यूंही अच्छे लगते हो DINESH KUMAR KEER द्वारा कुछ भी में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

यूंही अच्छे लगते हो

1.
"पाने की तलब है ही कहां"
"हम तो बस तुझे खोने से डरते हैं"

2.
बहुत खूबसूरत है, तेरे इन्तजार का आलम...
बेकरार सी आँखों में इश्क बेहिसाब लिए बैठे हैं...!

3.
कितनो को पसंद थी तुम पर,
मेरी किस्मत की लकीरें मेरे पास तुम्हे खींच लाई...।

4.
"सारी दुनिया की मोहब्बत को किनारा करके"
"हमने रखा है सिर्फ खुद को तुम्हारा कर के"

5.
अनमोल तो नही हम, मगर ख्याल रखना तुम...
हमारे बाद शायद कोई हम जैसा न मिले...।

6.
वो मुझे चाहता है शिद्दत से...
ये वहम जाता नहीं है मेरा हकीकत हैं...!!

7.
लेकर के मेरा नाम मुझे कोसता तो है,
नफ़रत ही सही पर मुझे सोचता तो है...!!

8.
मोहब्बत है इसलिए दिल डरता है तुम्हें खोने से,
अगर मतलब होता तो क्या फर्क़ पड़ता तेरे होने ना होने से!!

9.
मेरे लिए गुज़ारना मुमकिन कहाँ था वक़्त...
वो लम्ह़ा - लम्ह़ा मुझमें गुज़रता चला गया...

10.
मोहब्बत इतनी थी कि उनको बताई ना गयी,
चोट दिल पर थी इसलिए दिखाई ना गयी...!!

11.
शबनम से भीगे लब हैं, और सुर्खरू से रुख़सार,
आवाज़ में खनक और, बदन महका हुआ सा है,
जाने वालों ज़रा सम्हल के, उनके सामने जाना,
मेरे महबूब के चेहरे से, नक़ाब सरका हुआ सा है।

12.
हम नहीं कहते कि हमें
जिंदगी का हिस्सा बनाए रखना,
बस दूर होकर भी दूरियां ना लगे,
इतना सा रिश्ता बनाए रखना!

13.
जब ठहरने में, और ठेहराओ में
अंतर समझ आ जाऐ,
तो जिंदगी
कुछ कुछ समझ में आने लगती है ।

14.
दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो,
ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,
बहुत चोट लगती है मेरे दिल को,
तुम ख्वाबो में आकर युँ तडपाया ना करो !

15.
मैं क्या कहू के उसका साथ
कैसा है...
वह एक शख्स पूरी कायनात
जैसा है...

16.
याद रखना सिर्फ प्यार ही अँधा होता है
घरवाले और मोहल्ले वाले नहीं !

17.
काश ऐसा गुलाल हो जाए
रूह तक लाल - लाल हो जाए
तुझमेँ देखुं तो खुद को देखूं
और मुझमेँ तू हो जाए...

18.
किसी को सिर्फ पा लेना मोहब्बत नही होती है,
बल्कि किसी के दिल में जगह बना लेना मोहब्बत होती है...

19.
जो पति - पत्नी अपनी गलती मान कर,
एक दुसरे से माफ़ी मांग लेते है,
उनका प्यार कभी खत्म नहीं होता है...

20.
ना चांद की चाहत ना तारों की फरमाइश
हर जनम तू ही मिले यही हमारी ख्वाहिश

21.
रूठ जाओ कितना भी मना लेंगे दूर जाओ
कितना भी बुला लेंगे दिल आखिर दिल है
सागर की रेत तो नहीं कि नाम लिख कर उसे मिटा देंगे

22.
माना कि जिन्दगी का तजुर्बा थोड़ा कच्चा है
पर खुदा की कसम मुहब्बत आपसे सच्चा है

23.
उम्मीद से भरी होती है ज़िन्दगी,
मुश्किलें आएंगी मंजिल का सफर तय करने में
पर हर सुबह एक मौका देती है ज़िन्दगी!

24.
जब चलना नहीं आता था तो लोग गिरने नहीं देते थे
जब से संभाला है खुद को लोग पैर - पैर पर गिराने की कोशिश करते हैं

25.
अंजाम की खबर तो मीरा को भी थी...
पर बात सिर्फ निभाने की थी !

26.
अल्फाज़ के कुछ तो कंकड़ फ़ेंको...
यहाँ झील सी गहरी ख़ामोशी है।

27.
लाजमी तो नही की तुझें आँखों से ही देखूँ ,
तेरी याद का आना भी तेरे दीदार से कम नहींं!

28.
तुमको लिख पाना कहाँ मुमकिन है...
इतने खूबसूरत तो लफ्ज़ भी नही मेरे पास !!

29.
एक बार जो उसका दीदार हो जाये...
सफल मेरा भी होली का त्योहार हो जाये।

30.
हम अल्फाज़ हैँ तेरे, हर लफ्ज मे मिल जाएंगे !
महसूस करोगे तो... कोरे कागज पर भी नज़र आएंगे !!