तुझमें कही बाकी हूं मैं DINESH KUMAR KEER द्वारा कुछ भी में हिंदी पीडीएफ

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तुझमें कही बाकी हूं मैं

1.
सफलता भी तब फ़ीकी लगती हैं
जब कोई बधाई देने वाला कोई न हो

और विफलता भी अच्छी लगती है
जब आपके साथ कोई अपना खड़ा हो

रिश्तें ना ही दूर रहने से टूट जाते हैं
ना पास रहने से जुड़ जाते हैं

ये तो अहसास के वह पक्के धागे है
जो सिर्फ याद करने से मजबूत हो जाते हैं

2.
मतलबी सारा जहान है
सब कुछ दिन के मेहमान है
सुकून जरा पाने की खातिर
हर शख्स यहां परेशान है
अन्नदाता कहलाता फिर क्यों
भूखा सोता किसान है
बिकती है सच्चाई पैसों में
बिकता यहां ईमान है
कहते हो मौत है मुश्किल
कहां जीना भी आसान है
कौन भला और कौन बुरा
लगता नहीं अनुमान है
आदमी जैसे दिखते हैं सब
पर मिलता नहीं इंसान है
खिलखिलाते गम चेहरे पर
सिसकती यहां मुस्कान है
गिर रहा जो स्वार्थ में जितना
वो उतना ही यहां महान है

3.
उसने कहा गज़ल लिखो
मैंने लिखा तुम्हारा प्यार

उसने कहा आसमां लिखो
मैंने लिखा तुम्हारा दिल

उसने कहा मंज़िल लिखो
मैंने लिखा तुम्हारा साथ

उसने कहा हवा लिखो
मैंने लिखा तुम्हारी खूशबू

उसने कहा समंदर लिखो
मैंने लिखा तुम्हारी आंखें

उसने कहा दुनिया लिखो
मैंने लिखा बस तुम बस तुम

4.
बेखबर होने लगे हो आजकल
चैन से सोने लगे हो आजकल

जख्म कोई गहरा मिला है क्या
हर घड़ी रोने लगे हो आजकल

हो गई है फूलो से क्यों दुश्मनी
जो कांटे बोने लगे हो आजकल

आंँसुओं का नल खुला ही रहता है
किस की यादें धोने लगे हो आजकल

आज कल कुछ उखड़े हुए रहते हो
तुम भी दिल पे क्या क्या ढोने लगे हो आजकल

5.
अहसास तो अहसास हैं
कुछ भावना, कुछ भाव हैं

थोड़े असली, थोड़े नकली हैं
कहीं हल्के, कहीं वजनी हैं

कहीं अहसास दवा है
कहीं दर्द का भंडार हैं

कभी सकारात्मक हैं
कभी नकारात्मक हैं

कोई अहसासों में डूबा हैं
कहीं अहसास ने डुबोया हैं

अहसास एक अनुभति हैं
भाव-भावना की युति हैं

अहसास महसूस कराता हैं
संवेदना का अनुभव हैं

हम को हमी से जोड़ता हैं
खामोशी को जगाता हैं

कभी अहसासों में जीते हैं
कभी अहसासों में मरते हैं

कहीं अहसासों से बचते हैं
कहीं अहसासों में रमते हैं

कभी किसी को सताता हैं
कभी व्यथा में सुलाता हैं

कहीं याद में भरमाता हैं
हम को हमी से चुराता हैं

6.
वक़्त बदल जाता है
इंसान बदल जाते है
वक़्त वक़्त पे रिश्तो के
अंदाज बदल जाते है
कभी कह दिया अपना तो
कभी कर दिया पराया
दिन और रात की तरह
जिंदगी के एहसास बदल जाते है

7.
खूबसूरत है,
वो लब जिन पर दूसरों के
लिए कोई दुआ आ जाए

खूबसूरत है,
वो दिल, जो किसी के दुख
में शामिल हो जाए

खूबसूरत है,
वो जज़्बात जो दूसरो की
भावनाओं को समझ जाए

खूबसूरत है,
वो एहसास, जिस में प्यार
की मिठास आ जाए

खूबसूरत हैं,
वो बातें, जिनमे शामिल हों दोस्ती
और प्यार की किस्से कहानियाँ

खूबसूरत हैं,
वो आँखे जिनमे किसी के
खूबसूरत ख्वाब समा जाए

खूबसूरत है,
वो हाथ, जो किसी के लिए
मुश्किल के वक्त सहारा बन जाए

खूबसूरत हैं,
वो सोच, जिस मैं किसी कि
सारी ख़ुशी छुप जाए

खूबसूरत हैं,
वो दामन, जो दुनिया से किसी
के गमो को छुपा जाए

8.
अपने दर्द से सदा के लिए कहां
जुदा हो पाते है हम

एक दर्द छोड़कर बस दूसरा दर्द
अपनाते है हम

रिश्ते निभाने का हुनर कहां
सीख पाते हैं हम

एक रिश्ता तोड़कर बस दूसरे
रिश्ते में ढल जाते हैं हम

मंज़िलें जीवन की कब हासिल
कर पाते है हम

मजबूरियों के नाम पर बस मंजिले
बदलते जाते है हम

अपनों के हिस्से का सच
कब जीते हैं हम

अपने अधूरे सच को बस
जीते जाते है हम

किसी का साथ निभाना तो मानो
भूल गए है हम

उसकी कुछ गलतियों को बस हर
पल गिनवाते है हम