सुहाना हम सफ़र दिनेश कुमार कीर द्वारा कुछ भी में हिंदी पीडीएफ

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सुहाना हम सफ़र

1.
इक सुकून सा है जो... मेरे साथ सोता है...
इक बेचैनी है के मुझको... सोने नहीं देती...

इक उम्र थी मेरी जो के... उसके साथ थी...
इक उम्र है के खुद का... होने नहीं देती...

2.
लोग भूल जाएंगे, तुमने क्या कहा
लोग भूल जाएंगे, तुमने क्या किया
लेकिन लोग ये कभी नहीं भूलेंगे कि
तुमने उन्हें कैसा महसूस करवाया...

3.
मुझ पर जिम्मेदारियां थी बहुत मेरे घर की,
माफ़ करना तेरे इश्क में मैं मर नहीं सका...

4.
टूटा हुआ फूल खुशबू दे जाता है
बीता हुआ पल यादें दे जाता है
हर शख्स का अपना अंदाज़ होता है
कोई ज़िन्दगी में प्यार तो कोई प्यार में ज़िदंगी दे जाता हैं.

5.
वक्त कभी ना कभी उनके पास भी ले जाएगा,
जिनके साथ हम चाय पीने की ख्वाइश लिए बैठें हैं...

6.
ये इश्क़ नहीं आसां, बस इतना समझ लीजिये,
एक आग का दरिया है और डूब के जाना है...

7.
गुज़रो जो बाग़ से तो दुआ माँगते चलो,
जिसमें खिले हैं फूल वो डाली हरी रहे...

8.
मैं अक्सर तुझे याद करते करते सो जाया करता हूं,
फिर नीद में ख्वाब भी तेरे ही सजाया करता हूं...

9.
देखो कितनी सरलता से तुमने सारे पल छीन ली ये,
ये सुरु मुझसे होते है मगर खत्म तेरे ख्याल पर होते है...

10.
तुम बदले तो हम कहां पुराने से रहे,
तुम आने से रहे तो हम भी बुलाने से रहे...

11.
उसने पूछा कितना हक है हमारा,
मैंने कहा जब भी मिलूं बिना पूछे गले लगा लेना...

12.
वो ढूंढ रहे थे मुझे भूलने का तरीका,
मैंने खफा होके उनकी मुश्किल आसान कर दी थी...

13.
कुछ छोड़ा है तेरे भरोसे ऐ वक्त,
बस तू दगाबाज मत निकालना...

14.
कई सारे मजाक सिर्फ मजाक ही नहीं,
बल्कि चतुराई से कहें गए सच भी होते हैं...

15.
तुम गुलाब जैसी लगती हो,
क्या फायदा तुम्हे गुलाब देके...
ऐसे बोल एक एक प्रेमी ने 150रु बचा लिए

16.
छोड़ रहे हो अच्छा है, तुम तो ये भी कर सकते हो,
मैं तो जिस से मिल जाता हूं, साथ निभाने लगता हूँ...

17.
हमें तो आदत है तुम्हें याद करने की ,
अगर हिचकियाँ आएँ तो माफ़ करना...

18.
जिसका रास्ता दिखा वही भटका,
कैसे होगा इंतजार, कैसे होगा इजहार...

19.
गुज़र गई है मगर रोज़ याद आती है,
वो एक शाम जिसे भूलने की हसरत है...

20.
ऐसे न बिछड़ आँखों से अश्कों की तरह तू,
आ लौट के आ फिर तिरी यादों की तरह तू...

21.
पाल ले इक रोग नादान ज़िंदगी के वास्ते,
सिर्फ़ सेहत के सहारे उम्र कटती नहीं...

22.
कुछ बात पर मुस्कुरा देना ही अच्छा होता है ,
ऐसे भी हर किसी को गाली तो नहीं दे सकते...

23.
चार दिन की जिन्दगी बीत रहे है दिन,
दो बीते तेरे मिलने से पहले दो बीते तेरे बिन...

24.
ख्वाबों की सजी थी महफिल ये हसरत नीलाम हो गई,
तूने एक नज़र मुझे क्या देखा मेरी जिंदगी तेरे नाम ही गई...

25.
यू हीं नहीं दिल उसका दुखा होगा,
कुछ तो बात है... जो वो रोया होगा

पलटे पलटे शायद यादों की डायरी को
कोई पन्ना उसे अधूरा मिल गया होगा...

26.
लबों तक आकर भी जुबां पर न आए,
मोहब्बत में सब्र का वो मुकाम हो तुम...

27.
वो तो खुश-बू है हवाओं में बिखर जायेगा,
मसअला तो फुल का है फुल किधर जायेगा...

28.
प्रेम में जीना मरना मिटना बस नाम का
देह पर देह न लुटे तो प्रेम किस काम का।

अदाएं, तोहफे, परवाह अहम नहीं उतने
तन से जो तन न सटे तो प्रेम किस काम का।

हथेलियों उंगलियों ने बाखूब थामे हाथ तेरे
गर तेरी पतली कमर पे न रपटे तो प्रेम किस काम का।

बातों गजलों गीतों के सहारे कब तलक।
गर लब को लब न छुएं तो प्रेम किस काम का।

29.
शेरे ओ शायरी तो बस दिल बहलाने का जरिए है,
वरना लफ्ज़ कागज पे उतरने से महबूब लौटा नही करते...

30.
इंतजार लंबा हो चलता है पर इंतजार
एक तरफा हो तो बहुत चुभता है...

31.
किसी के प्यार क्या, बेरुखी को तरसे,
मेरे दुश्मन तू मेरी दोस्ती को तरसे...