हाए मेरा वो पहला वाला प्यार - 3 Mehul Pasaya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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हाए मेरा वो पहला वाला प्यार - 3

बल्लू बोला - " अरे वाह भाई क्या बात की है। चलो ठीक है। आप जैसा कहोगे वैसे ही होगा। ठीक है। "


कुछ देर बाद।


राहुल बोला - " यार ये करन कहा गया। उसको मेने कब का बोल रखा था। की भाई जल्दी निकल जाना जल्दी निकल जाना। पर ये है की मेरी एक नही सुनता। "


करन बोला - " क्या हुआ भाई मेरे बारे में सोच कर बडबडा रहे थे क्या! सारी यार लेट हो गया। "


राहुल बोला - " यार भाई करन तेरे में कुछ अक्कल वक्कल है या नही! कब से में तुम्हारा यहा वैट कर रहा हु। और तुम अब आ रहे हो। "


करन बोला - " सारी ना यार लेट हो गया। अब क्या करू बीच में ट्रैफिक बहुत था। इस लिए में जल्दी आ नही पाया। और इतना जायदा लेट हो गया। "


राहुल बोला - " हा हा ठीक है। कोई बात नही पर इस बार जाने दे रहा हु। अगली बार लेट हुए ना तो देखना फिर। "


कुछ देर बाद।


विहान बोला - " फाइनली जीया हम रेल वे स्टेशन पहुंच ही गए । सिर्फ आधा घंटा बाकी है. अच्छा हुआ ट्रैफिक नही मिला रास्ते में वरना ट्रेन अपनी छूटने वाली थी। "


जीया बोला - " हा मिस्टर विहान आपने सही कहा। आधा घंटा वैट कर लेना बेहतर रहता है. लेकिन लेट हो जाने का बाद जो ट्रेन छूटने का जो दर्द हो होता है ना। वो बरदास नही होता। "



लोकेशन चेंज।



शिवानी बोली - " चेतना ना अब सिर्फ 2 मिनट ही बचा है। चलो कितनी देर है। "


चेतना बोली - " ये लो में आ गई। अब चलो भी ट्रेन तक पहुंचने में दो मिनट हो ही जाएंगे। चलो चलो जल्दी चलो। "




{ ट्रेन की गति कुछ ठीक नहीं है। मतलब की ट्रेन की गति बहुत तेज है। अब वो क्यू है किस लिए है। अब जानते है ना। आइए साथ मिल कर देखते है। }




ट्रेन में चड जाने के बाद।




राहुल बोला - " करन यार ये ट्रेन की स्पीड ना कुछ ज्यादा ही है। ट्रेन अपना स्टेशन छोड़ कर आगे रुक कर खड़ी रहे। मतलब समझ रहे हो। कुछ ठीक नही है।


करन बोला - " अरे भाई चिल कर फालतू में टेंसन मत ले। अगर ट्रेन का ड्राइवर ट्रेन स्पीड में चला भी रहा है। तो ट्रेन उसके कंट्रोल में ही होगी ना। चल अब आते ही मूड डाउन कर देगा। तो कैसे चलेगा अभी तो हम सफर शुरू कर रहे है। और अभी से इतना घबराने लगा। "


राहुल बोला - " हा ठीक है. चलो देखते है क्या है! कोई नी जो होगा देखा जायेगा। "


लोकेशन चेंज।


चेतना बोली - " यार शिवानी चार्जर वायर लाई है ना! में तो लाई हु लेकिन तुमको पूछ रही हु। मेरा एक्चुअली अलग पिन है ना इस लिए। "


शिवानी बोली - " हा में सब कुछ लेकर आई हु। डोंट वरी में ने सारी चीज़े ले ली है। "


चेतना बोली - " शिवानी ऐसा नहीं लग रहा तुम्हे की ये ट्रेन पूरी भर चुकी है यात्री को से! "


पढ़ना जारी रखे।