हाए मेरा वो पहला वाला प्यार - 6 Mehul Pasaya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • द्वारावती - 71

    71संध्या आरती सम्पन्न कर जब गुल लौटी तो उत्सव आ चुका था। गुल...

  • आई कैन सी यू - 39

    अब तक हम ने पढ़ा की सुहागरात को कमेला तो नही आई थी लेकिन जब...

  • आखेट महल - 4

    चारगौरांबर को आज तीसरा दिन था इसी तरह से भटकते हुए। वह रात क...

  • जंगल - भाग 8

                      अंजली कभी माधुरी, लिखने मे गलती माफ़ होंगी,...

  • My Devil Hubby Rebirth Love - 51

    अब आगे मैं यहां पर किसी का वेट कर रहा हूं तुम्हें पता है ना...

श्रेणी
शेयर करे

हाए मेरा वो पहला वाला प्यार - 6


अगले दिन।


विहान बोला - " यार जीया कल उस लड़के ने बतमीजी कर के अच्छा नही किया। वो तो तुमने रोक लिया। वरना में वही के वही उन दोनो को सबक सिखा देता। "


जीया बोली - " नही विहान ये ठीक नही है। गलती अपनी तरफ से भी थी। वो लड़का मेरी वजह से गिरा था। उल्टा उसने मेरी जान बचाई है। मेरा हाथ पकड़ कर। "


विहान बोला - " अच्छा ऐसा है। मुझे लगा उसने जान बुझ कर ऐसा किया। अगर ऐसी बात है। तो फिर ठीक है। "


जीया बोली - " लेकिन अब एक और प्रॉब्लम हो चुकी है। और में सोच रही हु। की वो सॉल्व होगी भी या नही। "


विहान बोला - " अरे जीया आप ऐसे कैसे बोल सकते हो। आपके इस दोस्त के होते हुए। ऐसा कभी हो सकता है क्या! की कोई। चीज़ सॉल्व ना हुई हो। "


जीया बोली - " तो फिर खाओ हमारी कसम। और कहो की उस लड़के को मेरे लिए बात करने जाओगे। "


विहान बोला - " क्या क्या में कुछ समझा नही। फिस रे बोलो तो क्या कहना चाहते हो। "



जीया बोली - " दरअसल मुझे ना वो लड़का पसंद आ गया है। तो प्लीज़ आप जाओ ना। मेरा प्रपोजल लेकर। "


विहान बोला - " अरे लेकिन ऐसे कैसे अभी तो तुम लोग ठीक से मिले भी नही हो। और ऐसे कैसे आपको वो पसंद आ गया। कमाल है भाई। "


जीया बोली - " प्लीज इतना तो आपको करना ही पड़ेगा। में कुछ नही जानती। "


विहान बोला - " हा अब आपकी बात तो टाल नही सकते। ठीक है उन लोगो से फिर एक बार सॉरी बोल कर। उन उस भाई से कहूंगा कि। मेरी दोस्त को तुम पसंद आ गए हो। सो क्या आपको मेरी दोस्त पसंद है। फिर देखते है क्या होता है। "


जीया बोली - " हा ठीक है। अब जाओ में वेट कर रही हु। "



लोकेशन चेंज।



सचिन बोला - " बिल्लू भाई अब वक्त आ चुका है। की अब बदला ले लिया जाए। "


बिल्लू बोला - " हा भाई आपने बिलकुल सही कहा। अब वो घड़ी आ गई है। जिसका हमे इंतजार था। "


सचिन बोला - " हा तो फिर तैयारी करो जाने की। और ठीक आज दिन के 10 बजे ट्रेन आ रही है। सीधा हमला ही कर देना। और हा ध्यान रहे। ट्रेन में सिर्फ उसी इंसान को ही मरना है। और किसी को नही ठीक है। "


बल्लू बोला - सही कहा भाई आपने चलो अब। और इंतजार नही हो रहा है। "


सचिन बोला - " अब आयेगा मजा। आज तो उसकी खैर नही है। "



कुछ देर बाद।



विहान बोला - " अरे भाई लोग सुनो ना। एक समस्या लेकर आया हु। प्लीज उसको हल निकाल कर देदो। अपनी दोस्त की खातिर मजबूर हु। प्लीज आप लोग मना मत करना। और कल जो हुआ उसके लिए में दिल से माफी मांगता हु। फिर चाहे उसमे मेरी गलती हो या ना भी हो। "


करन बोला - " अरे भाई तुम फिर से आ गए। प्लीज़ जाओ ना यार अपना काम करो। कल जो किया वो कम है। क्या जो आज भी आ गए वही करने के लिए। "


राहुल बोला - " रिलैक्स करन भाई। हा भाई बोलो क्या हुआ है। क्या समस्या है। कुछ हुआ तो नही है ना। "



पढ़ना जारी रखे।