1.
पत्तों सी हो गई है हर रिश्तों की उम्र
आज हरे कल पीले तो परसों सूखे
2.
जीने वालो से भी पूछो कि वो कैसे जिन्दा है
मरने वाले का तो सब पूछते है कैसे मरा
3.
कभी सागर कभी झील तो कभी जाम रखा है
सिरफिरे शायरो ने आंखों का क्या क्या नाम रखा है
4.
मैं उन्हें कैसे पसन्द करूँ जिनकी ज़रूरत मैं हूँ
मुझे तो वो चाहिए जिसकी ख्वाहिश सिर्फ मैं हूँ
5.
क्या ख़ाक तरक्की की इस दुनिया ने
इश्क के मरीज तो आज भी बे-इलाज बैठे हैं
6.
सवाल करने वाले तो बहुत मिलते है
लेकिन बिना सवाल किये
ख्याल रखने वाले
नसीब से मिलते है
7.
जो हमारे दिल को अच्छे लगते हैं
वो हमारे साथ कभी अच्छा नहीं करते हैं
8.
एक दिन मरने के लिए
पूरी जिंदगी जीना पड़ता है
9.
ना गवाह मिलते है ना लाशें मिलती है
शायद इसीलिये लोग एहसासों का क़त्ल करते है
10.
दुनिया में हर वो "शख्स"अमीर है
जिसके पास माँ-बाप जैसी दौलत है
11.
कोशिश तो ये है की मै मुस्कुराऊँ सदा
पर दर्द लिखने के लिए उदास होना जरुरी है
12.
अगर कोई साथ नही रहना चाहता
तो उसे आज़ाद कर दो पकड़ कर रखे गए
रिश्तों में सुकून नही मिलता
13.
फ़ना होने की इजाजत ली नही जाती
ये वतन की मोहब्बत है जनाब पुछ के की नही जाती
14.
महसूस करो तो मोहब्बत एक जिंदगी है
वरना लोग इश्क को आवारगी भी कहते है
15.
जिंदगी बदलने के लिए लड़ना पड़ता है
और आसान करने के लिए समझना पड़ता है
16.
कुछ तस्वीर भावना में
डूबकर ही समझ आती हैं
17.
जो मन छुआ करते हैं
वही अपने हुआ करते हैं
18.
सब्र के नतीजे बहुत खूबसूरत होते है
19.
दिमाग़ वाली मोहब्बत से तो
दिल की नफ़रत अच्छी
20.
उम्र में, ओहदे में, कौन कितना बड़ा है,फर्क नही पड़ता,
लहजे में, कौन कितना झुकता है बहुत फर्क पड़ता है
21.
किरायेदार है सब यहाँ लेकिन फिर भी
किरदार में अकड़ बहोत है
22.
मसला तो सुकून का
है वरना जिंदगी तो हर
कोई काट रहा है
23.
पूरे की ख्वाहिश में ये इंसान बहुत कुछ खोता है
भूल जाता है कि आधा चांद भी खूबसूरत होता है
24.
बड़ा मुश्किल है, "जज़्बातो" को पन्नो पर "उतारना"
हर दर्द "महसूस" करना पड़ता है, "लिखने" से पहले
25.
आज परछाई से पूछ ही लिया क्यों चलती हो मेरे साथ
उसने भी हंसके कहा, और कौन है.......तेरे साथ
26.
ना कागज था
ना कलम थी
ना फोन था
प्रेम तब भी था
लेकिन पवित्र और मौन था
27.
मेरा आत्म सम्मान मेरे लिए सर्वोपरि है
अगर कोई हाथ छुड़ाने की सोचता है तो मैं साथ छोड़ने की क्षमता रखती हू
28.
चाहना आसान हैं
चाहते रहना कठीन
29.
सुनो तलब ये के
"तुम मिल जाओ"
हसरत ये के
"उम्र भर के लिए"
30.
शब्द का भी तापमान होता है
ये सकून भी देता और जला भी देता है
31.
ज़ख्म अब चुभते नहीं हमें
दर्द की आदत सी हो गई
32.
ख़ुदा करे के वो पानी हो ख़्वाब हो दिल हो
हमारी आंख में जो मर रहा है इश्क़ न हो
33.
किस-किस से जाकर कहते खामोशी का राज,
अपने अंदर ढूँढ रहे हैं हम अपनी ही आवाज
34.
ये मोहब्बत है जनाब जितना दर्द देती है
सुकून भी उतना ही देती है
35.
दिल में कौन बसा है
*ये राज सिर्फ*
*धडकनें जानती हैं
36.
कितनी महफूज़ हूँ मैं कोने में
कोई अड़चन नहीं है रोने में
37.
हर कोई आप को नहीं समझेगा
यही जिंदगी हैं और यही हकीकत भी
38.
महसूस किया जाने वाला इश्क
छू जाने वाले इश्क से ज्यादा असरदार होता है
39.
हर कहानी मैं तीसरा शख़्स
बिना मांगे सब कुछ ले जाता है
40.
तकदीर ए सितम ने मजबूर कर दिया वरना
ये आरज़ू थी, कि बस तेरी आरज़ू करते