आवारा दिल DINESH KUMAR KEER द्वारा कुछ भी में हिंदी पीडीएफ

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आवारा दिल

1.
नए इजाद किए नए नुस्खे इजहार के
एक नुमाइश तो देखिए मेरे प्यार के ...!

रौनक लौट आएगी बहार सदाबहार के
मेरे आंखो को पढ़िए खोज मेरे प्यार के ...!

आगोश में भर ले अजमाइस प्यार के
मेरे जुल्फो से खेलो इश्क सदाबहार के ...!

2.
चेहरा जो देखा तेरा
दिल में उतर गया है...
ख़ुद को भुलाए बैठे
तेरे संग जी रहा हूं...
यादों में अब तुम हो
धड़कन में तू समाई...
सांसों की हर लय में
तुम ही तो हो समाई...
कैसे भुलाएं तुमको
मुमकिन नही भुलाना...
ख़ुद को भुलाए बैठे
हम तुम में है समाए...

3.
दिल से अकीदत दिल में फसाना
निगाहों में छा गई तेरी याराना ...!

बहके कदमों का क्या फसाना ?
बहला दो मन सपने में आना ...!

4.
तुम जिंदगी हो बस सजा देना
ख्यालों ख्वाबों में एक पल आ जाना ...!

हसरते, ख्वाइसे, चाहते आ जाना
इंतजार खत्म हो चुपके से आ जाना ...!

सुनी - सुनी हर पहर, राह देखूं हर पहर
छम - छम पायल की पाजेब सुना देना ...!

5.
जो लमहे गुज़ारे,
तुम्हारे थे साथ...
ना जाने वो लमहे,
क्यों आते है याद...
क्या तुमनें किया फिर,
मुझको है याद...
या यूं ही हुआ मुझको
ऐसा आभास...
न जाने क्यों धड़कन
मेरी बढ़ गई...
तेरी यादें फिर से
हरी हो गई...
ख़यालों में अब भी

6.
तोड़ दूँ सारी बंदिशें,
और तुझसे लिपट जाऊं ...!

सुन लूँ तेरी धड़कन को,
और तेरी बाहों में सिमट जाऊं ...!!

छू लूँ मेरी सांसो से तेरी सांसो को,
तेरी हर सांस में घुल जाऊं ...!

तेरे दिल में उतर कर,
तेरी रूह से मिल जाऊं ...!!

7.
गुजरते हुए मौसम की तरह ही
फिर से लौट कर आ जाओ ।
अभी सर्दी का मौसम नही गुजरा,
हमारा वक्त भी अभी ठहरा हुआ है ।
धुंध हल्की सी अभी है जो आंखों में बनी नमी है ,
पहाड़ो में अभी भी बर्फ जमी है,
पिघलने से पहले ही लौट जाओ ।
और क्या नही है मेरे पास,
बस सिर्फ इक तेरी ही तो कमी है ।

8.
बोहोत तन्हा मैं हूं
अपनी दास्तां
किसे सुनाऊं ...

दरिया - ए - दर्द हूँ ,
मैं दर्द बहा लाया हूँ,

रहगुजर से
कुछ जख्म उठा लाया हूँ ...

मेरे करीब ना आ
मैं बीमार - ए - लाइलाज हूँ,

मैं बर्बादियों का इक
गुलदान सजा लाया हूँ ...

9.
नही आता मुझे,
प्यार जताना,
में हूं खुद से ही बेगाना,

रखता हूं पलकों में छुपाकर,
ख्वाब नये सजोता हूं,

में दिवाना... में हरजाई,
में मोहब्बत का हूं परवाना,

दिल का दरवाजा,
हमेशा खुला रखता हूं,

में सौदाई में मस्ताना,

नहीं आता मुझे,
प्यार जताना,

में खुद से ही हू बेगाना।

10.
और क्या चाहिए,
मुझे तुम्हारे सिवा,

जैसे जिंदगी को नई,
जिंदगी मिल गई,

भुल गया दुनियादारी,
मरते हुए को भी,

मोहब्बत का आसरा,
मिल गया,

अब तो दिल के तहखाने,
भी सिर्फ तुम बंद हो,

जैसे सांसों को सांसों के,
लिए जिंदगानी मिल गई ।।

11.
अपनेपन का अहसास
हो खासमखास
दिल के धड़कन में
यादों के समंदर में
हो खासमखास ...!!

इधर - उधर बिखरे
बादल की बयार
बरसती है बूंदे
चाहत का यार ...!!

तेरी आवाज का कायल
घायल हूं यार
कोयल सी मीठी
चाहत की खुमार ...!!

12.
ये कैसी मोहब्बत
हम उनसे फरमाते है
उनसे ही करते हैं
और उन्ही से छिपाते है

वो भी जुल्म करने का
कोई मौका नहीं गवाती है
जानते है एक शब्द की मोहताज है ये जिंदगी
बस वही नही कहते और सब कह जाते है