सहारा DINESH KUMAR KEER द्वारा प्रेरक कथा में हिंदी पीडीएफ

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सहारा

1. सहारा

अमन अपने मम्मी - पापा के साथ बाजार गया था । अमन कक्षा सात का छात्र था । अमन के माता - पिता ने कहा - "अमन ! कुछ देर कार में बैठो ! हम अभी सामने वाली दुकान से सामान लेकर आते हैं ।"
अमन ने कहा - "ठीक है मम्मी - पापा ! आप लोग जाओ ।" कुछ देर बाद अमन सड़क की तरफ देखने लगा । उसने देखा कि सड़क पर जरूरत से ज्यादा ही गाड़ियाँ चलने लगी हैं ।
अमन के पापा बताते हैं, कुछ साल पहले तक इतनी गाड़ियाँ नहीं थीं और सड़क पर कम भीड़ होती थी ।
अमन ने देखा कि बच्चों और बुजुर्गों को रोड पार करने में दिक्कत महसूस हो रही थी । तभी एक बुजुर्ग बाबा सड़क पार करने के लिए सड़क के किनारे खड़े थे । बुजुर्ग बाबा आधी सड़क तक पहुँचे ही थे कि तेज गति से आई एक मोटरसाइकिल उनके करीब से सटकर निकली । उस पर बैठा हुआ लड़का उनसे कहने लगा - "बुढ़ा ! देखकर नहीं चल सकता क्या ?"
बुजुर्ग बाबा का आत्मविश्वास डगमगा गया और वह वापस किनारे पर लौट गये । अमन ने कार से यह सब देखा तो वह कार से नीचे उतरा और बाबा के पास पहुँचा ।
उसने बाबा का हाथ पकड़ा और बड़ी ही समझदारी से बाबा को चलती हुई सड़क से दूसरी तरफ पहुँचाया । बाबा ने उसे आशीर्वाद दिया । दूर खड़े हुए अमन के माता - पिता ने यह सब देखा तो उन्होंने अपने बेटे से कहा - "अमन ! तुमने बहुत अच्छा काम किया है । हमें सदा बुजुर्गों की मदद करनी चाहिए और उनका सहारा बनना चाहिए ।"
अमन ने कहा - "हाँ पापा ! और कार में उनके साथ बैठकर अपने घर के लिए निकल गया ।

संस्कार सन्देश :- हमें हमेशा बड़े - बूढ़ों के साथ सभ्य व्यवहार करके मदद करनी चाहिए।

2.
आस में तुम, एहसास में तुम, मेरी सोच में तुम
बस तुम ही तुम...
सवाल में तुम जवाब में तुम ख्याल में तुम
बस तुम ही तुम...
सुकून में तुम, जुनून में तुम, मजनूं भी तुम
बस तुम ही तुम...
नज़र में तुम, सफ़र में तुम, हर पल में तुम
बस तुम ही तुम...
बंदगी हो तुम, सजदा भी तुम, दुआ भी तुम
बस तुम ही तुम...!

3.
तुम्हारा न होते हुए भी
सिर्फ़ तुम्हारा होना,
इश्क़ है…
तुमसे दूर रह कर भी
तुम्हारे ही क़रीब रहना,
इश्क़ है...
उम्मीदें टूट जाने पर भी
सिर्फ़ तुमसे ही उम्मीद करना,
इश्क़ है…
तुम पर मरते हुए भी
तुम्हारे लिए ही जिये जाना ,
इश्क़ है…

4.
जरूरी नहीं की अच्छी बातें करने वाला हर इंसान अच्छा हो,
आज - कल साजिश रचने वाले भी बहुत मीठा बोलते हैं ...!

5.
मिट जाती है बेचैनी,
दिल को सुकून मिल जाता है,
तुझसे बात करने से...
सब ठीक सा हो जाता है।

6.
तुम्हें मोहब्ब्त कहां थी...
तुम्हें तो सिर्फ़ आदत थी...
अगर तुम्हें मोहब्ब्त होती...
"तो मेरा पल भर कर बिछड़ना तुम्हें सुकून से जीने नहीं देता..."

7.
दुनिया से छिपा कर रखते थे,
सीने से लगा कर रखते थे...!
हसी आती है कितनी पागल थे हम,
तूझे खुदा बना कर रखते थे...!!

8.
यदि किसी की याद आये तो तुरंत फोन कर लेना, बात न भी तो कोई बात नहीं एक मेसेज जरूर कर देना
गुस्सा आये तो चार बात कहकर नाराजगी खत्म करने की कोशिश जरूर करना
उदास हो तो थोड़ा रोकर अपने दिल को हल्का कर लेना, प्यार आये तो कसकर गले लगा लेना
और एक सबसे जरूरी बात यदि कोई खाना खिलाये प्यार से, वो कैसा भी हो खाने की तारीफ जरूर कर देना
क्योंकि जिंदगी कभी कभी दूसरा मौका नहीं देती