम्म! तुम पता नही चलता, इतनी सुनसान जगह पर अकेली घूम रही हो। अगर तुम्हे घूमना ही है तो किसी को अपने साथ लेके घूमो। ये जगह लड़कियों के लिए सेफ नहीं है। ये क्या कोई भी जगह एक अकेली लड़की के लिए सेफ नहीं है। कम से कम अपने हसबैंड या बॉय फ्रेंड के साथ घुमा करो।हनिका - मेरी शादी नही हुई है। और मेरा कोई बॉय फ्रेंड नहीं है।मानस - ठीक है तुम ध्यान से घर जाना और आज जो हुआ इसके बारे में ज्यादा सोचना मत। ओके!हनिका - पर..... आप मुझे जानते...... हेलो..... अ....मानस हनिका के सवालों का कोई जवाब नही देता है और वहा से। चला जाता है। ड्राइवर भी हनिका को सेफ्ली उसके घर छोड़ देता है। ‹ पिछला प्रकरणDream Love - Part 2 › अगला प्रकरण Dream Love - Part 4 Download Our App